खेल

सौरव गांगुली ने बताया एशिया कप का आयोजन रद्द

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बताया कि इस साल सितंबर में होने वाले एशिया कप का आयोजन रद्द कर दिया गया है।

उन्होंने कहा, एशिया कप कैंसल हो चुका है, जो सितंबर में होना था।

एशिया कप का आयोजन किस देश में होना था, यह अभी तय नहीं था। लेकिन इसका आयोजन सितंबर महीने में होना था।

एशिया कप का आयोजन रद्द होने के बाद अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के आयोजन पर संशय के बादल दिख रहे हैं।

इन सबके बीच अभी तक आईपीएल के आयोजन पर भी कोई फ़ैसला नहीं हो सका है।

क्रिकेट विश्व कप: इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराया

इंग्लैंड ने असाधारण परिस्थितियों में पहली बार क्रिकेट विश्व कप जीता और टूर्नामेंट के 44 साल के इतिहास में पहले सुपर ओवर के बाद फाइनल खेले जाने के बाद फाइनल में बंधी सीमाओं के कारण न्यूजीलैंड को हराया।

इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर ने रविवार को सुपर ओवर की आखिरी गेंद पर मार्टिन गप्टिल को रन आउट किया क्योंकि न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज ने दूसरे रन के लिए वापसी की जिससे ब्लैक कैप्स को अपना पहला विश्व खिताब दिला सके।

अल जज़ीरा की ली वेलिंग्स ने लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन से रिपोर्ट की।

फीफा महिला विश्व कप 2019: एक गेम चेंजर?

क्या इस साल का महिला विश्व कप महिला फुटबॉल के प्रति दृष्टिकोण बदल रहा है? पिछले टूर्नामेंटों की तुलना में, इस साल फ्रांस द्वारा आयोजित कार्यक्रम दुनिया भर में पहले से ही दर्शकों के रिकॉर्ड को तोड़ रहा है।

इस आयोजन ने कई ऐतिहासिक क्षणों का निर्माण किया है, जिसमें ब्राजील के फुटबॉलर मार्टा का विश्व कप के सर्वकालिक अग्रणी स्कोरर बनना, जमैका का पहला विश्व कप गोल, कैमरून और नाइजीरिया का पहली बार नॉकआउट दौर में आगे बढ़ना और संयुक्त राज्य अमेरिका टीम का थाईलैंड के खिलाफ 13-0 से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड शामिल है।

इस कड़ी में, हम अब तक टूर्नामेंट की ऊँचाइयों और चढ़ाव पर नज़र डालेंगे और लैंगिक असमानता के खिलाफ बोलने के लिए एक मंच के रूप में कुछ द्वारा वैश्विक आयोजन का उपयोग कैसे किया जा रहा है। शीर्ष रैंक वाली अमेरिकी टीम अभी भी समान वेतन के लिए अपने स्वयं के महासंघ के साथ कानूनी लड़ाई के बीच में है, और कई अन्य महिला राष्ट्रीय स्क्वॉड अपने विश्व कप प्लेटफॉर्म का उपयोग अपने संबंधित फुटबॉल संघों से लिंग भेदभाव और उचित वेतन के बारे में चिंता बढ़ाने के लिए कर रहे हैं।

द फाइनल क्वार्टर: ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल के दिग्गजों की नफरत के खिलाफ लड़ाई

फाइनल क्वार्टर, जो इस महीने सिडनी फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर हुआ था, ऑस्ट्रेलियाई लोगों को अपने समाज में नस्लवाद का सामना करने के लिए मजबूर कर रहा है।

यह एडम गुड्स की सच्ची कहानी बताता है - एक चैंपियन खिलाड़ी, जो अपनी त्वचा के रंग की वजह से बस बूआ गया था।

अल जज़ीरा के एंड्रयू थॉमस ने सिडनी से रिपोर्ट की।

क्या महिला फुटबॉल को गंभीरता से लिया जा रहा है?

दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर अपने खेल के सबसे बड़े पुरस्कार के लिए लड़ने के लिए फ्रांस में हैं।

नहीं, हमने पिछले साल रूस में विश्व कप के साथ इसे भ्रमित नहीं किया है: हम महिला विश्व कप के बारे में बात कर रहे हैं।
टूर्नामेंट का आठवां संस्करण अगले महीने नौ शहरों में खेला जा रहा है।

फुटबॉल की दुनिया में शासी निकाय, फीफा के रिकॉर्ड एक बिलियन टेलीविजन दर्शकों तक पहुंचना चाहता है।

हालांकि, दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महिला फुटबॉलर अदा हेगरबर्ग पिच पर नहीं उतरेंगी।

वह क्यों नहीं खेल रही है? और क्या महिला फुटबॉल आखिरकार पुरुषों के खेल की छाया से उभर रहा है?

आईसीसी भारत के बिना विश्व कप आयोजित नहीं कर सकता : सौरव गांगुली

भारत के क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद कहा है कि पाकिस्तान से साथ द्विपक्षीय सीरीज की कोई संभावना नहीं है। साथ ही, उन्होंने इस कायरतापूर्ण हमले की भर्त्सना करते हुए दुख जताया है।

गांगुली ने साथ ही कहा कि अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भारत के बिना विश्व कप आयोजित नहीं कर सकता। पूर्व कप्तान ने कहा, ''पिछले सप्ताह जो कुछ भी पुलवामा में हुआ, वह काफी दुखद था और इस हमले के बाद भारत के लोगों की जैसी प्रतिक्रिया आयी, वह बिल्कुल ठीक है। इस कायरतापूर्ण हमले के बाद पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज की कोई संभावना नहीं है।''

गांगुली ने कहा, ''मैं लोगों की भावनाओं को समझ सकता हूँ जो यह कह रहे हैं कि भारत को विश्व कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलना चाहिए और मुझे लगता है कि सरकार को इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।''

उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) उच्चतम न्यायालय के अधीन काम करता है और वह कोई भी बड़ा फैसला खुद नहीं ले सकता। गांगुली ने कहा, ''मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई के पास अपना निर्णय लेने की ताकत है। निर्णय लेने के लिए कोई पदाधिकारी नहीं बचे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि बीसीसीआई को इस मुद्दे पर एक मजबूत निर्णय लेना चाहिए और एक बेहद कठोर संदेश भेजना चाहिए।''

विश्व कप में पाकिस्तान के साथ नहीं खेलने के सवाल पर पूर्व कप्तान ने बयान देते हुए कहा कि विश्व कप में कुल 10 टीमें हिस्सा लेती है और सभी टीमों को एक-दूसरे से मैच खेलने होते हैं। अगर भारत विश्व कप में अपना एक मुकाबला नहीं खेलता है तो मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को आपत्ति होनी चाहिए। उन्होंने एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा, ''आईसीसी को भारत के बिना विश्व कप कराने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन आपको यह भी देखना होगा कि क्या भारत के पास आईसीसी को ऐसा करने से रोकने की शक्ति है। लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि एक स्पस्ट संदेश जरुर भेजा जाना चाहिए।''

पुरूष हॉकी वर्ल्ड कप 2018 : इंग्लैंड को 6-0 से हराकर पहली बार फाइनल में पहुंचा बेल्जियम

उड़ीसा के भुवनेश्वर में बेल्जियम ने शनिवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए एकतरफा मुकाबले में इंग्लैंड को 6-0 से करारी शिकस्त देकर पहली बार हॉकी विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया। इस मैच में बेल्जियम के लिए एलेक्जेंडर हेंड्रिक्स ने दो और टॉम बून, सिमोन गोउनार्ड, सेड्रिक चार्लियर और सेबेस्टियन डोकिएर ने एक-एक गोल किए।

इंग्लैंड की टीम ने मैच के शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन बेल्जियम ने बेहतरीन डिफेंस का परिचय दिया। बेल्जियम की टीम ने जवाबी हमला करते हुए जल्द ही बढ़त भी बना ली। मैच के 8वें मिनट में बेल्जियम के स्टार फॉरवर्ड खिलाड़ी टॉम बून ने अपनी टीम के लिए पहला गोल दागा।

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत बेल्जियम के लिए शानदार रही और चार मिनट बाद ही गोउनार्ड ने पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके अपनी टीम की बढ़त को दोगुना कर दिया। बेल्जियम ने तीसरे और चौथे क्वार्टर में मैच को एकतरफा कर दिया। 2016 रियो ओलम्पिक के फाइनल में पहुंचने वाली बेल्जियम ने बेहतरीन पासिंग गेम खेला। 42वें मिनट में चार्लियर ने तीसरा गोल दागा। हेंड्रिक्स ने 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का अपना पहला गोल किया। चौथे क्वार्टर में इंग्लैंड की टीम ने अपने हथियार डाल दिए। हेंड्रिक्स ने 50वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर मैच का अपना दूसरा गोल किया और स्कोर 5-0 कर दिया। मैच समाप्त होने से पहले 53वें मिनट में डोकिएर ने अंतिम गोल दागा।

पुरूष हॉकी वर्ल्ड कप 2018 : ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंचा नीदरलैंड्स

उड़ीसा के भुवनेश्वर में नीदरलैंड्स ने शनिवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए बेहद रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी शूट आउट में 4-3 से हराकर पुरुष हॉकी विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। तय समय में मैच का नतीजा 2-2 से बराबर रहा। इस कारण मैच पेनल्टी शूट आउट में गया और यहां भी स्कोर 3-3 से बराबर रहा। सडन डेथ में नीदरलैंड्स ने गोल किया, जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम चूक गई और नीदरलैंड्स फाइनल में पहुँच गया। फाइनल में नीदरलैंड्स का सामना बेल्जियम से होगा जिसने अपने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 6-0 से मात दी।

सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम एक समय 1-2 से पीछे थी, लेकिन कप्तान एडी ओकिंडन ने आखिरी मिनट में गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर कर मैच में रोमांच ला दिया। नीदरलैंड्स से इस मैच में आक्रामक शुरुआत की उम्मीद थी। ऐसा ही हुआ। 5वें मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला। हालांकि इस पर वान डेर वीर्डेन गोल नहीं कर पाए। नीदरलैंड्स को पहले गोल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। खेल के 9वें मिनट में ग्लैन श्चूरमैन ने शानदार फील्ड गोल कर नीदरलैंड्स को 1-0 से आगे कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने बराबरी की बहुत कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

दूसरे क्वार्टर में नीदरलैंड्स ने दूसरा गोल कर ऑस्ट्रेलिया को और दबाव में ला दिया। सीवे वान आस ने 20वें मिनट में एक और शानदार फील्ड गोल कर नीदरलैंडस को 2-0 की बढ़त दिला दी। इस क्वार्टर में नीदरलैड्स को कुल तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन एक पर भी गोल नहीं हो सका। वहीं दूसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया के हिस्से भी दो पेनल्टी कॉर्नर आए। आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दोनों मौकों पर नाकाम रहे। आस्ट्रेलियाई टीम की कोशिशेंं तीसरे क्वार्टर में भी नहीं रुकीं और आखिरकार क्वार्टर के आखिरी मिनट में वह पहला गोल कर मैच में वापसी करने में सफल रही। ऑस्ट्रेलिया को 45वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर टिम हावर्ड ने गोल कर उसका खाता खोला।

आखिरी क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया की टीम बेहद आक्रामक थी। ऑस्ट्रेलिया ने अपने गोलकीपर को हटा कर एक अतिरिक्त फॉरवर्ड खिलाड़ी मैदान पर उतार दिया। 57वें मिनट में वह एक और पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही, लेकिन एक बार फिर ब्लाक उसकी राह में बाधा बन गए। मैच खत्म होने में जब 26 सेकेंड का समय बचा था, तब ऑस्ट्रेलिया ने शानदार फील्ड गोल के जरिए बराबरी कर ली। डी के बाहर डेनियल बील ने ओकिंडन को पास दिया, ओकिंडन ने गेंद को नेट में डाल ऑस्ट्रेलिया को बराबरी करा मैच पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा दिया। यहां भी स्कोर बराबर रहा और सडेन डेथ में नीदरलैंड्स ने बाजी मार लिया।

अगला एशियाई गेम्स चीन में होगा

रविवार को 18वें एशियाई खेलों की क्लोजिंग सेरेमनी (समापन समारोह) जकार्ता में संपन्न हुआ। इस भव्य समारोह में पारंपरिक संगीत और रंगारंग कार्यक्रमों के बीच विभिन्न खेलों में हिस्सा लेने वाले हजारों खिलाड़ी अपना आखिरी अलविदा कहने के लिए एकत्रित हुए। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने तिरंगे झंडे के साथ भारतीय दल का नेतृत्व किया।

हमेशा की तरह इन एशियाई खेलों में भी चीन का वर्चस्व कायम है। यह अलग बात है कि 2010 और 2014 की तुलना में चीन ने कम पदक जीते हैं। लेकिन इसके बावजूद वह अपनी बादशाहत कायम रखने में सफल रहा।

वैश्विक स्तर पर खेल महाशक्ति माने जाने वाले चीन ने जकार्ता में 132 स्वर्ण, 92 रजत और 65 कांस्य के साथ कुल 289 पदक जीते। इसके अलावा जापान ही 200 पदकों का आंकड़ा पार कर सका। कुल 205 पदकों के साथ जापान दूसरे और 177 पदकों के साथ दक्षिण कोरिया तीसरे पायदान पर रहा। जबकि भारत ने भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 स्वर्ण के साथ कुल 69 पदक जीते। भारत ने 2010 में 65 पदक जीते थे और 1951 में 15 स्वर्ण जीते थे।

एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में हुई थी। चीन एशियाई खेलों में 1974 में शामिल हुआ, लेकिन इसके बावजूद वह आज इन खेलों में सबसे अधिक पदक जीतने वाला देश बना हुआ है। जकार्ता को अगर छोड़ दिया जाए तो चीन ने इस एशियाई खेलों के बीते 11 संस्करणों में कुल 2,976 पदक जीते थे, जिसमें 1,355 स्वर्ण, 928 रजत और 693 कांस्य पदक शामिल हैं।

एशियाई खेल 2018 : सेपक टाकरा इवेंट में भारत को पहला मेडल मिला, जीता कांस्य

सेपक टाकरा खेल में भारत को अबतक का पहला कांस्य पदक हासिल हुआ।

एशियाई खेल के तीसरे दिन की शुरुआत में भारत ने शूटिंग में गोल्ड सहित दो मेडल अपने नाम किए। 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में सौरभ ने गोल्ड जीता और अभिषेक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। जिसके बाद शूटिंग में ही संजीव राजपूत ने सिल्वर अपने नाम करके भारत की झोली में दिन का तीसरा पदक दिलाया।

लेकिन रेसलिंग में भारत के लिए तीसरा दिन अच्छा नहीं रहा। भारतीय रेसलर अपने सभी गोल्ड मेडल इवेंट हार गए।

हालांकि सेपक टाकरा खेल में भारत को अबतक का पहला कांस्य पदक हासिल हुआ। अब सबकी नजर जिमनास्ट दीपा करमाकर पर होगी। एशियाई खेल के पहले दो दिन में भारत के खाते में 5 मेडल आए थे।