ईरान ने ड्रोन और मिसाइल से इसराइल पर हमला शुरू किया
ईरान ने ड्रोन और मिसाइल से इसराइल पर हमला शुरू किया
रविवार, 14 अप्रैल 2024
ईरान ने बड़े पैमाने पर इसराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले शुरू किए हैं। सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इसराइल के हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है।
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा है कि ‘ख़ास लक्ष्यों’ को निशाना बनाने के मक़सद से हमला किया गया है।
वहीं इसराइली सेना के सूत्रों ने कहा है कि 100 से ज़्यादा ड्रोन छोड़े गए हैं। सीबीएस न्यूज़ के मुताबिक़, अमेरिका ने कुछ ड्रोन को मार गिराया है।
इसराइली डिफ़ेंस फोर्सेज़ (आईडीएफ़) का कहना है कि ‘जहां भी ज़रूरत है वहां उन ख़तरों को रोका जा रहा है।' इसराइल के प्रधानमंत्री ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
ईरान के हमले के बाद इसराइल में सायरन की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं और यरूशलम में भारी धमाके की आवाज़ सुनने को मिला है क्योंकि शहर में इसराइल के एयर डिफ़ेंस सिस्टम्स ने कई चीज़ों को गिराया है।
ये अभी तक साफ़ नहीं है कि क्या इसराइल में अभी तक कोई ड्रोन पहुंचा है या नहीं। ईरान इसराइल से 1,800 किलोमीटर दूर है। वहीं अमेरिका ने नहीं बताया है कि उसने ड्रोन कहां गिराए हैं।
इसराइल, लेबनान और इराक़ ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और सीरिया और जॉर्डन ने अपने एयर डिफ़ेंस सिस्टम को अलर्ट पर रख दिया है।
1 अप्रैल 2024 को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इसराइल के हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी। इस हमले में ईरान के एक टॉप कमांडर समेत सात सैन्य अफ़सरों की मौत हुई थी।
ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था वहीं इसराइल ने इस हमले की न ही पुष्टि की थी और न ही इसे ख़ारिज किया था।
आईडीएफ़ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है, ''ईरान ने ईरानी ज़मीन से इसराइली राष्ट्र पर सीधे हमले शुरू किए हैं।''
"इसराइल की ओर आ रहे ईरान के किलर ड्रोन्स को हम नज़दीकी से देख रहे हैं जिन्हें ईरान भेज रहा है। ये बेहद गंभीर और ख़तरनाक बढ़ोतरी है।''
डेनियल हगारी ने कहा है कि इसराइल के वायु सेना के विमान हवा में किसी भी तरह के ख़तरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।
ईरान के ड्रोन छोड़े जाने के बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश के डिफ़ेंस सिस्टम्स को काम पर लगा दिया गया है।
"हम किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार हैं चाहे रक्षात्मक हो या आक्रामक। इसराइल राष्ट्र मज़बूत है। आईडीएफ़ मज़बूत है। जनता मज़बूत है।''
नेतन्याहू ने कहा कि हमारा साथ देने के लिए अमेरिका के साथ-साथ वे ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों की सराहना करते हैं।
इस हफ्ते की शुरुआत में इसराइल के रक्षा और विदेश मंत्रियों ने चेतावनी दी थी कि अगर ईरान ने इज़राइल पर हमला किया, तो वह ईरान के अंदर जवाबी हमला करेगा।
ईरानी हमले की खबर आने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन इसराइल की सुरक्षा करने के लिए दृढ़ हैं।
एड्रिएन वॉटसन ने कहा, "अमेरिका इसराइल के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और ईरान के इन खतरों के खिलाफ उनकी रक्षा करेगा।''
"राष्ट्रपति बिडेन स्पष्ट रहे हैं। इज़राइल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है।"
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ईरान के हमलों की निंदा की है और वादा किया है कि वह इसराइल और अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा।
ईरानी सेना की सबसे शक्तिशाली ब्रांच आईआरसीजी का कहना है कि उसने यह हमला इसराइल के बार-बार किए गए अपराधों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया है, जिसमें सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला भी शामिल है।
ईरान ने इसराइल पर हमले को "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस" का नाम दिया
रविवार, 14 अप्रैल 2024
ईरानी सेना की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इसराइल के "लगातार अपराधों" के खिलाफ हमला किया गया है।
ईरान ने एक अप्रैल 2024 को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए भी इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है।
ईरान की ओर से जारी सेना के बयान में हमले को "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस" का नाम दिया गया है।
बयान में हमला किस तरह का है इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है।
अभी तक जो पता चला है। उसके अनुसार ईरान की एयरफोर्स ने इसराइल की ओर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन छोड़े हैं।
1 अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इसके लिए ईरान ने इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था।
इसराइल ने इस हमले की सीधे तौर पर ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
इस हमले में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी।
मरने वालों में ईरान की एलीट कुद्स फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद हादी हाजी-रहीमी का नाम शामिल है।
ईरान ने हालांकि साफ कर दिया था कि वो इस हमले का बदला ज़रूर लेगा।
इसराइल पर ईरान के हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने क्या कहा?
रविवार, 14 अप्रैल 2024
ईरान के इसराइल पर किए गए हमलों के मद्देनज़र अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में मीटिंग की है।
व्हाइट हाउस ने कहा कि अगले कुछ घंटों में ईरान इसराइल पर और ज़्यादा हवाई हमले कर सकता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ''ईरान के खतरों के खिलाफ हम इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम उसके लिए मजबूती के साथ खड़े हैं।''
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ''राष्ट्रपति जो बाइडन को सारी स्थिति के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा टीम की ओर से लगातार अपडेट किया जा रहा है।''
एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ''उनकी टीम इसराइल के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में बनी हुई है। दूसरे सहयोगियों के साथ भी संपर्क बना हुआ है।''
"जो बाइडन का मैसेज बिल्कुल साफ है कि इसराइल की सुरक्षा के लिए हम पूरा समर्थन देंगे। इसराइल के लोगों के लिए अमेरिका खड़ा होगा और ईरान के खतरों के खिलाफ इसराइल की सुरक्षा में पूरा सहयोग दिया जाएगा।"