राष्ट्रपति के हाथ से अवॉर्ड नहीं मिलने पर समारोह से 59 कलाकार दूर हुए

भारत में 65वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह कुछ विवादों में भी घिर गया। समारोह में गुरुवार को 137 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाने थे। लेकिन 59 लोगों ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। दरअसल, ये सभी इस बात से नाराज थे कि उन्हें पुरस्कार राष्ट्रपति के हाथों नहीं मिलेगा।

समारोह में प्रोटोकॉल के चलते राष्ट्रपति को केवल एक घंटे ही मौजूद रहना था। इसलिए तय किया गया था कि केवल 11 विजेताओं को ही उनके हाथ से पुरस्कार दिलाए जाएंगे। इसी पर नाराजगी जताते हुए पुरस्कार के लिए चुने गए कई कलाकारों ने एक पत्र लिखा। इसकी प्रति राष्ट्रपति भवन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी भेजी गई।

कलाकारों ने पत्र में कहा गया कि वे पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल नहीं होंगे क्योंकि राष्ट्रपति स्थापित परंपरा से अलग हटकर केवल 11 लोगों को पुरस्कार देंगे।

साथ ही स्पष्ट किया कि इसके पीछे पुरस्कार के बहिष्कार की कोई मंशा नहीं है, लेकिन असंतुष्टि से अवगत कराने के लिए समारोह में शामिल नहीं हो रहे हैं। राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता एक कलाकार ने कहा कि अभी तक राष्ट्रपति ही सभी विजेताओं को अवार्ड देते रहे हैं। इस बार परंपरा टूटी है। यह चिंता का विषय है क्योंकि इससे पुरस्कार का महत्व भी कम हो सकता है।

राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक  ने कहा  कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सभी पुरस्कार कार्यक्रमों और दीक्षांत समारोहों में अधिकतम एक घंटे रुकते हैं। यह प्रोटोकाल उनके पदभार ग्रहण करने के समय से ही चला आ रहा है।