विदेश

बर्लिन ट्रक हमले के संदिग्ध को पुलिस ने गोली मारी

इतालवी मीडिया के अनुसार, बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में ट्रक से हमला करने वाले संदिग्ध ट्यूनीशियाई शरणार्थी अनीस आमरी को पुलिस ने मिलान शहर में गोली मार दी है।

रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने मिलान के सेस्टो सैन जियोवानी इलाक़े में पुलिस गश्त के दौरान संदिग्ध की पहचान की थी।

मृतक के फिंगरप्रिंट भी अनीस आमरी से मेल खा रहे हैं।

जर्मनी की केंद्रीय पुलिस ने अनीस आमरी की दो तस्वीरें भी जारी की हैं।

जर्मनी की राजधानी बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में ट्रक से हमला किया गया था जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और कुल 49 लोग घायल हुए थे।

हमले में इस्तेमाल किए गए ट्रक पर पोलैंड की नंबर प्लेट थी और ट्रक के कैबिन से संदिग्ध अनीस आमरी के फिंगरप्रिंट प्राप्त हुए थे।

माल्टा विमान हाईजैक: अपहरणकर्ताओं ने किया सरेंडर

माल्टा में विमान हाईजैक करने वाले सभी अपहरणकर्ताओं ने सरेंडर कर दिया। इसके साथ ही सभी 118 यात्री को सुरक्षित छुड़ाया जा चुका है। यह जानकारी माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट ने ट्वीटर पर ट्वीट करके जानकारी दी।

इससे पहले टाइम्स ऑफ माल्टा की खबर के अनुसार, विमान हाईजैक करने वाले अपहरणकर्ता ने खुद को गद्दाफी समर्थक बताया था। उन्हीं में से एक अपहरणकर्ता के पास हैंड ग्रेनेड होने की खबर थी। जिस वजह से यात्रियों को डराकर उन्होंने एयरबस ए320 विमान को हाईजैक किया।

माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट ने लीबियन पीएम फैज-अल-सेराज से भी बातचीत की थी। माल्टा के सुरक्षा एजेंसियों के स्थानीय अधिकारी ने अपहरणकर्ताओं से बातचीत करके विमान में फंसे हुए लोगों को छुड़ाया। अपहरणकर्ताओं से बातचीत करने के बाद सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों को यात्रियों को छुड़ाने में सफलता मिली।

माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कुल 118 यात्रियों को छुड़ा लिया गया है। माल्टा के पीएम मस्कट ने ट्वीटर के जरिए विमान हाईजैक से जुड़ी सभी जानकारी दे रहे थे।

विमान दक्षिण-पश्चिम लीबिया में सेभा से त्रिपोली जा रहा था। इस दूरी को पूरी करने में करीब दो घंटे का समय लगता है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि माल्टा में जबरन विमान उतारा गया क्योंकि अपहरणकर्ताओं ने उसे उड़ाने की धमकी दी थी।

अपहरणकर्ताओं का कहना था कि यदि उनकी मांगें मान ली जाए तो वे 111 यात्रियों को छोड़ देंगे। हालांकि उनकी मांगें क्या थी, अभी तक पता नहीं चल सका है। अपहरणकर्ताओं ने सात क्रू सदस्य समेत सभी यात्रियों को छुड़ा लिया गया है।

विमान के हाईजैक की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल एयरपोर्ट पहुंच गए थे। सुरक्षाकर्मियों ने विमान को चारों ओर से घेर रखा था। माल्टा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अन्य उड़ानों को या तो रद्द कर दिया गया था या फिर डायवर्ट कर दिया गया।

मुअम्मर गद्दाफी लीबिया के राष्ट्रपति थे। उन्हें 2011 में उनके पद से अमेरिकी मदद से विद्रोहियों ने हटा दिया था। इसके बाद से उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा होती रहती है। देश के अलग-अलग हिस्सों पर अलग-अलग गुटों का कब्जा है।

माल्टा यूरोप का एक छोटा-सा देश है जो लीबिया की उत्तरी सीमा से करीब 500 किलोमीटर दूर है। इस देश को ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है।

मास्को में सीरिया वार्ता के लिए अमेरिका आमंत्रित नहीं

रिच एडसन की वाशिंगटन डी.सी. से रिपोर्ट

ट्यूनीशियाई शरणार्थी पर बर्लिन ट्रक आतंकी हमले का शक

लन्दन से ग्रेग पालकोट की रिपोर्ट

इस्लामी स्टेट के सैनिक बर्लिन में ट्रक हमले के लिए जिम्मेदार: अमाक़ न्यूज़ एजेंसी

इस्लामिक स्टेट ने बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार पर हुए लॉरी हमले की ज़िम्मेदारी ली है।

आईएस से जुड़ी अमाक़ न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, आईएस ने कहा है कि उसके एक लड़ाके ने बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में लॉरी से हमला किया है।

इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है और करीब 50 लोग घायल हुए हैं।

आईएस ने कहा है कि गठबंधन सेना में शामिल देशों के नागरिकों पर हमले की अपील पर उसके सैनिक ने ये हमला किया है।

बर्लिन हमला: 'गिरफ़्तार पाकिस्तानी संदिग्ध को पुलिस ने छोड़ा'

जर्मन अधिकारियों के मुताबिक, बर्लिन में लॉरी दौड़ाने के आरोप में जिस शख़्स को हिरासत में लिया गया है, उसे पर्याप्त सबूत न होने की वजह से छोड़ दिया गया है।

मीडिया में इस शख़्स की पहचान पाकिस्तानी नागरिक नावेद बी के तौर पर बताई जा रही है।

इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है और 50 लोग घायल हुए हैं।

जर्मन अधिकारियों का कहना है कि उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं।

इससे पहले बर्लिन के संघीय अभियोजक पीटर फ्रैंक ने संवाददाताओं को बताया था कि ये हमला किसी इस्लामिक चरमपंथी हमले के जैसा है।

बर्लिन हमले के आरोप में जिस शख़्स को हिरासत में लिया गया है, उसने अपनी किसी संलिप्तता से इनकार किया था।

ये शख़्स पिछले साल पाकिस्तान से जर्मनी आया था। उसे हमले के नज़दीक एक पार्क से हिरासत में लिया गया था।

जर्मनी की चांसलर एंगेला मैर्केल ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि इस हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी।

दरअसल, मध्य यूरोप में क्रिसमस के दिनों में जर्मनी के क्रिसमस बाज़ार में चहल पहल खासी बढ़ जाती है। यहां के स्थानीय कारोबारी इस महीने का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं और महीनों पहले से पर्यटकों को बेचने के लिए काफ़ी सामग्री बनाते हैं। हर साल क्रिसमस के मौके पर यहां ख़रीददारी करने के लिए यूरोप से लाखों लोग पहुंचते हैं।

इस बाज़ार में ज़्यादातर दुकानें लकड़ी के बने केबिन की होती हैं। उसके आस-पास परंपरागत तौर पर सजे क्रिसमस ट्री भी दुकानों की शोभा बढ़ाने के लिए होते हैं।

यहां की स्थानीय धुनों का संगीत और परंपरागत म्यूज़िकल बैंड भी ख़रीददारी के एहसास को मज़ेदार बनाता है। लोग मगों में जर्मन वाइन पीते हुए आपको बाज़ार और आसपास के इलाके में घूमते-फिरते नज़र आते हैं।

इसमें ड्राई फ्रूट, बिस्कट, लंबे-लंबे जर्मन सॉसेज, बादाम, खिलौने, किताबें और हैंडीक्राफ्ट्स के सामान बिकते हैं।

'ट्रक ड्राइवर संभवत: पाक या अफ़ग़ान शरणार्थी'

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुए हमले के हमलावर की पहचान कर ली गई है। बताया जा रहा है कि हमलावर पाकिस्तानी मूल का है। हमलावर की उम्र 23 है और उसका नाम नावेद है।

दरअसल एक शख्स के बर्लिन के क्रिसमस बाजार में ट्रक लेकर घुस गया। ये उस वक्त हुआ, जब लोग क्रिसमस की खरीददारी कर रहे थे। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने मौके से एक सस्पेक्ट को भी गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि ये पाकिस्तान से आया शरणार्थी है।

मिल रही जानकारी के मुताबिक, इस व्यक्ति का पुलिस रिकॉर्ड है, लेकिन यह रिकार्ड छोटे-मोटे अपराधों से संबंधित है, आतंकवाद से नहीं। लॉरी के मालिक ने चालक के लापता होने की पुष्टि की है। लॉरी का मालिक पोलैंड का नागरिक है। जर्मनी के अधिकारियों ने कहा कि शहर में ब्रीतशीदप्लात्ज में जहां संदिग्ध हमला हुआ, उसके पास और खतरनाक स्थिति का कोई संकेत नहीं है।

रूसी राजदूत की तुर्की की राजधानी में गोली मारकर हत्या

तुर्की की राजधानी अंकारा में रूस के राजदूत की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। हमलावर ने रूसी राजदूत आंद्रे कार्लोव को बिल्‍कुल नजदीक से पीछे से गोली मारी।

हमलावर की पहचान स्पेशल फोर्सेस पुलिस के सदस्य मेवल्यूट मर्ट ऐल्टिंटश के रूप में हुई है जो उस वक्त ऑफ ड्यूटी था। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने ऐल्टिंटश को भी मार गिराया।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, हादसा एक आर्ट गैलरी में हुआ जहां कार्लोव भाषण दे रहे थे। तभी ऐल्टिंटश (22) वहां पहुंचा और चिल्लाना शुरू किया, ''अलेप्पो को मत भूलो, हम अलेप्‍पो में मर रहे हैं, तुम यहां मरोगे'' और इसके बाद 'अल्लाहू अकबर' कहते हुए कार्लोव पर गोली चला दी। गोली लगते ही कार्लोव जमीन पर गिर पड़े। इस घटना में तीन और लोग घायल हुए हैं।

गोली मारने के बाद भी ऐल्टिंटश चिल्लाता रहा। रूसी विदेश मंत्रालय ने इसे आतंकी घटना करार दिया है। वही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस मामले पर विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसी से बात करेंगे।

सीरिया में जारी संघर्ष के कारण रूस और तुर्की के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण चल रहे हैं क्योंकि दोनों ही वहां चल रहे युद्ध में दो अलग पक्षों को समर्थन दे रहे हैं। पिछले ही साल तुर्की ने रूस के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था। उसके बाद रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने तुर्की को चेताया था और अंजाम भुगतने की बात कही थी।

मोसुल: जीवन बिना पानी, बिजली या गैस के

मोसुल, इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर के लिए लड़ाई, अब अपने तीसरे महीने में प्रवेश कर रहा है।
शहर में फंसे हुए नागरिकों और सरहद पर अटक गए लोगों के लिए स्थिति अत्यंत अस्थिर बनी हुई है।

वेनेजुएला में नकदी संकट: हजारों लोग दवा खरीदने के लिए कोलम्बिया गए

वेनेजुएला में नकदी संकट का स्वास्थ्य पर एक बड़ा प्रभाव पड़ा है, दस हजार लोग से ज्यादा कोलम्बिया की सीमा पार कर दवा खरीदने के लिए जा चुके हैं।