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लाइव: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया

लाइव: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया

'टूट गई विकास की डोर, आओ लौट चले कांग्रेस की ओर'

'आईबीटीएन न्यूज़ लाइव' से बात करते हुए दिल्ली प्रदेश यूथ कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी खतीब खान ने 2017 में होने वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव के दौरान दिल्ली की जनता से अपील करते हुए कहा कि जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार थी तो विकास तेजी से हो रहा था। दिल्ली में चहुंमुखी दिशा में विकास दिख रहा था। 

खतीब खान ने कहा कि जब से दिल्ली से कांग्रेस की सरकार गई है और आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार आई है, दिल्ली में विकास की डोर टूट गई है। 

खतीब खान ने कहा कि दिल्ली में विकास की डोर जो टूट गई है, वह कांग्रेस के शासन में वापस आने के बाद ही फिर से प्राप्त होगी। इसलिए दिल्ली एमसीडी चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को अधिक से अधिक वोट देकर विजय बनाये ताकि दिल्ली में विकास फिर से वापस आ सके। 

'अबुल फज़ल एन्क्लेव वार्ड को दिल्ली का सबसे अच्छा वार्ड बनाने की कोशिश करूंगा'

मुजम्मिल खान अबुल फज़ल एन्क्लेव वार्ड नंबर 102 S से राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार हैं। मुजम्मिल खान राष्ट्रीय लोक दल से चुनाव चिन्ह 'हैंड पंप' से चुनाव लड़ रहे हैं।

मुजम्मिल खान जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र रहे हैं। उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में मास्टर डिग्री की पढ़ाई पूरी की है।

मुजम्मिल खान ने 'आईबीटीएन न्यूज़ लाइव' से बात करते हुए अपने घोषणा पत्र के बारे में बताया कि मेरा वादा है कि अबुल फज़ल एन्क्लेव में साफ पीने के पानी की व्यवस्था करना; गन्दगी को दूर करना, नालियों की नियमित रूप से साफ-सफाई कराना; कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था कराना; वातावरण को साफ और स्वच्छ बनाना; धूल की समस्या को दूर करना; पार्किंग की व्यवस्था करना; यातायात को सहज एवं सुरक्षित बनाना; लोगों की प्रशासन में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना तथा सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इस वार्ड को ओखला ही नहीं, दिल्ली का सबसे अच्छा वार्ड बनाने की कोशिश करूंगा।

उत्तर प्रदेश में 65.5 फीसदी वोटिंग, उत्तराखंड में 68 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को छिटपुट घटनाओं के बीच 65 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी टी वेंकटेश ने बताया कि दूसरे चरण में सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, सम्भल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर तथा बदायूं जिले की 67 सीटों पर 65 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ।

इसके साथ ही इस चरण में कुल 720 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया। उत्तर प्रदेश में गत 11 फरवरी को हुए पहले चरण में 64 प्रतिशत मतदान हुआ था।
    
वहीं एक और राज्य उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर 68 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके 628 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया।

उत्तराखंड निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, शाम पांच बजे मतदान का समय खत्म होने तक प्रदेश में 68 फीसदी से ज्यादा मतदान रिकार्ड हो चुका था।

हालांकि, मतदान स्थलों के बाहर मतदाताओं के कतारों में लगे होने की वजह से इस संबंध में अंतिम आंकड़े बाद में आ पाएंगे।

उत्तराखंड में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी

हरीश रावत के साथ साक्षात्कार - उत्तराखंड में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी 

उत्तर प्रदेश: पहले चरण में छिटपुट हिंसा के बीच 64 फीसदी मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण में पश्चिमांचल के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर शनिवार को छिटपुट घटनाओं के बीच करीब 64 प्रतिशत से अधिक वोट पड़े।

चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, पहले चरण में मतदाताओं ने काफी जोश-ओ-खरोश से मतदान किया। चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार जो भी मतदाता शाम पांच बजे तक मतदान केन्द्र में उपस्थित हो जाएंगे, उन्हें वोट डालने दिया जाएगा।

पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ।

मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गईं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61.04 प्रतिशत मतदान हुआ था।
    
पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। नोएडा सीट पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मगांका, मथुरा सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, सरधना सीट से भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम तथा थाना भवन सीट से सुरेश राणा समेत कुल 839 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया।

मतदान के दौरान कुछ जगहों से झड़पें होने की खबरें मिली हैं।

बागपत से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, शहर की बाघू कालोनी में दो समुदायों के बीच एक समुदाय को मतदान से रोकने की कोशिश किए जाने तथा मतदान पर्चियां छीने जाने पर आपस में पथराव तथा मारपीट हुई।

इस घटना में 10 लोग घायल हो गये। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी जन्मपत्री निकालें, मैं उनसे नहीं डरता हूं

उत्तर प्रदेश के रामपुर के बिलासपुर में राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि मोदी जी कहते है कांग्रेस की जन्मपत्री उनके पास है, मैं कहता हूं कि वो जन्मपत्री निकालें, मैं उनसे नहीं डरता हूं।

राहुल ने आगे कहा कि मैंने अखिलेश जी को सुझाव दिया है कि युवा हमारी सरकार बना रहे हैं, हमें इनके बारे में सोचना है।

उन्होंने कहा कि मोदीजी बहुत जल्दी देश के 50 उद्योगपतियों के 6 लाख करोड़ के कर्ज माफ करेंगे, लेकिन आम लोगों के लिए कुछ नहीं करेंगे।

मैंने पीएम से कहा कि जैसे आपने उद्योगपतियों के लोन माफ़ कर दिए, किसानों का कर्ज माफ कर दो, मोदी जी चुप्पी साध गए।

कालेधन पर बोलते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने कहा कि स्विस बैंक ने कालाधन वालों की लिस्ट केंद्र सरकार को दे दी, फिर भी उन्होंने नाम सार्वजनिक नही किए। ऐसा क्यों किया?

उन्होंने आगे कहा कि अमीर बैंक का लोन न दे तो डिफाल्टर और किसान न दे तो चोर। मोदी ने माल्या को 1200 करोड़ गिफ्ट किए।

राहुल ने कहा कि मोदी जी की कैशलेस स्कीम में घपला है और पेटीएम का मतलब पे टू मोदी है।

गुजरात में हार्दिक पटेल शिवसेना के मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे: उद्धव ठाकरे

बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन में दरार बढ़ती जा रही है। भले ही शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार से समर्थन वापस न लिया हो, लेकिन अब दोनों पार्टियां ने महानगरपालिका के चुनाव अलग-अलग लड़ने का फैसला लिया है।

इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल शिवसेना की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।

बताया जा रहा है कि सोमवार रात को हार्दिक पटेल मुंबई पहुंचे और उन्होंने आज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके बांद्रा स्थित मातोश्री में मुलाकात की।

इस मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे और हार्दिक पटेल ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान जब ठाकरे से पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी गुजरात में चुनाव लड़ेंगी तो उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी यूपी में चुनाव लड़ रही है और वह गुजरात में भी चुनाव लड़ेंगी।

इसके बाद उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल उनके सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यह उनकी हार्दिक के साथ पहली बैठक है इसलिए अभी कई और बातों पर फैसला होना बाकी है।

जब इस बारे में पटेल से पूछा गया कि वह शिवसेना में शामिल होंगे तो पहले उन्होंने कुछ भी नहीं कहा। इसके बाद उन्होंने कहा कि शिवसेना में शामिल होने पर कोई फैसला नहीं लिया है।

शिवसेना बीएमसी चुनावों में हार्दिक पटेल को स्टार प्रचारक बनाना चाहती है।

वहीं जब उद्धव ठाकरे से बीजेपी के साथ गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की सरकार नोटिस पर चल रही है।

शिवसेना पहले से ही बीजेपी पर हमले कर रही है और पटेल ने भी गुजरात में बीजेपी सरकार पर तल्ख टिप्पणियां की हैं।

पटेल ने हाल ही में गुजरात लौटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था। उन्‍होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि आप दो लाख रुपये का सूट पहनते हैं और खुद को गांधी कहते हैं।

सरकार बनी तो युवाओं को ढूंढ़-ढूंढ़कर रोजगार देंगे: राहुल गांधी

अगर हमारी सरकार बनी तो हम युवाओं को ढूंढ़-ढूंढ़कर रोजगार देंगे। युवाओं के लिए अलग घोषणापत्र होना चाहिए। मोदी सरकार 1 लाख 10 हजार करोड़ युवाओं को दे देती तो वे अपनी फैक्ट्री लगा लेते। ये कहना था राहुल गांधी का, जो मथुरा के मांट में प्रत्याशी के समर्थन में सभा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश से कहा कि क्यों न युवाओं के लिए हाई क्वालिटी का कोचिंग सेंटर यूपी खोले। युवाओं का अलग मैनिफेस्टो होना चाहिए। हिंदुस्तान की सरकार 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपया 50 परिवारों को दे दिए। यही पैसे युवाओं को लोन दे देते तो वो अपनी फैक्ट्री लगा लेते। लेकिन मोदी ने नहीं किया। हमारी सरकार आई तो युवाओं को ढूंढ़-ढूंढ़कर लाएंगे। उन्हें रोजगार देंगे।

उन्होंने कहा कि किसानों के नाम पर मोदी चुप्पी साध लेते हैं। कर्जा माफ़ नहीं करेंगे। हमारे पास फसल, जमीन, पानी, गेहूं, फल सब है, लेकिन उप्र का किसान आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने सवाल किया क्यों? बाराबंकी की पिपरमिंट, प्रतापगढ़ का आंवला, अमेठी का टमाटर, इलाहबाद सा अमरूद दुनिया में नहीं मिलेगा। फिर भी किसान आत्महत्या कर रहा है। हमने प्रदेश की सूरत बदलने को गठबंधन किया।

सपा-कांग्रेस गठबंधन पार्टी को खत्म कर देगा: मुलायम सिंह

भारत के प्रान्त उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन का मुखर विरोध करने के बाद समाजवादी पार्टी के अपदस्थ राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने रुख और कड़ा कर लिया हैं। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को गठबंधन में कांग्रेस के लिए छोड़ी गई 105 सीटों पर नामांकन दाखिल करने की हिदायत दी है।

मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को नई दिल्ली में कार्यकर्ताओं से कहा कि कांग्रेस की सीटों पर नामांकन दाखिल कर चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि सपा को कांग्रेस के खिलाफ लड़कर खड़ा किया है। इसलिए वह गठबंधन के लिए प्रचार नहीं करेंगे।

मुलायम सिंह ने कहा कि वह अभी भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को इस गठबंधन के खिलाफ समझाने की कोशिश कर रहे हैं।

मुलायम सिंह ने कहा कि यह गठबंधन पार्टी को खत्म कर देगा। क्योंकि कांग्रेस के हिस्से में आई सीटों पर सपा का कोई उम्मीदवार नहीं होगा।

मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस से लड़कर मुस्लिम मतदाताओं का भरोसा जीता था। मुलायम को डर है कि गठबंधन से कांग्रेस मजबूत होती है तो मुस्लिम वोट वापस कांग्रेस के पास चला जाएगा क्योंकि कांग्रेस मुस्लिम की पहली पसंद रही है।

सपा नेता मानते हैं कि इस गठबंधन में सपा के मुकाबले कांग्रेस को ज्यादा फायदा होगा क्योंकि 105 सीट पर कांग्रेस का संगठन मजबूत होगा और पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक सीट भी मिल सकती है।

यही मुलायम सिंह की नाराजगी की असल वजह है इसलिए मुलायम सिंह यादव ने गठबंधन में कांग्रेस के हिस्से में आई सीट पर कार्यकर्ताओं को नामांकन करने को कहा है। उनका कहना है कि इन सीट पर हमारे नेता और कार्यकर्ता क्या करेंगे? सब ने मेहनत की है। उनका क्या होगा? वह पार्टी खत्म नहीं होने देंगे।

सपा के नेता हालांकि मान रहे हैं कि मुलायम सिंह के कांग्रेस के हिस्से में आई सीट पर चुनाव लड़ने के ऐलान से बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि अधिकतर नेता और कार्यकर्ता अखिलेश यादव को अपना नेता मान चुके हैं। मुलायम सिंह यादव के कहने से नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं तो कांग्रेस उम्मीदवारों की मुश्किल जरुर बढ़ जाएगीं।

पहले दो चरणों के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। ऐसे में मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर कार्यकर्ता बाकी पांच चरणों के लिए ही नामांकन दाखिल कर सकते हैं। कांग्रेस को गठबंधन में पहले दो चरण में 43 और बाकी चरणों में 62 सीट मिली है।