इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल पर हमले के बाद हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने बयान जारी किया
इसराइल के हमलों के बीच लेबनान के प्रधानमंत्री ने आपात बैठक बुलाई
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइली हमलों के बीच लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने मंत्रियों के साथ आपात बैठक की है।
लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक देश के दक्षिणी भाग की स्थिति पर चर्चा करने के लिए लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मकाती ने मंत्रियों के साथ आपात बैठक की है।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नजीब मकाती ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि वह बढ़ती स्थिति को रोकने के लिए लेबनान के मित्रों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
नजीब मकाती ने इस बात पर ज़ोर दिया कि लेबनान ग़ज़ा में युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से किए जा रहे प्रयासों का समर्थन करता है।
इसराइल पर हिज़बुल्लाह के हमलों का हूती विद्रोहियों और हमास ने समर्थन किया
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं।
वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।
हमास ने कहा है कि वह हिज़बुल्लाह की तरफ से इसराइल पर किए हमले का स्वागत करता है।
टेलीग्राम पर हमास की तरफ से जारी बयान में इसराइल के अंदर किए गए इस हमले की प्रशंसा की गई है। हमले को "प्रमुख प्रतिक्रिया" बताया गया है।
हमास ने कहा कि वरिष्ठ कमांडर फौद शुक्र के मारे जाने के बाद वह हिज़बुल्लाह की इस मज़बूत कार्रवाई की सराहना करता है।
हमास के बयान में कहा गया है कि फ़लस्तीन और लेबनान के लोगों के खिलाफ की गई आपराधिक कार्रवाई को बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच हिज़बुल्लाह की मीडिया की ओर से टेलीग्राम पर किए गए पोस्ट में हिज़बुल्लाह के दो लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
हूती विद्रोहियों ने हिज़बुल्लाह की कार्रवाई का किया समर्थन
रविवार, 25 अगस्त 2024
यमन के हूती विद्रोहियों ने हिज़बुल्लाह की तरफ से इसराइल पर की गई इस कार्रवाई को साहसिक बताया है।
ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इसराइल की ओर से यमन के एक बंदरगाह पर किए हमले के जवाब में हमला शुरू करने की धमकी दी है।
इसराइल ने कहा है कि उसकी ओर से वो हमला हूती विद्रोहियों की तरफ से तेल अवीव में किए गए ड्रोन हमले के जवाब में किया गया था।
इसराइल की ओर से हिज़बुल्लाह पर किए गए हमले उसके सैन्य अभियान में ''कहानी का अंत नहीं'' हैं: बिन्यामिन नेतन्याहू
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने एक चेतावनी दी है। बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 को इसराइल की ओर से हिज़बुल्लाह पर किए गए हमले उसके सैन्य अभियान में ''कहानी का अंत नहीं'' हैं।
कैबिनेट बैठक के दौरान बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि हम हिज़बुल्लाह पर अचानक हमले कर रहे हैं। यह इसराइल के उत्तर में स्थिति को बदलने और नागरिकों को सुरक्षित उनके घर वापस लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि इसराइली सेना ने नागरिकों और सैनिकों को निशाना बनाकर दागे गए रॉकेटों को तबाह कर दिया है।
बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश के मध्य भाग को निशाना बनाकर किए गए ड्रोन हमले को भी नाकाम कर दिया गया है।
इसराइल पर हमले के बाद हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने बयान जारी किया
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।
हिज़बुल्लाह के प्रमुख शेख़ हसन नसरल्लाह ने कहा है कि समूह ने अपने कमांडर फौद शुक्र की हत्या का बदला लिया है, हालांकि इसका बदला लेने में उसे कई कारणों से देर हो गई।
हसन नसरल्लाह ने कहा, "हिज़बुल्लाह ने 110 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इसराइली सेना के एक ठिकाने को निशाना बनाया। ये जगह तेल अवीव से डेढ़ किलोमीटर दूर है।''
हसन नसरल्लाह ने दावा किया कि सभी ड्रोन इसराइली हवाई क्षेत्र में घुसने में सफल रहे।
हसन नसरल्लाह ने कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 के हमले में हिज़बुल्लाह ने सटीक मार करने वाली मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन ज़रूरत पड़ने पर बाद में उन्हें तैनात कर सकता है।
हसन नसरल्लाह ने कहा, "हिज़बुल्लाह ने इसराइल के रिहायशी क्षेत्रों और उसके बुनियादी ढांचे को निशाना न बनाकर हत्या का बदला लेने का निर्णय लिया है।''
इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?
इसराइल और हिज़बुल्लाह संघर्ष: ताज़ा हमलों को लेकर अब तक इसराइल और हिज़बुल्लाह ने क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ सैन्य कमांडर फौद शुक्र के मारे जाने के बाद, लगभग एक महीने से लेबनान, इसराइल और पूरे क्षेत्र को हिज़बुल्लाह की जवाबी कार्रवाई का इंतज़ार था।
जुलाई 2024 के आख़िर में और अगस्त 2024 की शुरूआत में लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके़ दाहिया में स्थित एक रिहायशी इमारत पर इसराइल की ओर से किए गए हमले में फौद शुक्र की मौत हुई थी।
फौद शुक्र की मौत के बाद हिज़बुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया था।
रविवार, 25 अगस्त 2024 को हिज़बुल्लाह ने कहा है कि उसने पहले चरण की जवाबी कार्रवाई में रॉकेट और ड्रोन से हमले किए हैं। हिज़बुल्लाह ने अपने इस हमले को सफल बताया है।
वहीं इसराइल का कहना है कि उसने हिज़बुल्लाह की योजनाओं को विफल करते हुए, सुबह-सुबह उस पर हमला किया है।
इसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हिज़बुल्लाह के कुछ निशाने मध्य इसराइल में थे। हालांकि ये टारगेट हिज़बुल्लाह के हमले से अछूते रहे हैं।
इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दिया बयान
इसराइली सेना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर कहा कि रविवार, 25 अगस्त 2024 को सवेरे उसने 100 लड़ाकू विमानों की मदद से उत्तर और केंद्रीय इसराइल पर हुए हमलों का मुक़ाबला किया। सेना ने कहा कि उसने हिज़बुल्लाह के 40 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया है।
रविवार, 25 अगस्त 2024 को हुए ताजा हमलों से हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच और अधिक तनाव बढ़ने की चिंता को बढ़ा दिया है। अभी तक इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच की कार्रवाई सीमावर्ती इलाकों तक ही सीमित रही है।
रविवार, 25 अगस्त 2024 की सुबह इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के एक बार फिर कहा है कि देश के उत्तरी इलाके़ में विस्थापित किए गए लोगों को फिर से बसाने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, "जो भी हमें नुक़सान पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उसे नुक़सान पहुंचाएंगे।''
ये हमले तब हुए हैं जब ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के प्रयास जारी हैं। लड़ाई में वृद्धि के बावजूद ये उम्मीद की जा रही है कि वार्ता बाद में भी जारी रहेगी।
हिज़बुल्लाह समूह कौन हैं?
रविवार, 25 अगस्त 2024
हिज़बुल्लाह लेबनान में ईरान से समर्थन प्राप्त शिया इस्लामी राजनीतिक पार्टी और अर्द्धसैनिक संगठन है। वर्ष 1992 से इसकी अगुवाई हसन नसरल्लाह कर रहे हैं। इस नाम का मायने ही अल्लाह का दल है।
1980 के दशक की शुरुआत में लेबनान पर इसराइली कब्ज़ें के दौरान ईरान की वित्तीय और सैन्य सहायता से हिज़बुल्लाह का उदय हुआ।
हिज़बुल्लाह के नेता शेख़ हसन नसरल्लाह ने दावा किया है कि समूह के पास 100,000 लड़ाके हैं, हालांकि स्वतंत्र अनुमान के अनुसार लड़ाकों की संख्या 20,000 और 50,000 के बीच है।
दक्षिणी इसराइल पर हमास के हमले बाद से इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच क्रॉस बॉर्डर फायरिंग जारी है। हमास के हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इसके बाद से इसराइल ने ग़ज़ा पर हमला कर दिया था। हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इसराइल के हमले में अब तक लगभग 40 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
हिज़बुल्लाह पर वर्षों से इसराइली और अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए बमबारी और षड्यंत्र रचने का आरोप लगता रहा है। पश्चिमी देश, इसराइल, अरब खाड़ी देशों और अरब लीग हिज़बुल्लाह को 'आतंकवादी' संगठन मानते हैं।
इसराइल और लेबनान के बीच बढ़े तनाव को लेकर अमेरिका ने क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइल के हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला करने के बाद से उसका लेबनान के साथ तनाव बढ़ा हुआ है।
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हवाई हमले किए हैं। वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर 300 रॉकेट दागने का दावा किया।
लेबनान और इसराइल के बीच चल रहे ताज़ा तनाव को लेकर अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी है।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन इसराइल और लेबनान के बीच चल रहे घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए हैं।
वो शाम से ही राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इसराइल में अपने समकक्षों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।
व्हाइट हाउस की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, ''हम इसराइल का उसकी रक्षा करने में लगातार समर्थन और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए काम करते रहेंगे।''
इसराइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष: हिज़बुल्लाह और इसराइल ने एक-दूसरे पर हमले किये
इसराइल का लेबनान पर हमला, हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइली सेना ने कहा है कि उनके लड़ाकू विमान लेबनान में हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं।
इसराइल का कहना है कि हिज़बुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट दागने की गतिविधियों का पता लगने के बाद यह क़दम उठाया गया है।
इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्स के प्रवक्ता डैनियल हगारी का कहना है कि 'हमने हिज़बुल्लाह के मिसाइलों और रॉकेटों के हमलों को दूर करने के लिए अपनी आत्मरक्षा में लेबनान पर हमला किया है।'
इसराइल ने यह भी कहा है कि लेबनान में हमला करने से पहले आम लोगों को तुरंत ही हिज़बुल्लाह के इलाक़ों को छोड़ने की चेतावनी दे दी गई थी।
लगभग तीन दिन पहले भी इसराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिज़बुल्लाह के 10 ठिकानों को निशाना बनाया था।
इसराइली लड़ाकू विमानों ने लेबनान के अंदर हथियार डिपो और मिलिट्री बिल्डिंग्स को निशाना बनाया था।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना था कि हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई थी वहीं 30 लोग घायल हुए हैं।
वहीं हिज़बुल्लाह ने इन हमलों के जवाब में गोलान हाइट्स के इलाके़ में 50 से भी ज़्यादा मिसाइलें दागी थीं।
हिज़बुल्लाह का कहना था कि उसने अपने मिलिट्री कमांडर फ़ौद शुक्र की हत्या का बदला लेने के लिए इसराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था।
वहीं इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने अपने मंत्रिमंडल की एक आपात सुरक्षा बैठक बुलाई है।
इसराइल में 48 घंटे के लिए इमरजेंसी लगाई गई, पीएम नेतन्याहू ने आपात बैठक में क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में इमरजेंसी नेशनल सिक्योरिटी मीटिंग को संबोधित किया है।
अपने संबोधन में बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा, ''हम अपने देश की रक्षा करने और निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक वापस लाने के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार हैं। जो कोई भी हमें चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा, हम उसे चोट पहुंचाएंगे।''
नेतन्याहू ने यह भी कहा कि हमारी सेना ने इसराइल पर हमला करने के लिए हिज़बुल्लाह की तैयारी का पता लगाने के लिए दिन-रात काम किया है।
इसराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सेना की तैयारी के चलते हम हिज़बुल्लाह के हज़ारों रॉकेटों को नष्ट करने में सफल हो पाए हैं।
हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमले के मद्देनज़र इसराइल में एहतियातन 48 घंटे के लिए इमरजेंसी लगा दी गई है।
इसराइली हमले को लेकर लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय और सरकारी मीडिया ने क्या कहा?
रविवार, 25 अगस्त 2024
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसराइली हमले में अभी तक एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके अलावा दो लोग घायल हुए हैं।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि लेबनान के दक्षिणी शहर ख़ियाम में एक कार पर हमले में एक व्यक्ति की जान गई है।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, "दक्षिणी लेबनान के शहरों पर रविवार, 25 अगस्त 2024 की सुबह हुए इसराइली हमले में दो लोग घायल हुए हैं। इनमें से एक व्यक्ति सीरिया का नागरिक है।''
वहीं लेबनान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी (एनएनए) ने बताया है कि, इसराइली विमानों ने ऐन काना, कफ़र फ़िला, लौइज़ेह, बसालिया और कफ़र मेल्की के शहर के बाहरी इलाक़ों और चकिफ़ कैसल को निशाना बनाया है।
इसके अलावा इसराइल ने कथित तौर पर बीर कल्ब इलाक़े के साथ-साथ साजद, कफ़र फ़िला और सरबा के शहरों के बाहरी इलाकों को भी निशाना बनाया है।
वहीं इसराइल का कहना है कि लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिज़बुल्लाह उन पर बड़े स्तर पर हमले की तैयारी कर रहा था। इसे रोकने के लिए उसने आत्मरक्षा में हमला किया है।
हिज़बुल्लाह का कहना है कि उसने इसराइल के उत्तरी भाग में 11 सैन्य स्थलों को निशाना बनाकर 320 से अधिक रॉकेट दागे हैं।
इसराइली हमले में लेबनान में तीन लोगों की हुई मौत
रविवार, 25 अगस्त 2024
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश के दक्षिणी इलाके में इसराइल की ओर से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हुई है।
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाकर लेबनान में हमले किए हैं।
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि लेबनान के दक्षिणी शहर ख़ियाम में एक कार पर हमले में एक व्यक्ति की जान गई है।
एक अलग बयान में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि तिरि गांव में इसराइल की ओर से किए गए हमले में दो लोगों की मौत हुई है।
इसके बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी गई है।
इससे पहले हिज़बुल्लाह ने हमले में शिया अमल आंदोलन के एक सेनानी की मौत की पुष्टि की थी।
हिज़बुल्लाह और इसराइल के बीच इस समय तनाव बढ़ा हुआ है।
इसराइल ने हिज़बुल्लाह के कई ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं।
वहीं हिज़बुल्लाह ने इसराइल पर तीन सौ रॉकेट दागने का दावा किया है।
यूक्रेनी हमलों के बीच रूस के एक और इलाके में इमरजेंसी घोषित
बुधवार, 14 अगस्त 2024
रूस के बेलोगोरोद के गवर्नर ने इस इलाक़े में आपातकाल लगाने की घोषणा की है। बीते 10 दिनों के अंदर बेलगोरोद इमरजेंसी लगाने वाला रूस का दूसरा क्षेत्र है।
छह अगस्त 2024 को यूक्रेन ने रूस के इलाक़ों पर अचानक हमले तेज़ कर दिए थे और उसने दावा किया है कि वह रूस की सीमा में कुर्स्क इलाक़े के 1000 वर्ग किलोमीटर अंदर घुस चुका है।
यूक्रेन की कार्रवाई जारी रहने के मद्देनज़र बेलगोरोद के गवर्नर ने इमरजेंसी का ऐलान किया है।
इस बीच यूक्रेन की वायुसेना ने कहा है कि उसने रात भर में रूस की ओर से दागे गए 23 में से 17 ड्रोन मार गिराए हैं। यूक्रेन ने कहा है कि रूसी सेना ने दो गाइडेड मिसाइलें भी छोड़ी थीं।
यूक्रेन की वायुसेना के अनुसार, ये ड्रोन कीएव, ख़ारकिएव, चरकैसी, म्योक्लेव, सुमी, ज़पॉरज़िया, ज़ाइतोमिर इलाके में गिराए गए हैं।
इन ड्रोन्स से कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं लेकिन इससे अधिक नुक़सान की कोई जानकारी नहीं है।
बेलगोरोद के गवर्नर ने कहा है कि यूक्रेन की ओर से रोज़ाना हो रही बमबारी के कारण घर बर्बाद हो रहे हैं और आम लोगों की जान जा रही है।
यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के 74 कस्बों और गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है।
ज़ेलेंस्की का दावा- रूस के कुर्स्क में यूक्रेनी सेना कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है
बुधवार, 14 अगस्त 2024
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि उनके देश की सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है।
ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा है, ''कुर्स्क में हमारी सेना कई दिशाओं से एक से दो किलोमीटर तक आगे घुस गई है।''
हालांकि बीबीसी स्वतंत्र तौर पर इसकी पुष्टि नहीं कर पाया है। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि यूक्रेनी सेना ने रूसी क्षेत्र की कितनी ज़मीन पर क़ब्ज़ा किया है।
एक्स पर जे़लेंस्की की ओर से शेयर की गई तस्वीर में वो यूक्रेन के शीर्ष कमांडर अलेक्जेंडर सिरस्की से बात करते हुए दिख रहे हैं।
इस वीडियो में अलेक्जेंडर सिरस्की बता रहे हैं कि यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क पर हमले के दौरान 100 रूसी सैनिकों को गिरफ़्तार कर लिया है। इससे हमारे लोगों की वापसी की रफ्तार तेज़ हो जाएगी।
दो दिन पहले रूस ने माना था कि यूक्रेन की सेना उसके कुर्स्क प्रांत में घुस आई है। रूस के कई रिहायशी इलाकों पर यूक्रेन की सेना का नियंत्रण हो गया है।
रूस के कुर्स्क पर यूक्रेनी हमले के बाद भारतीय दूतावास ने एडवाइज़री जारी की
बुधवार, 14 अगस्त 2024
रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी हमले के बाद रूस में भारतीय दूतावास ने ब्रेंस्क, बेलगोरोद और कुर्स्क में रहने वाले भारतीयों को सतर्कता बरतने और अस्थायी तौर पर वहां से बाहर चले जाने को कहा है।
भारतीय दूतावास ने कहा है कि किसी भी भारतीय की मदद के लिए वो पूरी तरह तैयार है। इसके लिए उसने एक ई-मेल एड्रेस - edu1.moscow@mea.gov.in जारी किया है। इसके अलावा एक हेल्पलाइन टेलीफोन नंबर +7 9652773414 भी जारी किया गया है।
दो दिन पहले रूस ने माना था कि यूक्रेन की सेना उसके कुर्स्क प्रांत में घुस आई है। रूस के कई रिहायशी इलाकों पर यूक्रेन की सेना का नियंत्रण हो गया है।
इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने दावा किया है कि उनके देश की सेना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में कई दिशाओं से आगे बढ़ रही है।
ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किए गए एक पोस्ट में लिखा है, "कुर्स्क में हमारी सेना कई दिशाओं से एक से दो किलोमीटर तक आगे घुस गई है।''
इसराइल पर ईरान के हमले के ख़तरे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने क्या कहा?
बुधवार, 14 अगस्त 2024
संयुक्त राष्ट्र संघ में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा है कि अमेरिका मध्य-पूर्व में तनाव को कम करने की योजना पर काम कर रहा है।
दरअसल, ऐसी आशंकाएं हैं कि ईरान इसराइल पर हमले की योजना बना रहा है। इस वजह से मध्य-पूर्व में तनाव भरे हालात बने हुए हैं।
लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने मंगलवार, 13 अगस्त 2024 को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि अमेरिका भविष्य में किसी भी हमले को रोकना और उससे बचाव करना चाहता है और किसी भी क्षेत्रीय संघर्ष को टालना चाहता है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की ये प्रतिक्रिया ऐसे समय आई है जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व का अपना दौरा फिलहाल टाल दिया है।
जुलाई 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की एक हमले में मौत हो गई थी।
ईरान ऐसा मानता है कि इस हमले के पीछे इसराइल का हाथ है। हालांकि औपचारिक रूप से इसराइल ने इस पूरे मामले पर अभी तक कुछ भी नहीं कहा है।
लेकिन ईरान ने ये कहा है कि इसराइल को इस हमले के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसी वजह से ऐसी आशंकाएं पैदा हुई हैं कि ईरान इसराइल पर हमला कर सकता है।
ईरान की ओर से हमले के ख़तरे के बीच इसराइली रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
बुधवार, 14 अगस्त 2024
इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने बताया है कि इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्स और ख़ुफ़िया एजेंसियां लेबनान और ईरान में हो रही घटनाओं पर बारीक़ी से नज़र रख रही हैं।
इसराइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के मुताबिक़, ''इसराइली डिफ़ेस फ़ोर्स और ख़ुफ़िया एजेंसियां किसी भी ख़तरे को दूर रखने के लिए दिन-रात चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। साथ ही हमारी सेना हमले के अलग-अलग विकल्पों को तैयार रखे है। ताकि हम जब जहां चाहें हमला कर सकें।''
योआव गैलेंट ने कहा कि हमारी सेनाओं का शुक्रिया क्योंकि वे हमारे नागरिकों के लिए रातों को सुरक्षित बना रहे हैं। इस वजह से इसराइल के नागरिक सामान्य जीवन जी पा रहे हैं। तैयार रहें और अपने कमांडर के निर्देशों का पालन करें।
जुलाई 2024 में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की ईरान की राजधानी तेहरान में हुए एक हमले में मौत हो गई थी।
ईरान का कहना था कि इस हमले में इसराइल का हाथ है। हालांकि इसराइल ने इस पर कोई औपचारिक टिप्पणी नहीं की। लेकिन ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने कहा था कि हनिया की मौत का बदला लेना ईरान का सर्वोच्च कर्तव्य है।
इसके बाद से ही ऐसी आशंकाएं हैं कि ईरान इसराइल पर हमला कर सकता है।
इसराइली मंत्री के अल अक़्सा मस्जिद में प्रवेश करने और प्रार्थना के बाद विवाद
बुधवार, 14 अगस्त 2024
इसराइल के धुर-दक्षिणपंथी और नेशनल सिक्योरिटी मामलों के मंत्री इत्तेमार बेन गिविर ने सैकड़ों यहूदियों के साथ यरूशलम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक अल-अक़्सा मस्जिद में प्रवेश किया और प्रार्थना की।
अल-अक़्सा मस्जिद के एक हिस्से को टेंपल माउंट के नाम से जाना जाता है जो कि यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है।
इसराइली मंत्री के इस क़दम को फ़लस्तीन, अमेरिका, फ़्रांस और सऊदी अरब समेत कई देशों और संयुक्त राष्ट्र ने भी उकसाने वाला बताया है और इसकी निंदा भी की है।
हालांकि इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के ऑफ़िस ने कहा है कि अल अक़्सा मस्जिद में प्रार्थना की स्थिति पर कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। वहां केवल मुस्लिमों को ही प्रार्थना करने की अनुमति है।
इसराइली सरकार ने अल-अक़्सा मस्जिद में किसी भी और धर्म के प्रार्थना करने पर रोक लगाई हुई है।
यरूशलम की अल-अक़्सा मस्जिद यरूशलम के पूर्वी भाग में स्थित है। यह जगह मुसलमानों की तीसरी सबसे पवित्र जगह है। वहीं यह यहूदियों के लिए सबसे पवित्र जगह मानी जाती है।
यहूदियों के लिए 'टेंपल माउंट' और मुसलमानों के लिए 'अल-हराम अल शरीफ़' के नाम से मशहूर पवित्र स्थल में 'अल-अक़्सा मस्जिद' और 'डोम ऑफ़ द रॉक' शामिल है।
'डोम ऑफ़ द रॉक' को यहूदी धर्म में सबसे पवित्र स्थल का दर्जा दिया गया है। पैग़ंबर मोहम्मद से जुड़े होने के कारण 'डोम ऑफ़ द रॉक' को मुसलमान भी पवित्र स्थल मानते हैं।
इस धार्मिक स्थल पर ग़ैर-मुसलमानों की प्रार्थना पर पाबंदी लगी हुई है।
बांग्लादेश में शेख़ हसीना से सत्ता छिनने में भूमिका के आरोपों पर अमेरिका ने क्या कहा?
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
अमेरिका ने बांग्लादेश में शेख़ हसीना से सत्ता छिनने के पीछे अपनी भूमिका होने के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है। अमेरिका ने इसे सिर्फ़ और सिर्फ़ अफ़वाह बताया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने कहा, "हमारी इसमें बिलकुल भी संलिप्तता नहीं है। ऐसी कोई भी रिपोर्ट झूठी है, जिसमें कहा गया है कि हालिया घटनाओं में (बांग्लादेश में सत्ता बदलने) अमेरिकी सरकार का हाथ है। सब अफवाह है।''
करिन जीन-पियरे ने कहा, "ये विकल्प खुद बांग्लादेश के नागरिकों ने अपने लिए चुना है। हमारा मानना है कि बांग्लादेश के लोगों को वहां की सरकार का भविष्य निर्धारित करना चाहिए। जैसा कि मैंने कहा और कहती रहूंगी कि कोई भी आरोप सच नहीं है।''
बांग्लादेश में छात्र कई महीनों से आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जो इतना बढ़ा कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को इस्तीफ़ा देना पड़ा। शेख़ हसीना को देश छोड़ कर भागना पड़ा।
इसके बाद सेना ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया।
अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को चुना गया है।
यूक्रेन ने रूस में एक हज़ार किलोमीटर अंदर घुसने का दावा किया, पुतिन ने क्या कहा?
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी सेना रूस में 1000 स्क्वॉयर किलोमीटर भीतर घुस गई है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को "उकसावे वाला बड़ा कदम" बताया। पुतिन ने रूसी सेना को आदेश दिया कि "दुश्मन को हमारे क्षेत्र से बाहर निकाला" जाए।
इस बीच यूक्रेन के सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में मौजूद हैं। यहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच बीते करीब एक हफ्ते से संघर्ष हो रहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के वरिष्ठ कमांडर अलेक्ज़ेंडर सिर्स्की ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को इसकी जानकारी दी।
अलेक्ज़ेंडर सिर्स्की ने एक वीडियो लिंक के ज़रिए ज़ेलेंस्की से कहा कि रूसी ज़मीन पर चढ़ाई अभी जारी है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में लोगों को पश्चिमी रूसी क्षेत्र से निकाला जा चुका है। अभी 59 हज़ार और लोगों से क्षेत्र खाली करने को कहा गया।
कुर्स्क के स्थानीय गवर्नर ने कहा कि क्षेत्र में करीब 28 गांव हैं, जहां तक यूक्रेनी सेना पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि 12 नागरिक मारे गए हैं और स्थिति अब भी मुश्किल बनी हुई है।
यूक्रेनी सैनिकों ने मंगलवार, 6 अगस्त 2024 को रूस के भीतर घुसना शुरू किया था।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस दूसरों तक युद्ध लेकर आया था और अब वही युद्ध उसके पास वापस लौट रहा है।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका समेत पांच देशों ने साझा बयान जारी किया
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
ईरान की धमकियों के बीच इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली ने मध्य पूर्व के हालात पर संयुक्त बयान जारी किया है।
इन सभी देशों ने मध्य पूर्व में तनाव कम करने और ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक डील तक पहुंचने के लिए अपना पूर्ण समर्थन ज़ाहिर किया।
संयुक्त बयान में कहा गया, "जितना जल्दी संभव हो, हमने एक डील तक पहुंचने के उद्देश्य से इस हफ्ते के अंत में वार्ता फिर से शुरू करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तह अल सीसी और कतर के अमीर तमीम के संयुक्त आह्वान का समर्थन किया है।''
इसमें कहा गया है, "सभी पक्षों को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए। साथ ही ग़ज़ा तक बिना रुकावट मदद पहुंचाया जाना ज़रूरी है।''
पांचों देशों ने ईरानी आक्रामकता और उसके समर्थन वाले चरमपंथी संगठनों के खिलाफ इसराइल की रक्षा के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
इन्होंने ईरान की तरफ से इसराइल के खिलाफ सैन्य हमलों की लगातार मिल रही धमकियों को रोकने का आह्वान किया गया है।
इसके साथ ही इस तरह के हमले होने पर क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर परिणामों को लेकर भी चर्चा की गई।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी भेजी
सोमवार, 12 अगस्त 2024
अमेरिका ने इसराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच इसराइल की रक्षा के लिए मध्य पूर्व में एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी भेजी है।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस अब्राहम लिंकन को भी इस इलाके़ में जल्द पहुंचने को कहा है।
यूएसएस अब्राहम लिंकन लड़ाकू विमान एफ-35 से लैस है।
दरअसल हमास और हिज़बुल्लाह के कुछ बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है।
ईरान ने अपने यहां मारे गए हमास नेता इस्माइल हनिया का बदला लेने का ऐलान किया था। समझा जाता है कि हिज़बुल्लाह इसराइल के कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है।
हनिया की मौत के बाद बढ़े तनाव को देखते हुए अमेरिका ने मध्य पूर्व में पनडुब्बी भेजने का फ़ैसला किया है।
अमेरिका ऐसे किसी भी हमले से इसराइल की रक्षा करना चाहता है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि उनका देश अपने सहयोगी देशों के बचाव के लिए हरसंभव क़दम उठाएगा।