काले और अल्पसंख्यकों पर कोरोना महामारी का सबसे ज़्यादा ख़तरा है
ब्रिटेन में हुई एक स्टडी में पता चला है कि काले और अल्पसंख्यक पृष्ठभूमि के लोगों पर कोरोना वायरस का ख़तरा गोरे लोगों से ज़्यादा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, ये लोग प्रमुख वर्कर हो सकते हैं, जो सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते हैं और मल्टी-जनरेशनल घरों में रहते हैं। ये स्टडी रेस इक्वालिटी थिंक टैंक रनीमेडे टेस्ट्स ने की है।
और अमरीका में की गई न्यू यॉर्क फेडरल रिज़र्व बैंक की एक अन्य स्टडी के मुताबिक़, काले लोगों के कारोबार महामारी में सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं और उनके कारोबार बंद होने की कगार पर हैं।
स्टडी कहती है कि काले लोग इस स्वास्थ्य संकट की दोहरी मार झेल रहे हैं और आर्थिक चुनौतियों से भी जूझ रहे हैं, क्योंकि उन्हें बैंक से कर्ज़ भी आसानी से नहीं मिलता है।
RELATED NEWS
लाइफ़ इंश्योरेंस का प्रीमियम चुकाने के लिए 30 दिनों की मोहलत
05 April, 2020
बेटी बचाओ बेटी पढाओ का सच
25 January, 2019
चीन की मछलियों से भारत की मछलियों को खतरा, घड़ियालों के जीवन पर भी संकट
13 December, 2018
अब गंजेपन की समस्या दूर हो जाएगी, सिर पर फिर से बाल उगाए जा सकते हैं
30 November, 2018
भारत में यौन संबंध की मांग भी घूस माना जाएगा
10 September, 2018
हम सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक 377 वार्डिक्ट का स्वागत करते हैं : कांग्रेस
06 September, 2018
वायु प्रदूषण की वजह से डेढ़ साल कम हो रही है भारतीयों की उम्र
23 August, 2018
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों को धरती पर रहने नहीं देगा: स्टीफन हॉकिंग
09 November, 2017
भारत में डॉक्टर मरीजों को सिर्फ 2 मिनट का समय देते हैं
09 November, 2017