बीजेपी 'मर्सल' से संवाद निकालने को कह रही है
जीएसटी एवं डिजीटल लेनदेन पर की गयी टिप्पणी के कारण विजय अभिनीत तमिल फिल्म 'मर्सल' विवाद में आ गयी है।
बीजेपी की तमिलनाडु इकाई की प्रमुख टी सुंदरराजन ने कहा, ''जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) के बारे में 'मर्सल' में गलत संदर्भ दिया गया है। ... विख्यात हस्तियों को जनता के बीच गलत सूचनाएं दर्ज करवाने से परहेज करना चाहिए।''
तमिल फिल्म 'मर्सल' में जीएसटी पर टिप्पणी को लेकर बीजेपी इसका विरोध कर रही है। बीजेपी का आरोप है कि फिल्म में जीएसटी और नोटबंदी के बारे में गलत जानकारी दी गई है।
फिल्म में बताया गया है कि सरकार जीएसटी ले रही है, लेकिन लोगों को उसके बदलने कोई भी सुविधा नहीं मिल रही है।
साथ ही, फिल्म में भारत में मौजूद 'भ्रष्ट मेडिकल सिस्टम' का पर्दाफाश किया है।
भारतीय जनता पार्टी फिल्म के जिस सीन को हटाना चाह रही है, वह सीन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फिल्म के इस सीन में अभिनेता विजय कहते हैं, ''सिंगापुर में लोग 7 फीसदी जीएसटी देते हैं और बदले में सरकार मुफ्त चिकित्सा सेवा दे रही है। भारत सरकार 28 फीसदी जीएसटी वसूल कर रही है। लेकिन सरकार मुफ्त में चिकित्सा सेवा क्यों नहीं दे सकती? क्यों?
दवाइयों के लिए हम 12 फीसदी टैक्स दे रहे हैं। लेकिन शराब पर कोई जीएसटी नहीं है। भारत में सरकारी अस्तपाल में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं हैं। यह जानना चाहता हूं कि ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं होने के पीछे क्या वजह थी? दो साल से अस्पताल के पास ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए देने को पैसे नहीं थे। एक अन्य सरकारी अस्पताल में डायलेसिस के दौरान बिजली चली जाती है। चार लोग मर गए। शर्मनाक, उनके पास पावर बैकअप नहीं था। आईसीयू में रखे गए बच्चे की चूहे द्वारा काटने से मौत हो जाती है। लोगों को सरकारी अस्पताल से डर लगता है।''
इस मुद्दे से उठे विवाद में शामिल होते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का 'विमुद्रीकरण' नहीं करें।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ''श्रीमान (नरेन्द्र) मोदी सिनेमा तमिल संस्कृति एवं भाषा की सशक्त अभिव्यक्ति है। 'मर्सल' में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का 'विमुद्रीकरण' मत करिये।''
कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इस फिल्म को लेकर सरकार पर तंज किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''फिल्म निर्माताओं को नोटिस: कानून आने ही वाला है, आप केवल सरकार की नीतियों की सराहाना करने वाले वृत्त चित्र बना सकते हैं।'' उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''बीजेपी 'मर्सल' में से संवाद निकालने को कह रही है। कल्पना करिए कि आज 'पराशक्ति' रिलीज हुई होती।''