भारत-रूस संबंध

यूक्रेन युद्ध में रूस की तरफ़ से लड़ रहे भारतीयों को वापस भेजने पर पुतिन सरकार राज़ी हुई

यूक्रेन युद्ध में रूस की तरफ़ से लड़ रहे भारतीयों को वापस भेजने पर पुतिन सरकार राज़ी हुई

बुधवार, 10 जुलाई 2024

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान रूस ने अपनी सेना में लड़ रहे भारतीयों को वापस उनके देश भेजने का वादा किया है।

भारत के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मॉस्को दौरे के अंत में की गई।

इस दौरे में ही राष्ट्रपति पुतिन के आगे इस मुद्दे को उठाया गया था। दिल्ली ने भारतीयों को वापस भेजने की अपील की थी।

इन भारतीयों का कहना है कि उन्हें सेना में लड़ाई से अलग यूनिटों में काम करने के नाम पर भर्ती किया गया था लेकिन बाद में उन्हें यूक्रेन की सक्रिय लड़ाई में भेज दिया गया।

यूक्रेन युद्ध में अब तक कम से कम चार भारतीय मारे गए हैं।

मंगलवार, 9 जुलाई 2024 को विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने एक प्रेस ब्रीफ़िंग में कहा कि मोदी ने उन 'भारतीयों को वापस लाने का मुद्दा ज़ोर शोर' से उठाया, जो 'गुमराह करके रूसी सेना में भर्ती' किए गए थे।

विनय क्वात्रा ने कहा कि रूसी सेना में 35-40 के क़रीब भारतीय हैं, जिनमें 10 को वापस लाया जा चुका है। बाक़ी लोगों को लाने के लिए बातचीत चल रही है।

रूस में फंसे भारतीयों ने कहा कि उन्हें अच्छा ख़ासा पैसा और रूसी पासपोर्ट के बदले भर्ती होने के लिए फुसलाया गया था।

इनमें से अधिकांश लोग ग़रीब परिवारों से हैं, जिन्हें रूसी सेना में हेल्पर के तौर पर नौकरी की पेशकश की गई थी।