लोकसभा चुनाव 2019 : जेडी(यू) ने भाजपा की पटना रैली को हाईजैक कर लिया
तीन मार्च, 2019 रविवार को सुबह के सवा आठ बजे थे। पटना के बेली रोड को आम वाहनों के लिए बंद किया जा चुका था।
सड़क के एक तरफ की लेन पर पैदल लोग गांधी मैदान की ओर जा रहे थे, जहां एनडीए ने संकल्प रैली बुलाई थी।
हाथों में अपनी-अपनी पार्टियों के झंडे, बैनर और तख्तियां लेकर 'ज़िंदाबाद-ज़िंदाबाद' के नारे लगाते हुए जत्थों में लोग चल रहे थे। दूसरे तरफ की लेन पर केवल प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस वाहनों और नेताओं-मंत्रियों के वाहनों की आवाजाही हो रही थी।
सुबह के इसी वक्त पटना के जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डे पर जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में चरमपंथियों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारे गए सीआरपीएफ़ के इंस्पेक्टर पिंटू सिंह का शव पहुंचा था।
वहां से जो खबरें मिल रहीं थीं। उनके मुताबिक, एयरपोर्ट पर इंस्पेक्टर को श्रद्धांजलि देने के लिए राजनीतिक दलों से सिर्फ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा पहुंचे थे।
बेली रोड पर चलते हुए एनडीए के नेताओं और कार्यकर्ताओं का गांधी मैदान जाने के लिए उत्साह देखकर यह महसूस किया जा सकता था कि बाकी कोई नेता और पार्टी के लोग इंस्पेक्टर पिंटू सिंह को श्रद्धांजलि देने क्यों नहीं पहुँच सके थे।
चल रहे लोगों में किसी ने नरेंद्र मोदी का मुखौटा पहना था तो कोई नीतीश का मुखौटा लगाकर पार्टी का झंडा थामे था। एयरपोर्ट से बेली रोड के रास्ते ही नरेंद्र मोदी का भी काफिला गांधी मैदान पहुंचने वाला था। इस नाते सड़क के दोनों ओर पुलिस बलों की भारी तैनाती की गई थी।
बेली रोड से इनकम टैक्स गोलंबर और डाकबंगला चौराहा होते हुए गांधी मैदान के रास्ते में बैनरों, पोस्टरों और झंडों को देखकर ये अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि वो सब रातों रात नहीं लगे थे।
लेकिन उन पोस्टरों और झंडों में सबसे अधिक जेडी(यू) के दिख रहे थे। हालांकि, हरेक पोस्टर में मोदी थे, लेकिन सबसे अधिक पोस्टर और झंडे तीर के निशान वाले दिखते।
हर जगह सबसे शिखर पर जेडी(यू) का झंडा था। शनिवार की देर रात भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों के बीच इसकी भी चर्चा हो रही थी कैसे इन झंडों को स्ट्रीट लाइट वाले खंभों से बांधने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया।
बीजेपी की कुछ महिला प्रदेश पदाधिकारी कह रही थीं कि ''पोस्टर-बैनर लगाने में जेडी(यू) ने मनमानी की है। उनके पोस्टर हर जगह छाए हैं। झंडा भी खुद का ही सबसे उपर लगाया है। सरकार होने का फायदा उठाया है।''
पोस्टर बैनर लगाने को लेकर भाजपा की नाराज़गी सड़क पर भी दिख रही थी। जो लोग संकल्प रैली में भाग लेने के लिए गांधी मैदान की ओर जा रहे थे उनमें से प्राय: हर किसी के हाथ में जेडी(यू) का झंडा था। कुछ ही हाथों में बीजेपी के झंडे दिखते।
स्थानीय मीडिया में ये खबरें चलनें लगी कि जेडी(यू) ने भाजपा की रैली को हाईजैक कर लिया है।