विदेश

रूसी विमान क्रैश: '92 में से कोई भी यात्री नहीं बचा'

रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि काला सागर में क्रैश हुए रूस के सैन्य विमान में सवार सभी 92 यात्री मारे गए हैं। ये विमान सीरिया जा रहा था।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे का कुछ हिस्सा सोची तट से डेढ़ किलोमीटर दूर काला सागर में 165-230 फीट की गहराई में मिला है।

रूस के सैन्य जहाज़, हेलिकॉप्टर व ड्रोन अब भी विमान के बाकी हिस्से को तलाशने में लगे हैं। साथ ही शवों को भी ढूंढा जा रहा है।

रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रूसी सेना का यह विमान सोची के एडलर हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद काला सागर में क्रैश हो गया था।

रूसी सैन्य विमान टीयू-154 ने स्थानीय समयनुसार सुबह 05:20 मिनट पर उड़ान भरी। बीस मिनट बाद रडार से यह विमान लापता हो गया। विमान में 92 लोग सवार थे। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रूस के चर्चित और सेना के आधिकारिक बैंड एलेक्सेंड्रोफ़ एनसेंबल के 64 सदस्य इसमें शामिल थे।

साथ ही विमान में 9 पत्रकार और चालक दल के 8 सदस्य सवार थे। इस विमान ने सीरिया के लटाकिया प्रांत के लिए उड़ान भरी थी। रूसी सेना के प्रवक्ता के मुताबिक़, विमान सीरिया में तैनात रूसी सेना के जवानों के नए साल के कार्यक्रम के लिए लोगों को ले जा रहा था।

रूसी टेलिविजन ने कुछ आवाज़ें भी जारी की हैं जिनमें एयर ट्रैफ़िक कंट्रोलरों और दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के संचालकों के बीच की बातचीत को सुना जा सकता है। इन आवाज़ों से यह साफ हो जाता है कि रडार से गायब होने से पहले तक विमान में किसी किस्म की कोई हलचल नहीं थी।

रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों के नाम शोक संदेश भेजा है।

बांग्लादेश में छापे के दौरान एक महिला ने खुद को धमाके में उड़ाया

बांलादेश की राजधानी ढाका में एक बांग्लादेशी महिला ने धमाके में ख़ुद को उड़ा लिया है। बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज़्ज़मान ख़ान ने बताया कि महिला का संबंध एक प्रतिबंधित चरमपंथी संगठन जमीअतुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के साथ था।

इसे बांग्लादेश में महिला आत्मघाती हमले की पहली घटना माना जा रहा है।

ढाका में शनिवार को हुए शूट-आउट में इस महिला के साथ एक आदमी के मारे जाने की भी ख़बर है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की इस छापेमारी में दो अन्य महिलाओं और दो बच्चों ने पुलिस के आगे आत्मसमर्पण भी किया था। इस कार्रवाई में मारे गए दोनों लोगों की और गिरफ़्तार किए लोगों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है।

सरकार ने इस पुलिस कार्रवाई को चरमपंथियों के छिपने के ठिकाने पर किया गया 'ऑपरेशन' बताया है।

जुलाई में कुछ बंदूकधारियों ने ढाका के एक कैफ़े पर गोलीबारी कर 22 लोगों की हत्या कर दी थी। अधिकारियों के अनुसार इन हमलावरों का भी संबंध जेएमबी से था।

हालाँकि तथाकथित इस्लामिक स्टेट ने दावा किया था कि हमले के पीछे उनका हाथ था।

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बर्लिन ट्रक हमले के संदिग्ध को पुलिस ने गोली मारी

इतालवी मीडिया के अनुसार, बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में ट्रक से हमला करने वाले संदिग्ध ट्यूनीशियाई शरणार्थी अनीस आमरी को पुलिस ने मिलान शहर में गोली मार दी है।

रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस ने मिलान के सेस्टो सैन जियोवानी इलाक़े में पुलिस गश्त के दौरान संदिग्ध की पहचान की थी।

मृतक के फिंगरप्रिंट भी अनीस आमरी से मेल खा रहे हैं।

जर्मनी की केंद्रीय पुलिस ने अनीस आमरी की दो तस्वीरें भी जारी की हैं।

जर्मनी की राजधानी बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में ट्रक से हमला किया गया था जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और कुल 49 लोग घायल हुए थे।

हमले में इस्तेमाल किए गए ट्रक पर पोलैंड की नंबर प्लेट थी और ट्रक के कैबिन से संदिग्ध अनीस आमरी के फिंगरप्रिंट प्राप्त हुए थे।

माल्टा विमान हाईजैक: अपहरणकर्ताओं ने किया सरेंडर

माल्टा में विमान हाईजैक करने वाले सभी अपहरणकर्ताओं ने सरेंडर कर दिया। इसके साथ ही सभी 118 यात्री को सुरक्षित छुड़ाया जा चुका है। यह जानकारी माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट ने ट्वीटर पर ट्वीट करके जानकारी दी।

इससे पहले टाइम्स ऑफ माल्टा की खबर के अनुसार, विमान हाईजैक करने वाले अपहरणकर्ता ने खुद को गद्दाफी समर्थक बताया था। उन्हीं में से एक अपहरणकर्ता के पास हैंड ग्रेनेड होने की खबर थी। जिस वजह से यात्रियों को डराकर उन्होंने एयरबस ए320 विमान को हाईजैक किया।

माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट ने लीबियन पीएम फैज-अल-सेराज से भी बातचीत की थी। माल्टा के सुरक्षा एजेंसियों के स्थानीय अधिकारी ने अपहरणकर्ताओं से बातचीत करके विमान में फंसे हुए लोगों को छुड़ाया। अपहरणकर्ताओं से बातचीत करने के बाद सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों को यात्रियों को छुड़ाने में सफलता मिली।

माल्टा के प्रधानमंत्री जॉसेफ मस्कट द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार कुल 118 यात्रियों को छुड़ा लिया गया है। माल्टा के पीएम मस्कट ने ट्वीटर के जरिए विमान हाईजैक से जुड़ी सभी जानकारी दे रहे थे।

विमान दक्षिण-पश्चिम लीबिया में सेभा से त्रिपोली जा रहा था। इस दूरी को पूरी करने में करीब दो घंटे का समय लगता है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि माल्टा में जबरन विमान उतारा गया क्योंकि अपहरणकर्ताओं ने उसे उड़ाने की धमकी दी थी।

अपहरणकर्ताओं का कहना था कि यदि उनकी मांगें मान ली जाए तो वे 111 यात्रियों को छोड़ देंगे। हालांकि उनकी मांगें क्या थी, अभी तक पता नहीं चल सका है। अपहरणकर्ताओं ने सात क्रू सदस्य समेत सभी यात्रियों को छुड़ा लिया गया है।

विमान के हाईजैक की सूचना मिलते ही सुरक्षा बल एयरपोर्ट पहुंच गए थे। सुरक्षाकर्मियों ने विमान को चारों ओर से घेर रखा था। माल्टा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अन्य उड़ानों को या तो रद्द कर दिया गया था या फिर डायवर्ट कर दिया गया।

मुअम्मर गद्दाफी लीबिया के राष्ट्रपति थे। उन्हें 2011 में उनके पद से अमेरिकी मदद से विद्रोहियों ने हटा दिया था। इसके बाद से उनके समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा होती रहती है। देश के अलग-अलग हिस्सों पर अलग-अलग गुटों का कब्जा है।

माल्टा यूरोप का एक छोटा-सा देश है जो लीबिया की उत्तरी सीमा से करीब 500 किलोमीटर दूर है। इस देश को ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है।

मास्को में सीरिया वार्ता के लिए अमेरिका आमंत्रित नहीं

रिच एडसन की वाशिंगटन डी.सी. से रिपोर्ट

ट्यूनीशियाई शरणार्थी पर बर्लिन ट्रक आतंकी हमले का शक

लन्दन से ग्रेग पालकोट की रिपोर्ट

इस्लामी स्टेट के सैनिक बर्लिन में ट्रक हमले के लिए जिम्मेदार: अमाक़ न्यूज़ एजेंसी

इस्लामिक स्टेट ने बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार पर हुए लॉरी हमले की ज़िम्मेदारी ली है।

आईएस से जुड़ी अमाक़ न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, आईएस ने कहा है कि उसके एक लड़ाके ने बर्लिन के क्रिसमस बाज़ार में लॉरी से हमला किया है।

इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है और करीब 50 लोग घायल हुए हैं।

आईएस ने कहा है कि गठबंधन सेना में शामिल देशों के नागरिकों पर हमले की अपील पर उसके सैनिक ने ये हमला किया है।

बर्लिन हमला: 'गिरफ़्तार पाकिस्तानी संदिग्ध को पुलिस ने छोड़ा'

जर्मन अधिकारियों के मुताबिक, बर्लिन में लॉरी दौड़ाने के आरोप में जिस शख़्स को हिरासत में लिया गया है, उसे पर्याप्त सबूत न होने की वजह से छोड़ दिया गया है।

मीडिया में इस शख़्स की पहचान पाकिस्तानी नागरिक नावेद बी के तौर पर बताई जा रही है।

इस हमले में 12 लोगों की मौत हुई है और 50 लोग घायल हुए हैं।

जर्मन अधिकारियों का कहना है कि उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं।

इससे पहले बर्लिन के संघीय अभियोजक पीटर फ्रैंक ने संवाददाताओं को बताया था कि ये हमला किसी इस्लामिक चरमपंथी हमले के जैसा है।

बर्लिन हमले के आरोप में जिस शख़्स को हिरासत में लिया गया है, उसने अपनी किसी संलिप्तता से इनकार किया था।

ये शख़्स पिछले साल पाकिस्तान से जर्मनी आया था। उसे हमले के नज़दीक एक पार्क से हिरासत में लिया गया था।

जर्मनी की चांसलर एंगेला मैर्केल ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि इस हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी।

दरअसल, मध्य यूरोप में क्रिसमस के दिनों में जर्मनी के क्रिसमस बाज़ार में चहल पहल खासी बढ़ जाती है। यहां के स्थानीय कारोबारी इस महीने का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं और महीनों पहले से पर्यटकों को बेचने के लिए काफ़ी सामग्री बनाते हैं। हर साल क्रिसमस के मौके पर यहां ख़रीददारी करने के लिए यूरोप से लाखों लोग पहुंचते हैं।

इस बाज़ार में ज़्यादातर दुकानें लकड़ी के बने केबिन की होती हैं। उसके आस-पास परंपरागत तौर पर सजे क्रिसमस ट्री भी दुकानों की शोभा बढ़ाने के लिए होते हैं।

यहां की स्थानीय धुनों का संगीत और परंपरागत म्यूज़िकल बैंड भी ख़रीददारी के एहसास को मज़ेदार बनाता है। लोग मगों में जर्मन वाइन पीते हुए आपको बाज़ार और आसपास के इलाके में घूमते-फिरते नज़र आते हैं।

इसमें ड्राई फ्रूट, बिस्कट, लंबे-लंबे जर्मन सॉसेज, बादाम, खिलौने, किताबें और हैंडीक्राफ्ट्स के सामान बिकते हैं।