मोदीजी किसानों का क़र्ज़ नहीं माफ़ कर सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं: राहुल गांधी
जिला प्रशासन ने हिंसा प्रभावित मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में महिलाओं और बच्चों को कर्फ्यू में 4-6 बजे तक छूट दी है। मंदसौर के एसडीएम एनएस राजावत ने ये जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई को दी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर एक वीडियो संदेश जारी करके कहा है कि वो जीवन भर जनता और किसानों के लिए काम करते रहेंगे।
मंदसौर में मंगलवार (छह जून) को आंदोलनरत किसानों पर पुलिस ने गोली चला दी थी जिसमें पांच किसान मारे गए। राज्य सरकार ने पहले पुलिस की गोली से किसानों के मारे जाने से इनकार किया, लेकिन गुरुवार (आठ जून) को राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना कि किसानों की जान पुलिस की गोली से गई है। इससे पहले भूपेंद्र सिंह ने किसानों के पुलिस की गोलीबारी में मारे जाने से इनकार किया था।
मध्य प्रदेश में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से हड़ताल पर हैं।
राहुल गांधी को पुलिस ने रिहा कर दिया है।
मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में मारे गए पांच किसानों के परिवारों से मिलने जा रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सांसद सचिन पायलट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
राहुल ने मीडिया से कहा कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने का कारण नहीं बताया है। पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ''मोदीजी किसानों का क़र्ज़ नहीं माफ़ कर सकते, सही रेट और बोनस नहीं दे सकते, मुआवज़ा नहीं दे सकते, सिर्फ किसान को गोली दे सकते हैं।''
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और जदयू के नेता शरद यादव को नीमच में पुलिस ने रोक लिया है। दोनों नेताओं की इस मसले पर पुलिस से नोंकझोंक भी हुई है।
मंदसौर के एसपी ओपी त्रिपाठी ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 62 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने मंदसौर के डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ हाथापाई करने के मामले में भी शिकायत दर्ज की है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा, ''पांच किसानों की मौत पुलिस की गोलीबारी की वजह से हुई है। जांच से इसकी पुष्टि हुई है।''
मंगलवार (छह जून) को कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने से जुड़ी 20 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने गोली चला दी थी।
जिला प्रशासन ने मंदसौर में हालात बिगड़ने के बाद पूरे जिले में धारा 144 लगा दी है। विरोध प्रदर्शन की आंच आसपास के जिलों में फैलने की आशंका के चलते प्रशासन ने मंदसौर के अलावा नीमच और रतलाम जिलों में मोबाइट इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।
पांच किसानों के मारे जाने के बाद हिंसाग्रस्त मंदसौर, नीमच व रतलाम के जिलाधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। शिवपुरी के जिलाधिकारी ओपी श्रीवास्तव को मंदसौर का कार्यभार सौंपा गया है। वहीं बी चंद्रशेखर को हटाकर तन्वी सुन्द्रियाल को रतलाम व रजनीश श्रीवास्तव के स्थान पर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को नीमच का जिलाधिकारी बनाया गया है।
राज्य में किसान कर्ज माफी और फसल के उचित दाम की मांग को लेकर एक जून से हड़ताल पर हैं। गुरुवार को हड़ताल का आठवां दिन है। मालवा-निमाड़ अंचल में किसानों का आंदोलन बीते दो दिनों से हिंसक बना हुआ है। बुधवार (सात जून) को कई स्थानों पर हिंसा हुई और वाहनों को फूंका गया।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसानों की मौत के बाद सीएम शिवराज सिंह से इस्तीफा मांगा है।