एआईएडीएमके के दो गुटों में विलय: ओ. पन्नीरसेल्वम डिप्टी सीएम बने
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (ए आई ए डी एम के) के दो गुटों का करीब छह महीने के बाद सोमवार को विलय हो गया जिनमें से एक का नेतृत्व मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी और दूसरे का पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम कर रहे थे।
मुख्यमंत्री पलनीस्वामी ने पार्टी मुख्यालय में विलय की औपचारिक घोषणा की। शाम साढ़े चार बजे पन्नीरसेल्वम ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें वित्त मंत्रालय का प्रभार सौंपा जाएगा।
साथ ही पूर्व मंत्री के पांडिराजन सरकार में तमिल आधिकारिक भाषा व तमिल संस्कृति मंत्री होंगे।
बीते दिसंबर में तत्कालीन मुख्यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी। विलय के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ए आई ए डी एम के के समन्वयक और मौजूदा मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी संयुक्त समन्वयक बनाए गए हैं।
इस क्रम में पार्टी महासचिव वी के शशिकला को ए आई ए डी एम के से बर्खास्त करने का फैसला भी लिया गया है।
यहां उल्लेखनीय है कि पन्नीरसेल्वम गुट ने विलय के लिए जो एक महत्वपूर्ण शर्त रखी थी, उनमें शशिकला और उनके परिवार के सदस्यों की पार्टी से बर्खास्तगी भी शामिल है।
विलय की घोषणा करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता दो पत्तियों वाले चुनाव चिन्ह को वापस पाना होगी।
पलानीस्वामी ने कहा कि वे अम्मा के सभी वादों को पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि अम्मा ने पहले भी कहा था कि मेरे बाद ए आई ए डी एम के 100 से भी ज्यादा साल तक चलेगी। ऐसा हो, इसके लिए हम सब पूरा जोर लगा देंगे।
पलानीस्वामी के अनुसार, 11 सदस्यों की एक समिति पार्टी चलाएगी। वहीं के पी मुनुसामी ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ परेशानियां आई हैं, वैसी ही जैसी एम जी आर के निधन के बाद आई थीं। मगर पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी दोनों पार्टी को एक करने के लिए आगे आए।
ए आई ए डी एम के के संविधान के अनुसार, पार्टी महासचिव का निर्वाचन सीधे प्राथमिक सदस्यों द्वारा किया जाता है। पार्टी के लगभग 1.5 करोड़ सदस्य हैं।