क्या 20 सेकंड में कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकता है?
बीते छह महीनों से कुछ चीज़ों को लेकर लोगों की आदतें बदल चुकी हैं। कोरोना वायरस महामारी ने लोगों को मास्क, सेल्फ़-आइसोलेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के महत्व के बारे में बताया लेकिन अभी भी बहुत महत्वपूर्ण चीज़ को कम करके आंका जा रहा है और वो है हाथ धोना।
फ़रवरी में जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी फैली तो स्वास्थ्य एजेंसियों ने लोगों को सलाह दी कि वो नए वायरस से ख़ुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं?
एक सुझाव को लगातार हर दिन विशेषज्ञों ने सबके लिए महत्वपूर्ण बताया और वो था गर्म पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोना।
बॉस्टन, मैसाच्युसेट्स के नॉर्थ-ईस्टर्न विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान और रासायनिक जीव विज्ञान के एसोसिएट प्रोफ़ेसर थॉमस गिलबर्ट कहते हैं कि कोरोना वायरस को सिर्फ़ एक सस्ते साबुन और गर्म पानी से भी हटाया जा सकता है।
वो कहते हैं, ''इस वायरस के चारों ओर आनुवंशिक कण की झिल्ली है जिसे लिपिड मेंबरेन कहा जाता है क्योंकि यह तैलीय और चिकनी संरचना है। इस तरह की संरचना को साबुन और पानी से प्रभावहीन किया जा सकता है।''
वायरस के इस बाहरी 'खोल' को मिटाते ही वायरस की आनुवंशिक सामग्री टूट जाती है। इसके कारण आरएनए भी नष्ट हो जाता है जो मानवीय शरीर में सेल के ज़रिए इस वायरस की कई कॉपियां बनाता है।
गिलबर्ट कहते हैं कि साबुन से हाथों को ख़ूब रगड़ना चाहिए और हर कोने तक ले जाना चाहिए जिससे वक़्त मिलता है और लिपिड मेंबरेन और साबुन के बीच संपर्क होता है।
वो कहते हैं कि इससे साबुन को उस वायरस को मिटाने में मदद मिलती है। गिलबर्ट गर्म पानी पर कहते हैं कि यह वायरस से लड़ने में तेज़ी लाता है।
ब्रिटेन के केंट विश्वविद्यालय में मॉलिक्यूलर साइंस के प्रोफ़ेसर मार्टिन मिशलिस कहते हैं कि सिर्फ़ पानी से वायरस को प्रभावहीन नहीं किया जा सकता है।
वो कहते हैं, ''जब आप खाना पका रहे हों और आपके हाथ में ज़ैतून का तेल हो तो उसे पानी से हटा पाना बहुत मुश्किल है। आपको साबुन की ज़रूरत होती है। इसी तरह से कोरोना वायरस के मामले में साबुन की ज़रूरत होती है।''