महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए
बुधवार, 18 जनवरी, 2023 आई बी टी एन खबर ब्यूरो
बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक धरने पर क्यों बैठे?
भारत के कई पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ के ख़िलाफ़ धरने पर बैठ गए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई अन्य खिलाड़ी धरने पर बैठे हुए हैं।
विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
विनेश फोगाट ने ट्वीट कर लिखा है, ''खिलाड़ी आत्मसम्मान चाहता है और पूरी शिद्दत के साथ ओलंपिक और बड़े खेलों के लिए तैयारी करता है, लेकिन अगर फ़ेडरेशन उसका साथ ना दे, तो मनोबल टूट जाता है. लेकिन अब हम नही झुकेंगे। अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे। इन खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बहिष्कार की अपील भी की है।''
दूसरी ओर बजरंग पुनिया का कहना है कि फ़ेडरेशन का काम खिलाड़ियों का साथ देना, उनकी खेल की ज़रूरतों का ध्यान रखना होता है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''कोई समस्या हो तो उसका निदान करना होता है। लेकिन अगर फ़ेडरेशन ही समस्या खड़ी करे तो क्या किया जाए? अब लड़ना पड़ेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।''
बजरंग पुनिया ने कहा, ''खिलाड़ी पूरी मेहनत कर के देश को मेडल दिलाता हैं लेकिन फ़ेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया। मनचाहे क़ायदे क़ानून लगा कर खिलाड़ियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।''
साक्षी मलिक ने भी फ़ेडरेशन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
खिलाड़ियों का आरोप है कि फ़ेडरेशन मनमाने और एकतरफ़ा नियम बनाकर खिलाड़ियों को परेशान कर रहा है।
ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा कि खिलाड़ी शाम चार बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने मुद्दे उठाएंगे।
साक्षी मलिक ने ट्वीट किया है, "खिलाड़ी देश के लिए पदक जीतने के लिए जी जान लगा देते हैं लेकिन फ़ेडरेशन ने कुछ नहीं किया। मनमाने नियम लागू कर खिलाड़ियों को परेशान किया जा रहा है।''
महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए
जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के ख़िलाफ़ धरने पर बैठी महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।
कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट ने पत्रकारों से कहा, ''कोच महिलाओं को परेशान कर रहे हैं और फ़ेडरेशन के चहेते कुछ कोच तो महिला कोचों के साथ भी अभद्रता करते हैं। वे लड़कियों को परेशान करते हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रेसीडेंट ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।''
फोगाट ने कहा, ''वे हमारी निजी ज़िंदगी में दखल देते हैं और परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलंपिक खेलने जाते हैं तो न तो हमारे पास फीजियो होता है न कोई कोच। जब हमने अपनी आवाज़ उठाई तो उहोंने हमें धमकाना शुरू कर दिया।''
विनेश फोगाट 2022 के कॉमन वेल्थ गेम्स में 53 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं।
फोगाट ने कहा कि एक दौर ऐसा भी आया कि इतना मेंटल टॉर्चर हुआ कि मैं खुदकुशी करने की सोचने लगी थी। मैं हर दिन खुदकुशी करने की सोचने लगी थी। हर एथलीट को पता है कि हमारे साथ क्या गुजर रही है।
फोगाट ने कहा कि अगर मुझे कुछ हो जाता तो मेरा परिवार क्या करता उसके बाद और कौन लेता इसकी ज़िम्मेदारी।
फोगाट ने कहा कि अगर हमारे किसी भी खिलाड़ी को कुछ भी होता है तो उसकी ज़िम्मेदारी हमारे फ़ेडरेशन की होगी। हमारा इतना मेंटल टॉर्चर होता है। मुझे कहा जाता है कि मैं मानसिक रूप से कमज़ोर हूं।
फोगाट पत्रकार वार्ता में भावुक हो गईं और उनकी आंखों में आंसू थे।
बजरंग पूनिया ने कहा, "हम चाहते हैं कि फेडरेशन का बदलाव हो और रेस्लिंग को भारतीय कुश्ती महासंघ द्वारा पहलवानों को परेशान किया जा रहा है। जो लोग डब्ल्यूएफ़आई का हिस्सा हैं, उन्हें इस खेल के बारे में कुछ नहीं पता है।''
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