भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के हिरोशिमा में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। यूक्रेन युद्ध के बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक है।
नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा, "मेरे ख़्याल से हम लोग फ़ोन पर तो बात करते ही रहे हैं लेकिन लंबे अरसे के बाद हम लोग मिल रहे हैं। यूक्रेन में चल रहा युद्ध पूरे विश्व के लिए बड़ा मुद्दा है।''
"पूरा विश्व पर इसके अनेक प्रकार के प्रभाव पड़े हैं लेकिन मैं इसे सिर्फ़ राजनीतिक और अर्थव्यवस्था का मुद्दा नहीं मानता। मेरे लिए ये मानवता का मुद्दा है। मानवीय मूल्यों का मुद्दा है। युद्ध की पीड़ा क्या होती है, ये आप हम सबसे ज्यादा जानते हैं।''
नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले साल जब हमारे बच्चे यूक्रेन से आए और तब उन्होंने परिस्थितियों का जो वर्णन किया, उससे मैं आपकी वेदना और यूक्रेन के नागरिकों की वेदना भलीभांति समझ पाता था।''
"मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इसके समाधान के लिए भारत और निजी तौर पर मैं स्वयं हमसे जो कुछ भी हो सकता है, हम अवश्य करेंगे।''
मोदी जी-7 देशों की बैठक में हिस्सा लेने जापान के हिरोशिमा में हैं।
हिरोशिमा में नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया।
जी-7 दुनिया की सात सबसे बड़ी विकसित और उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों का समूह है, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हैं। इसे ग्रुप ऑफ़ सेवन भी कहते हैं।
मोदी ने इस दौरान फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच कूटनीतिक साझेदारी पर भी चर्चा हुई।
इस दौरान मोदी की मुलाकात यूएन के महासचिव एंतोनिया गुतारेस से भी हुई।