विदेश

ट्रंप का आईएसआईएस को ख़त्म करने का निर्देश

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका ने आईएसआईएस के खिलाफ मोर्चा खोलने की पूरी तैयारी कर ली है। ट्रंप ने आईएसआईएस को हराने के लिए अमेरिकी सेना को 30 दिन के अंदर व्यापक रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका को इस आतंकी समूह के खिलाफ निश्चित रूप से निणार्यक कार्रवाई करनी चाहिए।

अपने शासकीय आदेश में ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के सामने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के रूप में ही कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद से एक मात्र खतरा नहीं है, लेकिन ये सबसे खतरनाक और आक्रामक है। ये अपना खुद का राष्ट्र स्थापित करने की भी कोशिश कर रहा है जिसे आईएसआईएस खलीफा का अधिकार क्षेत्र वाला होने का दावा करता है। लेकिन इसे किसी तरह से स्वीकार या इससे किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।

उन्होंने कहा कि इसी कारण से मैं अपने प्रशासन को निर्देश दे रहा हूं कि वो आईएसआईएस की शिकस्त के लिए व्यापक योजना तैयार करें।

ट्रंप के आदेश के बाद न्यूयार्क हवाई अड्डे पर हिरासत में लिए गए यात्री

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रवासियों और शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश पर अस्थायी रूप से रोक लगाये जाने के आदेश के बाद अमेरिका में आने पर हिरासत में लिये गये लोगों के परिवारों के सदस्य न्यूयॉर्क शहर के कैनेडी हवाई अडडे पर परेशान और हताश नजर आ रहे थे।


ट्रंप ने शुक्रवार को जिस समय मुख्य रूप से सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था उस समय कई विमान अमेरिका के लिए पहले ही रवाना हो चुके थे।

वकीलों ने कल कहा, उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि विमान के रवाना होने के बाद कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है। हवाई अड्डे पर अपने प्रियजनों को रिहा किये जाने या वापस विमान से भेजे जाने का इंतजार कर रहे घबराये हुये दर्जनों लोगों में 25 वर्षीय योसरे घालेद भी शामिल थीं।

उनकी सास की 67 वर्षीय बहन को न्यूयॉर्क में सउदी अरब से आये एक विमान से उतरने के बाद हिरासत में ले लिया गया। उनकी सास की बहन यमन की नागरिक हैं जो अपने परिवार के साथ रहने के लिए अमेरिका इसलिए आ रहीं थी क्योंकि उन्हें दिल और मधुमेह से सबंधित समस्याएं हैं।

घालेद ने कहा, हम बहुत दुखी हैं। उनकी हालत बहुत खराब है। हम उनके अंतिम दिनों में उन्हें एक अच्छी जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि उनके परिवार से कहा गया है कि उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा और वापस सउदी अरब जाने वाले विमान में बिठा दिया जाएगा।

ट्रंप ने कहा है कि अस्थायी यात्रा प्रतिबंध का मकसद संभावित आतंकवादियों को अमेरिका से बाहर रखना है।

इस्लामिक स्टेट ने रासायनिक हथियारों को लांच करने की योजना बनाई

इस्लामिक स्टेट ने रासायनिक हथियारों को लांच करने की योजना बनाई

ट्रम्प का मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार बनाने का हुक्म

अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय से आने वाली खबर अवैध प्रवासियों के रोंगटे खड़े करने वाली है। कुछ मुस्लिम देशों के नगारिकों को अमेरिका में घुसने पर पाबंदी लगायी जा रही है। साथ ही मेक्सिको से लगी सीमा पर दीवार का भी निर्माण करेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप ने इस संबंध में कार्यकारी आदेश जारी कर दिया है।

चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए सीमा पर दीवार बनाने और आतंकवाद से निपटने के लिए मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी का वादा किया था। इन पर काफी विवाद भी हुआ था।

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि ट्रंप मेक्सिको सीमा पर दीवार के निर्माण का आदेश दे सकते हैं जो राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने की दिशा में उनका पहला कदम होगा। वे ऐसे शरणर्थियों की संख्या में भी कटौती करेंगे जो अमेरिका में बस सकते हैं। साथ ही वह सीरिया और तंक प्रभावित अन्य देशों के नागरिकों के प्रवेश पर कम से कम अस्थायी तौर पर जरूर पाबंदी लगाएंगे।

एबीसी न्यूज के अनुसार कुछ मुस्लिम देशों के लोगों के प्रवेश पर अस्थायी या अनिश्चितकाल के लिए पाबंदी लगाई जा सकती है। योजना से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है।

इसराइल के नई बस्तियों के विस्तार की योजना में अमेरिका की भूमिका

इजरायल की सरकार जरा भी समय बर्बाद करना नहीं चाहती है, डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिका का राष्ट्रपति बने एक सप्ताह से भी कम समय हुआ है। इजरायल ने पहले से ही नए आवास बस्तियों के अपने विस्तार के लिए दो किश्तों की घोषणा कर दी है।

पाक ने परमाणु बम सक्षम अबाबील मिसाइल का सफल परीक्षण किया

पाकिस्तान ने 2200 किलोमीटर की दूरी तक जमीन से जमीन पर मार करने वाली और परमाणु बम ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अबाबील का मंगलवार को पहला सफल परीक्षण किया।

पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) ने एक बयान में बताया कि अबाबील 2200 किलोमीटर की अधिकतम दूरी तक मार करने और मल्टिपल इंडिपेंडेंट री-एंटरी व्हेकिल (एमआईआरवी) प्रौद्योगिकी का उपयोग कर एक साथ अनेक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।

बयान में कहा गया, यह परीक्षण बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के विभिन्न डिजाइन और तकनीकी पहलुओं के मान्यकरण के लिए किया गया था।

आईएसपीआर ने कहा कि अबाबील परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम है और इसकी क्षमता उच्च सटीकता के साथ दुश्मन के रेडारों को मात देते हुए एक साथ अनेक लक्ष्यों को भेदने की है।

बयान में भारत की तरफ परोक्ष इशारा करते हुए कहा गया कि अबाबील हथियार प्रणाली का विकास बढ़ती क्षेत्रीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) माहौल में पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइलों के टिकने की क्षमता सुनिश्चित करने पर लक्षित है।

पाकिस्तान द्वारा पिछले साल नौ दिसंबर को पनडुब्बी से क्रुज मिसाइल बाबर-3 के सफल परीक्षण के बाद अबाबील का परीक्षण किया गया है।

पाकिस्तान ने एलओसी पार कर गए भारतीय सैनिक को सौंपा

पाकिस्तान ने उस भारतीय सैनिक को भारत को सौंप दिया जो पिछले वर्ष सितम्बर में गलती से नियंत्रण रेखा पार करके दूसरी ओर चला गया था। चंदू बाबूलाल चव्हाण (22) अटारी-वाघा सीमा से भारत वापस लौटा। बीएसएफ ने जवान को सेना को सौंप दिया जो उसे एक अज्ञात स्थान पर ले गई।

चव्हाण 37 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात था और भारत द्वारा नियंत्रण रेखा पर क्रॉस बॉर्डर फायरिंग करने के कुछ ही घंटे बाद कश्मीर में गलती से नियंत्रण रेखा पार कर गया था।

चव्हाण के भाई भूषण चव्हाण भी एक सैनिक हैं। भूषण ने कहा कि वह सेना को उसके प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि डीजीएमओ और सेना ने जो प्रयास किए हैं उसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। मैं यह कभी भी भुला नहीं सकता। मैं भी एक सैनिक हूं और मैं अपनी आखिरी सांस तक पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करता रहूंगा। भूषण ने कहा कि मैं ग्रामीणों और उन सभी के प्रति आभारी हूं जिन्होंने न केवल मेरे भाई बल्कि इस देश के एक सैनिक के लिए प्रार्थना की।

चव्हाण महाराष्ट्र के धुले जिले के बोरवीहिर गांव का रहने वाला है। उसे पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा पकड़े जाने की खबर सुनकर सदमे से उसकी दादी का निधन हो गया था। वहीं चव्हाण के परिवार ने कहा कि अब जब चंदू को पाकिस्तान ने छोड़ दिया है उसकी दादी की अस्थियों को नदी में विसर्जित किया जा सकता है।

अटारी में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि चंदू चव्हाण का पहले सेना के चिकित्सकों की एक टीम द्वारा चिकित्सकीय परीक्षण किया जाएगा।

रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि उनका मंत्रालय और डीजीएमओ जवान की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत थे जो नियंत्रण रेखा गलती से पार करने के बाद पाकिस्तान की हिरासत में था।

रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय भी इसमें शामिल था। सैनिक की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किये गए और परिणामस्वरूप आज उसकी रिहाई के तौर पर आया।

उन्होंने कहा कि हमारे डीजीएमओ अपने पाकिस्तानी समकक्ष के सम्पर्क में थे। गत सप्ताह हमें बताया गया कि उसे जल्द रिहा कर दिया जाएगा।

पाकिस्तानी सेना ने दिन में इससे पहले एक बयान जारी करके भारतीय सैनिक को सौंपने की घोषणा की थी।

पाकिस्तानी सेना ने कहा कि सैनिक ने नियंत्रण रेखा के पार अपने कमांडरों के खिलाफ कुछ शिकायतों के चलते अपनी चौकी छोड़ दी थी और उसे वापस स्वदेश लौटने के लिए राजी किया गया।

पाकिस्तानी सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक ट्वीट में कहा कि पाकिस्तानी सेना भारतीय सैनिक को एक सद्भाव के तहत लौटा रही है।

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक अलग बयान में कहा कि भारतीय सैनिक को लौटाने का पाकिस्तान सरकार का निर्णय मानवीय आधार और नियंत्रण रेखा एवं कामकाजी सीमा पर शांति बनाये रखने की प्रतिबद्धता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारतीय आक्रामकता के बावजूद पाकिस्तान का शांतिपूर्ण पड़ोस में विश्वास है और वह क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को कमजोर करने के सभी कदमों को खारिज करता है।

चंदू चव्हाण के भाई भूषण चव्हाण ने अपने गांव बोरवीहिर से कहा कि चंदू को पाकिस्तान द्वारा पकड़ने की खबर सुनकर मेरी दादी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। हमने निर्णय किया था कि चंदू के वापस लौटने तक दादी की अस्थियों का नदी में विसर्जन नहीं किया जाएगा। अब वह दिन आ गया है। उन्होंने बताया कि चंदू का गांव में स्वागत करने के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं और पटाखे छोड़े जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मुझे सुभाष भामरे (रक्षा राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद) का फोन आया था और उन्होंने हमें चंदू की रिहायी के बारे में सूचना दी।

उन्होंने कहा कि वह रक्षा मंत्री और डीजीएमओ के सभी अधिकारियों के प्रति आभारी हैं जिन्होंने चंदू की रिहाई के लिए लगातार प्रयास किए।

भूषण चव्हाण ने पाकिस्तान स्थित मानवाधिकार संगठनों को भी पत्र लिखकर अपने भाई की रिहाई में मदद का आग्रह किया था।

उन्होंने कहा कि मैंने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के राजदूत को भी ट्वीट किया था और उनकी मदद मांगी थी।

रूस, सीरिया, ईरान और आईएस अमेरिका के लिए बड़ा खतरा

सीआईए निदेशक पद के लिए नामित सांसद माइक पोंपेओ ने रूस, सीरिया, ईरान और आईएस को अमेरिका के लिए बड़ा खतरा करार दिया है।

सीआईए के निदेशक पद पर नियुक्ति की पुष्टि संबंधी सुनवाई के दौरान पोंपेओ ने ये बातें कहीं।

पोंपेओ ने कहा कि अगर इस पद के लिए उनके नाम की पुष्टि होती है तो आईएस को हराने में सहयोग देना मेरी शीर्ष प्राथमिकताओं में से एक होगा।

माइक पोंपेओ से जब पूछा गया कि रूस के साथ क्या किया जाना चाहिए तो उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी होगा कि खुफिया एजेंसी सांसदों को रूस के बारे में सटीक खुफिया जानकारी और विश्लेषण मुहैया कराए।

ओबामा प्रशासन के रुख से अलग उन्होंने ईरान को आतंकवाद प्रायोजक मुल्क बताया।

उन्होंने कहा कि ईरान पश्चिम एशिया में आतंक को बढ़ावा दे रहा है।

उन्होंने सीरिया को असफल देश बताते हुए कहा कि यह 21वीं सदी की सबसे खराब मानवीय आपदा से दो चार हुआ है।

माइक पोंपेओ ने चीन की दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में और साइबर क्षेत्र में जारी गतिविधियों के लिए आलोचना करते हुए कहा कि यह देश नई-नई तरह की गतिविधियों से तनाव पैदा कर रहा है।

उन्होंने परमाणु एवं बैलिस्टिक क्षमता में इजाफा करने का प्रयास कर रहे उत्तर कोरिया की भी इस बात के लिए आलोचना की कि उसके मन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भावना के लिए कोई सम्मान नहीं है।

कश्मीरी मुजाहिदीन भारत को करारा जवाब दे रहे हैं: हाफिज सईद

जमात उद-दावा प्रमुख और मुंबई आतंकवादी हमले के सरगना हाफिज सईद ने दावा किया कि कश्मीरी मुजाहिदीन कश्मीर के अखनूर, उरी और अन्य जगहों पर भारत को करारा जवाब दे रहे हैं।

लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद में बड़ी कश्मीर कांफ्रेंस रैली को संबोधित करते हुए सईद ने कहा, भारतीय सेना 650000 कश्मीरी मुसलमानों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। अब कश्मीरी मुजाहिदीन अखनूर, उरी और अन्य जगहों पर भारत को करारा जवाब दे रहे हैं।

उसने कहा कि मुजाहिदीन भारत को तबाह कर रहा है।

सईद ने कहा कि भारत उनको अपने अभियान से रोक नहीं सकता। मैं अब अकेला नहीं हूं बल्कि अब बलूच लोग और अन्य पाकिस्तानी भी हमारे साथ हैं।

साथ ही उसने कहा कि बलूच नेता शाहजेन बुग्ती ने भी उसके साथ हाथ मिलाया है।

जम्हूरी वतन पार्टी के अध्यक्ष बुग्ती ने कश्मीर के लिए रैली में अपना समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा कि बलूचिस्तान कश्मीरी लोगों के साथ है।

बुग्ती ने कहा कि 50000 बलूच युवा कश्मीर आजादी आंदोलन में जुड़ने को तैयार हैं और हाफिज सईद के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।

मुंबई हमले के सरगना ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि अगर भारत पाकिस्तान के नदी जल को रोकता है तो वहां नदियों में खून होगा।

उसने कहा कि हम कश्मीरी आजादी के लिए कश्मीरियों के साथ हैं क्योंकि पाकिस्तान उसके बिना अधूरा है।

ट्रंप का संकेत: भारतीय आईटी और दवा कंपनि‍यों पर असर

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने जो संकेत दिए हैं, उससे भारत के फार्मा और आईटी सेक्टर पर बड़ा असर पड़ सकता है।

ट्रंप ने कहा कि ड्रग कंपनियां हत्या करके पैसे कमा रही हैं और उन्होंने वादा किया कि इसमें बदलाव आएगा। उन्होंने जोर दिया कि वह ड्रग इंडस्ट्री को वापस अमेरिका में लेकर आएंगे। हम दुनिया में दवाओं के सबसे बड़े खरीदार हैं और अब तक हम इसके लिए सही से निविदाएं नहीं देते हैं।

ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी फर्म्स बिडिंग करना शुरू करने जा रही हैं और आने वाले वर्षों में हम अरबों डॉलर बचा सकेंगे।

ओबामा केयर पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि कीमतें स्वीकृत हो जाने के बाद वह ओबामा केयर को वापस कर लेंगे जिससे फार्मा कंपनियां प्रभावित होंगी। हम हेल्थकेयर को कम खर्चीला और बेहतर बनाएंगे।

ट्रंप ने साफ कर दिया कि अमेरिकी कंपनियों द्वारा नौकरियों की आउटसोर्सिंग अब नहीं की जाएगी।