खेल

आईपीएल फाइनल: हैदराबाद को हराकर चेन्नई ने आईपीएल 2018 का खिताब जीता

आईपीएल के 11वें सीजन के खिताबी मुकाबले में चेन्नै सुपर किंग्स ने शेन वॉटसन की विस्फोटक पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद को 9 विकेट से हराकर खिताब पर तीसरी बार अपना कब्जा जमा लिया है। वॉटसन ने 57 बॉल पर नाबाद 117 रन की पारी खेली और वह अंत तक आउट नहीं हुए। अपनी इस मैराथन पारी के दौरान वॉटसन ने 11 चौके और 8 छक्के जड़कर विरोधी टीम को मैच से बाहर ही कर दिया।

वॉटसन ने सुरेश रैना (32) के साथ दूसरे विकेट के लिए 117 रन की साझेदारी निभाई, जो चेन्नै की जीत में अहम साबित हुई।

इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद की टीम ने यूसुफ पठान की उम्दा पारी की बदौलत चेन्नै सुपर किंग्स को 179 रन का लक्ष्य दिया। पारी के 13वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए यूसुफ ने अपनी टीम के लिए इस अहम मुकाबले में 25 बॉल पर 45 रन की उम्दा पारी खेली। अपनी इस पारी में उन्होंने 2 छक्के और 4 चौके लगाए।

हैदराबाद की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और मैच के दूसरे ओवर में श्रीवत्स गोस्वामी 5 रन पर आउट होकर पविलियन लौट गए। गोस्वामी फाइन लेग पर शॉट खेल कर्ण शर्मा के सामने 2 रन चुराना चाहते थे, लेकिन कर्ण शर्मा ने बॉल पर तेजी से झपटते हुए उसे धोनी की ओर फेंक दिया और जब तक गोस्वामी क्रीज पर लौटते, तब तक धोनी उनका काम तमाम कर चुके थे।

पहला विकेट गिरने के बाद कप्तान केन विलियमसन ने शिखर धवन के साथ मिलकर 51 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाज संभलकर पारी को आगे बढ़ा रहे थे और स्कोर को 64 रन पर पहुंचा दिया।

इसके बाद धोनी ने बॉल रविद्र जडेजा को सौंप दी और जडेजा ने अपने पहले ही ओवर में शिखर धवन (26) को बोल्ड कर दिया। धवन जडेजा की इस बॉल पर स्लॉप स्वीप लगाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन बॉल उनके बैट को छकाते हुए थाई पैड से टकराई और सीधे स्टंप पर जा लगी। इस तरह 64 रन के कुल योग पर सनराइजर्स ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया। धवन ने यह 26 रन बनाने के लिए 25 बॉल खर्च कीं, जिसमें 2 चौके और 1 छक्का शामिल रहा।

ए बी डीविलियर्स ने संन्यास की घोषणा की

दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज ए बी डीविलियर्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। बुधवार को डीविलियर्स ने खुद एक वीडियो रिलीज करके जानकारी दी कि वो तत्काल प्रभाव से इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं।

वीडियो में 34 वर्षीय डीविलियर्स ने कहा कि यह उनके रिटायर होने का सही समय है। बता दें कि दुनिया के सबसे स्टाइलिश बैट्समैनों में से एक डीविलियर्स 14 साल तक दक्षिण अफ्रीकी टीम का मुख्य हिस्सा बनकर रहे। उन्होंने साउथ अफीका के लिए 114 टेस्ट मैच खेले हैं, जबकि 228 वनडे में वो प्रोटीज टीम का हिस्सा रहे हैं। इसके अलावा डीविलियर्स ने 78 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं।

अफ्रीकी टीम के साथ डीविलियर्स ने जिस मैदान से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की, आज उसी ग्राउंड पर रिटायरमेंट की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ''14 साल देश के लिए खेलने के बाद अब समय गया है कि दूसरे लोगों को मौका दिया जाए। मैंने अपना काम कर लिया है और सच कहूं तो अब मैं थक चुका हूँ।''

आपको बता दें कि डीविलियर्स ने टेस्ट में 191 ईनिंग में 8765 रन बनाए हैं, जबकि वनडे में 218 पारियों में उन्होंने 9677 रन बनाए हैं।

भारत चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में हार का बदला नहीं ले पाएगा

भारत आई सी सी चैंपियंस ट्रॉफी (50-50 ओवर मैच) के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली करारी शिकस्त का बदला अब कभी नहीं ले सकेगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आई सी सी) ने चैंपियंस ट्रॉफी के बजाय अब वर्ल्ड T20 कराने का निर्णय लिया है।

पिछला चैपिंयस ट्रॉफी इंग्लैंड में वर्ष 2017 में आयोजित किया गया था। वर्ष 2021 में इसे भारत में आयोजित किया जाना था, लेकिन आई सी सी के ताजा फैसले के बाद अब ऐसा नहीं हो सकेगा। इसकी भरपाई भारत में वर्ल्ड T20 के आयोजन से की जाएगी।

दिलचस्प है कि वर्ष 2020 में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड T20 के आयोजन की घोषणा बहुत पहले ही की जा चुकी है। इसका मतलब यह हुआ कि एक साल के अंतराल में दो वर्ल्ड T20 का आयोजन किया जाएगा। पहला ऑस्ट्रेलिया और दूसरा उसके अगले साल ही भारत में होगा। नई योजना को आई सी सी के बोर्ड ने अपनी मंजूरी दे दी है।

बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में दर्शकों के बीच T20 का क्रेज बहुत बढ़ा है। T20 फॉर्मेट के लोकप्रिय होने से एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला में क्रिकेट प्रशंसकों का रुझान पहले के मुकाबले कम हुआ है।

आई सी सी के ताजा फैसले से चैंपियंस ट्रॉफी का कांसेप्ट समाप्त हो गया है। चैंपियंस ट्रॉफी का पिछला आयोजन वर्ष 2017 में इंग्लैंड में किया गया था। लंदन के ऐतिहासिक ओवल मैदान में दो चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने थीं। पाकिस्तान ने सेमीफाइनल में मेजबान इंग्लैंड को आठ विकेट से हराया था। वहीं, भारत ने बांग्लादेश को 9 विकेट से रौंद कर फाइनल में जगह बनाई थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 18 जून, 2017 में फाइनल मुकाबला खेला गया था। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में चार विकेट के नुकसान पर 338 रन बनाए थे। विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी भारत की पूरी टीम 30.3 ओवरों में सिर्फ 158 रनों पर ही सिमट गई थी।

इस तरह पाकिस्तान ने भारत को 180 रन के बड़े अंतर से मात दी थी। आई सी सी टूर्नामेंट में रनों से हार के मामले में यह सबसे बड़ा अंतर था। पाकिस्तान भारत को आज तक आई सी सी द्वारा आयोजित किसी भी श्रृंखला में नहीं हरा पाया था। इस मामले में पाकिस्तान की पहली जीत थी। पाकिस्तान की ओर से फखर जमान ने शानदार 114 रनों की पारी खेली थी। उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया था। वहीं, शिखर धवन को गोल्डन बैट (मैन ऑफ द सीरीज) से नवाजा गया था। उन्होंने पूरी श्रृंखला में 338 रन बनाए थे।

बीसीसीआई नेशनल बॉडी घोषित हो, आरटीआई के दायरे में आए: लॉ कमीशन

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी सी सी आई) को ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए लॉ कमीशन ने बोर्ड में बड़े बदलाव करने के सुझाव दिये हैं। लॉ कमिशन ने सिफारिश की है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी सी सी आई) को सूचना के अधिकार कानून (आर टी आई) के तहत लाया जाए।

अब अगर केंद्र सरकार लॉ कमीशन के इस रिपोर्ट को मान लेती है तो बी सी सी आई में एक व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। लॉ कमीशन का कहना है कि हर किसी को बी सी सी आई से जुड़े मसलों की जानकारी मिल सके, इसके लिए जरूरी है कि इसका दर्जा एक जन निकाय (पब्लिक बॉडी) की तरह हो और इसे  सूचना के अधिकार कानून के तहत लाया जाए।

लॉ कमीशन का कहना है कि बी सी सी आई को नेशनल स्पोर्ट फेडरेशन का दर्जा दिया जाए। भविष्य में इसके खिलाफ कोर्ट में अपील भी डाली जा सके, चाहे मामले मानवाधिकार के उल्लंघन का ही क्यों ना हो।

लॉ कमीशन ने अपने सुझावों में आगे कहा है कि बी सी सी आई से जुड़ा हर संगठन जो इसके नियमों को पूरा करता है, उन सभी संगठनों को आर टी आई के दायरे में लाने की जरूरत है।

बता दें कि साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने आयोग से पूछा था कि क्या बी सी सी आई को आर टी आई के तहत लाया जा सकता है। जिसके बाद विधि आयोग ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है।

लॉ कमीशन ने कहा कि बी सी सी आई, राज्य की एक संस्था के तौर पर काम करता है। सिफारिश में कहा गया है कि बी सी सी आई को टैक्स छूट और जमीन के मामले में सरकार से बड़ी छूट मिलती है। इस मामले में लॉ कमीशन ने बी सी सी आई के उस बात को खारिज कर दिया, जिसमे बोर्ड ने खुद को निजी संस्था बतलाया था और इसी वजह से खुद को आर टी आई से बाहर रखे जाने की दलील दी थी।

लॉ कमीशन का कहना है कि बी सी सी आई सरकार की तरह ताकतों का इस्तेमाल करती है। जब दूसरे सभी राष्ट्रीय खेल आर टी आई के दायरे में रखे गए हैं तो फिर बी सी सी आई क्यों नहीं?

जाहिर है अगर सरकार लॉ कमीशन के सुझाव को मान लेती है तो फिर राज्य, जोन या नेशनल टीम में खिलाड़ियों के चयन को लेकर कोई भी सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सकता है।

पूरी दुनिया के सामने भारत की जिमनास्टिक्‍स टीम शर्मिंदा हुई

कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की जिमनास्टिक्स टीम को उस वक्त शर्मिंदा होना पड़ा, जब उनके पहनावे पर राष्ट्रीय प्रतीक गायब मिलने पर उनके कुछ प्वाइंट काट लिए गए।

बता दें कि अन्तर्राष्ट्रीय खेल नियमों के मुताबिक हर खिलाड़ी के पहनावे पर उसके देश का राष्ट्रीय चिन्ह होना जरुरी है। चूंकि भारतीय जिमनास्टिक्स टीम की खिलाड़ियों अरुणा बुद्धा रेड्डी, प्रानीति नायक और प्रानीति दास के पहनावे पर यह गायब मिला, इसके लिए टीम को सजा के तौर पर कुछ प्वाइंट गंवाने पड़े। इतना ही नहीं, शुक्रवार को वूमेंस टीम फाइनल के दौरान जिमनास्टिक्स टीम को एक-जैसी जिमनास्टिक ड्रेस नहीं पहनने के कारण भी पेनल्टी झेलनी पड़ी।

वहीं जिमनास्टिक से जुड़े लोगों ने इस घटना पर गहरी निराशा जाहिर की है। भारत की मशहूर जिमनास्टिक खिलाड़ी दीपा करमाकर के कोच बिश्वेशनर नंदी का कहना है कि, एक अन्तर्राष्ट्रीय इवेंट के दौरान इतनी बड़ी गलती होना बेहद चौंकाने वाला है।

बता दें कि दीपा चोट के कारण इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं ले रही है। इससे पहले जिमनास्टिक टीम के सलेक्शन को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था और कॉमनवेल्थ के लिए जाने के आखिरी समय तक जिमनास्टिक्स टीम का सलेक्शन नहीं हो पाया था।

दरअसल जिमनास्टिक फेडरेशन दो धड़ों में बंटी हुई है, जिस कारण टीम के चयन को लेकर काफी ऊहा-पोह की स्थिति रही। जब इंटरनेशनल जिमनास्टिक फेडरेशन ने इसमें दखल दिया, तब जाकर भारतीय टीम का सलेक्शन हुआ और वह गोल्ड कोस्ट जा पायी। अब स्पर्धा के दौरान हुई इतनी बड़ी गलती के बाद भारतीय जिमनास्टिक टीम एक बार फिर से चर्चाओं में आ गई है।

कोच बिश्वेशवर नंदी का कहना है कि कोच और मैनेजर को इस मामले में ध्यान रखना चाहिए था, हालांकि लड़कियां भी काफी अनुभवी हैं और उन्हें खुद भी इसका ध्यान रखना चाहिए था।

बता दें कि ड्रेस कोड नियमों का उल्लंघन करने के कारण भारतीय जिमनास्टिक्स टीम का कुल 1 प्वांइट काटा गया। बता दें कि भारतीय टीम फाइनल में कुल 128.975 प्वाइंट के साथ सातवें स्थान पर रही। वहीं ड्रेस कोड के उल्लंघन पर टीम की कोच मिनेरा बेगम से अभी इस मामले में बात नहीं हो पायी है।

राष्ट्रमंडल खेल 2018: 48 किग्रा महिला वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने गोल्ड जीता

भारत की महिला खिलाड़ी साइखोम मीराबाई चानू ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में गुरुवार (4 अप्रैल, 2018) को भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है। चानू ने खेलों के पहले दिन महिलाओं की 48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में सोने का तमगा हासिल किया। चानू ने स्नैच में 86 का स्कोर किया और क्लीन एंड जर्क में 110 स्कोर करते हुए कुल 196 स्कोर के साथ स्वर्ण अपने नाम किया। स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में चानू का यह व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने साथ ही दोनों में राष्ट्रमंडल खेल का रिकार्ड भी अपने नाम किया है। स्पर्धा का रजत पदक मौरिशस की मैरी हैनित्रा के नाम रहा।

इससे पहले, गुरुवार को ही भारोत्तोलान में ही गुरुराजा ने भारत को पहला पदक दिलाया था। वह पुरुषों की 56 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में रजत जीतने में सफल रहे थे। गुरुराज ने स्नैच में 111 का स्कोर किया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में 138 का स्कोर किया। उन्होंने कुल 249 का स्कोर करते हुए पदक अपने नाम किया।

इस स्पर्धा का स्वर्ण मलेशिया के मुहामेद इजहार अहमद हाजालवा के नाम रहा। उन्होंने कुल 261 का स्कोर किया। उन्होंने स्नैच में 117 का स्कोर किया जो एक नया गेम रिकार्ड है। इस मामले में उन्होंने नई दिल्ली में 2010 में खेले गए राष्ट्रमंडल खेलों में अपने हमवतन इब्राहिम द्वारा स्थापित किए रिकार्ड को ध्वस्त किया। क्लीन एंड जर्क में मलेशियाई खिलाड़ी ने 144 का स्कोर किया। स्पर्धा में कांसा श्रीलंका के चाटुरंगा लकमल के नाम रहा। उन्होंने स्नैच में 110 और क्लीन एंड जर्क में 134 का स्कोर किया।

इजहार ने पिछले साल राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में जीत हासिल की थी। उन्होंने एक किलोग्राम से अपने उस स्कोर को बेहतर किया। फिजी के मैनुएली तुलो ने काफी मेहनत की, लेकिन वो सिर्फ चौथा स्थान हासिल कर सके। तुलो काफी समय तक पदक की दौड़ में थे, लेकिन आखिरी के दो प्रयासों में वो सफलता हासिल नहीं कर सके और पदक से चूक गए।

गुरुराज ने अच्छी शुरुआत की और पहले प्रयास में ही बढ़त ले ली। उन्होंने स्नैच में पहला प्रयास 107 किलोग्राम के लिए किया जो सफल रहा। तुलो ने दूसरे प्रयास में 108 किलोग्राम का भार उठाया, लेकिन उनके प्रयास में तकनीकी गलती के कारण ज्यूरी ने उसे नकार दिया। लकमल ने 110 किलोग्राम का पहला भार उठाया और सफलता हासिल की। इजहार ने हालांकि 114 किलोग्राम का भार उठाते हुए सफलता हासिल की। इसके बाद उन्होंने दूसरे प्रयास में 117 किलोग्राम का भार उठाते हुए गेम रिकार्ड हासिल किया। उनके पास अपने इस रिकार्ड को और बेहतर करने का मौका था, लेकिन 119 किलोग्राम के प्रयास में वह चूक गए।

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने स्मिथ-वॉर्नर पर एक साल का बैन लगाया

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने बॉल टैंपरिंग मामले में दोषी पाए गए स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक साल का बैन लगा दिया है। स्मिथ आई पी एल सीजन-11 में भी नहीं खेल सकेंगे। वहीं, वॉर्नर को आई पी एल में खेलने की इजाजत दी गई है, लेकिन वह कप्तानी नहीं करेंगे।

डेविड वॉर्नर को बुधवार (28 मार्च) को सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी से हटा दिया गया, जबकि 26 मार्च को स्मिथ के स्थान पर राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी अजिंक्य रहाणे को सौंपी जा चुकी थी।

केपटाउन टेस्ट में बॉल टैंपरिंग विवाद में शामिल कप्तान स्टीव स्मिथ, उप-कप्तान डेविड वॉर्नर और सलामी बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट को सी ए की आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया है, जिसके चलते उन्हें साउथ अफ्रीका के साथ जारी टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया है। टिम पेन टीम के कप्तान बने रहेंगे। हालांकि, सदरलैंड ने मुख्य कोच डैरेन लैहमन को क्लीन चिट दे दी है।

केपटाउन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में बैनक्रॉफ्ट को गेंद पर पीला टेप लगाते हुए कैमरे में कैद किया गया था। बाद में स्मिथ और बैनक्रॉफ्ट ने यह बात मानी थी कि गेंद से छेड़खानी करना टीम की योजना थी। इसके बाद सी ए ने स्मिथ और वार्नर को तीसरे टेस्ट मैच के बाकी दिनों के लिए उनके पदों से हटा दिया था।

वहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आई सी सी) ने भी स्मिथ पर एक टेस्ट मैच का प्रतिबंध, पूरी मैच फीस का जुर्माना और बैनक्रॉप्ट पर मैच फीस का 75 फीसदी जुर्माना लगाया गया था। इस मामले में कोचिंग स्टाफ शामिल नहीं था, सिर्फ टीम के लीडरशिप ग्रुप को इस बात की जानकारी थी, जिसमें मिशेल स्टार्क, जोश हजालेवुड के नाम शुमार हैं।

आई पी एल सीजन-11 की शुरुआत 7 अप्रैल से होने जा रही है। इस सत्र में दो साल बाद राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की वापसी हो रही है। महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर चेन्नई की कप्तानी करेंगे।

हसीन ने कहा, लड़ाई शमी से है, मगर सवाल बीसीसीआई से है

मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के बाद मोहम्मद शमीं को क्लीन चिट देने और कॉन्ट्रैक्ट बहाल करने पर हसीन ने बी सी सी आई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उसने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि जिन खिलाड़ियों को बी सी सी आई पसंद करता है, उनकी इमेज को नजरअंदाज कर दिया जाता है, जबकि दूसरे खिलाड़ियों को खेलने से रोक दिया जाता है।

न्यूज 18 से बातचीत में हसीन ने बी सी सी आई से अपनी नाराजगी का खुलकर इजहार किया। उन्होंने कहा कि मैं मोहम्मद शमी का अगर करियर खराब करना चाहती तो मैच फिक्सिंग के मामले पर ज्यादा जोर देती। मगर मैं एक खिलाड़ी की इमेज को लेकर सवाल कर रही हूं। हर जिम्मेदार नागरिक को अपनी इमेज का ख्याल करना चाहिए। इमेज बहुत बड़ी बात रखती है।

हसीन ने कहा कि बी सी सी आई ने मोहम्मद शमी की इमेज के ऊपर ही कॉन्ट्रैक्ट रोका था। मगर बी सी सी आई ने कॉन्ट्रैक्ट बहाल कर शमी का एक प्रकार से सपोर्ट करने का काम किया है।

हसीन ने आरोप लगाते हुए कहा कि शमी घर में प्रोस्टीट्यूट नहीं ला रहे हैं, वो उस होटल में प्रोस्टीट्यूट ला रहे हैं, जिस होटल में बी सी सी आई ने टीम को ठहराया था। क्या यह गंभीर मामला नहीं है?

हसीन ने कहा कि बी सी सी आई जानबूझकर मामले पर नजर नहीं डालना चाहती। वह सिर्फ मैच फिक्सिंग की आधी-अधूरी जांच कर इमेज के सवाल को दरकिनार करने की कोशिश कर रही।

हसीन ने कहा कि बी सी सी आई पारिवारिक झमेला कहकर पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डाल रही है। आखिर लाला बाजार पुलिस की तरह क्यों नहीं बी सी सी आई का एंटी करप्शन ब्यूरो कॉल डिटेल्स के आधार पर संबंधित लोकेशन पर पहुंचकर पूरी जांच करता।

हसीन ने कहा कि अभी मामला जांच के दायरे में है, फिर कैसे शमी को क्लीन चिट दे दिया गया। शमी की पत्नी हसीन ने फेस टू फेस इंक्वायरी की मांग उठाई। एंकर ने सवाल पूछा कि आपकी लड़ाई शमी से है या बी सी सी आई से, इस पर हसीन ने कहा कि लड़ाई शमी से है, मगर सवाल बी सी सी आई से है।

मोहम्‍मद शमी को ग्रेड-बी कॉन्‍ट्रैक्‍ट मिला, बीसीसीआई 3 करोड़ रुपये सालाना देगा

भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित क्रिकेट प्रशासकों की समिति (सी ओ ए) ने बड़ी राहत दी है। सी ओ ए ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी सी सी आई) से शमी को खिलाड़ियों की केंद्रीय अनुबंध सूची में शामिल करने की संस्तुति की है। बी सी सी आई ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। शमी की पत्नी हसीन ने उस पर अन्य महिलाओं के साथ संबंध रखने और उनके साथ मार पीट करने के आरोप लगाए थे। इन आरोपों में फंसे शमी को बी सी सी आई ने इसी माह आठ मार्च को जारी हुई अपनी अनुबंध सूची में शामिल नहीं किया था।

बंगाल के तेज गेंदबाज शमी के खिलाफ पाकिस्तानी संपर्कों से पैसे लेने के आरोप की भी भ्रष्टाचार रोधी अफसर जांच कर रहे थे। लेकिन, बी सी सी आई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा के प्रमुख नीरज कुमार ने जांच में शमी को दोषी नहीं पाया और इसके बाद सी ओ ए ने अनुबंध सूची के ग्रेड बी में शमी को शामिल करने की संस्तुति की।

बी सी सी आई ने एक बयान में कहा, ''सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित क्रिकेट प्रशासकों की समिति (सी ओ ए) ने दिल्ली के पूर्व पुलिस आयुक्त और बी सी सी आई की भ्रष्टाचार रोधी शाखा के प्रमुख नीरज कुमार से मोहम्मद शमी के मामले की जांच करने का आग्रह किया था, क्योंकि ये आरोप बी सी सी आई की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के प्रावधानों से संबंधित हैं।''

बोर्ड ने कहा, ''इस आग्रह पर नीरज कुमार ने इस मामले की जांच से संबंधित एक गोपनीय रिपोर्ट सी ओ ए को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के निष्कर्ष के आधार पर सी ओ ए का मानना है कि इस मामले में अब बी सी सी आई की भ्रष्टाचार विरोधी संहिता के तहत आगे किसी प्रकार की कार्यवाही की जरूरत नहीं है।'' बयान में कहा गया है, ''इस कारण से बी सी सी आई अब मोहम्मद शमी को बोर्ड की वार्षिक अनुबंध सूची के ग्रेड-बी में वार्षिक रिटेनरशिप का प्रस्ताव देगा।''

बीसीसीआई द्वारा केंद्रीय अनुबंध की नई सूची में जगह पाने खिलाड़ी हैं :

ग्रेड ए+ (7 करोड़ रुपए सालाना) : विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह।

ग्रेड ए (5 करोड़ रुपए सालाना) : महेंद्र सिंह धोनी, रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और ऋद्धिमान साहा।

ग्रेड बी (3 करोड़ रुपए सालाना) : के एल राहुल, उमेश यादव, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और दिनेश कार्तिक।

ग्रेड सी (1 करोड़ रुपए सालाना) : केदार जाधव, मनीष पांडे, अक्षर पटेल, करुण नायर, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल और जयंत यादव।

आईपीएल 2018: दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स में खेलेंगे मोहम्‍मद शमी, BCCI ने पुष्टि की

तेज गेंदबाज मोहम्‍मद शमी इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स की ओर से खेलेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी सी सी आई) ने इसकी अनुमति दे दी है।

शमी की पत्‍नी हसीन ने फेसबुक और मीडिया के माध्यम से शमी के भाई पर जबरन संबंध बनाने, शमी के अन्य लड़कियों से संबंध रखने और जान से मारने के संगीन आरोप लगाए हैं और कोलकाता में एफआईआर भी दर्ज कराई है। इसी विवाद के कारण भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बी सी सी आई) ने शमी को केंद्रीय अनुबंध में जगह नहीं दी है। वहीं सी ओ ए ने बी सी सी आई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई से हसीन द्वारा शमी पर लगाए गए फिक्सिंग के आरोपों की जांच करने को कहा है।

इसके बाद उनके आई पी एल में खेलने पर भी सवाल उठ रहे थे। शमी को आई पी एल में खेलने देने को लेकर फैसला शुक्रवार (16 मार्च) को गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हुआ। मिड-डे से बातचीत में बी सी सी आई के अधिकारी ने कहा, ''हम सैद्धांतिक रूप से शमी को आई पी एल में खेलने देने की अनुमति देने पर राजी हुए हैं। हमें लगता है कि उसकी निजी जिंदगी में जो कुछ हो रहा है, उसका उसके प्रोफेशनल कॅरियर पर असर नहीं होना चाहिए। वह एक असाधारण क्रिकेटर है। वह खेलेगा ही।''

अपनी पत्नी के तमाम तरह के आरोप झेल रहे मोहम्मद शमी ने कहा है कि कोई तीसरा शख्स उनके घर को बर्बाद करने पर तुला है और वही हसीन के कान भर रहा है। शमी ने साथ ही कहा कि इस मामले में उन्हें कुछ साबित नहीं करना है। जो साबित करना है, उनकी पत्नी हसीन को करना है क्योंकि आरोप उन्होंने लगाए हैं।

न्यूज18 इंडिया के साथ बातचीत में शमी ने कहा, ''मैं अभी भी कह रहा हूं कि यह हसीन का काम नहीं है। ये जरूर थर्ड पार्टी का प्लान है, हो सकता है मेरी फैमिली में खुशियां बर्दाश्त नहीं हो रही हो, हो सकता है पैसे का लालच हो।''

हसीन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लगातार कई पोस्ट करते हुए कथित रूप से शमी की अन्य लड़कियों के साथ अश्लील चैट पोस्ट की थी। इस पर शमी का कहना है कि हसीन के पास उनके सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स के पासवर्ड हैं, वह जो चाहे कर सकती हैं।