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इसराइल को हथियार भेजते समय अमेरिका द्वारा युद्ध विराम की बात का कोई मतलब नहीं: विश्लेषण

इसराइल को हथियार भेजते समय अमेरिका द्वारा युद्ध विराम की बात का कोई मतलब नहीं: विश्लेषण

रविवार, 29 सितंबर, 2024
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने नसरल्लाह की हत्या पर एक बयान जारी किया है, जिसमें इसे "हजारों अमेरिकियों, इसराइलियों और लेबनानी नागरिकों सहित उनके कई पीड़ितों के लिए न्याय का एक उपाय" कहा गया है।

बिडेन ने कहा कि अमेरिका "हिजबुल्लाह, हमास, हौथिस और किसी भी अन्य ईरानी समर्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ खुद का बचाव करने के इसराइल के अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करता है"।

बिडेन ने कहा कि उनकी सरकार "आक्रामकता को रोकने और व्यापक क्षेत्रीय युद्ध के जोखिम को कम करने के लिए मध्य पूर्व क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य बलों की रक्षा स्थिति को बढ़ा रही है"।

अल जज़ीरा के शिहाब रतनसी ने वाशिंगटन, डीसी से अमेरिकी प्रतिक्रिया के बारे में अधिक जानकारी दी है।

फिलिस बेनिस इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी स्टडीज की फेलो हैं। फिलिस का कहना है कि इसराइल को हथियारों की निरंतर आपूर्ति के कारण बिडेन प्रशासन के युद्ध विराम को सुरक्षित करने के प्रयासों को कमजोर किया जा रहा है।

हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की इजरायल द्वारा हत्या पर विश्व की प्रतिक्रिया

हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की इजरायल द्वारा हत्या पर विश्व की प्रतिक्रिया

रविवार, 29 सितंबर, 2024 #लेबनान #हसननसरल्लाह #हसननसरल्लाहकीहत्या
संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व नेताओं ने मध्य पूर्व में व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष के बारे में चिंता व्यक्त की है।

और रूस ने हसन नसरल्लाह की हत्या की निंदा की है।

अल जज़ीरा के गेब्रियल एलिज़ोंडो ने न्यूयॉर्क से रिपोर्ट की।

हिजबुल्लाह का उथल-पुथल भरा इतिहास, क्या पार्टी शक्तिशाली नेता की मौत के बाद भी बच पाएगी?

हिजबुल्लाह का उथल-पुथल भरा इतिहास, क्या पार्टी शक्तिशाली नेता की मौत के बाद भी बच पाएगी?

रविवार, 29 सितंबर, 2024 #हसन नसरल्लाह #हिजबुल्लाह #मध्यपूर्वसंघर्ष
इसराइल द्वारा हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या ने शिया उग्रवादी संगठन में खलबली मचा दी है। हिजबुल्लाह के लिए सबसे गंभीर आघातों में से एक के रूप में देखा जा रहा है, यह हत्या ईरान समर्थित समूह और इसराइल के बीच दशकों से चली आ रही झड़पों के बाद हुई है।

अल जज़ीरा के मोहम्मद वल की रिपोर्ट।

लेबनान के प्रधानमंत्री ने कहा, इसराइली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत के बाद हम पर खतरा मंडरा रहा है

लेबनान के प्रधानमंत्री ने कहा, इसराइली हमले में हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत के बाद हम पर खतरा मंडरा रहा है

शनिवार, 28 सितंबर, 2024 #लेबनान #नजीबमिकाती #इसराइलहवाईहमला
लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने शनिवार, 28 सितंबर, 2024 को कहा कि उनका देश खतरे का सामना कर रहा है, क्योंकि पिछले दिन इसराइली हवाई हमले में लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी।

मिकाती न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से लौटने के बाद बुलाई गई एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक में बोल रहे थे। मिकाती ने अपने संबोधन में नसरल्लाह का जिक्र नहीं किया, लेकिन बाद में उनके कार्यालय ने नसरल्लाह के लिए तीन दिन का राष्ट्रीय शोक मनाने का निर्णय प्रकाशित किया।

रूस ने कहा, लगभग अपरिहार्य वृद्धि के लिए इसराइल पूरी तरह से जिम्मेदार है

रूस ने कहा, लगभग अपरिहार्य वृद्धि के लिए इसराइल पूरी तरह से जिम्मेदार है

शनिवार, 28 सितंबर, 2024 #रूस #विदेशमंत्रालय #नसरुल्लाह

रूस के विदेश मंत्रालय ने नसरल्लाह की हत्या का जिक्र करते हुए इसराइल द्वारा ''एक और राजनीतिक हत्या'' की कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''यह जबरदस्त कार्रवाई लेबनान और पूरे मध्य पूर्व के लिए और भी अधिक नाटकीय परिणामों से भरी हुई है।'' ''इसराइली पक्ष इस खतरे को पहचानने में विफल नहीं हो सकता था, लेकिन उसने लेबनानी नागरिकों की हत्या करने का कदम उठाया, जो लगभग अनिवार्य रूप से हिंसा के एक नए विस्फोट को भड़काएगा। इस प्रकार, यह बाद की वृद्धि के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है।'' मंत्रालय ने इसराइल से लेबनान में शत्रुता को तुरंत रोकने का आह्वान किया।

इस बीच, अल जज़ीरा के गेब्रियल एलिज़ोंडो नवीनतम अपडेट के लिए लाइव जुड़ते हैं।

हिजबुल्लाह ने नेता की हत्या की पुष्टि की

हिजबुल्लाह ने नेता की हत्या की पुष्टि की

शनिवार, 28 सितंबर, 2024 #इसराइलस्ट्राइक्स #लेबनानसंघर्ष #हिज़्बुल्लाह
लेबनान समूह ने एक बयान में इसराइली दावों की पुष्टि की है कि उसके नेता हसन नसरल्लाह की शुक्रवार, 27 सितंबर, 2024 को हत्या कर दी गई।

इसराइल ने शुक्रवार, 27 सितंबर, 2024 की शाम बेरूत पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें उसने कहा कि नसरल्लाह की मौत हो गई।

बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

बिहार में पुल गिरने की घटनाओं पर तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

बिहार में बीते क़रीब 15 दिनों में कम से कम 10 नए-पुराने पुल गिर चुके हैं।

भारत के राज्य बिहार में लगातार गिर रहे पुलों पर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार की ‘डबल इंजन’ सरकार की आलोचना की है।

तेजस्वी यादव ने कहा, ''जब से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं, उसके बाद से 18 महीने को छोड़कर बाक़ी समय के लिए जेडीयू के पास ही ग्रामीण विकास विभाग रहा है।''

तेजस्वी यादव ने कहा, ''जब हमारे पास यह मंत्रालय था तब विभाग के पास पैसे ही नहीं थे। हमें पैसे मिले तो हम केवल पुलों को मंज़ूरी दे पाए थे। पुलों का निर्माण उसके बाद शुरू हुआ होगा। बिहार में पेपर लीक हो रहे हैं, पुल गिर रहे हैं। यहाँ की डबल इंजन सरकार में एक इंजन भ्रष्टाचार और एक अपराध में लगा हुआ है।''

बिहार में नए पुल और निर्माणाधीन पुलों के गिरने का सिलसिला लगातार बना हुआ है।

बिहार में पिछले क़रीब 15 दिनों में 10 से ज़्यादा नए और पुराने पुल गिरे हैं। बिहार में पुलों के गिरने को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी लगातार जारी हैं।

बिहार सरकार की इस तरह की आलोचना केवल विपक्ष ने ही नहीं की है बल्कि एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी ऐसी घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं।

चिराग पासवान ने कहा, ''पुलों के निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ समझौता हुआ है जो एक गंभीर विषय है और मुझे यक़ीन है कि राज्य सरकार इसे गंभीरता से ले रही होगी।''

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने अपने पहले संबोधन में क्या कहा?

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने अपने पहले संबोधन में क्या कहा?

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री और लेबर पार्टी के नेता किएर स्टार्मर ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट से अपने पहले संबोधन में कहा है कि "बदलाव का काम फ़ौरन शुरू हो गया है।''

अपने समर्थकों का उत्साह बढ़ाते हुए किएर स्टार्मर ने कहा, "हमारा काम बेहद ज़रूरी है और हम आज से शुरू कर रहे हैं।''

किएर स्टार्मर ने ज़ोर देकर कहा, "किसी देश में बदलाव करना स्विच दबाने जैसा नहीं होता, इसमें कुछ समय लगेगा।''

उन्होंने माना कि ‘दुनिया ज़्यादा अस्थिर’ है।

किएर स्टार्मर ने पहले ब्रिटिश एशियाई प्रधानमंत्री के तौर पर ऋषि सुनक के काम को भी सराहा।

ब्रिटेन में बीते 14 वर्ष से कंज़र्वेटिव पार्टी की सरकार थी, लेकिन इस बार के चुनाव में लेबर पार्टी ने ज़बर्दस्त जीत हासिल की है।

ब्रिटेन चुनाव: ऋषि सुनक ने हार के बाद क्या कहा?

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

ब्रिटेन के आम चुनाव में कंज़र्वेटिव पार्टी की शिकस्त के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर राष्ट्र को संबोधित किया।

अपने संबोधन के दौरान उन्होंने बीते कई दशकों में पार्टी के सबसे खराब प्रदर्शन के लिए राष्ट्र से माफी मांगी। ऋषि सुनक ने कहा, "मैं हार की ज़िम्मेदारी लेता हूं।''

सुनक ने 14 वर्षों के शासन के दौरान कंज़र्वेटिव पार्टी की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि ब्रिटेन साल 2010 की तुलना में अधिक समृद्ध और निष्पक्ष है।

ऋषि सुनक ने अपने प्रतिद्वंदी और ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर की भी तारीफ़ की। उन्होंने कहा कि स्टार्मर की सफलताओं को पूरा देश साझा करेगा।

ब्रिटेन में लेबर पार्टी 14 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है।

आम चुनाव में लेबर पार्टी को 412 सीटें मिली हैं। संसद में बहुमत के लिए 326 सीटों की ज़रूरत होती है।

ब्रिटेन चुनाव: मोदी ने स्टार्मर की जीत और ऋषि सुनक की हार पर क्या कहा?

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के आम चुनाव में शानदार जीत के लिए लेबर पार्टी के नेता किएर स्टार्मर को बधाई दी है।

मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "किएर स्टार्मर को ब्रिटेन के आम चुनावों में शानदार जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं।''
मोदी ने लिखा, "मैं आपसी विकास, समृद्धि को बढ़ावा देने और सभी क्षेत्रों में भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए सकारात्मक सहयोग की आशा करता हूं।''

मोदी ने ब्रिटेन चुनाव में शिकस्त पाने वाले मौजूदा पीएम ऋषि सुनक को भी धन्यवाद कहा है। मोदी ने लिखा, "आपके सराहनीय नेतृत्व और आपके कार्यकाल के दौरान भारत- यूके के बीच संबंधों को गहरा करने में आपके सक्रिय योगदान के लिए आपको धन्यवाद।''

ब्रिटेन चुनाव : पूर्व प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस हारने के बाद क्या बोलीं?

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री और कंज़र्वेटिव पार्टी की उम्मीदवार लिज़ ट्रस चुनाव हार गई हैं। साउथ वेस्ट नॉरफॉक सीट पर उन्हें टेरी जर्मी ने 630 वोटों से हरा दिया। टेरी जर्मी को 11,847 वोट मिले जबकि लिज़ ट्रस 11,217 वोट हासिल कर सकीं।

हार के बाद ट्रस ने कहा, ''कई नीतियों पर हम लोगों की उम्मीद के मुताबिक़ प्रदर्शन नहीं कर सके। हमारी पार्टी टैक्स की दरें कम करने और आप्रवासन घटाने में नाकाम रही।''

ट्रस से पूछा गया कि क्या वो कंज़र्वेटिव पार्टी की राजनीति में अग्रिम पंक्ति की नेताओं में शामिल रहेंगी? इस पर उन्होंने कहा, "मुझे सोचने के लिए थोड़ा वक़्त चाहिए।''

ट्रस की हार पर बीबीसी से बात करते हुए ब्रिटेन के गृह मंत्री जेम्स क्लेवरली ने कहा, "उनकी हार उदास करने वाली है। लिज़ हमारी दोस्त और शानदार सहयोगी हैं। हमें अपनी ग़लतियों से सीख कर जल्द से जल्द सरकार में लौटने की कोशिश करनी चाहिए।''

ब्रिटेन चुनावः स्टार्मर ने कहा, लेबर पार्टी देश की सेवा के लिए तैयार है

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024

किएर स्टार्मर के नेतृत्व में लेबर पार्टी साल 1997 वाली ऐतिहासिक जीत की तरफ़ बढ़ रही है। ब्रिटेन में लेबर पार्टी 14 साल बाद सत्ता में वापसी कर रही है।

आम चुनाव में लेबर पार्टी को 412 सीटें मिली हैं। संसद में बहुमत के लिए 326 सीटों की ज़रूरत होती है।

इस जीत के बाद किएर स्टार्मर ने कहा है, "हमने कर दिखाया है। आपने इसके लिए अभियान चलाया। आपने इसके लिए लड़ाई लड़ी। आपने इसके लिए वोटिंग की और अब वो घड़ी आ पहुंची है। बदलाव यहीं से शुरू होता है। और मैं अगर ईमानदारी से कहूं तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। पार्टी बदलने के लिए साढ़े चार साल की गई मेहनत, इसी दिन के लिए थी।  बदलावों के साथ तैयार लेबर पार्टी देश की सेवा के लिए तैयार है।"

स्टार्मर ने जीत पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा है कि कामकाजी लोगों की सेवा के लिए ब्रिटेन को दोबारा तैयार करने के लिए हम तैयार हैं और हमारे पूरे देश में लोग जब सोकर उठेंगे और उन्हें हमारी जीत की ख़बर मिलेगी तो उन्हें ऐसा महसूस होगा, जैसे कि हमारे महान देश के कंधों पर से कोई भारी बोझ आख़िरकार हट गया हो।

स्टार्मर ने कहा, "अब हम एक बार फिर आगे देख सकते हैं, सवेरे की तरफ़ बढ़ सकते हैं। उम्मीद से जुड़ी सूर्य की किरणें, जो शुरुआत में भले मद्धम दिख रही हों, दिन चढ़ने के साथ तेज़ होती जाएंगी और 14 साल बाद एक बार फिर तमाम अवसरों के साथ हमारे देश पर चमकेंगी, ताकि उज्ज्वल भविष्य की तरफ़ बढ़ा जा सके।"

कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक ने अपनी हार मान ली है। उन्होंने लेबर पार्टी के नेता किएर स्टार्मर को जीत के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा, ''ब्रिटिश जनता ने गरिमापूर्ण फ़ैसला दिया है। इससे बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है। मैं हार की ज़िम्मेदारी लेता हूं।'

2019 के चुनाव में 650 सीटों वाली संसद में कंजर्वेटिव पार्टी को 364 सीटों पर जीत मिली थी और बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री बने थे।

बिहार चुनाव: एनडीए को पूर्ण बहुमत, आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी

बिहार चुनाव 2020 में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल गया है। इस चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। महागठबंधन अच्छी शुरुआत के बाद भी बहुमत से दूर रह गया।

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और 243 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में एक बार फिर एनडीए को सरकार बनाने का जनादेश मिला है।

बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के बहुमत की ज़रूरत है और एनडीए ने 125 सीटें जीतकर यह अहम आंकड़ा पार कर लिया है।

एनडीए को कांटे की टक्कर देने वाला महागठबंधन बहुमत के आंकड़े से थोड़ा पीछा रह गया। महागठबंधन को 110 सीटें हासिल हुई हैं।

जेडीयू को 43 सीटें मिली हैं।

वहीं सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए पांच सीटों पर जीत दर्ज की है। बहुजन समाज पार्टी ने भी एक सीट पर जीत दर्ज की है।

जेडीयू का विरोध करते हुए बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर मैदान में उतरी चिराग़ पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को सिर्फ़ एक सीट ही हासिल हुई है।

एक सीट निर्दलीय के हिस्से आयी है।

महागठबंधन की अगुवाई करने वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी अपनी सीटों में इजाफ़ा किया है और वो 74 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है।

साल 2015 में आरजेडी ने 80 और बीजेपी ने 53 सीटें जीती थीं।

बीजेपी और अन्य सहयोगी दलों के बेहतर प्रदर्शन के कारण एनडीए को बहुमत मिल गया है लेकिन इन चुनावों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का प्रदर्शन बहुत अधिक उत्साहित करने वाला नहीं रहा। साल 2015 में 71 सीटें जीतने वाली जेडीयू को इस बार 43 सीटें ही हासिल हुई हैं।

वहीं साल 2015 के चुनाव में 27 सीटें हासिल करने वाली कांग्रेस को इस चुनाव में सिर्फ़ 19 सीटें ही मिली हैं।

एनडीए में जेडीयू और बीजेपी के अलावा हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) हैं।

महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और तीन वामपंथी पार्टियाँ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) यानी सीपीएम और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी लेनिनवादी (लिबरेशन) हैं।

लोक जनशक्ति पार्टी केंद्र में एनडीए का हिस्सा है पर बिहार में इस पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा।

एनडीए ने मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर मौजूदा सीएम नीतीश कुमार को ही पेश किया तो महागठबंधन की ओर से 31 साल के तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे।

बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना 10 नवंबर 2020 की सुबह आठ बजे शुरू हुई जो देर रात क़रीब दो बजे तक चली।

तीन चरणों में संपन्न हुआ बिहार विधानसभा चुनाव कोविड-19 महामारी के बीच भारत का पहला चुनाव है। चुनाव आयोग के मुताबिक कोविड-19 की वजह से ही मतगणना में ज़्यादा समय लगा। सुबह आठ बजे शुरू हुई वोटों की गिनती रात ढाई बजे तक चली।

चुनाव आयोग के मुताबिक़ इस बार 57.05 फ़ीसदी लोगों ने मतदान किया जो कि 2015 से ज़्यादा है। पांच साल पहले 56.66 फ़ीसदी मतदान हुआ था।

आरजेडी और कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनावों की मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया है और ये दोनों पार्टियां इसे लेकर चुनाव आयोग के पास भी गईं। हालांकि बाद में चुनाव आयोग के सेक्रेटरी जनरल उमेश सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि चुनाव आयोग किसी भी तरह के दवाब में आकर काम नहीं करता है।

बिहार विधान सभा चुनाव 2020 - दलवार परिणाम की स्थिति
243 निर्वाचन क्षेत्रों में से 243 की ज्ञात स्थिति

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन - 5  
बहुजन समाज पार्टी - 1
भारतीय जनता पार्टी - 74
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया - 2
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) - 2
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी लेनिनवादी (लिबरेशन) - 12
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 4
निर्दलीय - 1
इंडियन नेशनल कांग्रेस - 19
जनता दल यूनाइटेड - 43
लोक जनशक्ति पार्टी - 1
राष्ट्रीय जनता दल - 75
विकासशील इंसान पार्टी - 4

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: यह जीत लोगों की है- निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन

रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को चुनाव में हराने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने अपने पहले भाषण में कहा कि यह जीत लोगों की है।

जो बाइडन ने अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अपने पहले भाषण में कहा, ''अमेरिका की जनता ने स्पष्ट जनादेश दिया है। यह जीत आपकी है।  हमें 7.4 करोड़ वोट मिले हैं और इतना वोट आज तक किसी को नहीं मिला।''

बाइडन ने कहा, ''आपने मेरे ऊपर भरोसा जताया है। इसे मैं विनम्रता से स्वीकार करता हूं। मैं अमेरिका का राष्ट्रपति हूं और सबको साथ लेकर चलूंगा। मैं रेड स्टेट और ब्लू स्टेट के रूप में नहीं देखता। अमेरिका का राष्ट्रपति हूं। मैं किसी पार्टी का राष्ट्रपति नहीं हूं। हम सब साथ मिलकर काम करेंगे। मैं इस मुल्क की रीढ़ को फिर से खड़ा करूंगा।''

तोड़ने नहीं, जोड़ने का काम करूंगा: बाइडन

बाइडन ने कहा, ''आप लोगों ने जो भरोसा मुझमें दिखाया है, उसे देख मैं बहुत खुश हूं। मैं ऐसा राष्ट्रपति बनने का वादा करता हूं जो तोड़ने की बजाय जोड़ने का काम करेगा। जो लाल रंग वाले राज्य या नीले रंग वाले राज्य नहीं दिखेगा बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका दिखेगा। मैं दिल से कोशिश करूंगा कि आप सबका भरोसा जीत सकूं।''

बाइडन ने अफ्रीकी-अमरीकी वोटरों का ख़ासतौर से धन्यवाद किया जिनकी वजह से उनके प्रचार को बढ़त मिली जब वो शुरुआती मुक़ाबले में पिछड़ रहे थे।

बाइडन ने कहा कि उनका पहला काम कोरोना वायरस की महामारी को नियंत्रित करना होगा। बाइडन ने कहा, ''सोमवार को मैं एक ग्रुप की घोषणा करूंगा, जिनमें शीर्ष के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ हमारे कोविड प्लान को लेकर काम करेंगे। इस प्लान को 21 जनवरी 2020 से लागू किया जाएगा।''

बाइडन ने कहा कि अमेरिका में ऐसा अब तक कभी नहीं हुआ है कि हमने कोशिश की और वो काम नहीं हुआ।

कमला हैरिस अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनी हैं और उनका भाषण प्रमुख रूप से ऐतिहासिक तेवर का था। कमला ने अपने भाषण में कहा कि भले वो अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं लेकिन आख़िरी नहीं हैं। कमला ने कहा कि उनकी जीत से देश भर की महिलाओं के बीच एक संदेश जाएगा कि असंभव कुछ भी नहीं है।

बाइडन ने ट्रंप समर्थकों को भी आश्वस्त किया

बाइडन ने ट्रंप समर्थकों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, ''एक-दूसरे को एक मौक़ा देकर देखते हैं। अब वक़्त है कि हम कड़वाहट भरी बयानबाज़ी से दूर रहें। एक-दूसरे से दोबारा मिलें, एक-दूसरे को दोबारा सुनें ...  अपने प्रतिद्वंद्वियों को दुश्मन मानना छोड़ें।''

''मैं उन सबके लिए भी उतनी ही मेहनत से काम करूंगा जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया।''

बाइडन ने कहा कि उनका पहला काम कोरोना महामारी पर नियंत्रण करना होगा। बाइडन ने एक आशावादी संदेश के साथ अपने भाषण का अंत किया। आख़िर में उन्होंने कहा, ''भरोसा फैलाइए। आप सभी को प्यार, ब्लैस अमेरिका।'' इसके बाद उनके परिवार वाले स्टेज पर आए।  आतिशाबाज़ी की गई।

आपने उम्मीद को चुना है: कमला हैरिस

कमला हैरिस ने कहा, ''आपने उम्मीद, मर्यादा, विज्ञान और सच को चुना है। आपने जो बाइडन को अगला राष्ट्रपति चुना है।''

कमला ने जो बाइडन को बधाई दी। कमला ने कहा कि लोकतंत्र स्टेट नहीं, एक्ट होता है। कमला हैरिस ने भाषण देते हुए अपने परिवार और भारतीय माँ को याद किया।

कमला ने अपनी माँ को याद किया। उन्होंने ब्लैक, एशियाई, व्हाइट और  लातिनी महिलाओं को भी याद याद किया।

कमला हैरिस ने कहा, ''वे सब हमारे लोकतंत्र की रीढ़ की हड्डी हैं। वो औरतें जिन्होंने सौ साल पहले 19वें संशोधन के लिए लड़ाई की, 55 साल पहले वोटिंग के अधिकार के लिए संघर्ष किया और आज 2020 की युवा पीढ़ी जो वोट कर रही है।''

''मैं इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला हो सकती हूं लेकिन मैं आख़िरी नहीं हूं।''