विदेश

'ट्रक ड्राइवर संभवत: पाक या अफ़ग़ान शरणार्थी'

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुए हमले के हमलावर की पहचान कर ली गई है। बताया जा रहा है कि हमलावर पाकिस्तानी मूल का है। हमलावर की उम्र 23 है और उसका नाम नावेद है।

दरअसल एक शख्स के बर्लिन के क्रिसमस बाजार में ट्रक लेकर घुस गया। ये उस वक्त हुआ, जब लोग क्रिसमस की खरीददारी कर रहे थे। इस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने मौके से एक सस्पेक्ट को भी गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि ये पाकिस्तान से आया शरणार्थी है।

मिल रही जानकारी के मुताबिक, इस व्यक्ति का पुलिस रिकॉर्ड है, लेकिन यह रिकार्ड छोटे-मोटे अपराधों से संबंधित है, आतंकवाद से नहीं। लॉरी के मालिक ने चालक के लापता होने की पुष्टि की है। लॉरी का मालिक पोलैंड का नागरिक है। जर्मनी के अधिकारियों ने कहा कि शहर में ब्रीतशीदप्लात्ज में जहां संदिग्ध हमला हुआ, उसके पास और खतरनाक स्थिति का कोई संकेत नहीं है।

रूसी राजदूत की तुर्की की राजधानी में गोली मारकर हत्या

तुर्की की राजधानी अंकारा में रूस के राजदूत की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। हमलावर ने रूसी राजदूत आंद्रे कार्लोव को बिल्‍कुल नजदीक से पीछे से गोली मारी।

हमलावर की पहचान स्पेशल फोर्सेस पुलिस के सदस्य मेवल्यूट मर्ट ऐल्टिंटश के रूप में हुई है जो उस वक्त ऑफ ड्यूटी था। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने ऐल्टिंटश को भी मार गिराया।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, हादसा एक आर्ट गैलरी में हुआ जहां कार्लोव भाषण दे रहे थे। तभी ऐल्टिंटश (22) वहां पहुंचा और चिल्लाना शुरू किया, ''अलेप्पो को मत भूलो, हम अलेप्‍पो में मर रहे हैं, तुम यहां मरोगे'' और इसके बाद 'अल्लाहू अकबर' कहते हुए कार्लोव पर गोली चला दी। गोली लगते ही कार्लोव जमीन पर गिर पड़े। इस घटना में तीन और लोग घायल हुए हैं।

गोली मारने के बाद भी ऐल्टिंटश चिल्लाता रहा। रूसी विदेश मंत्रालय ने इसे आतंकी घटना करार दिया है। वही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस मामले पर विदेश मंत्रालय और खुफिया एजेंसी से बात करेंगे।

सीरिया में जारी संघर्ष के कारण रूस और तुर्की के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण चल रहे हैं क्योंकि दोनों ही वहां चल रहे युद्ध में दो अलग पक्षों को समर्थन दे रहे हैं। पिछले ही साल तुर्की ने रूस के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया था। उसके बाद रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन ने तुर्की को चेताया था और अंजाम भुगतने की बात कही थी।

मोसुल: जीवन बिना पानी, बिजली या गैस के

मोसुल, इराक के दूसरे सबसे बड़े शहर के लिए लड़ाई, अब अपने तीसरे महीने में प्रवेश कर रहा है।
शहर में फंसे हुए नागरिकों और सरहद पर अटक गए लोगों के लिए स्थिति अत्यंत अस्थिर बनी हुई है।

वेनेजुएला में नकदी संकट: हजारों लोग दवा खरीदने के लिए कोलम्बिया गए

वेनेजुएला में नकदी संकट का स्वास्थ्य पर एक बड़ा प्रभाव पड़ा है, दस हजार लोग से ज्यादा कोलम्बिया की सीमा पार कर दवा खरीदने के लिए जा चुके हैं।

पोलैंड: प्रेस की स्वतंत्रता पर नए प्रतिबंध के खिलाफ हजारों लोगों का विरोध प्रदर्शन

कई हजार लोग पोलैंड के राष्ट्रपति के महल के बाहर इकट्ठे होकर मीडिया पर लगे नए प्रतिबंध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
वारसॉ में संसद भवन के सामने मीडिया पर लगे नए प्रतिबंध के खिलाफ हजारों लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे है।

पेंटागन: चीन अमेरिकी ड्रोन लौटने के लिए सहमत

चीन के साथ बढ़ते तनाव पर विल करर की रिपोर्ट

जिम्बाब्वे: रॉबर्ट मुगाबे की पार्टी को विभाजित करने की धमकी मिली

जिम्बाब्वे के 92 वर्षीय नेता रॉबर्ट मुगाबे को 2018 में राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए खड़े करने के लिए उनकी Zanu-पीएफ पार्टी द्वारा समर्थन दिया गया है।
लेकिन आंतरिक डिवीजनों ने पार्टी को विभाजित करने की धमकी दी।

तुर्की विस्फोट: विश्वविद्यालय के बाहर कार बम फटा

केंद्रीय तुर्की में एक बम विस्फोट में कम से कम 13 सैनिक मारे गए और 55 अन्य घायल हो गए।
विस्फोट कायसेरी के केंद्रीय शहर में ड्यूटी ख़त्म होने के बाद लौट रहे सैन्य कर्मियों के बस में हुआ।
तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तईप एरडोगन ने हमले के लिए पीकेके को दोषी ठहराया है।

डकोटा एक्सेस पाइपलाइन: लापता मीडिया के मामले

अमेरिका के मूल निवासी और उनके समर्थकों के द्वारा पिछले छह महीने के लंबे विरोध प्रदर्शन की ओर मीडिया के कम ध्यान देने के बावजूद उन्हें विजयी मिली।

पेरू: द सोडालिटीम स्कैंडल

लैटिन अमेरिका के सबसे धनी रोमन कैथोलिक समाजों में से एक से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच।