ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट: राहुल ने पीएम मोदी की भूमिका पर सवाल उठाए
अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस समर्थित संस्था 'ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी)' की ओर से अदानी समूह पर आरोप लगाने के बाद भारत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
राहुल गांधी ने गुरुवार, 31 अगस्त 2023 को मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन में ओसीसीआरपी रिपोर्ट को लेकर अदानी समूह पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने इस रिपोर्ट में किए गए दावे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी के साथ दो विदेशी लोग जुड़े हुए हैं, ऐसे में यहां गंभीर सवाल उठते हैं कि आख़िर ये पैसा अदानी का है या किसी और का?
उन्होंने कहा कि आख़िर इन विदेशी लोगों को भारत के बुनियादी ढांचे में कैसे काम करने दिया जा रहा है?
राहुल गांधी ने कांग्रेस की उस पुरानी मांग को दोहराया है कि अदानी प्रकरण की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से विस्तृत जांच करवाई जाए। उन्होंने जेपीसी से जांच कराने की मांग को राष्ट्रीय महत्व का मामला क़रार देते हुए दावा किया है कि इस मसले पर विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' में कोई मतभेद नहीं है।
राहुल गांधी ने अदानी समूह पर लगे आरोपों की स्वच्छ जांच कराने की केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के जिन अधिकारी ने गौतम अदानी को क्लीन चिट दी, अब वे अदानी समूह संचालित समाचार संस्था एनडीटीवी में निदेशक बना दिए गए हैं।
इस पर उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि कोई जांच नहीं हुई और प्रधानमंत्री इस मामले की कोई जांच नहीं चाहते। उन्होंने दावा किया है कि भारत की साख अब दांव पर लग गई है।
उनके अनुसार, "भारत में अब सबके लिए समान मौक़े नहीं रह गए हैं। सारे कॉन्ट्रैक्ट्स और परियोजनाएं एक शख़्स को दे दिए गए। केवल एक आदमी देश की सारी संपत्ति ख़रीद रहा है।''
राहुल गांधी ने कहा, "सिर्फ़ एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री इस तरह से क्यों प्रोटेक्ट कर रह रहे हैं? क्यों एक शख़्स जो मोदी जी के बहुत क़रीब है, उसे अपने शेयर प्राइस बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर का निवेश करने दिया जा रहा है? ये शख़्स फिर इसी पैसे से देश में हवाई अड्डे और बंदरगाह आदि पर कब्ज़ा कर रहा है। आख़िर इस मामले की जांच क्यों नहीं हो रही है? इसकी जेपीसी से जांच कराई जानी चाहिए।''
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? मामले की जांच के आदेश क्यों नहीं दे रहे हैं? उन्हें इस मामले में ख़ुद को बेदाग़ साबित करना होगा। भारत में जी-20 की बैठक हो रही है। ये भारत की छवि का सवाल है। इसलिए हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं।''