इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?
इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?
इसराइल और हिज़बुल्लाह संघर्ष: ताज़ा हमलों को लेकर अब तक इसराइल और हिज़बुल्लाह ने क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ सैन्य कमांडर फौद शुक्र के मारे जाने के बाद, लगभग एक महीने से लेबनान, इसराइल और पूरे क्षेत्र को हिज़बुल्लाह की जवाबी कार्रवाई का इंतज़ार था।
जुलाई 2024 के आख़िर में और अगस्त 2024 की शुरूआत में लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके़ दाहिया में स्थित एक रिहायशी इमारत पर इसराइल की ओर से किए गए हमले में फौद शुक्र की मौत हुई थी।
फौद शुक्र की मौत के बाद हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया था।
रविवार, 25 अगस्त 2024 को हिज़बुल्लाह ने कहा है कि उसने पहले चरण की जवाबी कार्रवाई में रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं। हिज़बुल्लाह ने अपने इस हमले को सफल बताया है।
वहीं इसराइल का कहना है कि उसने हिज़बुल्लाह की योजनाओं को विफल करते हुए, सुबह-सुबह उस पर हमला किया है।
इसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हिज़बुल्लाह के कुछ निशाने मध्य इसराइल में थे। हालांकि ये टारगेट हिज़बुल्लाह के हमले से अछूते रहे हैं।
इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दिया बयान
इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 को सवेरे उसने 100 लड़ाकू विमानों की मदद से उत्तर और केंद्रीय इसराइल पर हुए हमलों का मुक़ाबला किया। सेना ने कहा कि उसने हिज़बुल्लाह के 40 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है।
रविवार, 25 अगस्त 2024 को हुए ताजा हमलों से हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच और अधिक तनाव बढ़ने की चिंता को बढ़ा दिया है। अभी तक इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच की कार्रवाई सीमावर्ती इलाकों तक ही सीमित रही है।
रविवार, 25 अगस्त 2024 की सुबह इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के एक बार फिर कहा है कि देश के उत्तरी इलाके़ में विस्थापित किए गए लोगों को फिर से बसाने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "जो भी हमें नुक़सान पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उसे नुक़सान पहुंचाएंगे।''
ये हमले तब हुए हैं जब ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के प्रयास जारी हैं। लड़ाई में वृद्धि के बावजूद ये उम्मीद की जा रही है कि वार्ता बाद में भी जारी रहेगी।
हिज़बुल्लाह समूह कौन हैं?
रविवार, 25 अगस्त 2024
हिज़बुल्लाह लेबनान में ईरान से समर्थन प्राप्त शिया इस्लामी राजनीतिक पार्टी और अर्द्धसैनिक संगठन है। वर्ष 1992 से इसकी अगुवाई हसन नसरल्लाह कर रहे हैं। इस नाम का मायने ही अल्लाह का दल है।
1980 के दशक की शुरुआत में लेबनान पर इसराइली कब्ज़ें के दौरान ईरान की वित्तीय और सैन्य सहायता से हिज़बुल्लाह का उदय हुआ।
हिज़बुल्लाह के नेता शेख़ हसन नसरल्लाह ने दावा किया है कि समूह के पास 100,000 लड़ाके हैं, हालांकि स्वतंत्र अनुमान के अनुसार लड़ाकों की संख्या 20,000 और 50,000 के बीच है।
दक्षिणी इसराइल पर हमास के हमले बाद से इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच क्रॉस बॉर्डर फायरिंग जारी है। हमास के हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इसके बाद से इसराइल ने ग़ज़ा पर हमला कर दिया था। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इसराइल के हमले में अब तक लगभग 40 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
हिज़बुल्लाह पर वर्षों से इसराइली और अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए बमबारी और षड्यंत्र रचने का आरोप लगता रहा है। पश्चिमी देश, इसराइल, अरब खाड़ी देशों और अरब लीग हिज़बुल्लाह को 'आतंकवादी' संगठन मानते हैं।
इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइल के हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला करने के बाद से उसका लेबनान के साथ तनाव बढ़ा हुआ है।
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।
लेबनान और इसराइल के बीच चल रहे ताज़ा तनाव को लेकर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन इसराइल और लेबनान के बीच चल रहे घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए हैं।
वो शाम से ही राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इसराइल में अपने समकक्षों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, ''हम इसराइल का उसकी रक्षा करने में लगातार समर्थन और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए काम करते रहेंगे।''