
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज 100 अरब डॉलर की पहली भारतीय कंपनी
भारतीय उद्योग जगत के लिए सोमवार (23 अप्रैल) का दिन ऐतिहासिक रहा। भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनी के शेयर का बाजार मूल्य) के मामले में 100 अरब डॉलर (6.7 लाख करोड़ रुपये) के जादुई आंकड़े को पार करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन गई है। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के शेयर में लगातार वृद्धि के कारण टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का एम-कैप 101 अरब डॉलर तक पहुंच गया। दो व्यावसायिक दिनों में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के शेयर में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का एम-कैप पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड सभी कंपनियों के मूल्य (80 अरब डॉलर) से कहीं ज्यादा हो गया है।
इसके साथ ही टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, एच डी एफ सी बैंक, आई टी सी, हिंदुस्तान यूनिलिवर, मारुति सुजुकी और इंफोसिस जैसी दिग्गज कंपनियों से ज्यादा बाजार मूल्य वाली हो गई है।
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए बाजार विशेषज्ञ कंपनी के स्टॉक को लेकर बेहद आशावन हैं। इसे देखते हुए टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के टारगेट प्राइस (संभावित मूल्य) में भी वृद्धि कर दी गई है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज द्वारा पिछले सप्ताह वित्तीय लाभ की घोषणा करने के बाद कम से कम छह विदेशी ब्रॉकरेज कंपनियों ने टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज के स्टॉक प्राइस टारगेट में 15 फीसद से ज्यादा की वृद्धि कर दी थी। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज की घोषणा के बाद बैंकिंग और फायनेंशियल सेक्टर पर भी इसका अनुकूल असर पड़ने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में भी विकास की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है।
भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का एम-कैप 128 देशों की जी डी पी के बराबर है। इनमें श्रीलंका, इक्वाडोर, स्लोवाकिया, केन्या, लग्जेम्बर्ग, कोस्टारिका, बुल्गारिया और जॉर्डन जैसे देश शामिल हैं। दुनिया भर में 64-65 देशों की जी डी पी ही 100 अरब डॉलर से ज्यादा है।
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का एम-कैप भारत के कुल बजट खर्च (वित्त वर्ष 2019) का एक चौथाई से भी ज्यादा हो गया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा 1 फरवरी को पेश आम बजट में कुल खर्च का आकलन 24.42 लाख करोड़ रुपये था। वहीं, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज का एम-कैप 6.7 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गया है। ऐसे में यह आंकड़ा भारत के कुल बजट खर्च का तकरीबन 27 फीसद तक पहुंच गया है।
टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज 100 अरब डॉलर के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ ही एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक और अमेजन जैसी कंपनियों की श्रेणी में आ गई है।
बता दें कि एप्पल दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी है। अमेरिकी कंपनी एप्पल का मौजूदा बाजार मूल्य 840 अरब डॉलर है। इसके बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट (746 अरब डॉलर), आमेजन (740.79 अरब डॉलर) और माइक्रोसॉफ्ट (731 अरब डॉलर) का नंबर आता है।