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पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बंदूकधारियों ने बस से उतार कर 23 यात्रियों को गोली मारी

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बंदूकधारियों ने बस से उतार कर 23 यात्रियों को गोली मारी

सोमवार, 26 अगस्त 2024

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बस से यात्रा कर रहे 23 लोगों की बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। ये सभी लोग पंजाब प्रांत से थे।

ये घटना बलूचिस्तान के मुसा खेल ज़िले में हुई है

बलूचिस्तान के मुसा खेल के असिस्टेंट कमिश्नर नजीब ने घटना की पुष्टि की और बीबीसी उर्दू को बताया कि 'घटना ज़िले के रारा हाशिम इलाक़े में हुई है। गोलीबारी की घटना रविवार, 25 अगस्त 2024 की रात पुलिस के नियंत्रण वाले इलाके में हुई है।'

जानकारी के मुताबिक़, कुछ अज्ञात लोगों ने पंजाब और बलूचिस्तान के बीच चल रहे ट्रकों और बसों को रोका। इसके बाद यात्रियों को नीचे उतारा। उनके पहचान पत्र चेक किए और जो बलोच नहीं थे, उन पर गोलियां चला दीं।

आतंकवादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी ने हमलों की ज़िम्मेदारी ली है और कहा कि उसने विभिन्न क्षेत्रों से उन सड़कों को ब्लॉक कर दिया है, जहां से प्रांत में प्रवेश किया जा सकता है।

बलूचिस्तान के विभिन्न इलाकों में हाईवे पर हथियारबंद लोगों की मौजूदगी के कारण यातायात रोक दिया गया।

जिन यात्रियों को मारा गया है, वे पंजाब प्रांत से बलूचिस्तान आ रहे थे।

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, बंदूकधारियों ने कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया है। बीते 24 घंटे में बलूच लिबरेशन आर्मी ने कई सरकारी इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया है।

असिस्टेंट कमिश्नर ने बताया कि गोलीबारी की घटना में पांच लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है।

इससे पहले शनिवार, 24 अगस्त 2024 और रविवार, 25 अगस्त 2024 की दरमियानी रात बलूचिस्तान के अलग-अलग इलाकों से बम धमाकों की खबरें आईं।

कलात शहर के पास हुए हमलों में वहां के असिस्टेंट कमिश्नर भी घायल हो गए, जबकि जिउनी में पुलिस स्टेशन के बाहर तीन वाहनों को आग लगा दी गई।

मस्तुंग जिले में भी अज्ञात हथियारबंद लोगों ने खाद कोचा इलाक़े में एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया।

ताज़ा घटना पर बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट मांगी है। मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने घटना की निंदा की। मीर सरफराज बुगती ने इमरजेंसी बैठक भी बुलाई।

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल पर हमले के बाद हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने बयान जारी किया

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल पर हमले के बाद हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने बयान जारी किया

इसराइल के हमलों के बीच लेबनान के प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुलाई

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइली हमलों के बीच लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने मंत्रियों के साथ आपात बैठक की है।

लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक देश के दक्षिणी भाग की स्थिति पर चर्चा करने के लिए लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मकाती ने मंत्रियों के साथ आपात बैठक की है।

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नजीब मकाती ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि वह बढ़ती स्थिति को रोकने के लिए लेबनान के मित्रों के साथ लगातार संपर्क में हैं।

नजीब मकाती ने इस बात पर ज़ोर दिया कि लेबनान ग़ज़ा में युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से किए जा रहे प्रयासों का समर्थन करता है।

इसराइल पर हिज़बुल्लाह के हमलों का हूती विद्रोहियों और हमास ने समर्थन किया

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइल ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं।

वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।

हमास ने कहा है कि वह हिज़बुल्लाह की तरफ से इसराइल पर किए हमले का स्वागत करता है।

टेलीग्राम पर हमास की तरफ से जारी बयान में इसराइल के अंदर किए गए इस हमले की प्रशंसा की गई है। हमले को "प्रमुख प्रतिक्रिया" बताया गया है।

हमास ने कहा कि वरिष्ठ कमांडर फौद शुक्र के मारे जाने के बाद वह हिज़बुल्लाह की इस मज़बूत कार्रवाई की सराहना करता है।

हमास के बयान में कहा गया है कि फ़लस्तीन और लेबनान के लोगों के खिलाफ की गई आपराधिक कार्रवाई को बख्शा नहीं जाएगा।

इस बीच हिज़बुल्लाह की मीडिया की ओर से टेलीग्राम पर किए गए पोस्ट में हिज़बुल्लाह के दो लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।

हूती विद्रोहियों ने हिज़बुल्लाह की कार्रवाई का किया समर्थन

रविवार, 25 अगस्त 2024

यमन के हूती विद्रोहियों ने हिज़बुल्लाह की तरफ से इसराइल पर की गई इस कार्रवाई को साहसिक बताया है।

ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इसराइल की ओर से यमन के एक बंदरगाह पर किए हमले के जवाब में हमला शुरू करने की धमकी दी है।

इसराइल ने कहा है कि उसकी ओर से वो हमला हूती विद्रोहियों की तरफ से तेल अवीव में किए गए ड्रोन हमले के जवाब में किया गया था।

इसराइल की ओर से हिज़बुल्लाह पर किए गए हमले उसके सैन्य अभियान में ''कहानी का अंत नहीं'' हैं: बिन्यामिन नेतन्याहू

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने एक चेतावनी दी है। बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 को इसराइल की ओर से हिज़बुल्लाह पर किए गए हमले उसके सैन्य अभियान में ''कहानी का अंत नहीं'' हैं।

कैबिनेट बैठक के दौरान बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम हिज़बुल्लाह पर अचानक हमले कर रहे हैं। यह इसराइल के उत्तर में स्थिति को बदलने और नागरिकों को सुरक्षित उनके घर वापस लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि इसराइली सेना ने नागरिकों और सैनिकों को निशाना बनाकर दागे गए रॉकेटों को तबाह कर दिया है।

बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश के मध्य भाग को निशाना बनाकर किए गए ड्रोन हमले को भी नाकाम कर दिया गया है।

इसराइल पर हमले के बाद हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने बयान जारी किया

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।

हिज़बुल्लाह के प्रमुख शेख़ हसन नसरल्लाह ने कहा है कि समूह ने अपने कमांडर फौद शुक्र की हत्या का बदला लिया है, हालांकि इसका बदला लेने में उसे कई कारणों से देर हो गई।

हसन नसरल्लाह ने कहा, "हिज़बुल्लाह ने 110 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इसराइली सेना के एक ठिकाने को निशाना बनाया। ये जगह तेल अवीव से डेढ़ किलोमीटर दूर है।''

हसन नसरल्लाह ने दावा किया कि सभी ड्रोन इसराइली हवाई क्षेत्र में घुसने में सफल रहे।

हसन नसरल्लाह ने कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 के हमले में हिज़बुल्लाह ने सटीक मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन ज़रूरत पड़ने पर बाद में उन्हें तैनात कर सकता है।

हसन नसरल्लाह ने कहा, "हिज़बुल्लाह ने इसराइल के रिहायशी क्षेत्रों और उसके बुनियादी ढांचे को निशाना न बनाकर हत्या का बदला लेने का निर्णय लिया है।''

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?

इसराइल और हिज़बुल्लाह संघर्ष: ताज़ा हमलों को लेकर अब तक इसराइल और हिज़बुल्लाह ने क्या कहा?

रविवार, 25 अगस्त 2024

हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ सैन्य कमांडर फौद शुक्र के मारे जाने के बाद, लगभग एक महीने से लेबनान, इसराइल और पूरे क्षेत्र को हिज़बुल्लाह की जवाबी कार्रवाई का इंतज़ार था।

जुलाई 2024 के आख़िर में और अगस्त 2024 की शुरूआत में लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके़ दाहिया में स्थित एक रिहायशी इमारत पर इसराइल की ओर से किए गए हमले में फौद शुक्र की मौत हुई थी।

फौद शुक्र की मौत के बाद हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया था।

रविवार, 25 अगस्त 2024 को हिज़बुल्लाह ने कहा है कि उसने पहले चरण की जवाबी कार्रवाई में रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं।  हिज़बुल्लाह ने अपने इस हमले को सफल बताया है।

वहीं इसराइल का कहना है कि उसने हिज़बुल्लाह की योजनाओं को विफल करते हुए, सुबह-सुबह उस पर हमला किया है।

इसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हिज़बुल्लाह के कुछ निशाने मध्य इसराइल में थे। हालांकि ये टारगेट हिज़बुल्लाह के हमले से अछूते रहे हैं।

इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दिया बयान

इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 को सवेरे उसने 100 लड़ाकू विमानों की मदद से उत्तर और केंद्रीय इसराइल पर हुए हमलों का मुक़ाबला किया। सेना ने कहा कि उसने हिज़बुल्लाह के 40 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है।

रविवार, 25 अगस्त 2024 को हुए ताजा हमलों से हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच और अधिक तनाव बढ़ने की चिंता को बढ़ा दिया है।  अभी तक इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच की कार्रवाई सीमावर्ती इलाकों तक ही सीमित रही है।

रविवार, 25 अगस्त 2024 की सुबह इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के एक बार फिर कहा है कि देश के उत्तरी इलाके़ में विस्थापित किए गए लोगों को फिर से बसाने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "जो भी हमें नुक़सान पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उसे नुक़सान पहुंचाएंगे।''

ये हमले तब हुए हैं जब ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के प्रयास जारी हैं। लड़ाई में वृद्धि के बावजूद ये उम्मीद की जा रही है कि वार्ता बाद में भी जारी रहेगी।

हिज़बुल्लाह समूह कौन हैं?

रविवार, 25 अगस्त 2024

हिज़बुल्लाह लेबनान में ईरान से समर्थन प्राप्त शिया इस्लामी राजनीतिक पार्टी और अर्द्धसैनिक संगठन है। वर्ष 1992 से इसकी अगुवाई हसन नसरल्लाह कर रहे हैं। इस नाम का मायने ही अल्लाह का दल है।

1980 के दशक की शुरुआत में लेबनान पर इसराइली कब्ज़ें के दौरान ईरान की वित्तीय और सैन्य सहायता से हिज़बुल्लाह का उदय हुआ।

हिज़बुल्लाह के नेता शेख़ हसन नसरल्लाह ने दावा किया है कि समूह के पास 100,000 लड़ाके हैं, हालांकि स्वतंत्र अनुमान के अनुसार लड़ाकों की संख्या 20,000 और 50,000 के बीच है।

दक्षिणी इसराइल पर हमास के हमले बाद से इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच क्रॉस बॉर्डर फायरिंग जारी है। हमास के हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था।

इसके बाद से इसराइल ने ग़ज़ा पर हमला कर दिया था। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इसराइल के हमले में अब तक लगभग 40 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

हिज़बुल्लाह पर वर्षों से इसराइली और अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए बमबारी और षड्यंत्र रचने का आरोप लगता रहा है। पश्चिमी देश, इसराइल, अरब खाड़ी देशों और अरब लीग हिज़बुल्लाह को 'आतंकवादी' संगठन मानते हैं।

इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइल के हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला करने के बाद से उसका लेबनान के साथ तनाव बढ़ा हुआ है।

इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।

लेबनान और इसराइल के बीच चल रहे ताज़ा तनाव को लेकर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है।

व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेरिका के  राष्ट्रपति बाइडन इसराइल और लेबनान के बीच चल रहे घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए हैं।

वो शाम से ही राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं।

राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इसराइल में अपने समकक्षों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।

व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, ''हम इसराइल का उसकी रक्षा करने में लगातार समर्थन और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए काम करते रहेंगे।''

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: हिज़बुल्लाह और इसराइल ने एक-दूसरे पर हमले किये

इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: हिज़बुल्लाह और इसराइल ने एक-दूसरे पर हमले किये

इसराइल का लेबनान पर हमला, हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइली सेना ने कहा है कि उनके लड़ाकू विमान लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं।

इसराइल का कहना है कि हिज़बुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट दागने की गतिविधियों का पता लगने के बाद यह क़दम उठाया गया है।

इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्स के प्रवक्ता डैनियल हगारी का कहना है कि 'हमने हिज़बुल्लाह के मिसाइलों और रॉकेटों के हमलों को दूर करने के लिए अपनी आत्मरक्षा में लेबनान पर हमला किया है।'

इसराइल ने यह भी कहा है कि लेबनान में हमला करने से पहले आम लोगों को तुरंत ही हिज़बुल्लाह के इलाक़ों को छोड़ने की चेतावनी दे दी गई थी।

लगभग तीन दिन पहले भी इसराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के 10 ठिकानों को निशाना बनाया था।

इसराइली लड़ाकू विमानों ने लेबनान के अंदर हथियार डिपो और मिलिट्री बिल्डिंग्स को निशाना बनाया था।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना था कि हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई थी वहीं 30 लोग घायल हुए हैं।

वहीं हिज़बुल्लाह ने इन हमलों के जवाब में गोलान हाइट्स के इलाके़ में 50 से भी ज़्यादा मिसाइलें दागी थीं।

हिज़बुल्लाह का कहना था कि उसने अपने मिलिट्री कमांडर फ़ौद शुक्र की हत्या का बदला लेने के लिए इसराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था।

वहीं इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने अपने मंत्रिमंडल की एक आपात सुरक्षा बैठक बुलाई है।

इसराइल में 48 घंटे के लिए इमरजेंसी लगाई गई, पीएम नेतन्याहू ने आपात बैठक में क्या कहा?

रविवार, 25 अगस्त 2024

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में इमरजेंसी नेशनल सिक्योरिटी मीटिंग को संबोधित किया है।

अपने संबोधन में बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, ''हम अपने देश की रक्षा करने और निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक वापस लाने के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार हैं। जो कोई भी हमें चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उसे चोट पहुंचाएंगे।''

नेतन्याहू ने यह भी कहा कि हमारी सेना ने इसराइल पर हमला करने के लिए हिज़बुल्लाह की तैयारी का पता लगाने के लिए दिन-रात काम किया है।

इसराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सेना की तैयारी के चलते हम हिज़बुल्लाह के हज़ारों रॉकेटों को नष्ट करने में सफल हो पाए हैं।

हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमले के मद्देनज़र इसराइल में एहतियातन 48 घंटे के लिए इमरजेंसी लगा दी गई है।

इसराइली हमले को लेकर लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय और सरकारी मीडिया ने क्या कहा?

रविवार, 25 अगस्त 2024

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसराइली हमले में अभी तक एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके अलावा दो लोग घायल हुए हैं।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि लेबनान के दक्षिणी शहर ख़ियाम में एक कार पर हमले में एक व्यक्ति की जान गई है।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, "दक्षिणी लेबनान के शहरों पर रविवार, 25 अगस्त 2024 की सुबह हुए इसराइली हमले में दो लोग घायल हुए हैं। इनमें से एक व्यक्ति सीरिया का नागरिक है।''

वहीं लेबनान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी (एनएनए) ने बताया है कि, इसराइली विमानों ने ऐन काना, कफ़र फ़िला, लौइज़ेह, बसालिया और कफ़र मेल्की के शहर के बाहरी इलाक़ों और चकिफ़ कैसल को निशाना बनाया है।

इसके अलावा इसराइल ने कथित तौर पर बीर कल्ब इलाक़े के साथ-साथ साजद, कफ़र फ़िला और सरबा के शहरों के बाहरी इलाकों को भी निशाना बनाया है।

वहीं इसराइल का कहना है कि लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिज़बुल्लाह उन पर बड़े स्तर पर हमले की तैयारी कर रहा था। इसे रोकने के लिए उसने आत्मरक्षा में हमला किया है।

हिज़बुल्लाह का कहना है कि उसने इसराइल के उत्तरी भाग में 11 सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर 320 से अधिक रॉकेट दागे हैं।

इसराइली हमले में लेबनान में तीन लोगों की हुई मौत

रविवार, 25 अगस्त 2024

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश के दक्षिणी इलाके में इसराइल की ओर से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हुई है।

इसराइल ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हमले किए हैं।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि लेबनान के दक्षिणी शहर ख़ियाम में एक कार पर हमले में एक व्यक्ति की जान गई है।

एक अलग बयान में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि तिरि गांव में इसराइल की ओर से किए गए हमले में दो लोगों की मौत हुई है।

इसके बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी गई है।

इससे पहले हिज़बुल्लाह ने हमले में शिया अमल आंदोलन के एक सेनानी की मौत की पुष्टि की थी।

हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच इस समय तनाव बढ़ा हुआ है।

इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं।

वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर तीन सौ रॉकेट दागने का दावा किया है।

इंटरनेशलन क्रिमिनल ट्रिब्यूनल ने शेख़ हसीना समेत नौ लोगों के खिलाफ जांच करने का फैसला लिया

बांग्लादेश में क्रांति को कुचलने के लिए भारत से कई योजनाएं बनाई जा रही हैं: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी

इंटरनेशलन क्रिमिनल ट्रिब्यूनल ने शेख़ हसीना समेत नौ लोगों के खिलाफ जांच करने का फैसला लिया

मंगलवार, 20 अगस्त 2024

बांग्लादेश के प्रमुख विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को शरण देने के लिए भारत की आलोचना की है।

बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के महासचिव मिर्ज़ा फख़रुल आलमगीर ने कहा है कि शेख़ हसीना को शरण देकर भारत लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के वादे से पीछे हट गया है।

मिर्ज़ा फख़रुल आलमगीर ने कहा, ''बांग्लादेश में क्रांति को कुचलने के लिए भारत से कई योजनाएं बनाई जा रही हैं।"

मिर्ज़ा फख़रुल आलमगीर ने कहा कि देश में अवामी लीग ने तबाही मचाई उसे ठीक करने में थोड़ा वक़्त लगेगा। उनकी पार्टी इसके लिए अंतरिम सरकार को पर्याप्त समय देगी।

बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में छात्रों के आंदोलन और हिंसा के बीच 5 अगस्त 2024 को शेख़ हसीना अपने पद से इस्तीफा देकर भारत भाग गई थीं और तब से भारत में हैं।

इस बीच, इंटरनेशलन क्रिमिनल ट्रिब्यूनल (आईसीटी) ने बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी आंदोलन से जुड़े मामलों में शेख़ हसीना समेत नौ लोगों के खिलाफ जांच करने का फैसला लिया है।

सभी पर हत्या, नरसंहार और यातना के आरोप लगाए गए हैं। आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान एक छात्र के पिता ने बुधवार, 14 अगस्त 2024 को यह याचिका लगाई थी।

अंतरिम सरकार के कानून, न्याय और संसदीय मामलों के सलाहकार प्रोफेसर आसिफ नज़रूल ने बुधवार, 14 अगस्त 2024 को कहा कि अभियुक्तों के ख़िलाफ़ इंटरनेशलन क्रिमिनल ट्रिब्यूनल में मुक़दमा शुरू किया जाएगा।

यूक्रेनी हमलों के बीच रूस के एक और इलाके में इमरजेंसी घोषित

यूक्रेनी हमलों के बीच रूस के एक और इलाके में इमरजेंसी घोषित

बुधवार, 14 अगस्त 2024

रूस के बेलोगोरोद के गवर्नर ने इस इलाक़े में आपातकाल लगाने की घोषणा की है। बीते 10 दिनों के अंदर बेलगोरोद इमरजेंसी लगाने वाला रूस का दूसरा क्षेत्र है।

छह अगस्त 2024 को यूक्रेन ने रूस के इलाक़ों पर अचानक हमले तेज़ कर दिए थे और उसने दावा किया है कि वह रूस की सीमा में कुर्स्क इलाक़े के 1000 वर्ग किलोमीटर अंदर घुस चुका है।

यूक्रेन की कार्रवाई जारी रहने के मद्देनज़र बेलगोरोद के गवर्नर ने इमरजेंसी का ऐलान किया है।

इस बीच यूक्रेन की वायुसेना ने कहा है कि उसने रात भर में रूस की ओर से दागे गए 23 में से 17 ड्रोन मार गिराए हैं। यूक्रेन ने कहा है कि रूसी सेना ने दो गाइडेड मिसाइलें भी छोड़ी थीं।

यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, ये ड्रोन कीएव, ख़ारकिएव, चरकैसी, म्योक्लेव, सुमी, ज़पॉरज़िया, ज़ाइतोमिर इलाके में गिराए गए हैं।

इन ड्रोन्स से कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं लेकिन इससे अधिक नुक़सान की कोई जानकारी नहीं है।

बेलगोरोद के गवर्नर ने कहा है कि यूक्रेन की ओर से रोज़ाना हो रही बमबारी के कारण घर बर्बाद हो रहे हैं और आम लोगों की जान जा रही है।

यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 74 कस्बों और गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है।

ज़ेलेंस्की का दावा- रूस के कुर्स्क में यूक्रेनी सेना कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है

बुधवार, 14 अगस्त 2024

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि उनके देश की सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है।

ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा है, ''कुर्स्क में हमारी सेना कई दिशाओं से एक से दो किलोमीटर तक आगे घुस गई है।''

हालांकि बीबीसी स्वतंत्र तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर पाया है। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि यूक्रेनी सेना ने रूसी क्षेत्र की कितनी ज़मीन पर क़ब्ज़ा किया है।

एक्स पर जे़लेंस्की की ओर से शेयर की गई तस्वीर में वो यूक्रेन के शीर्ष कमांडर अलेक्जेंडर सिरस्की से बात करते हुए दिख रहे हैं।

इस वीडियो में अलेक्जेंडर सिरस्की बता रहे हैं कि यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क पर हमले के दौरान 100 रूसी सैनिकों को गिरफ़्तार कर लिया है। इससे हमारे लोगों की वापसी की रफ्तार तेज़ हो जाएगी।

दो दिन पहले रूस ने माना था कि यूक्रेन की सेना उसके कुर्स्क प्रांत में घुस आई है। रूस के कई रिहायशी इलाकों पर यूक्रेन की सेना का नियंत्रण हो गया है।

रूस के कुर्स्क पर यूक्रेनी हमले के बाद भारतीय दूतावास ने एडवाइज़री जारी की

बुधवार, 14 अगस्त 2024

रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी हमले के बाद रूस में भारतीय दूतावास ने ब्रेंस्क, बेलगोरोद और कुर्स्क में रहने वाले भारतीयों को सतर्कता बरतने और अस्थायी तौर पर वहां से बाहर चले जाने को कहा है।

भारतीय दूतावास ने कहा है कि किसी भी भारतीय की मदद के लिए वो पूरी तरह तैयार है। इसके लिए उसने एक ई-मेल एड्रेस - edu1.moscow@mea.gov.in जारी किया है। इसके अलावा एक हेल्पलाइन टेलीफोन नंबर +7 9652773414 भी जारी किया गया है।

दो दिन पहले रूस ने माना था कि यूक्रेन की सेना उसके कुर्स्क प्रांत में घुस आई है। रूस के कई रिहायशी इलाकों पर यूक्रेन की सेना का नियंत्रण हो गया है।

इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि उनके देश की सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है।

ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा है, "कुर्स्क में हमारी सेना कई दिशाओं से एक से दो किलोमीटर तक आगे घुस गई है।''

थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री थविसिन को बर्ख़ास्त किया

थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री थविसिन को बर्ख़ास्त किया

बुधवार, 14 अगस्त 2024

थाईलैंड की संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री स्रेथा थविसिन को बर्ख़ास्त कर दिया है। थविसिन को जेल की सजा काट चुके एक पूर्व वकील को कैबिनेट में शामिल करने के आरोप में बर्ख़ास्त किया गया है।

संवैधानिक अदालत ने कहा कि थविसिन ने नैतिकता के नियमों के उल्लंघन के साथ ही अवज्ञापूर्ण व्यवहार किया है।

67 साल के स्रेथा थविसिन एक साल से भी कम समय तक प्रधानमंत्री रहे।  थविसिन पिछले 16 साल में देश की संवैधानिक अदालत की ओर से हटाए गए तीसरे प्रधानमंत्री हैं।

थविसिन की जगह किसी अंतरिम प्रधानमंत्री को नियुक्त किया जाएगा।  इसके बाद नया प्रधानमंत्री चुनने के लिए संसद की बैठक आयोजित की जाएगी।

संवैधानिक अदालत के फ़ैसले के बाद थविसिन ने कहा, ''मुझे अपनी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है. मुझे खेद है, लेकिन मैं ये नहीं कह रहा हूं कि मैं अदालत के फ़ैसले से असहमत हूं।''

संवैधानिक अदालत के इस फ़ैसले से थाईलैंड में राजनीतिक अनिश्चितता की आशंका और बढ़ गई है। देश में कई तख्तापलट हो चुके हैं। 2014 में यहां सैनिक शासन कायम हो गया था। 

इसराइल पर ईरान के हमले के ख़तरे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने क्या कहा?

इसराइल पर ईरान के हमले के ख़तरे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने क्या कहा?

बुधवार, 14 अगस्त 2024

संयुक्त राष्ट्र संघ में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा है कि अमेरिका मध्य-पूर्व में तनाव को कम करने की योजना पर काम कर रहा है।

दरअसल, ऐसी आशंकाएं हैं कि ईरान इसराइल पर हमले की योजना बना रहा है। इस वजह से मध्य-पूर्व में तनाव भरे हालात बने हुए हैं।

लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मंगलवार, 13 अगस्त 2024 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि अमेरिका भविष्य में किसी भी हमले को रोकना और उससे बचाव करना चाहता है और किसी भी क्षेत्रीय संघर्ष को टालना चाहता है।

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की ये प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व का अपना दौरा फिलहाल टाल दिया है।

जुलाई 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की एक हमले में मौत हो गई थी।

ईरान ऐसा मानता है कि इस हमले के पीछे इसराइल का हाथ है। हालांकि औपचारिक रूप से इसराइल ने इस पूरे मामले पर अभी तक कुछ भी नहीं कहा है।

लेकिन ईरान ने ये कहा है कि इसराइल को इस हमले के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसी वजह से ऐसी आशंकाएं पैदा हुई हैं कि ईरान इसराइल पर हमला कर सकता है।

ईरान की ओर से हमले के ख़तरे के बीच इसराइली रक्षा मंत्री ने क्या कहा?

बुधवार, 14 अगस्त 2024

इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बताया है कि इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्स और ख़ुफ़िया एजेंसियां लेबनान और ईरान में हो रही घटनाओं पर बारीक़ी से नज़र रख रही हैं।

इसराइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के मुताबिक़, ''इसराइली डिफ़ेस फ़ोर्स और ख़ुफ़िया एजेंसियां किसी भी ख़तरे को दूर रखने के लिए दिन-रात चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। साथ ही हमारी सेना हमले के अलग-अलग विकल्पों को तैयार रखे है। ताकि हम जब जहां चाहें हमला कर सकें।''

योआव गैलेंट ने कहा कि हमारी सेनाओं का शुक्रिया क्योंकि वे हमारे नागरिकों के लिए रातों को सुरक्षित बना रहे हैं। इस वजह से इसराइल के नागरिक सामान्य जीवन जी पा रहे हैं। तैयार रहें और अपने कमांडर के निर्देशों का पालन करें।

जुलाई 2024 में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की ईरान की राजधानी तेहरान में हुए एक हमले में मौत हो गई थी।

ईरान का कहना था कि इस हमले में इसराइल का हाथ है। हालांकि इसराइल ने इस पर कोई औपचारिक टिप्पणी नहीं की। लेकिन ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने कहा था कि हनिया की मौत का बदला लेना ईरान का सर्वोच्च कर्तव्य है।

इसके बाद से ही ऐसी आशंकाएं हैं कि ईरान इसराइल पर हमला कर सकता है। 

आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान हुई मौतों के ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ बांग्लादेश इंटरनेशनल कोर्ट जाएगा

आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान हुई मौतों के ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ बांग्लादेश इंटरनेशनल कोर्ट जाएगा

बुधवार, 14 अगस्त 2024

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार जुलाई 2024 में आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान हुई मौतों के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल में मुक़दमा चलाएगी।

अंतरिम सरकार के क़ानून, न्याय और संसदीय मामलों के सलाहकार आसिफ़ नज़रुल ने बुधवार, 14 अगस्त 2024 को कहा, ''आरक्षण सुधार आंदोलन के दौरान हुए ‘नरसंहार’ और गोलीबारी की सुनवाई के लिए पहले ही कुछ मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। लेकिन छात्रों, मानवाधिकार संगठन और कई अन्य लोगों का कहना है कि इसकी जांच मानवता के ख़िलाफ़ अपराध के रूप में की जानी चाहिए।''

"हमने पाया कि जुलाई 2024 में हुए 'नरसंहार' के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर इंटरनेशनल क्रिमिनल ट्रिब्यूनल में मुकदमा चलाया जा सकता है।''

आसिफ नज़रुल ने कहा, ''जांच टीम संयुक्त राष्ट्र के तहत काम करेगी।  हत्याओं में शामिल पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना समेत किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।''

बांग्लादेश में जुलाई 2024 में शेख़ हसीना सरकार के ख़िलाफ़ आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान कई लोगों की मौत हो गई थी।

इसराइली मंत्री के अल अक़्सा मस्जिद में प्रवेश करने और प्रार्थना के बाद विवाद

इसराइली मंत्री के अल अक़्सा मस्जिद में प्रवेश करने और प्रार्थना के बाद विवाद

बुधवार, 14 अगस्त 2024

इसराइल के धुर-दक्षिणपंथी और नेशनल सिक्योरिटी मामलों के मंत्री इत्तेमार बेन गिविर ने सैकड़ों यहूदियों के साथ यरूशलम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक अल-अक़्सा मस्जिद में प्रवेश किया और प्रार्थना की।

अल-अक़्सा मस्जिद के एक हिस्से को टेंपल माउंट के नाम से जाना जाता है जो कि यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है।

इसराइली मंत्री के इस क़दम को फ़लस्तीन, अमेरिका, फ़्रांस और सऊदी अरब समेत कई देशों और संयुक्त राष्ट्र ने भी उकसाने वाला बताया है और इसकी निंदा भी की है।

हालांकि इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के ऑफ़िस ने कहा है कि अल अक़्सा मस्जिद में प्रार्थना की स्थिति पर कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। वहां केवल मुस्लिमों को ही प्रार्थना करने की अनुमति है।

इसराइली सरकार ने अल-अक़्सा मस्जिद में किसी भी और धर्म के प्रार्थना करने पर रोक लगाई हुई है।

यरूशलम की अल-अक़्सा मस्जिद यरूशलम के पूर्वी भाग में स्थित है। यह जगह मुसलमानों की तीसरी सबसे पवित्र जगह है। वहीं यह यहूदियों के लिए सबसे पवित्र जगह मानी जाती है।

यहूदियों के लिए 'टेंपल माउंट' और मुसलमानों के लिए 'अल-हराम अल शरीफ़' के नाम से मशहूर पवित्र स्थल में 'अल-अक़्सा मस्जिद' और 'डोम ऑफ़ द रॉक' शामिल है।

'डोम ऑफ़ द रॉक' को यहूदी धर्म में सबसे पवित्र स्थल का दर्जा दिया गया है। पैग़ंबर मोहम्मद से जुड़े होने के कारण 'डोम ऑफ़ द रॉक' को मुसलमान भी पवित्र स्थल मानते हैं।

इस धार्मिक स्थल पर ग़ैर-मुसलमानों की प्रार्थना पर पाबंदी लगी हुई है।