धौनी ने टी-20 और वनडे टीम की कप्तानी छोड़ी

भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार को वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया। इस तरह से धौनी का गोल्डन एरा भी खत्म हो गया। धौनी टीम सिलेक्शन के लिए मौजूद रहेंगे और विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर टीम से जुड़े रहेंगे।

टीम इंडिया को दो वर्ल्ड कप (2007 टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 आईसीसी वर्ल्ड कप) और चैम्पियन्स ट्रॉफी (2013) जिताने वाले धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज शुरू होने से महज 11 दिन पहले कप्तानी छोड़कर सबको हैरान कर दिया। धौनी के इस फैसले के बाद टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के सीमित ओवरों की टीम की कमान संभालने का रास्ता भी साफ हो गया है।

कप्तानी छोड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए धौनी ने चयन समिति को सूचित किया है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे और इतने ही टी-20 मैचों की सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। धौनी ने वनडे क्रिकेट में अब तक 283 मैचों में 50.89 की बेहतरीन औसत से 9110 रन बनाए हैं जिसमें नॉटआउट 183 रन उनका बेस्ट स्कोर है।

इसके अलावा उन्होंने 73 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 1112 रन भी बनाए। सुप्रीम कोर्ट के लोढा समिति की सिफारिशें लागू नहीं करने पर बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के को पद से हटाने के एक दिन बाद धौनी ने यह घोषणा की। धौनी की अचानक की गई घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा, ''प्रत्येक भारतीय क्रिकेट फैन और बीसीसीआई की ओर से मैं सभी फॉरमैट में भारतीय टीम के कप्तान के रूप में असाधारण योगदान के लिए महेंद्र सिंह धौनी को धन्यवाद देना चाहता हूं।''

उन्होंने कहा, ''उनके नेतृत्व में टीम इंडिया ने नई ऊंचाइयां छुई और भारतीय क्रिकेट में उनकी उपलब्धियों को भी कोई नहीं छू पाएगा।''

इससे पहले धौनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न में अचानक टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी। धौनी भारत के सबसे सफल कप्तान रहे। अब इंग्लैंड में इसी साल होने वाली चैम्पियन्स ट्रॉफी शायद इस बात का संकेत होगी कि धौनी खिलाड़ी के रूप में 2019 वर्ल्ड कप तक खेलेंगे या नहीं।