क्वांटम डॉट्स विकसित करने के लिए तीन वैज्ञानिकों को रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार
क्वांटम डॉट्स विकसित करने के लिए तीन वैज्ञानिकों को रसायन शास्त्र का नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया है।
ये तीनों वैज्ञानिक अमेरिका में रहते हैं।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं में मोंगी जी बावेंडी, लुईस ई ब्रूस और एलेक्सी आई एकिमोव है जो 8.24 लाख पाउंड का पुरस्कार साझा करेंगे।
क्वांटम डॉट्स क्या है?
अधिकांश लोगों ने शायद अपने टीवी सेट पर छोटे क्रिस्टल को देखा होगा जिनके छोटे-छोटे बिंदु मिलकर रंग बनाते हैं।
असल में ये क्वांटम डॉट्स अति सूक्ष्म होते हैं और एक मिलीमीटर में इनकी संख्या दसियों लाख हो सकती है।
रूसी भौतिकशास्त्री एलेक्सेई आई एकिमोव को 1980 के दशक में क्वांटम डॉट्स की खोज का श्रेय दिया जाता है और बाद में एक अमेरिकी केमिस्ट लुईस ई ब्रूस ने पता लगाया कि द्रव में क्रिस्टल को पैदा किया जा सकता है।
इसके बाद पेरिस मूल के मोंगी जी बावेंडी ने क्वांटम डॉट्स कणों को और नियंत्रित तरीके से बनाने की विधि खोजी।
इन क्वांटम डॉट्स का इस्तेमाल कैंसर की दवाओं के बेहतर प्रयोग और सर्जरी के लिए मेडिकल इमेजिंग और सोलर पैनल्स में भी होता है।