मनरेगा पर बजट कटौती को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं और अर्थशास्त्रियों ने सवाल उठाए
बुधवार, 15 मार्च, 2023 आई बी टी एन खबर ब्यूरो
भारत में मनरेगा पर बजट कटौती को लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं और अर्थशास्त्रियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई सवाल उठाए हैं। दिल्ली के जंतर मंतर पर इस मुद्दे को लेकर नरेगा संघर्ष मोर्चा पिछले सौ दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहा है।
नरेगा संघर्ष मोर्चा, भारत में नरेगा श्रमिकों सहित ग्रामीण मजदूरों के साथ काम करने वाले संगठनों का गठबंधन है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में समाजिक कार्यकर्ता निखिल डे ने कहा कि कटौती से 15 करोड़ लोग प्रभावित होंगे।
वहीं अर्थशास्त्री ज़्याँ द्रेज ने कहा कि मनरेगा ने 20 साल से देश भर के लोगों के आर्थिक स्तर को बढ़ाया है।
उन्होंने कहा, "100 दिन के काम की गारंटी में 34 दिनों का ही काम मिल रहा है, इसके बाद भी बजट में कटौती की जा रही है।''
उन्होंने कहा कि ये एक ऐसे समय में हो रहा है जब इंटरनेट कनेक्टिविटी और एनएमएस ऐप पर निर्भरता के चलते हज़ारों लोग रोज़ाना प्रभावित हो रहे हैं।
साल 2023 में अपने बजट भाषण में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना (मनरेगा) के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल 60,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
यह वित्तीय वर्ष 2022-23 के संशोधित बजट 89,000 करोड़ रुपए से करीब 34 फीसदी कम है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, लगातार तीसरे साल मनरेगा के बजट में कटौती की गई है। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2022-23 में 25.5 फीसदी, 2021-22 में 34 फीसदी कटौती की गई थी।
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