खेल

भारत का इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज पर 4-0 से कब्जा

भारत ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में सीरीज के पांचवें और अंतिम मैच में इंग्लैंड को पारी और 75 रन से हराकर सीरीज पर 4-0 से कब्जा कर लिया है। ये टीम इंडिया की अबतक की सबसे बड़ी जीत है।

4-0 से इंग्लैंड के खिलाफ क्लीन स्वीप के बाद विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने नई उपलब्धियां हासिल की है। टीम इंडिया की इंग्लैंड के खिलाफ ये अबतक की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने 1992-93 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में इंग्लैंड को 3-0 से 'वाइटवाश' की थी।

भारत ने करुण नायर के तिहरे शतक (303 नाबाद) के बूते पहली पारी में सात विकेट पर 759 रन बनाए। इसके चलते भारत को 282 रन की बढ़त मिली। इंग्‍लैंड ने पहली पारी में 477 रन बनाए थे।

दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम भारतीय गेंदबाजों का मुकाबला नहीं कर सके और पूरी टीम 207 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। भारत की ओर से रविंद्र जडेजा ने दूसरी पारी में सबसे ज्यादा इंग्लैंड के 7 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। वहीं इशांत शर्मा, अमित मिश्रा और उमेश यादव ने एक-एक विकेट लिए।

टीम इंडिया की चेन्नई टेस्ट में जीत के सितारों में करुण नायर (303), लोकेश राहुल (199) और रवींद्र जडेजा (10 विकेट- दूसरी पारी में 7 और पहली में 3) प्रमुख रहे। टीम इंडिया ने चौथे दिन नायर के ऐतिहासिक तिहरे शतक की मदद से इंग्लैंड पर 282 रनों की बढ़त बना ली थी, जवाब में इंग्लिश टीम 207 रन पर सिमट गई।

कप्तान एलिस्टर कुक (49), कीटन जेनिंग्स (54 रन) और मोईन अली (44) ने हार टालने की भरपूर कोशिश की, लेकिन जडेजा की घूमती गेंदों के आगे उनकी एक न चली। जडेजा ने कुक को सीरीज में पांचवीं बार आउट किया।  एक समय इंग्लैंड का स्कोर बिना किसी नुकसान के 103 रन था, लेकिन उसने अगले 107 रन पर 10 विकेट गंवा दिए, जबकि दिन के खेल में महज नौ ओवर ही बाकी थे।

इससे पहले करुण नायर ने टेस्ट क्रिकेट में अपने पहले शतक को तिहरे शतक में बदलकर नाबाद 303 रन की रिकॉर्ड पारी खेली जिससे भारत ने अपना अब तक का सर्वोच्च स्कोर बनाकर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी।

तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय करुण नायर

करुण नायर ने अपने करियर के तीसरे टेस्ट मैच में तिहरा शतक लगाकर इतिहास बना डाला। नायर तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय और दुनिया के 26 वें खिलाड़ी हैं। उनसे पहले वीरेंद्र सहवाग ने दो बार तिहरे शतक मारे हैं। चेन्नई में ही सहवाग ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा तिहरा शतक जड़ा था।

इससे पहले उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण का 15 साल पुराना रिकॉर्ड ( 281) तोड़ दिया। इसके साथ ही नायर ने विनोद कांबली का 23 साल का पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ा। 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ ही कांबली ने पहली सेन्चुरी लगाने के बाद 224 रन बनाए थे।

बता दें कि 200 टेस्ट खेल चुके सचिन तेंडुलकर का करियर का बेस्ट 248 नाॅट आउट था। सचिन ने दिसंबर 2004 में ढाका टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ यह इनिंग खेली थी।  

साथ ही नायर भारत के पहले ऐसे बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने नंबर पांच या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए तीहरा शतक लगाया है। अभी इससे पहले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और वीवीएस लक्ष्मण दोहरा शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं।

भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज का आखिरी मैच चैन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला जा रहा है। चौथे दिन भारत ने 759 का आंकड़ा पार कर लिया। भारत ने 7 विकेट खोकर 759 रन बना लिया है। इसके साथ ही टीम इंडिया ने पहली पारी में करीब 282 रन की बढ़त हासिल कर ली है। भारत के लिए करुण नायर ने शानदार तिहरा शतक जड़कर टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। नायर ने 306 गेंद में अपना दोहरा शतक पूरा किया।

इसके साथ ही वह भारत के तीसरे खिलाड़ी बने जिन्होंने अपने पहले टेस्ट शतक को दोहरे शतक में तब्दील किया। फिलहाल नायर 303 रन बनाकर नाबाद रहे। करुण नायर ने 381 गेंदों में तिहरा शतक पूरा किया।

जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप: बेल्जियम को हरा भारत बना चैंपियन

भारत ने जूनियर हॉकी विश्व कप में बेल्जियम को 2-1 से हराकर विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम कर लिया है। भारत की टीम इस टूर्नामेंट में अजेय रही और उसने अपने सभी 6 मैचों में जीत दर्ज की।

15 साल बाद भारत ने यह खिताब एक बार फिर अपने नाम किया है। इससे पहले 2001 में ऑस्ट्रेलिया के होबर्ट में भारत ने अर्जेंटीना को हराकर इस खिताब पर अपना कब्जा जमाया था।

रविवार के दिन लखनऊ के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में शानदार हॉकी खेलकर हॉकी वर्ल्ड कप का यह खिताब अपने नाम किया। खेल के पहले ही हाफ में 2 गोल की बढ़त बनाने के बाद भारत की टीम ने पूरे मैच में बेल्जियम पर अपना दबदबा बनाए रखा।

दो गोल से पिछड़ने के बाद बेल्जियम की टीम पूरे मैच में इस दबाव से उबर ही नहीं पाई। भारत की ओर से गुरजंत और सिमरनजीत सिंह ने गोल किए। इस मैच में पहला गोल करने वाले गुरजंत सिंह को उनके शानदार खेल के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

पहले ही हाफ में भारत ने बेल्जियम की टीम पर 2 गोल दागकर उसे दबाव में ला दिया। टीम इंडिया की ओर से खेल के 8वें मिनट में पहला गोल गुरजंत सिंह ने किया। इसके बाद 22वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने एक और गोल दागकर भारत की लीड को 2-0 कर दिया। गुरजंत ने पहले गोल के लिए मिले स्कूप पास को बढ़िया से टैकल कर रिवर्स हिट के जरिए भारत की खाते में पहला गोल डाला।

बेन रयान'स सेवेंस वर्ल्ड सीरीज गाइड

बेन रयान'स सेवेंस वर्ल्ड सीरीज गाइड

पाकिस्तान में प्रथम महिला कबड्डी चैम्पियनशिप का आयोजन

कबड्डी पूरे दक्षिण एशिया में एक बेहद लोकप्रिय और प्रतिस्पर्धात्मक खेल है, लेकिन यह आम तौर पर केवल पुरुषों के बीच खेला जाता है।

अश्विन-एंडरसन भिड़ंत में कोहली बने 'अंपायर'

मुंबई टेस्ट के पांचवें दिन का खेल महज़ आधे घंटे में सिमट गया. इंग्लैंड की टीम सिर्फ़ आठ ओवर तक टिकी और 13 रन बटोरकर चारों बल्लेबाज़ लौट गए.

लेकिन भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच बल्लों की जगह तलवारें खिंचने के लिए ये आधा घंटा भी काफ़ी साबित हुआ.

भारत ने मुंबई टेस्ट जीता, सिरीज़ पर कब्ज़ा

जयंत- पिता और कोच ने बताए कामयाबी के राज़

भारतीय टीम के निशाने पर थे इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जिमी एंडरसन. जब वो बल्लेबाज़ी करने मैदान पर आए तो रविचंद्रन अश्विन ने तल्ख़ शब्दों से उनका स्वागत किया.

एंडरसन-अश्विन के बीच तल्ख़ी

भारत ने इंग्लैंड को हरा मोहाली टेस्ट जीता

नई दिल्ली, मोहाली टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया ने अंगरेजों को 8 विकेट से करारी मात देते हुए 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है।

अंग्रेजों से मिले 103 रनों के लक्ष्‍य को भारत ने आसानी से 2 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने मोहाली में एक दिन पहले ही यह टेस्ट अपने नाम करने में सफलता हासिल की।

दूसरी पारी में मिले 103 रनों के लक्ष्‍य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को मुरली विजय के रूप में पहला झटका जल्द ही लग गया था। लेकिन दूसरी सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने नाबाद 66 रनों की पारी खेलकर भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान निभाया।

टीम इंडिया को दूसरा झटका चेतेश्वर पुजारा के रूप में लगा। उन्होंने 25 रनों का योगदान दिया। हालांकि चौथे नंबर पर आए विराट कोहली तब मैदान पर आए जब जीत के लिए मात्र 15 रनों की जरूरत थी। वह भी 6 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे।