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विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के ख़िलाफ़ अपील ख़ारिज हुई: पीटीआई

विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के ख़िलाफ़ अपील ख़ारिज हुई: पीटीआई

बुधवार, 14 अगस्त 2024

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) ने भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में अयोग्य ठहराए जाने के ख़िलाफ़ की गई अपील ख़ारिज कर दी है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा है कि वो इस फ़ैसले से बेहद निराश हैं।

वहीं क़ानूनी ख़बरों की वेबसाइट लाइव लॉ का कहना है कि विनेश फोगाट ने अयोग्य ठहराने और संयुक्त रूप से रजत पदक देने की मांग की थी जिस अपील को सिंगल आर्बिटरेटर (एक जज) ने ख़ारिज कर दिया।

सीएएस ने पहले ये फ़ैसला 16 अगस्त 2024 तक के लिए टाल दिया था। लेकिन इस बीच 14 अगस्त 2024 को विनेश फोगाट के ख़िलाफ़ फैसला सुना दिया।

इससे पहले 9 अगस्त 2024 को आर्बिट्रेशन कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई की थी। इस दौरान विनेश फोगाट भी वर्चुअली मौजूद थीं। वहीं, 13 अगस्त 2024 को भी इस मामले की सुनवाई हुई थी।

विनेश फोगाट ने 6 अगस्त 2024 को 50 किलोग्राम भार वर्ग में एक के बाद एक तीन मुक़ाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए फ़ाइनल में जगह बनाई थी। वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं।

इसके साथ ही कुश्ती में कम से कम रजत पदक पक्का हो गया था।

हालांकि, इसके चंद घंटों बाद ही मान्य वज़न से 100 ग्राम अधिक भार होने के कारण विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित कर दिया गया।

विनेश फोगाट ने इस पूरे घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की थी लेकिन 8 अगस्त 2024 की सुबह उन्होंने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर पोस्ट कर कुश्ती से संन्यास का ऐलान किया था।

पेरिस ओलंपिक 2024 का समापन, पेरिस ओलंपिक में किस खिलाड़ी ने सबसे ज़्यादा मेडल जीते?

पेरिस ओलंपिक 2024 का समापन, पेरिस ओलंपिक में किस खिलाड़ी ने सबसे ज़्यादा मेडल जीते?

सोमवार, 12 अगस्त 2024

फ्रांस की राजधानी पेरिस में 26 जुलाई 2024 से चल रहे ओलंपिक खेलों का रविवार, 11 अगस्त 2024 को समापन हो गया।

ओलंपिक के आख़िरी दिन भारत का कोई मुक़ाबला नहीं था। इस ओलंपिक में एक सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज़ मेडल के साथ भारत की पदक संख्या 6 रही।

भारत 71वें पायदान पर रहा है।

तीन साल पहले हुए टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत सात मेडल (जिसमें एक गोल्ड था) के साथ पदक तालिका में 48वें स्थान पर था।

पेरिस ओलंपिक के पदक तालिका में अमेरिका 126 मेडल (40 गोल्ड, 44 सिल्वर और 42 ब्रोन्ज़) के साथ शीर्ष पर है, जबकि चीन 91 मेडल (40 गोल्ड, 27 सिल्वर और 24 ब्रोन्ज़) के साथ दूसरे स्थान पर है।

तीसरे स्थान पर जापान है जिसे कुल 45 पदक मिले जिसमें 20 गोल्ड हैं।  क़रीब 114 देश ऐसे हैं जिन्हें कोई भी मेडल नहीं मिला है।

पेरिस ओलंपिक में किस खिलाड़ी ने सबसे ज़्यादा मेडल जीते?

सोमवार, 12 अगस्त 2024

पेरिस ओलंपिक में सबसे अधिक मेडल चीन की झांग युफेई ने हासिल किए हैं। झांग युफेई ने 6 मेडल हासिल किए।

पेरिस ओलंपिक की वेबसाइट के अनुसार, झांग युफेई ने ये मेडल स्विमिंग में जीते हैं। झांग युफेई को 5 ब्रॉन्ज़ और 1 सिल्वर मेडल मिला है।

दूसरे स्थान पर फ्रांस के लियोन मार्चैंड हैं। उन्हें 5 मेडल मिले हैं। लियोन भी स्विमर हैं। उन्हें 4 गोल्ड और 1 ब्रॉन्ज़ मेडल मिला।

पेरिस ओलंपिक: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता

पेरिस ओलंपिक: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता

गुरुवार, 8 अगस्त 2024

पेरिस ओलंपिक के पुरुष हॉकी मैच में भारत ने स्पेन को हराकर ओलंपिक खेलों में लगातार दूसरी बार कांस्य पदक जीत लिया है।

टोक्यो में हुए पिछले ओलंपिक खेलों में भी भारत ने कांस्य पदक जीता था।

आज एक वक़्त स्पेन 1-0 से आगे चल रहा था लेकिन भारत ने भी वापसी करते हुए स्कोर को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने अपनी टीम के लिए पहला गोल पेनल्टी कॉर्नर के ज़रिए किया।

भारत की ओर से दूसरा गोल भी हरमनप्रीत ने किया और अपने प्रतिद्वंद्वी पर 2-1 से बढ़त बना ली। हरमनप्रीत अब तक पेरिस ओलंपिक में 11 गोल दाग चुके हैं।

इस मैच में फ़र्स्ट रशर अमित रोहिदास की वापसी हुई थी।

रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के ख़िलाफ़ क्वार्टर मैच में रेड कार्ड मिला था और उन्हें एक मैच पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस कारण वो सेमीफ़ाइनल मैच में नहीं खेल पाए थे।

भारत को सेमीफ़ाइनल में जर्मनी के हाथों 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था। जबकि स्पेन को नीदरलैंड्स से क़रारी हार मिली थी।

सेमीफ़ाइल में जर्मनी के ख़िलाफ़ भारतीय टीम ने आक्रामक खेल दिखाया था। भारत ने पहले क्वार्टर में सातवें मिनट में ही गोल कर बढ़त बना ली थी। यह गोल भी हरमनप्रीत सिंह ने किया था।

लेकिन भारत की लय बरकरार नहीं रही। हालांकि तीसरे क्वार्टर में भारत ने दो दो गोल की बराबरी कर ली थी।

इस मैच में भारतीय टीम को रोहिदास की कमी खली। टीम के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नरों को लेते समय रशर के रूप में और जर्मनी के हमलों के समय बचाव में भी कमी साफ़ दिखी।

इस मुकाबले से पहले तक यह माना जा रहा था कि भारतीय टीम मानसिक रूप से बहुत मजबूत हुई है। पर आखिरी क्वार्टर में जब जर्मनी ने तीसरा गोल जमाकर बढ़त बना ली तो टीम में बिखराव दिखने लगा।

ओलंपिक खेलों में भारतीय हॉकी टीम का रिकॉर्ड स्वर्णिम रहा है।

भारत ने ओलंपिक खेलों में अबतक कुल 12 पदक जीते हैं।

1936 का बर्लिन के ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का ज़िक्र आजतक होता है। तब जर्मनी में नाज़ी पार्टी का शासन था और हिटलर खुद मैच देखने पहुंचा था।

भारत ने अब तक आठ गोल्ड मेडल, एक रजत (1960) चार कांस्य (1968 और 1972) पदक जीते हैं।

भारतीय हॉकी टीम ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में आख़िरी बार गोल्ड जीता था। इसके 41 साल बाद उसे टोक्यो ओलंपिक में ब्रांज मिला।

पेरिस ओलंपिकः जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर जीता, अरशद नदीम ने गोल्ड जीता

पेरिस ओलंपिकः जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर जीता, अरशद नदीम ने गोल्ड जीता

गुरुवार, 8 अगस्त 2024

पेरिस ओलंपिक में पुरुष जेवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता है।

89.45 मीटर के स्कोर के साथ भारत के नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता। जबकि 92.97 मीटर स्कोर के साथ पाकिस्तान के अरशद नदीम गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे।

नीरज चोपड़ा छह राउंड में से पांच में फाउल हुए। एकमात्र दूसरे राउंड में उनका थ्रो 89.45 मीटर का रहा, जो उनका सर्वश्रेष्ठ था।

जेवलिन थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल ग्रेनाडा के एंटर्सन पीटर्स ने 88.54 मीटर का स्कोर बनाकर जीता।

नीरज चोपड़ा की जीत के साथ ही भारत के हरियाणा के पानीपत के खंडरा गांव में नीरज चोपड़ा के घर पर मौजूद लोग जश्न मनाने लगे।

नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था।

टोक्यो में स्वर्ण पदक लाकर वो अभिनव बिंद्रा के बाद व्यक्तिगत प्रतिस्पर्द्धा में गोल्ड लाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने थे।

पाकिस्तान के अरशद नदीम के नाम रहा मुकाबला

नीरज चोपड़ा का पहला राउंड अच्छा नहीं गया और वो फ़ाउल हुए। पहले राउंड में पाकिस्तान के अरशद नदीम का भी फ़ाउल हुआ।

दूसरे राउंड में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर सबको चौंका दिया यह उनके करियर का भी सर्वश्रेष्ठ और ओलंपिक का अबतक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है और यह रिकॉर्ड अबतक का छठा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।

नीरज चोपड़ा का दूसरे राउंड में थ्रो 89.45 मीटर का रहा। जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी पीटर्स का थ्रो 88.54 मीटर का रहा।

जबकि माना जा रहा था कि जर्मनी के वेबर से उनकी कड़ी प्रतिद्वंद्विता है, लेकिन वेबर 87.40 मीटर के स्कोर के साथ छठे नंबर पर रहे।

जबकि नदीम ने अंतिम राउंड में 91.79 मीटर का थ्रो किया जो कि इस प्रतिस्पर्द्धा का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था।

विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक से बाहर, भारतीय ओलंपिक संघ ने क्या कहा?

विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक से बाहर, भारतीय ओलंपिक संघ ने क्या कहा?

बुधवार, 7 अगस्त 2024

पेरिस ओलंपिक के कुश्ती इवेंट के फाइनल मुकाबले से पहले विनेश फोगाट अयोग्य क़रार कर दी गई हैं।

विनेश फोगाट का वजन ज्यादा पाए जाने पर उन्हें पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले के लिए अयोग्य करार दिया गया है। विनेश फोगाट का भार तय वजन से 100 ग्राम अधिक पाया गया है।

भारतीय ओलंपिक संघ ने बयान जारी कर कहा, ''बहुत ही खेद के साथ भारतीय दल को यह बताना पड़ रहा है कि विनेश फोगाट को 50 किलो भार वर्ग कैटेगरी से बाहर कर दिया गया है।

टीम के रात भर मेहनत करने के बाद भी विनेश फोगाट का भार 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया है।"

भारतीय ओलंपिक संघ ने कहा है कि भारतीय दल इस पर और कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा। भारतीय दल आपसे यह अनुरोध करता है कि आप विनेश फोगाट की निजता की इज्जत करें।

गौतम गंभीर टीम इंडिया के अगले हेड कोच होंगे

गौतम गंभीर टीम इंडिया के अगले हेड कोच होंगे

मंगलवार, 9 जुलाई 2024

भारत में बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के अगले हेड कोच होंगे।

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, "मैं अत्यंत खुशी के साथ गौतम गंभीर का भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के तौर पर स्वागत करता हूँ। आधुनिक क्रिकेट तेज़ी से बदल रही है और गौतम ने इस बदलते परिदृश्य को करीब से देखा है।''

"अपने पूरे करियर में कठिनाइयों को सहने और अलग-अलग भूमिकाओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद, मुझे यक़ीन है कि गौतम भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए आदर्श व्यक्ति हैं।''

"टीम इंडिया के लिए स्पष्ट दृष्टिकोण और विशाल अनुभव उन्हें इस रोमांचक कोचिंग भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह से सक्षम बनाता है।  भारतीय क्रिकेट बोर्ड उन्हें इस नई यात्रा के लिए पूरा समर्थन देता है।''

हेड कोच की ज़िम्मेदारी के लिए गौतम गंभीर के नाम पर चर्चा पिछले कुछ दिनों से चल रही थी।

गौतम गंभीर 2019 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और पूर्वी दिल्ली से सांसद भी चुने गए। वे सरकार और बीसीसीआई में सबसे ताक़तवर शख़्स के करीबी भी रहे। इसके बाद उन्होंने राजनीति छोड़ दी।

फोर्ब्स लीडरशिप इवेंट में गौतम गंभीर  ने कहा था, "मैंने राजनीति में भी किस्मत आजमायी। एक चीज़ जो मैं कह सकता हूं कि मैंने कभी हार नहीं मानी।  अच्छी नीयत और पूरी ईमानदारी से जितना संभव था, उतना देने की कोशिश की। लेकिन हां, कभी-कभी किसी मोड़ पर आपको फ़ैसला लेना होता है कि आपके दिल के क़रीब क्या है...और मेरा दिल क्रिकेट के साथ है और मैं क्रिकेट में लौट गया।''

जून 2024 की शुरुआत में अबू धाबी में एक इवेंट में गौतम गंभीर ने कहा, "मैं भारतीय टीम का कोच बनना पसंद करूंगा। अपनी राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देने से बड़ा कोई सम्मान नहीं है। आप 140 करोड़ भारतीयों और देश से बाहर रहने वाले भारतीयों का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं।''

भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच को लगातार तीन साल तक काम करने का मौका मिलेगा। इतना उदार कार्यकाल भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कोचों - जॉन राइट, गैरी कर्स्टन, रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ को भी नहीं मिला।

बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष निर्वाचित

बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष निर्वाचित

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।

बृजभूषण शरण सिंह के दामाद विशाल सिंह ने बताया कि संजय सिंह के पूरे पैनल को जीत मिली है और बहुमत भी अच्छा है।

विशाल सिंह से जब निर्वाचित पैनल की प्राथमिकता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "जो पिछले कुछ दिनों में कुश्ती को नुकसान हुआ है, ये जरूर कहा जा रहा है कि कुश्ती का जो ट्रांजिशन रहा, वो सुचारू रहा।  हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे लेकिन इन सारी चीजों की वजह से पिछले कुछ समय में अच्छा नहीं कर पाए। अगर खिलाड़ियों को मेरिट के आधार पर नहीं आंका जाए और पॉलिटिक्स के कारण किसी को फ़ायदा हो तो क्षमतावान खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचता है।''

वहीं, इस चुनाव में हार का सामना करने वाली अनीता श्योरण ने कहा, "इतनी बड़ी लड़ाई लड़ी, इतना मुश्किल लग रहा था, उम्मीदें तो सबकी थी, हम बच्चियों के लिए लड़ रहे थे।''

"फ़ेडरेशन को बदलाव मंज़ूर नहीं था। उनकी लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है। उनकी शिकायत पर अब कुछ नहीं होगा। हम तो मध्यम परिवार से आए हैं, उनकी जड़े मज़बूत थी। अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ाई जारी रहेगी। अन्याय के खिलाफ चुप तो नहीं बैठा जाएगा। अब सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है।''

बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत पर साक्षी मलिक ने कहा, मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष निर्वाचित होने पर महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा है कि 'वो अगर इस फेडरेशन में रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।'

दिल्ली में गुरुवार, 21 सितम्बर 2023 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साक्षी मलिक ने कहा, "एक बात और कहना चाहूंगी कि अगर प्रेसीडेंट बृजभूषण जैसा आदमी ही रहता है, जो उसका सहयोगी है, उसका बिजनेस पार्टनर है। वो अगर इस फेडरेशन में रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। मैं आज के बाद आपको कभी भी वहां नहीं दिखूंगी।''

पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, "लड़ाई लड़ी, पूरे दिल से लड़ी... हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। सभी देशवासियों को धन्यवाद जिन्होंने आज तक मेरा इतना सपोर्ट किया।''

इससे पहले भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने कहा, "मैं जीत का श्रेय देश के पहलवानों और भारतीय कुश्ती संघ के सचिव को देना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि नई फेडरेशन के गठन के बाद कुश्ती प्रतियोगिताएं फिर से शुरू होंगी।''

भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर संजय सिंह ने कहा, "कैंप (कुश्ती के लिए) आयोजित किए जाएंगे...जिनको कुश्ती करनी है वो कुश्ती कर रहे हैं, जो राजनीति करना चाहते हैं वे राजनीति करें..."

कुश्ती छोड़ने के साक्षी मलिक के ऐलान पर बृज भूषण शरण सिंह ने क्या कहा?

गुरुवार, 21 सितम्बर 2023

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद के चुनाव में पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत के बाद महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया है।

साक्षी मलिक के इस फ़ैसले पर बृज भूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।  उन्होंने कहा कि साक्षी मलिक के इस फ़ैसले से मुझे क्या लेना-देना?

2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के दौरान हिजाब पहनने पर पाबंदी नहीं होगी

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने कहा है कि साल 2024 में होने वाले ओलंपिक खेलों के दौरान ओलंपिक विलेज में हिजाब पहनने पर पाबंदी नहीं होगी।

साल 2024 में ओलंपिक खेल फ्रांस में होंगे और वहां की खिलाड़ियों के लिए हिजाब प्रतिबंधित है।

फ्रांस की खेल मंत्री एमिली ओदे केस्तेरा ने कहा है कि 'उनके देश में हिजाब को धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के सम्मान में प्रतिबंधित किया गया है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने निर्णय लिया है कि 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले देशों पर हिजाब पर प्रतिबंध का नियम लागू नहीं होगा।'

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के एक प्रवक्ता ने कहा, ''ओलंपिक विलेज के लिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के नियम ही लागू होंगे। यहां हिजाब या कोई धार्मिक-सांस्कृतिक पोशाक पहनने पर कोई रोक नहीं है। लेकिन खेल मुकाबलों के दौरान इंटरनेशनल फेडरेशन के मौजूदा नियम ही लागू होंगे।''

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने एथलीटों के हिजाब पहनने पर लगाई गई पाबंदी की आलोचना की है।

जोकोविच ने यूएस ओपन जीता, 24 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले टेनिस स्टार बने

टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने डेनिल मेदवेदेव को हरा कर यूएस ओपन जीत लिया है और इसके साथ ही वो 24 ग्रैंड स्लैम जीतने वाले टेनिस स्टार बन गए हैं।

जोकोविच ने टेनिस की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी मानी जाने वाली मारग्रेट कोर्ट के रिकॉर्ड की बराबरी की है।

रविवार, 10 सितम्बर 2023 की शाम को न्यूयॉर्क में हुए इस मुकाबले में सर्बियन खिलाड़ी जोकोविच ने 3 घंटे 17 मिनट के मैच में रूसी खिलाड़ी मेदवेदेव को 6-3, 7-6 (7/5) 6-3 से हराया।

ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन जीतने के बाद यह जीत जोकोविच का सीज़न का तीसरा ग्रैंड स्लैम ख़िताब है। इस सीज़न में उन्होंने सिर्फ़ विंबलडन हारा है।

साल 2021 में जोकोविच ने मेदवेदेव से ये मुकाबला हारा था। खेल के जानकार कह रहे हैं कि उन्होंने रूसी खिलाड़ी से दो साल बाद अपनी हार का बदला ले लिया है। साल 2022 में कोविड की वैक्सीन ना लेने के कारण जोकोविच ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था।

भारत अंडर-16 सैफ चैंपियन बना

रविवार, 10 सितम्बर 2023 को सैफ अंडर 16 चैंपियनशिप फ़ुटबॉल के फ़ाइनल मैच में बांग्लादेश को 2-0 से हराकर भारतीय फ़ुटबॉल टीम चैंपियन बन गई।

भारत की ओर से भरत लैरेंजाम ने मैच के आठवें मिनट में पहला गोल किया।

74वें मिनट पर लेविस ज़ांगमिंलुन ने सैमसन अहोंगशांगबाम के एक शानदार पास पर गोल दागकर भारत को 2-0 से आगे कर दिया।

इसके साथ ही भारत ने इस चैंपियनशिप को पांचवीं बार अपने नाम कर लिया।