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अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर बात की

शुक्रवार, 29 दिसम्बर, 2023 को कांग्रेस के स्थानीय नेता हिफजुर रहमान आज़मी के आवास पर वार्ड नंबर 188 की काउंसलर अरीबा खान ने लोगों से अपने वार्ड क...

धीरज प्रसाद साहू ने अपने घर से मिले 300 करोड़ रुपये के बारे में क्या कहा?

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शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

भारत में...

बीजेपी विधायक को बलात्कार केस में 25 साल जेल की सज़ा, 10 लाख रुपये का जुर्माना

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शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

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म्यांमार ने अफीम के उत्पादन में अफ़ग़ानिस्तान को पीछे छोड़ पहले स्थान पर पहुंचा

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मंगलवार, 12 दिसंबर 2023

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बिहार जातिगत सर्वे: 17.7 फ़ीसदी मुसलमान; हिंदू, बौद्ध और सिख कितने हैं?

भारत में बिहार की नीतीश सरकार ने आज जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी कर दिए हैं। सर्वे के दौरान धर्म से जुड़े आंकड़े भी जुटाए गए इसकी भी जानकारी दी ग...

बिहार: नीतीश सरकार ने जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी किए, अति पिछड़े 36 फ़ीसदी और पिछड़े 27 फ़ीसदी

भारत में बिहार सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं।  जनगणना के मुताबिक़ पिछड़ा वर्ग की आबादी 27.13 फ़ीसदी है। अति पिछड़ा वर्ग क...

जोकोविच ने यूएस ओपन जीता, 24 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले टेनिस स्टार बने

टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने डेनिल मेदवेदेव को हरा कर यूएस ओपन जीत लिया है और इसके साथ ही वो 24 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले टेनिस स्टार बन गए हैं।...

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एचआईवी को लेकर वैज्ञानिकों का दावा, संक्रमित जीन कोशिका से निकाला जा सकता है

एचआईवी को लेकर वैज्ञानिकों का दावा, संक्रमित जीन कोशिका से निकाला जा सकता है

बुधवार, 20 मार्च 2024

वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने जीन एडिटिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सफलतापूर्वक कोशिका से एचआईवी को निकाल कर अलग किया है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, उन्होंने नोबेल प्राइज़ जीतने वाली क्रिस्पर जीन एडिटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर संक्रमित कोशिका से एचआईवी को काटकर अलग किया है।

उन्होंने इस तकनीक का इस्तेमाल कर मॉलिक्यूलर स्तर पर कैंची की तरह डीएनए से काट कर संक्रमित हिस्सों को अलग किया है।

यूनिवर्सिटी ऑफ़ एमस्टरडैम की टीम का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस तरीक़े से शरीर से एचआईवी संक्रमण को निकाला जा सकता है।

हालांकि इसी सप्ताह एक मेडिकल कॉन्फ्रेंस में इससे संबंधित शोध के बारे में और जानकारी देते हुए टीम ने कहा कि मौजूदा शोध इस ''कॉन्सेप्ट'' को साबित करता है कि इस तरह से कोशिका के डीएनए से संक्रमित हिस्सा निकाला जा सकता है लेकिन इस तरीके से जल्द एचआईवी का इलाज हो सकेगा ऐसा नहीं है।

एचआईवी को लेकर अब तक जो दवाएं मौजूद हैं वो इसे फैलने से रोककर इसका इलाज करती हैं, लेकिन वो इसे पूरी तरह से शरीर से ख़त्म नहीं कर सकतीं।

Weekly News

आने वाले दिनों में अमेरिका क्या ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकता है?

इसराइल ने ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

बीबीसी के सिक्योरिटी संवाददाता गॉर्डन कोरेरा के मुताबिक, हर कोई यह देखने का इंतजार कर रहा है कि इसराइल, ईरान के हमले का कैसे जवाब देता है। लेकिन इसके साथ-साथ कूटनीति तेज हो गई है।

इसराइल ईरान के हमले के बाद थोड़ा कम अलग-थलग दिख रहा है क्योंकि ग़ज़ा से ध्यान हट गया है और इसराइल इस मौके को ईरान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने इस्तेमाल करेगा।

इसराइल के विदेश मंत्री ने 32 देशों को लिखा है कि वह ईरान पर प्रतिबंध लगाएं। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि वह ईरान के मिसाइल योजना पर प्रतिबंध लगाएं।

ईरान के मिसाइल कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र के कई प्रतिबंध अक्टूबर 2023 में ख़त्म हो गये क्योंकि वे ईरान से एक व्यापक समझौते से जुड़े थे।  अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय यूनियन ने ईरान पर प्रतिबंध जारी रखा है।

इसराइल के विदेश मंत्री ने ये भी कहा है कि इसराइल के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया जाए। अमेरिका ऐसा पहले ही कर चुका है लेकिन ब्रिटेन ने ऐसा नहीं किया है।

आने वाले दिनों में अमेरिका क्या ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकता है?

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन का कहना है कि शनिवार, 13 अप्रैल 2024 को इसराइल पर ईरान के हमले के बाद अमेरिका "आने वाले दिनों में" ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकता है।

जेनेट येलेन का कहना है कि ईरान का तेल निर्यात "एक संभावित क्षेत्र है जिस पर प्रतिबंध लग सकता है।''

जेनेट येलेन ने कहा कि ईरान के एक्शन से मध्य पूर्व में स्थिरता को बड़ा ख़तरा है।

जेनेट येलेन ने चेतावनी देते हुए कहा, "इस शनिवार, 13 अप्रैल 2024 के हमले से लेकर लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमलों तक, ईरान की कार्रवाइयों से इस क्षेत्र की स्थिरता को खतरा है और इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है।''

वाशिंगटन में जेनेट येलेन ने कहा कि ट्रेजरी अपने प्रतिबंध लगाने के अधिकारों का इस्तेमाल करेगा और सहयोगियों के साथ "ईरानी शासन की दुर्भावनापूर्ण और अस्थिर करने वाली गतिविधि को रोकना जारी रखेगा।''

इससे पहले इसराइल ने 32 देशों से लिखकर ये मांग की थी कि वो ईरान पर प्रतिबंध लगाएं। इसराइल के विदेश मंत्री ने ये भी कहा है कि ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया जाए।

शनिवार, 13 अप्रैल 2024 को ईरान ने इसराइल पर पहली बार अपनी धरती से 300 ड्रोन और मिसाइल दागी। इसराइल का दावा है कि उसने अपने सहयोगियों अमेरिका, ब्रिटेन और जॉर्डन की मदद से ज्यादातर मिसाइलों को टारगेट से टकराने से पहले ही निष्क्रिय कर दिया।

ईरान ने ये हमला एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर किए गए हमले के जवाब में किया था। इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड के टॉप कमांडर और उनके डिप्यूटी भी मारे गए थे।

इसराइल ने इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली लेकिन माना जाता है कि ये हमला इसराइल ने ही किया था।


ईरान ने चीन से कहा, ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है

ईरान ने चीन से कहा, ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने सोमवार, 15 अप्रैल 2024 की रात ईरानी विदेश मंत्री से बात की है।

चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार, इस दौरान ईरान ने कहा कि इसराइल पर हमले के बाद अब वह "संयम बरतना चाहता है।''

फ़ोन पर हुई बातचीत के दौरान ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान ने वांग यी से कहा कि "ईरान का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है" और हालात "बहुत संवेदनशील" हैं।

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, वांग ने कहा, "यक़ीन है कि ईरान इन हालात से निपट लेगा और अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करते हुए क्षेत्र में संकट और बढ़ने से रोकेगा।''

ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हुसैन आमिर-अब्दुल्लाहियान ने वांग को ईरान की "वैध कार्रवाई" के बारे में बताया और अमेरिका को चेतावनी दी कि "ईरान के हितों या सुरक्षा पर और हमले किए गए तो निर्णायक, त्वरित और व्यापक जवाब दिया जाएगा।''

इसराइली वॉर कैबिनेट ने ईरान पर जवाबी हमले की योजना पर चर्चा की

इसराइली वॉर कैबिनेट ने ईरान पर जवाबी हमले की योजना पर चर्चा की

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

इसराइली वॉर कैबिनेट ने इस बात पर चर्चा की है कि ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब कैसे दिया जाए।

अभी तक इसराइल ने यह नहीं बताया है कि इस बैठक में कोई फ़ैसला लिया गया है या नहीं।

इसराइल के सहयोगियों ने ईरान के क़दम की निंदा की थी मगर साथ ही बिन्यामिन नेतन्याहू सरकार से संयम बरतने की अपील भी की थी।

ईरान ने संकेत दिए हैं कि उसकी तरफ़ से मामला अब ख़त्म हो चुका है, मगर इसराइली सेना के प्रमुख का कहना है कि ईरान को जवाब ज़रूर दिया जाएगा।

लेफ्टिनेंट जनरल हेरज़ी हलेवी ने कहा, "देखिए, हम अपने क़दमों के बारे में सोच विचार कर रहे हैं और इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दाग़े जाने का जवाब ज़रूर दिया जाएगा।''

हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इसराइल कब और क्या कार्रवाई करेगा।

अमेरिका नहीं चाहता इसराइली कार्रवाई: पूर्व सीआईए प्रमुख डेविड पेट्रियस

मंगलवार, 16 अप्रैल 2024

पूर्व सीआईए प्रमुख डेविड पेट्रियस ने बीबीसी के बीबीसी रेडियो फ़ोर के वर्ल्ड टुनाइट प्रोग्राम में बताया कि अमेरिका नहीं चाहता कि इसराइल की ईरान पर कार्रवाई से दुनिया भर की आर्थिक स्थिति पर असर पड़े।

जनरल डेविड पेट्रियस इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के सैनिकों का नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ईरान का हमला गंभीर है और पश्चिमी देश जानते हैं कि इसराइल इसे किस तरह से देख रहा है।

दुनिया भर के नेताओं ने भी मध्य पूर्व में हालात बिगड़ने को लेकर चिंता जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा कि वह इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन व्हाइस हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि बाइडन ने यह भी कहा है कि अगर उसने ईरान पर जवाबी हमला किया तो उसमें अमेरिका शामिल नहीं होगा।

सोमवार, 15 अप्रैल 2024 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए। ऋषि सुनक ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वह नेतन्याहू से बात करेंगे और चर्चा करेंगे कि कैसे मामले को बढ़ने से रोका जा सकता है।

ईरान के इसराइल पर हमले के बाद मध्य पूर्व के हालात पर अमेरिका और इराक़ के बीच क्या बातचीत हुई?

ईरान के इसराइल पर हमले के बाद मध्य पूर्व के हालात पर अमेरिका और इराक़ के बीच क्या बातचीत हुई?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व की सुरक्षा को लेकर इराक़ के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद अली तमीम से बात की है।

यह बात इसराइल पर ईरान के शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात को किए गए हमले के संदर्भ में हुई।

एंटनी ब्लिंकन ने मोहम्मद अली तमीम को बताया कि अमेरिका ईरान के साथ तनाव को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है, लेकिन वह इसराइल के साथ खड़ा रहेगा।

मोहम्मद अली तमीम ने अपनी सरकार की तरफ से क्षेत्र को युद्ध की ओर धकलने और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर ख़तरा पैदा होने पर चिंता जाहिर की है।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागी। इसराइल का कहना है कि उसने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से लगभग 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल को इसराइली एयरस्पेस में घुसने से पहले हवा में ही मार गिराया था।

ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।

इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

इसराइल ने ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन ये माना जाता है कि इसराइल ही इस हमले के पीछे था।

इसराइल क्या ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगा?

इसराइल क्या ईरान के खिलाफ कार्रवाई करेगा?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

इसराइल ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वो ईरान के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा।

इसराइल इस बात को लेकर वार्ता कर रहा है कि ईरान के खिलाफ क्या कदम उठाया जाए, लेकिन वो कदम क्या होगा यह अभी तय नहीं हुआ है।

इसराइल सरकार के प्रवक्ता एवी हाइमन ने इस बात की जानकारी दी।

एवी हाइमन ने कहा कि इसराइल ने ताजा हालात पर नज़र बना रखी है और वॉर कैबिनेट मीटिंग भी की जा रही है।

एवी हाइमन ने कहा, ''किसी भी संप्रभु लोकतंत्र की तरह हम कार्रवाई का सबसे बेहतर तरीका अपनाएंगे।''

''क्या कदम उठाया जाएगा यह अभी तय नहीं हुआ है। लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं वो हम ही थे जो कि शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की रात को धमाकों से बचने की कोशिश कर रहे थे। हमारे बच्चों की जान दांव पर लगी हुई थी। हमारे सिर के ऊपर मिसाइल दागे गए।''

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे। ईरान ने इस हमले को ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए इसराइल के हमले की जवाबी कार्रवाई बताया।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।

इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

ईरान ने कहा, इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए

ईरान ने कहा, इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

ईरान ने कहा है कि इसराइल के प्रति संयम रखने के लिए पश्चिमी देशों को ईरान की सराहना करनी चाहिए।

ईरान के अधिकारियों ने यह बात एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले के संदर्भ में कही। इसमें कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल की ओर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा, ''ईरान के ख़िलाफ़ आरोप लगाने की बजाए पश्चिमी देशों को खुद को ज़िम्मेदार ठहराना चाहिए। उन्होंने ग़ज़ा में इसराइल की ओर से छेड़े गए युद्ध और अपराधों पर क्या एक्शन लिया है इसका जवाब देना चाहिए।''

नासिर कनानी ने कहा, ''बीते महीनों में ईरान ने जो संयम दिखाया है उसकी पश्चिमी देशों को तारीफ करनी चाहिए।''

वहीं ईरान के करीब माने जाने वाले चीन और रूस ने दोनों ही देशों (ईरान और इसराइल) से संयम बरतने की अपील की है।

हालांकि रूस ने ईरान के हमले की आलोचना नहीं की है। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने शांति बनाए रखने की अपील की है।

भारत के इसराइल और ईरान दोनों देशों से क़रीबी रिश्ते हैं। भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।

ईरान से तनाव के बीच भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने क्या कहा?

ईरान से तनाव के बीच भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने क्या कहा?

सोमवार, 15 अप्रैल 2024

भारत में इसराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि वो उम्मीद करते हैं कि भारत पश्चिमी एशिया में ईरान की अस्थिरता पैदा करने की कोशिश को रोकने में मदद करेगा।

नाओर गिलोन ने भारत को इसराइल का दोस्त बताया।

नाओर गिलोन ने कहा, ''पश्चिम एशिया भारत के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां लाखों भारतीय नागरिक काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि भारत ईरान को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा। ईरान इस तरह का बर्ताव जारी नहीं रख सकता है।"

इसराइल और ईरान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है।

सीरिया की राजधानी दमिश्क स्थित ईरानी वाणिज्य दूतावास पर एक अप्रैल 2024 को हमला हुआ था। इसमें ईरान के दो वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है।

इसराइल ने हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।

ईरान ने शनिवार, 13 अप्रैल 2024 की देर रात इसराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइल और ड्रोन दागे। ईरान ने इस हमले को ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए इसराइल के हमले की जवाबी कार्रवाई बताया।

हालांकि ईरान की तरफ़ से दागे गए अधिकतर हमलावर ड्रोन और मिसाइलों को इसराइल ने अमेरिका और ब्रिटेन की मदद से हवा में ही मार गिराया था।

इस घटनाक्रम के बाद से इसराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है जिससे समूचे मध्य-पूर्व क्षेत्र में ख़तरा पैदा हो गया है।

भारत के इसराइल और ईरान दोनों देशों से क़रीबी रिश्ते हैं। भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है।