विपक्ष की बेंगलुरु मीटिंग में नाराजगी के सवाल पर नीतीश कुमार ने क्या कहा?
भारत के राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद हुई प्रेस कान्फ्रेंस में बिना शामिल पटना लौटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार, 19 जुलाई 2023 को मीडिया को संबोधित किया।
बीजेपी की ओर कहा गया कि विपक्ष की मीटिंग से नीतीश कुमार नाराज होकर पटना लौटे थे, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ''हम किस लिए नाराज़ होंगे? और इस मीटिंग से बीजेपी का क्या लेना देना है? लोग तरह तरह की बात करते हैं, इसमें कोई ख़ास बात नहीं है। हमने मीटिंग में बोल दिया था कि हम लोगों को निकलने दीजिए।''
उन्होंने कहा कि बैठक में सब तरह की बात हुई, हर एक ने अपना सुझाव दिया और उसके बाद ही घोषणा की गई।
नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि जब सही वक़्त आएगा तब अन्य पार्टियां भी विपक्षी एकजुटता में शामिल होंगी।
18 जुलाई 2023 को दिल्ली में एनडीए की बैठक पर नीतीश कुमार ने कहा, ''अटल बिहारी वाजपेयी के ज़माने में एनडीए की मीटिंग होती थी, सारी पार्टियों को बुलाया जाता था लेकिन उसके बाद इन्होंने एनडीए की कोई बैठक नहीं बुलाई।''
उन्होंने कहा, "पिछले पांच साल में जब हम इनके साथ गए थे तो कहां कोई एनडीए की बैठक हुई? जब हमने एक मीटिंग की तो इन्हें लगा कि एक मीटिंग करा दी जाए।''
नीतीश कुमार एनडीए पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं, "इतने लोगों का नाम आया, कौन जानता है, कौन सी पार्टी है? हमारे यहां जो मीटिंग हुई है उसमें सब लोग जाने पहचाने चेहरे हैं। उनके यहां तो ऐसे ही हैं, अब किसी को हम निकाल दिए तो उनको भी शामिल कर लिया।''
"इसलिए हमने जानबूझ कर कहा था कि या तो मर्ज करिए या बाहर जाइए क्योंकि ये रहते तो 23 तारीख़ की मीटिंग की सारी ख़बर उधर देते। उस आदमी को हमने अपनी जगह चीफ़ मिनिस्टर बना दिया था।''
उनका इशारा हम के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर था।
बेंगलुरु में 26 पार्टियों की विपक्ष की बैठक के बाद विपक्षी एकता का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ यानी 'इंडिया' रखने की घोषणा की गई थी।
बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA के ख़िलाफ़ इसे ‘विपक्षी एकता’ का एक ठोस क़दम माना जा रहा है।
विपक्षी गठबंधन से नीतीश की नाराज़गी के सवाल पर जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने क्या कहा?
भारत के राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की बैठक के नीतीश कुमार की नाराज़गी के सवाल पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।
बैठक ख़त्म होने के बाद नीतीश कुमार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दिखाई नहीं दिए थे, जिसके बाद बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाने शुरू कर दिए।
पत्रकारों से बात करते हुए ललन सिंह ने कहा कि यह सिर्फ अफवाह है और इस तरह की अफवाहों का साथ देश का गोदी मीडिया भी दे रहा है।
उन्होंने कहा, "पिछले कई दिनों में कई तरह के दुष्प्रचार हुए हैं। कभी कहा गया कि जनता दल और आरजेडी का विलय होगा। ये दुष्प्रचार गोदी मीडिया ने चलाया। फिर चलाया कि जनता दल और आरजेडी में खटपट है। अब चला रहा है कि नीतीश कुमार जी नाराज़ हैं।''
"नीतीश कुमार जी विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं और सूत्रधार कभी नाराज़ नहीं होता। इंडिया सब की सहमति से नाम तय हुआ है।''
इससे पहले बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा था, ''विपक्षी गठबंधन का संयोजक ना बनाए जाने के कारण नीतीश कुमार नाराज हैं। यह वजह थी कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ पटना लौट आए।''