पंजाब नेशनल बैंक घोटाला : क्या विनोद राय सो रहे थे?
पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी भारत से फरार है। इस मुद्दे पर मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक में हंगामा मचा हुआ है। कुछ लोग पीएनबी घोटाले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब इस घोटाले में भारत सरकार के पूर्व सीएजी और बैंक बोर्ड ब्यूरो के चेयरमैन विनोद राय पर भी हमला बोला जा रहा है और उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
यह वही विनोद राय हैं, जो पीएम मनमोहन सिंह सरकार के दौरान सीएजी थे और उन्होंने टू जी स्पेक्ट्रम का फर्जी घोटाला उजागर करने का दावा किया था जिसका फायदा उठाकर नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बन बैठे। सच्चाई यह है कि टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला हुआ ही नहीं था, यह बात कोर्ट में साबित हो चुका है।
अब देखिए, भारत के केंद्र में बीजेपी की सरकार है और नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं। विनोद राय पिछले दो सालों से बैंक बोर्ड ब्यूरो के चेयरमैन हैं। उनके नाक के नीचे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक में 11,500 करोड़ रुपये का घोटाला किया। इतना बड़ा घोटाला हो गया, लेकिन विनोद राय को मालूम नहीं हुआ। वाक़ई ये तो कमाल हो गया। जब टू जी स्पेक्ट्रम घोटाला नहीं हुआ तो विनोद राय ने उसे घोटाला साबित करने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया क्योंकि तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। आज जब केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है तो हकीकत में हुए पंजाब नेशनल बैंक घोटाला पर अब तक विनोद राय ने चुप्पी साध रखी है। सवाल उठता है कि क्या अब विनोद राय को पंजाब नेशनल बैंक का घोटाला नज़र नहीं आ रहा है? क्या यह मान लेना चाहिए कि विनोद राय की वफ़ादारी बीजेपी के साथ है?
हिंदी और मराठी फिल्मों की एक्ट्रेस और टीवी स्टार रेणुका शहाणे ने पीएनबी घोटाले पर विनोद राय पर बड़ा हमला बोलते हुए कुछ सवाल पूछे हैं। रेणुका ने पूछा है कि आप तो होने वाले घोटाले को भी सूंघ लेते थे, फिर इतना बड़ा घोटाला कैसे हो गया? रेणुका शहाणे ने ट्वीट कर विनोद राय पर निशाना साधा है।
दरअसल पत्रकार शोभा डे ने पीएनबी घोटाले पर एक ट्वीट किया। डे ने लिखा, जब पीएनबी में इस तरह से घोटाले हो रहे थे, तब उस वक्त के आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन क्या कर रहे थे? शोभा डे को पंजाब नेशनल घोटाला पर देश के प्रधान सेवक और चौकीदार (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी से यह सवाल पूछना चाहिए था। लेकिन शोभा डे में इतनी हिम्मत नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से घोटाला पर सवाल पूछ सके। शोभा डे भी विनोद राय के रास्ते पर चल रही है। जिस तरह से विनोद राय ईमानदार अधिकारी होने का ढोंग करते रहे हैं, उसी तरह से शोभा डे भी ईमानदार पत्रकार होने का ढोंग करती रही है, लेकिन अब विनोद राय और शोभा डे जैसे लोगों की असलियत सामने आ चुकी है और ऐसे लोगों की विश्वसनीयता ख़त्म हो चुकी है। अब लोग ऐसे लोगों पर यकीन करना छोड़ चुके हैं।
शोभा डे के ट्वीट का रेणुका शहाणे ने कड़ा जवाब दिया है। रेणुका शहाणे ने लिखा, पूर्व सीएजी (विनोद राय) के बारे में क्या कहा जाए जो पिछले दो सालों से बैंक बोर्ड ब्यूरो के चेयरमैन हैं। ये तो होने वाले संभावित नुकसान को भी सूंघ लिया करते थे। अपने नाक के नीचे होने वाले हकीकत के नुकसान को कैसे भूल गए? क्या वाकई में कोई बैंक बोर्ड ब्यूरो है।
बता दें कि भारत के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी ने बीते 14 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी थी कि मुंबई के ब्राडी हाउस शाखा में करीब 11, 500 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इसके बाद नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चौकसी के गीतांजलि ग्रुप के साथ कुछ और डायमंड और ज्वैलरी कारोबारियों पर शक जताया गया था।