इसराइली मंत्री के अल अक़्सा मस्जिद में प्रवेश करने और प्रार्थना के बाद विवाद
बुधवार, 14 अगस्त 2024
इसराइल के धुर-दक्षिणपंथी और नेशनल सिक्योरिटी मामलों के मंत्री इत्तेमार बेन गिविर ने सैकड़ों यहूदियों के साथ यरूशलम के सबसे पवित्र स्थलों में से एक अल-अक़्सा मस्जिद में प्रवेश किया और प्रार्थना की।
अल-अक़्सा मस्जिद के एक हिस्से को टेंपल माउंट के नाम से जाना जाता है जो कि यहूदियों का सबसे पवित्र स्थल भी है।
इसराइली मंत्री के इस क़दम को फ़लस्तीन, अमेरिका, फ़्रांस और सऊदी अरब समेत कई देशों और संयुक्त राष्ट्र ने भी उकसाने वाला बताया है और इसकी निंदा भी की है।
हालांकि इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के ऑफ़िस ने कहा है कि अल अक़्सा मस्जिद में प्रार्थना की स्थिति पर कोई भी बदलाव नहीं हुआ है। वहां केवल मुस्लिमों को ही प्रार्थना करने की अनुमति है।
इसराइली सरकार ने अल-अक़्सा मस्जिद में किसी भी और धर्म के प्रार्थना करने पर रोक लगाई हुई है।
यरूशलम की अल-अक़्सा मस्जिद यरूशलम के पूर्वी भाग में स्थित है। यह जगह मुसलमानों की तीसरी सबसे पवित्र जगह है। वहीं यह यहूदियों के लिए सबसे पवित्र जगह मानी जाती है।
यहूदियों के लिए 'टेंपल माउंट' और मुसलमानों के लिए 'अल-हराम अल शरीफ़' के नाम से मशहूर पवित्र स्थल में 'अल-अक़्सा मस्जिद' और 'डोम ऑफ़ द रॉक' शामिल है।
'डोम ऑफ़ द रॉक' को यहूदी धर्म में सबसे पवित्र स्थल का दर्जा दिया गया है। पैग़ंबर मोहम्मद से जुड़े होने के कारण 'डोम ऑफ़ द रॉक' को मुसलमान भी पवित्र स्थल मानते हैं।
इस धार्मिक स्थल पर ग़ैर-मुसलमानों की प्रार्थना पर पाबंदी लगी हुई है।
बांग्लादेश में शेख़ हसीना से सत्ता छिनने में भूमिका के आरोपों पर अमेरिका ने क्या कहा?
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
अमेरिका ने बांग्लादेश में शेख़ हसीना से सत्ता छिनने के पीछे अपनी भूमिका होने के आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है। अमेरिका ने इसे सिर्फ़ और सिर्फ़ अफ़वाह बताया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करिन जीन-पियरे ने कहा, "हमारी इसमें बिलकुल भी संलिप्तता नहीं है। ऐसी कोई भी रिपोर्ट झूठी है, जिसमें कहा गया है कि हालिया घटनाओं में (बांग्लादेश में सत्ता बदलने) अमेरिकी सरकार का हाथ है। सब अफवाह है।''
करिन जीन-पियरे ने कहा, "ये विकल्प खुद बांग्लादेश के नागरिकों ने अपने लिए चुना है। हमारा मानना है कि बांग्लादेश के लोगों को वहां की सरकार का भविष्य निर्धारित करना चाहिए। जैसा कि मैंने कहा और कहती रहूंगी कि कोई भी आरोप सच नहीं है।''
बांग्लादेश में छात्र कई महीनों से आरक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। जो इतना बढ़ा कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना को इस्तीफ़ा देना पड़ा। शेख़ हसीना को देश छोड़ कर भागना पड़ा।
इसके बाद सेना ने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान किया।
अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार के रूप में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को चुना गया है।
यूक्रेन ने रूस में एक हज़ार किलोमीटर अंदर घुसने का दावा किया, पुतिन ने क्या कहा?
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी सेना रूस में 1000 स्क्वॉयर किलोमीटर भीतर घुस गई है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को "उकसावे वाला बड़ा कदम" बताया। पुतिन ने रूसी सेना को आदेश दिया कि "दुश्मन को हमारे क्षेत्र से बाहर निकाला" जाए।
इस बीच यूक्रेन के सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में मौजूद हैं। यहां दोनों देशों की सेनाओं के बीच बीते करीब एक हफ्ते से संघर्ष हो रहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के वरिष्ठ कमांडर अलेक्ज़ेंडर सिर्स्की ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को इसकी जानकारी दी।
अलेक्ज़ेंडर सिर्स्की ने एक वीडियो लिंक के ज़रिए ज़ेलेंस्की से कहा कि रूसी ज़मीन पर चढ़ाई अभी जारी है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में लोगों को पश्चिमी रूसी क्षेत्र से निकाला जा चुका है। अभी 59 हज़ार और लोगों से क्षेत्र खाली करने को कहा गया।
कुर्स्क के स्थानीय गवर्नर ने कहा कि क्षेत्र में करीब 28 गांव हैं, जहां तक यूक्रेनी सेना पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि 12 नागरिक मारे गए हैं और स्थिति अब भी मुश्किल बनी हुई है।
यूक्रेनी सैनिकों ने मंगलवार, 6 अगस्त 2024 को रूस के भीतर घुसना शुरू किया था।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस दूसरों तक युद्ध लेकर आया था और अब वही युद्ध उसके पास वापस लौट रहा है।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका समेत पांच देशों ने साझा बयान जारी किया
मंगलवार, 13 अगस्त 2024
ईरान की धमकियों के बीच इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली ने मध्य पूर्व के हालात पर संयुक्त बयान जारी किया है।
इन सभी देशों ने मध्य पूर्व में तनाव कम करने और ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए एक डील तक पहुंचने के लिए अपना पूर्ण समर्थन ज़ाहिर किया।
संयुक्त बयान में कहा गया, "जितना जल्दी संभव हो, हमने एक डील तक पहुंचने के उद्देश्य से इस हफ्ते के अंत में वार्ता फिर से शुरू करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन, मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तह अल सीसी और कतर के अमीर तमीम के संयुक्त आह्वान का समर्थन किया है।''
इसमें कहा गया है, "सभी पक्षों को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए। साथ ही ग़ज़ा तक बिना रुकावट मदद पहुंचाया जाना ज़रूरी है।''
पांचों देशों ने ईरानी आक्रामकता और उसके समर्थन वाले चरमपंथी संगठनों के खिलाफ इसराइल की रक्षा के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
इन्होंने ईरान की तरफ से इसराइल के खिलाफ सैन्य हमलों की लगातार मिल रही धमकियों को रोकने का आह्वान किया गया है।
इसके साथ ही इस तरह के हमले होने पर क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर परिणामों को लेकर भी चर्चा की गई।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका ने मध्य पूर्व में एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी भेजी
सोमवार, 12 अगस्त 2024
अमेरिका ने इसराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच इसराइल की रक्षा के लिए मध्य पूर्व में एक गाइडेड मिसाइल पनडुब्बी भेजी है।
इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस अब्राहम लिंकन को भी इस इलाके़ में जल्द पहुंचने को कहा है।
यूएसएस अब्राहम लिंकन लड़ाकू विमान एफ-35 से लैस है।
दरअसल हमास और हिज़बुल्लाह के कुछ बड़े नेताओं के मारे जाने के बाद इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है।
ईरान ने अपने यहां मारे गए हमास नेता इस्माइल हनिया का बदला लेने का ऐलान किया था। समझा जाता है कि हिज़बुल्लाह इसराइल के कुछ सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकता है।
हनिया की मौत के बाद बढ़े तनाव को देखते हुए अमेरिका ने मध्य पूर्व में पनडुब्बी भेजने का फ़ैसला किया है।
अमेरिका ऐसे किसी भी हमले से इसराइल की रक्षा करना चाहता है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि उनका देश अपने सहयोगी देशों के बचाव के लिए हरसंभव क़दम उठाएगा।
इसराइल-हमास संघर्ष: फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने संयुक्त बयान जारी किया
सोमवार, 12 अगस्त 2024
फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के राष्ट्राध्यक्षों ने मध्य पूर्व के हालात पर एक संयुक्त बयान जारी किया है।
इसकी जानकारी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने अपने एक्स अकाउंट पर दी।
संयुक्त बयान में कहा गया, "हम फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेता युद्धविराम समझौते और बंधकों की रिहाई के लिए हमारे सहयोगी कतर, मिस्र और अमेरिका के कड़े परिश्रम का स्वागत करते हैं। हम युद्धविराम के लिए तत्काल वार्ता शुरू करने की मांग वाले शेख तमीम बिन हमद अल थानी, राष्ट्रपति सीसी और जो बाइडन के संयुक्त बयान का समर्थन करते हैं।''
इसमें लिखा है, "हम मानते हैं कि अब और अधिक देरी नहीं की जा सकती। हम बढ़ते संघर्ष को रोकने के लिए सभी पक्षों के साथ काम कर रहे हैं। तनाव कम करने और स्थिरता का रास्ता तलाशने में कोई कमी नहीं बरती जाएगी।''
तीनों नेताओं की तरफ से कहा गया है, "अब जंग का अंत होना चाहिए और उन सभी बंधकों को रिहा किया जाना चाहिए जिन्हें हमास ने अब तक बंधक बनाया हुआ है। ग़ज़ा के लोगों को तत्काल मदद की ज़रूरत है।''
इसमें आगे लिखा है, "हम क्षेत्र में बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित हैं। संघर्ष को ख़त्म करने और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एकजुट हैं। इस मसले पर हम ईरान और उसके सहयोगियों से कहना चाहते हैं कि वो ऐसे हमले करने से बचें, जो क्षेत्र में न केवल तनाव बढ़ा सकते हैं बल्कि युद्धविराम पर सहमति और बंधकों की रिहाई को भी ख़तरे में डाल सकते हैं।''
ईरान और उसके सहयोगियों के लिए लिखा है, "वो शांति और स्थिरता के इस अवसर को ख़तरे में डालने के लिए ज़िम्मेदारी होंगे। मध्य पूर्व में और अधिक तनाव बढ़ने से किसी भी देश का भला नहीं होगा।''
हमास ने याह्या सिनवार को अपना शीर्ष नेता चुना
बुधवार, 7 अगस्त 2024
कतर की राजधानी दोहा में दो दिन तक हुई लंबी वार्ता के बाद हमास ने याह्या सिनवार को अपना नया शीर्ष नेता चुना है।
इस्माइल हनिया की ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। हनिया की मौत के पीछे इसराइल का हाथ बताया जा रहा है।
2017 से याह्या सिनवार ग़ज़ा पट्टी में एक ग्रुप लीडर के तौर पर काम कर रहे थे अब उन्हें हमास ने अपना शीर्ष नेता चुना है।
हमास के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि हमास के नेतृत्व ने सर्वसम्मति से आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए याह्या सिनवार को अपना नेता चुना है।
मध्य पूर्व में बढ़ रहे तनाव के बीच यह घोषणा हुई है। ईरान और उसके सहयोगियों ने इस्माइल हनिया की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई करने की बात कही है।
ईरान और उसके सहयोगी इस्माइल हनिया की मौत के लिए इसराइल को जिम्मेदार मानते हैं।
इस्माइल हनिया की मौत को लेकर इसराइल की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की हत्या कैसे हुई थी?
शनिवार, 3 अगस्त 2024
ईरान ने बताया है कि हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की मौत कैसे हुई थी?
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर (आईआरजीसी) का कहना है कि हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की 'हत्या' कम दूरी की मिसाइल से हुई।
आईआरजीसी ने बताया कि मिसाइल में सात किलो का वॉरहेड था और इसे तेहरान के गेस्टहाउस में उनके कमरे के बाहर से दागा गया था।
आईआरजीसी ने यह भी बताया कि इस हत्या के पीछे इसराइल और अमेरिका का हाथ है और सही वक़्त आने पर कड़ा जवाब दिया जाएगा।
बुधवार, 31 जुलाई 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में हमास के शीर्ष राजनीतिक नेता इस्माइल हनिया की एक हमले में मौत हो गई थी।
हनिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान पहुंचे थे।
ईरान से इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका मध्य पूर्व में अतिरिक्त जंगी बेड़े और लड़ाकू विमानों को तैनात करेगा: पेंटागन
शनिवार, 3 अगस्त 2024
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि ईरान और उसके सहयोगियों के हमले से इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका मध्य पूर्व में अतिरिक्त जंगी बेड़े और लड़ाकू विमानों को तैनात करेगा।
ईरान में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया और लेबनान में हिज़बुल्लाह के कमांडर के मारे जाने के बाद क्षेत्र में काफ़ी तनाव बढ़ा हुआ है।
पेंटागन ने कहा है कि मिसाइल डिफ़ेंस फोर्सेस को तैयार रखा गया है।
पेंटागन ने कहा है कि इसराइल की रक्षा करने की उसकी प्रतिबद्धता दृढ़ है।
इस्माइल हनिया की हत्या के बाद ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्लाह ख़ामेनेई ने इसराइल को सबक़ सिखाने की कसम खाई है और तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
बुधवार, 31 जुलाई 2024 को तेहरान में हमास के नेता इस्माइल हनिया को मार दिया गया था। ईरान और ग़ज़ा में उसके सहयोगियों ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया है। इसराइल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
62 वर्षीय इस्माइल हनिया को व्यापक रूप से हमास का शीर्ष नेता माना जाता था। ग़ज़ा में युद्ध विराम को लेकर हो रही वार्ता में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
इसराइल के लेबनान में हिज़बुल्लाह के कमांडर को मारने का दावा किए जाने के कुछ घंटों बाद ही इस्माइल हनिया की हत्या की ख़बर सामने आई थी।
पेंटागन ने बयान जारी कर कहा है कि यह नई तैनाती अमेरिकी फ़ोर्स की सुरक्षा को बढ़ाएगी, इसराइल की रक्षा में सहयोग को बढ़ाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि अमेरिका जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है।
अप्रैल 2024 में ईरान के द्वारा इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किए जाने के बाद भी अमेरिका ने तैनाती को बढ़ाया था।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जॉर्डन और इसराइल ने ईरान के लगभग 300 ड्रोन्स को मार गिराने का दावा किया था।
ईरान और उसके सहयोगियों के हमले से इसराइल की रक्षा के लिए अमेरिका की तैनाती से साबित होता है कि इसराइल अपनी खुद की अस्तित्व की रक्षा करने में असमर्थ है। इसराइल का अस्तित्व मध्य पूर्व में तभी तक कायम है जब तक इसराइल को अमेरिका और पश्चिमी देशों का सैन्य, तकनीकी और आर्थिक समर्थन हासिल है।
हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर हमास ने क्या कहा?
बुधवार, 31 जुलाई 2024
ईरान की राजधानी तेहरान में हुई हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर हमास ने बयान जारी किया है।
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि हमास इसका जवाब ज़रूर देगा।
हमास संचालित अल अक्सा टेलीविज़न चैनल के अनुसार, मूसा अबू मरज़ौक ने इसे कायरतापूर्ण कार्रवाई क़रार दिया है और कहा है कि इसका जवाब दिया जाएगा।
इसराइल की तरफ़ से इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है लेकिन कुछ नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।
हेरिटेज मिनिस्टर अमिचाय इलियाहू ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हनिया की मौत से दुनिया एक बेहतर जगह बनेगी।
अमिचाय इलियाहू ने सोशल मीडिया पर लिखा है। दुनिया से इस तरह की गंदगी साफ़ करने का यही सही तरीक़ा है।
इसराइली डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ़) ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।
आईडीएफ़ ने सीएनएन और फ्रांस की एक न्यूज़ एजेंसी से कहा है कि विदेशी मीडिया से आ रही हनिया की मौत की ख़बरों पर वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे।
तेहरान में इस्माइल हनिया के निजी आवास पर एक गाइडेड मिसाइल के ज़रिए हमला किया गया था: सऊदी न्यूज़ एजेंसी
बुधवार, 31 जुलाई 2024
हमास के प्रमुख नेता इस्माइल हनिया की मौत किस तरह से हुई इसके बारे में सऊदी अरब की न्यूज़ एजेंसी अल हदात ने बताया है।
अल हदात ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि तेहरान में इस्माइल हनिया के निजी आवास पर एक गाइडेड मिसाइल के ज़रिए हमला किया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक़, हमला स्थानीय समयानुसार रात 2 बजे किया गया। यही बात ईरान के सरकारी मीडिया ने भी कही है।
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड से मान्यता प्राप्त फ़ार्स न्यूज़ ने कहा है कि उत्तरी तेहरान में एक आवास में हनिया ठहरे हुए थे और हवाई हमले में उनकी मौत हुई।
इसराइल से इस्माइल हनिया की हत्या का बदला लेना ईरान का फ़र्ज़ है: अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई
बुधवार, 31 जुलाई 2024
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान ने कहा है कि वे यह निश्चित करेंगे कि इसराइल को इस्माइल हनिया की कायरतापूर्ण हत्या के लिए पछताना पड़े।
मसूद पेज़ेश्कियान ने यह भी कहा कि ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता और सम्मान की रक्षा करेगा। समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ मसूद पेज़ेश्कियान ने इस्माइल हनिया को एक बहादुर नेता बताया।
हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया क़तर में रहते थे और वे मसूद पेज़ेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान की यात्रा पर थे।
वहीं ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने भी कहा कि इस्माइल हनिया की हत्या का बदला लेना ईरान का फ़र्ज़ है।
अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से इस्माइल हनिया के लिए कई सारे पोस्ट भी किए।
अपनी एक पोस्ट में अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने लिखा, "शहीद हनिया कई सालों से चल रही इस लड़ाई के लिए अपनी ज़िंदगी को क़ुर्बान करने के लिए तैयार थे। उन्होंने इसके लिए अपने बच्चों और सभी चाहने वालों तक को क़ुर्बान कर दिया।''
अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने एक दूसरी पोस्ट में लिखा, "अपराधी और आतंकवादी इसराइल ने हमारे प्यारे मेहमान को हमारी ही ज़मीन पर शहीद कर दिया। हालांकि इससे हमें कष्ट पहुंचा है लेकिन यही इसराइल को कठोर दंड देने की वजह भी बनेगी।''
हमास नेता इस्माइल हनिया की की हत्या पर अलग-अलग देश भी अपनी प्रतिक्रियाएं ज़ाहिर कर रहे हैं।
जॉर्डन ने कहा कि वह इसराइल के हाथों हमास नेता के हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इससे अब और भी ज़्यादा तनाव और अराजकता पैदा होगी।
लेबनान ने भी इस्माइल हनिया की हत्या की निंदा की है। लेबनान के प्रधानमंत्री नज़ीब मिकाती ने बुधवार, 31 जुलाई 2024 की सुबह अपने मंत्रिमंडल के साथ एक आपात बैठक की।
वहीं चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि वे इस हत्या का कड़ा विरोध करते हैं। वे क्षेत्र में अधिक अशांति को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हैं।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन ज़ियान ने कहा कि पूरे ग़ज़ा में एक स्थाई सीज़फ़ायर होना चाहिए।
क़तर ने इस्माइल हनिया की हत्या की निंदा करते हुए उसे एक गंभीर अपराध क़रार दिया।
क़तर के विदेश मंत्रालय ने इसे अंतरराष्ट्रीय और मानवता क़ानून का उल्लंघन बताते हुए यह चेतावनी दी कि यह हत्या और नागरिकों को लगातार निशाना बनाना इस क्षेत्र को और अधिक अराजकता की ओर ले जाएगा और शांति की संभावनाओं को कमज़ोर करेगा।
इसराइल ने अभी तक हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है।
अरब जगत में जंग शुरू होने की आशंकाओं पर अमेरिका के रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
बुधवार, 31 जुलाई 2024
फिलीपींस यात्रा के अंतिम दिन मीडिया से बात करते हुए अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है, ''मुझे नहीं लगता है कि मिडिल ईस्ट में कोई व्यापक जंग होगी।''
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा, "मेरा मानना है कि कूटनीति के लिए हमेशा जगह होती है।''
हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर लॉयड ऑस्टिन ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि मेरे पास इस मामले पर बोलने के लिए कोई अधिक जानकारी नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि क्षेत्र में बढ़ते हुए तनाव को देखते हुए अमेरिका इसराइल का समर्थन कैसे करेगा? इस पर लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि हमारा उद्देश्य अभी भी तनाव को कम करना है और हालात को सामान्य करना है।
जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय में मध्य पूर्व विषय के प्रोफे़सर नादिर हाशमी ने बीबीसी से कहा है कि हमास के शीर्ष नेता की हत्या से क्षेत्र में पूर्ण रूप से युद्ध भड़कने की आशंका सबसे ज़्यादा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने हमास के नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर क्या कहा?
बुधवार, 31 जुलाई 2024
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
एंटनी ब्लिंकन ने कहा, "जो कुछ भी हुआ ना ही हमारे पास उसकी जानकारी थी और ना ही हम उसमें शामिल थे।''
एंटनी ब्लिंकन ने कहा, "हम इस बारे में अटकलें लगा रहे हैं कि इस घटना का क्या प्रभाव हो सकता है। हालांकि ब्लिंकन ने युद्ध विराम के लिए प्रयास जारी रखने पर भी ज़ोर दिया।''
सिंगापुर में एक कार्यक्रम के दौरान एंटनी ब्लिंकन ने कहा, "युद्ध विराम के महत्व को कोई भी कम नहीं कर सकता है। यह स्पष्ट रूप से बंधकों के हित में है और उन्हें वापस घर लाना है।''
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि फ़लीस्तीनी भयानक रूप से पीड़ित हैं। बच्चे, महिलाएं और व्यक्ति ग़ज़ा में हमास की गोलीबारी में फंसे हुए हैं।
इस्माइल हनिया की अंतिम यात्रा पर हमास ने क्या कहा?
बुधवार, 31 जुलाई 2024
हमास ने बताया है कि उसके शीर्ष नेता इस्माइल हनिया की अंतिम यात्रा गुरुवार, एक अगस्त 2024 को ईरान की राजधानी तेहरान में निकाली जाएगी।
इसके बाद उनके शव को क़तर की राजधानी दोहा ले जाया जाएगा, जहां वे पिछले कुछ सालों से रह रहे थे।
आख़िर में इस्माइल हनिया का शव दो अगस्त 2024 को क़तर के लूसेल के एक क़ब्रिस्तान में दफ़नाया जाएगा।
बुधवार, 31 जुलाई 2024 को जारी एक बयान में हमास ने कहा था कि तेहरान स्थित आवास पर हुए हमले में इस्माइल हनिया और उनके बॉडीगार्ड की हत्या की गई है।
इस्माइल हनिया क़तर में रहते थे और लंबे वक़्त से वो ग़ज़ा नहीं गए थे।
हमास ने बताया कि इस्माइल हनिया ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने तेहरान गए थे। समारोह मंगलवार, 30 जुलाई 2024 को आयोजित हुआ था।
इस्माइल हनिया की जगह कौन ले सकता है?
बुधवार, 31 जुलाई 2024
हमास चीफ इस्माइल हनिया की हत्या के बाद अब इस पर भी चर्चा शुरू हो गई है कि उनकी जगह कौन ले सकता है?
हालांकि हमास के नए चीफ़ का चुनाव काफ़ी चुनौती भरा हो सकता है और यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे ज़ल्द नहीं निपटाया जा सकता।
हमास के नए चीफ़ के चुनाव में एक ख़तरा यह भी है कि कहीं इससे ईरान समर्थित चरमपंथियों के लिए संगठन में रास्ता ना खुल जाए।
फ़िलहाल येहिया सिनवार इस्माइल हनिया की जगह लेने के लिए सबसे प्रमुख उम्मीदवारों में से एक के तौर पर सामने आए हैं। येहिया सिनवार अभी ग़ज़ा पट्टी में हमास के प्रमुख हैं।
उनको 7 अक्टूबर 2023 को इसराइल पर हुए हमास हमले का मास्टरमाइंड भी माना जाता है।
येहिया सिनवार के अलावा ख़ालिद मेशाल और ज़हीर जबरीन को भी उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है।
ख़ालिद मेशाल को कम चरमपंथी माना जाता है और वे इस्माइल हनिया से पहले कई सालों तक हमास की कमान भी संभाल चुके हैं। हालांकि ईरान के साथ उनके संबंध कभी भी उतने अच्छे नहीं रहे।
वहीं ज़हीर जबरीन इसराइली जेलों में बंद फ़लस्तीनी क़ैदियों के मामलों की देख-रेख कर रहे हैं। इसके अलावा फ़लस्तीन और इसराइल के बीच क़ैदियों की अदला-बदली पर चल रही बातचीत में भी वे अहम भूमिका निभा रहे हैं।
फिलहाल तीनों ही उम्मीदवार इस्माइल हनिया के डिप्टी के तौर पर काम कर रहे थे।