चीन और मालदीव के बीच सामान्य सहयोग के दौरान कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है: चीन

चीन और मालदीव के बीच सामान्य सहयोग के दौरान कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है: चीन

बुधवार, 6 मार्च 2024

चीन ने मालदीव के साथ अपने संबंधों को और मज़बूत करने की बात करते हुए कहा कि दोनों के आपसी रिश्तों के बीच कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है।

चीन ने इस बयान में किसी तीसरे देश का नाम नहीं लिया। हालांकि, चीन का ये बयान ऐसे समय में आया है जब मंगलवार, 5 मार्च 2024 को ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने कहा था कि 10 मई 2024 के बाद उनके देश के अंदर कोई भारतीय सैनिक मौजूद नहीं रहेगा, फिर वह सादे लिबास में ही क्यों ना हो।

समाचार एजेंसी पीटीआई की ख़बर के अनुसार, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने बीजिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए मालदीव के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है।

माओ निंग ने किसी भी देश का नाम लिए बिना कहा, "चीन और मालदीव के बीच सामान्य सहयोग के दौरान कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है और न ही किसी तीसरे पक्ष को इसे बाधित करना चाहिए।''

मुइज़्ज़ू मालदीव से भारतीय सैनिकों के जाने की बात लगातार करते रहे हैं। हाल ही में भारत की एक सिविलियन टीम मालदीव पहुंची है। ये टीम मालदीव में मौजूद भारतीय सैनिकों की जगह लेगी।

पांच मार्च 2024 को मालदीव के राष्ट्रपति ने कहा था कि मालदीव और चीन के बीच सैन्य सहायता को लेकर एक समझौता हुआ है।