अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध

ईरान ने चीन से कहा, ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है

ईरान ने चीन से कहा, ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सोमवार, 15 अप्रैल 2024 की रात ईरानी विदेश मंत्री से बात की है।

चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, इस दौरान ईरान ने कहा कि इसराइल पर हमले के बाद अब वह "संयम बरतना चाहता है।''

फ़ोन पर हुई बातचीत के दौरान ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान ने वांग यी से कहा कि "ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है" और हालात "बहुत संवेदनशील" हैं।

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, वांग ने कहा, "यक़ीन है कि ईरान इन हालात से निपट लेगा और अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करते हुए क्षेत्र में संकट और बढ़ने से रोकेगा।''

ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान ने वांग को ईरान की "वैध कार्रवाई" के बारे में बताया और अमेरिका को चेतावनी दी कि "ईरान के हितों या सुरक्षा पर और हमले किए गए तो निर्णायक, त्वरित और व्यापक जवाब दिया जाएगा।''

इसराइली वॉर कैबिनेट ने ईरान पर जवाबी हमले की योजना पर चर्चा की

इसराइली वॉर कैबिनेट ने ईरान पर जवाबी हमले की योजना पर चर्चा की

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

इसराइली वॉर कैबिनेट ने इस बात पर चर्चा की है कि ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब कैसे दिया जाए।

अभी तक इसराइल ने यह नहीं बताया है कि इस बैठक में कोई फ़ैसला लिया गया है या नहीं।

इसराइल के सहयोगियों ने ईरान के क़दम की निंदा की थी मगर साथ ही बिन्यामिन नेतन्याहू सरकार से संयम बरतने की अपील भी की थी।

ईरान ने संकेत दिए हैं कि उसकी तरफ़ से मामला अब ख़त्म हो चुका है, मगर इसराइली सेना के प्रमुख का कहना है कि ईरान को जवाब ज़रूर दिया जाएगा।

लेफ्टिनेंट जनरल हेरज़ी हलेवी ने कहा, "देखिए, हम अपने क़दमों के बारे में सोच विचार कर रहे हैं और इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दाग़े जाने का जवाब ज़रूर दिया जाएगा।''

हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इसराइल कब और क्या कार्रवाई करेगा।

अमेरिका नहीं चाहता इसराइली कार्रवाई: पूर्व सीआईए प्रमुख डेविड पेट्रियस

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

पूर्व सीआईए प्रमुख डेविड पेट्रियस ने बीबीसी के बीबीसी रेडियो फ़ोर के वर्ल्ड टुनाइट प्रोग्राम में बताया कि अमेरिका नहीं चाहता कि इसराइल की ईरान पर कार्रवाई से दुनिया भर की आर्थिक स्थिति पर असर पड़े।

जनरल डेविड पेट्रियस इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के सैनिकों का नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ईरान का हमला गंभीर है और पश्चिमी देश जानते हैं कि इसराइल इसे किस तरह से देख रहा है।

दुनिया भर के नेताओं ने भी मध्य पूर्व में हालात बिगड़ने को लेकर चिंता जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा कि वह इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन व्हाइस हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि बाइडन ने यह भी कहा है कि अगर उसने ईरान पर जवाबी हमला किया तो उसमें अमेरिका शामिल नहीं होगा।

सोमवार, 15 अप्रैल 2024 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए। ऋषि सुनक ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वह नेतन्याहू से बात करेंगे और चर्चा करेंगे कि कैसे मामले को बढ़ने से रोका जा सकता है।

ईरान के इसराइल पर हमले के बाद मध्य पूर्व के हालात पर अमेरिका और इराक़ के बीच क्या बातचीत हुई?

ईरान के इसराइल पर हमले के बाद मध्य पूर्व के हालात पर अमेरिका और इराक़ के बीच क्या बातचीत हुई?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व की सुरक्षा को लेकर इराक़ के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद अली तमीम से बात की है।

यह बात इसराइल पर ईरान के शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात को किए गए हमले के संदर्भ में हुई।

एंटनी ब्लिंकन ने मोहम्मद अली तमीम को बताया कि अमेरिका ईरान के साथ तनाव को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है, लेकिन वह इसराइल के साथ खड़ा रहेगा।

मोहम्मद अली तमीम ने अपनी सरकार की तरफ से क्षेत्र को युद्ध की ओर धकलने और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर ख़तरा पैदा होने पर चिंता जाहिर की है।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागी। इसराइल का कहना है कि उसने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से लगभग 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल को इसराइली एयरस्पेस में घुसने से पहले हवा में ही मार गिराया था।

ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।

इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

इसराइल ने ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन ये माना जाता है कि इसराइल ही इस हमले के पीछे था।

इसराइल क्या ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगा?

इसराइल क्या ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगा?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

इसराइल ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वो ईरान के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा।

इसराइल इस बात को लेकर वार्ता कर रहा है कि ईरान के खिलाफ क्या कदम उठाया जाए, लेकिन वो कदम क्या होगा यह अभी तय नहीं हुआ है।

इसराइल सरकार के प्रवक्ता एवी हाइमन ने इस बात की जानकारी दी।

एवी हाइमन ने कहा कि इसराइल ने ताजा हालात पर नज़र बना रखी है और वॉर कैबिनेट मीटिंग भी की जा रही है।

एवी हाइमन ने कहा, ''किसी भी संप्रभु लोकतंत्र की तरह हम कार्रवाई का सबसे बेहतर तरीका अपनाएंगे।''

''क्या कदम उठाया जाएगा यह अभी तय नहीं हुआ है। लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं वो हम ही थे जो कि शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की रात को धमाकों से बचने की कोशिश कर रहे थे। हमारे बच्चों की जान दांव पर लगी हुई थी। हमारे सिर के ऊपर मिसाइल दागे गए।''

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे। ईरान ने इस हमले को ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए इसराइल के हमले की जवाबी कार्रवाई बताया।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।

इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

ईरान ने कहा, इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए

ईरान ने कहा, इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

ईरान ने कहा है कि इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए।

ईरान के अधिकारियों ने यह बात एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में कही। इसमें कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल की ओर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा, ''ईरान के ख़िलाफ़ आरोप लगाने की बजाए पश्चिमी देशों को खुद को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए। उन्होंने ग़ज़ा में इसराइल की ओर से छेड़े गए युद्ध और अपराधों पर क्या एक्शन लिया है इसका जवाब देना चाहिए।''

नासिर कनानी ने कहा, ''बीते महीनों में ईरान ने जो संयम दिखाया है उसकी पश्चिमी देशों को तारीफ करनी चाहिए।''

वहीं ईरान के करीब माने जाने वाले चीन और रूस ने दोनों ही देशों (ईरान और इसराइल) से संयम बरतने की अपील की है।

हालांकि रूस ने ईरान के हमले की आलोचना नहीं की है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने शांति बनाए रखने की अपील की है।

भारत के इसराइल और ईरान दोनों देशों से क़रीबी रिश्ते हैं। भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

ईरान से तनाव के बीच भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने क्या कहा?

ईरान से तनाव के बीच भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने क्या कहा?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि वो उम्मीद करते हैं कि भारत पश्चिमी एशिया में ईरान की अस्थिरता पैदा करने की कोशिश को रोकने में मदद करेगा।

नाओर गिलोन ने भारत को इसराइल का दोस्त बताया।

नाओर गिलोन ने कहा, ''पश्चिम एशिया भारत के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां लाखों भारतीय नागरिक काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि भारत ईरान को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा। ईरान इस तरह का बर्ताव जारी नहीं रख सकता है।"

इसराइल और ईरान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है।

सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल 2024 को हमला हुआ था। इसमें ईरान के दो वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है।

इसराइल ने हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे। ईरान ने इस हमले को ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए इसराइल के हमले की जवाबी कार्रवाई बताया।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

इस घटनाक्रम के बाद से इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है जिससे समूचे मध्य-पूर्व क्षेत्र में ख़तरा पैदा हो गया है।

भारत के इसराइल और ईरान दोनों देशों से क़रीबी रिश्ते हैं। भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

इसराइल अगर ईरान पर जवाबी कार्रवाई करेगा तो अमेरिका उसमें साथ नहीं देगा: अमेरिका

इसराइल अगर ईरान पर जवाबी कार्रवाई करेगा तो अमेरिका उसमें साथ नहीं देगा: अमेरिका

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

अमेरिका ने इसराइल को चेताया है कि अगर वह ईरान पर जवाबी कार्रवाई करेगा तो अमेरिका उसमें साथ नहीं देगा।

व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों ने ये जानकारी दी है।

शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर शाम ईरान ने इसराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दाग़ी थीं।

ईरान का कहना है कि यह हमला 1 अप्रैल 2024 को सीरिया में ईरान के दूतावास पर इसराइल के हमले के जवाब में किया गया था।

ईरान की तरफ़ से दाग़े गए लगभग सभी हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अपने सहयोगियों अमेरिका और ब्रिटेन के साथ मिलकर हवा में ही मार गिराया था।

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़ इस हमले के बाद इसराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इसराइल को अपनी प्रतिक्रिया में संयम से काम लेना चाहिए।

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़, राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा है कि उन्हें ‘बहुत ध्यानपूर्वक और रणनीतिक तरीक़े से सोचना चाहिए'।

ये इसराइल पर अभी तक ईरान का पहला सीधा हमला था।

अमेरिका ने इसराइल पर हुए हमले के दौरान ईरान की तरफ़ से दाग़े गए क़रीब 80 ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है।

भारत ने ईरान से एमएससी एरीज़ पर सवार चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों को रिहा करने की मांग की

भारत ने ईरान से एमएससी एरीज़ पर सवार चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों को रिहा करने की मांग की

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री आमिर अब्दुल्लाहियान से फ़ोन पर बात की है।

एस जयशंकर ने ये जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी है।

एस जयशंकर ने बताया है कि इस बातचीत के दौरान उन्होंने ईरान के सामने मालवाहक जहाज़ एमएससी एरीज़ पर सवार चालक दल के 17 भारतीय सदस्यों को रिहा करने की मांग की है।

जयशंकर ने इस फ़ोन कॉल के दौरान क्षेत्र के ताज़ा हालात, तनाव को और न बढ़ाने के महत्व, सब्र से काम लेने और तनाव को कूटनीति के ज़रिए कम करने पर भी चर्चा की।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 को इसराइली अरबपति कारोबारी से जुड़े मालवाहक जाहज़ को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था। इसके चालक दल में भारतीय नाविक सवार हैं।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर हवाई हमला कर दिया था। हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

इस घटनाक्रम के बाद से इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है जिससे समूचे मध्य-पूर्व क्षेत्र में ख़तरा पैदा हो गया है।

भारत के इसराइल और ईरान दोनों देशों से क़रीबी रिश्ते हैं। भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

ईरान ने अमेरिका सहित पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी: ईरान के विदेश मंत्री

ईरान के इसराइल पर हमले के बाद भारत ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर की

रविवार, 14 अप्रैल 2024

पश्चिमी एशिया की स्थिति पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से प्रतिक्रिया जारी की गई है।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर की है।

भारत के विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा गया, ''इसराइल और ईरान के बीच तनाव की वजह से इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा है और हम इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं।''

''हम हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के ज़रिए समाधान निकालने की वकालत करते हैं।''

भारत के विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है, ''ताज़ा हालात पर नज़र बना कर रखी जा रही है और उस क्षेत्र में भारतीय समुदाय से संपर्क बना हुआ है। यहां शांति बने रहना बेहद ज़रूरी है।''

ईरान की ओर से रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह इसराइल पर ड्रोन और मिसाइल दागे गए हैं।

ईरान ने इसे एक अप्रैल 2024 को सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।

इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।

इसराइल पर ईरान का हमला: अमेरिका और ब्रिटेन कैसे इसराइल का साथ दे रहे हैं?

रविवार, 14 अप्रैल 2024

अमेरिका ने ईरान की ओर से रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह इसराइल पर दागे गए कई ड्रोन मार गिराए हैं।

इस बीच ब्रिटेन ने कहा कि उसकी रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) ज़रूरत के मुताबिक ड्रोनों को रोकेगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इंग्लैंड के पीएम ऋषि सुनक ने ईरान के हमले की आलोचना की है।

जो बाइडन और ऋषि सुनक ने इसराइल का साथ देने की बात कही है।

ईरान ने एक अप्रैल 2024 को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है। इसी का बदला लेने के लिए ईरान की ओर से इसराइल पर हमला किया गया है।

हालांकि इसराइल ने सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।

दो अमेरिकी अधिकारियों ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान के कई ड्रोन मार गिराए हैं। ये ड्रोन किस तरह के थे इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।

ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ईरान की ओर से हो रहे हमलों को रोकने के लिए अतिरिक्त लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा है कि उनका देश इसराइल के लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

इसराइल ने अमेरिका की मदद से ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन मार गिराए: जो बाइडन

रविवार, 14 अप्रैल 2024

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दावा किया है कि इसराइल ने अमेरिका की मदद से ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन मार गिराए हैं।

बाइडन ने कहा, ''हमारी फोर्स के सैनिकों का शुक्रिया। हमने ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन को मार गिराने में इसराइल की मदद की है।''

जो बाइडन ने कड़े शब्दों में ईरान के हमले की आलोचना की है और इसराइल को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है।

जो बाइडन ने कहा, ''इसराइल के नेताओं के साथ मेरी टीम लगातार संपर्क में बनी हुई है। हम अपने लोगों को बचाने के लिए हर एक ज़रूरी कदम उठाएंगे।''

रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह ईरान ने इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दागे थे।

अमेरिका और बाकी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इसराइल के क्षेत्र को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं: इसराइल के रक्षा मंत्री

रविवार, 14 अप्रैल 2024

इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा है कि इसराइल के सुरक्षा क्षेत्र के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति का आकलन कर लिया गया है।

योआव गैलांट ने कहा, "अमेरिका और बाकी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इसराइल के क्षेत्र को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं। बेहद ही मामूली नुकसान हुआ है।''

योआव गैलांट ने कहा, "लेकिन मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। हम अलर्ट पर बने हुए हैं। आईडीएफ (इसराइली सेना) की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। हमने हमले को असफल कर दिया है और हम ऐसा करने में कामयाब रहे हैं।''

रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह ईरान की ओर से इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दागे गए।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दावा किया है कि अमेरिका की मदद से इसराइल 'लगभग सभी ड्रोन' और मिसाइल मार गिराने में कामयाब रहा है।

इसराइल पर ईरान का हमला: अब तक क्या-क्या हुआ?

रविवार, 14 अप्रैल 2024

ईरान के इसराइल पर ड्रोन और मिसाइल से हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की प्रतिक्रिया आई है।

सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।

एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, "मैं बार-बार इस बात पर ज़ोर दे रहा हूं कि न तो ये क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध झेल सकता है।''

इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि ईरान के साथ संघर्ष 'अभी ख़त्म नहीं हुआ है'।

ईरान ने इसराइल पर पहली बार सीधा हमला किया है, जिसमें 300 से ज़्यादा ड्रोन और मिसाइल शामिल हैं।

ईरान ने कहा कि इस हमले ने 'उसके सभी उद्देश्यों' को पूरा किया है और ये हमला एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमले की प्रतिक्रिया है। इसराइल ने न तो इस हमले की पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया था।

इसराइल ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि वो विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हालांकि इसराइल ने सीरिया पर हाल के वर्षों में टार्गेटेड हमले करने की बात स्वीकार की थी।

ईरान के इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले के बाद इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि ईरानी हमले में बड़ा नुक़सान नहीं हुआ है।

योआव गैलांट ने कहा कि देश 'हाई अलर्ट' पर है और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।

ईरान ने कहा है कि अगर इसराइल कार्रवाई करता है तो वो फिर हमला करेगा। इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्सेज के पूर्व प्रवक्ता जोनाथन कोनरिक्स ने कहा कि ये नए मिड्ल ईस्ट का पहला दिन है।

ईरान ने अमेरिका सहित पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी: ईरान के विदेश मंत्री

रविवार, 14 अप्रैल 2024

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने बताया है कि ईरान ने अपने पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी।

हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने कहा, "हमारे ऑपरेशन से क़रीब 72 घंटे पहले हमने अपने दोस्तों और इस क्षेत्र के पड़ोसियों को जानकारी दी थी कि ईरान की इसराइल के ख़िलाफ़ कार्रवाई निश्चित, अटल और वैध है।''

हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने कहा कि विदेशी राजनयिकों के साथ मुलाक़ात के दौरान ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।

इसराइल अमेरिका की मदद से ईरान के हमले के बारे में तैयारी कर चुका था। उसे पहले से इसकी जानकारी मिली थी और इसराइल और अमेरिका के उन्नत रक्षा सिस्टम पहले से ही इसके लिए तैनात थे।  

ईरान के हमले से इसराइल अपनी सुरक्षा करने में इसलिए कामयाब हुआ क्योंकि ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।

इसराइल पर ईरान का हमला एक व्यापक युद्ध की शक्ल नहीं लेगा: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन

रविवार, 14 अप्रैल 2024

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि इसराइल पर ईरान का हमला एक व्यापक युद्ध की शक्ल नहीं लेगा।

एक कार्यक्रम में अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी से इसराइल पर ईरान के हमले के युद्ध में बदल जाने के बारे में सवाल किया गया था।

इस पर जॉन किर्बी ने कहा, "राष्ट्रपति (अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन) को ये विश्वास है कि ये उस दिशा में नहीं बढ़ेगा।''

जॉन किर्बी ने बताया कि बाइडन जी7 की बैठक बुलाकर 'कूटनीतिक पक्ष' की तरफ़ देख रहे हैं। जॉन किर्बी ने कहा, "कल (रविवार, 14 अप्रैल 2024) रात इसराइल ने आत्मरक्षा के लिए जो किया, वो अद्भुत है। उनकी सैन्य क्षमता ग़जब है। इसकी वजह से बहुत कम नुक़सान हुआ।''

किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति (अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन) बेहद स्पष्ट हैं। ये मामला आगे नहीं बढ़ेगा। आने वाले घंटे और दिन हमें इस बारे में बताएंगे।

ईरान के हमले से इसराइल अपनी सुरक्षा करने में इसलिए कामयाब हुआ क्योंकि ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।

ईरान से अपने हिसाब से उपयुक्त समय पर इस हमले की क़ीमत वसूलेंगे: इसराइल  

रविवार, 14 अप्रैल 2024

इसराइल ने ईरान के हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वो सही समय पर ईरान से 'इसकी क़ीमत' वसूलेगा।

इसराइल के वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गांट्ज़ ने कैबिनेट की बैठक शुरू होने से पहले कहा कि हम क्षेत्रीय स्तर पर एक गठजोड़ बनाएंगे और ईरान से अपने हिसाब से उपयुक्त समय पर इस हमले की क़ीमत वसूलेंगे।

बेनी गांट्ज़ ने ये भी बताया कि उनकी जर्मनी के विदेश मंत्री ऐनालिना बारबॉक से बातचीत हुई है और उन्होंने वैश्विक स्तर पर एकजुटता की बात कही है।

इसराइली सेना ने रविवार, 14 अप्रैल 2024 को बताया कि ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें इसराइल पर दाग़ीं हैं।

एक अप्रैल 2024 को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कई अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था और जवाबी कार्रवाई की बात कही थी।

ईरान ने ड्रोन और मिसाइल से इसराइल पर हमला शुरू किया

ईरान ने ड्रोन और मिसाइल से इसराइल पर हमला शुरू किया  

रविवार, 14 अप्रैल 2024

ईरान ने बड़े पैमाने पर इसराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले शुरू  किए हैं। सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इसराइल के हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है।

ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने कहा है कि ‘ख़ास लक्ष्यों’ को निशाना बनाने के मक़सद से हमला किया गया है।

वहीं इसराइली सेना के सूत्रों ने कहा है कि 100 से ज़्यादा ड्रोन छोड़े गए हैं। सीबीएस न्यूज़ के मुताबिक़, अमेरिका ने कुछ ड्रोन को मार गिराया है।

इसराइली डिफ़ेंस फोर्सेज़ (आईडीएफ़) का कहना है कि ‘जहां भी ज़रूरत है वहां उन ख़तरों को रोका जा रहा है।' इसराइल के प्रधानमंत्री ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई है।

ईरान के हमले के बाद इसराइल में सायरन की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं और यरूशलम में भारी धमाके की आवाज़ सुनने को मिला है क्योंकि शहर में इसराइल के एयर डिफ़ेंस सिस्टम्स ने कई चीज़ों को गिराया है।

ये अभी तक साफ़ नहीं है कि क्या इसराइल में अभी तक कोई ड्रोन पहुंचा है या नहीं। ईरान इसराइल से 1,800 किलोमीटर दूर है। वहीं अमेरिका ने नहीं बताया है कि उसने ड्रोन कहां गिराए हैं।

इसराइल, लेबनान और इराक़ ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और सीरिया और जॉर्डन ने अपने एयर डिफ़ेंस सिस्टम को अलर्ट पर रख दिया है।

1 अप्रैल 2024 को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इसराइल के हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी। इस हमले में ईरान के एक टॉप कमांडर समेत सात सैन्य अफ़सरों की मौत हुई थी।

ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था वहीं इसराइल ने इस हमले की न ही पुष्टि की थी और न ही इसे ख़ारिज किया था।

आईडीएफ़ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है, ''ईरान ने ईरानी ज़मीन से इसराइली राष्ट्र पर सीधे हमले शुरू किए हैं।''

"इसराइल की ओर आ रहे ईरान के किलर ड्रोन्स को हम नज़दीकी से देख रहे हैं जिन्हें ईरान भेज रहा है। ये बेहद गंभीर और ख़तरनाक बढ़ोतरी है।''

डेनियल हगारी ने कहा है कि इसराइल के वायु सेना के विमान हवा में किसी भी तरह के ख़तरे का सामना करने के लिए तैयार हैं।

ईरान के ड्रोन छोड़े जाने के बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश के डिफ़ेंस सिस्टम्स को काम पर लगा दिया गया है।

"हम किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार हैं चाहे रक्षात्मक हो या आक्रामक। इसराइल राष्ट्र मज़बूत है। आईडीएफ़ मज़बूत है। जनता मज़बूत है।''

नेतन्याहू ने कहा कि हमारा साथ देने के लिए अमेरिका के साथ-साथ वे ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों की सराहना करते हैं।

इस हफ्ते की शुरुआत में इसराइल के रक्षा और विदेश मंत्रियों ने चेतावनी दी थी कि अगर ईरान ने इज़राइल पर हमला किया, तो वह ईरान के अंदर जवाबी हमला करेगा।

ईरानी हमले की खबर आने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन इसराइल की सुरक्षा करने के लिए दृढ़ हैं।

एड्रिएन वॉटसन ने कहा, "अमेरिका इसराइल के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और ईरान के इन खतरों के खिलाफ उनकी रक्षा करेगा।''

"राष्ट्रपति बिडेन स्पष्ट रहे हैं। इज़राइल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है।"

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने ईरान के हमलों की निंदा की है और वादा किया है कि वह इसराइल और अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा।

ईरानी सेना की सबसे शक्तिशाली ब्रांच आईआरसीजी का कहना है कि उसने यह हमला इसराइल के बार-बार किए गए अपराधों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया है, जिसमें सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला भी शामिल है।

ईरान ने इसराइल पर हमले को "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस" का नाम दिया

रविवार, 14 अप्रैल 2024

ईरानी सेना की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इसराइल के "लगातार अपराधों" के खिलाफ हमला किया गया है।

ईरान ने एक अप्रैल 2024 को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए भी इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है।

ईरान की ओर से जारी सेना के बयान में हमले को "ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस" का नाम दिया गया है।

बयान में हमला किस तरह का है इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है।

अभी तक जो पता चला है। उसके अनुसार ईरान की एयरफोर्स ने इसराइल की ओर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन छोड़े हैं।

1 अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इसके लिए ईरान ने इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था।

इसराइल ने इस हमले की सीधे तौर पर ज़िम्मेदारी नहीं ली है।

इस हमले में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी।

मरने वालों में ईरान की एलीट कुद्स फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद हादी हाजी-रहीमी का नाम शामिल है।

ईरान ने हालांकि साफ कर दिया था कि वो इस हमले का बदला ज़रूर लेगा।

इसराइल पर ईरान के हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने क्या कहा?

रविवार, 14 अप्रैल 2024

ईरान के इसराइल पर किए गए हमलों के मद्देनज़र अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने व्हाइट हाउस में मीटिंग की है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि अगले कुछ घंटों में ईरान इसराइल पर और ज़्यादा हवाई हमले कर सकता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ''ईरान के खतरों के खिलाफ हम इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम उसके लिए मजबूती के साथ खड़े हैं।''

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ''राष्ट्रपति जो बाइडन को सारी स्थिति के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा टीम की ओर से लगातार अपडेट किया जा रहा है।''

एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ''उनकी टीम इसराइल के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में बनी हुई है। दूसरे सहयोगियों के साथ भी संपर्क बना हुआ है।''

"जो बाइडन का मैसेज बिल्कुल साफ है कि इसराइल की सुरक्षा के लिए हम पूरा समर्थन देंगे। इसराइल के लोगों के लिए अमेरिका खड़ा होगा और ईरान के खतरों के खिलाफ इसराइल की सुरक्षा में पूरा सहयोग दिया जाएगा।"