फ्रेंच ओपन 2017: रोहन बोपन्‍ना-गैब्रिएला ने मिक्‍स्‍ड ओपन का खिताब जीता

रोहन बोपन्ना ने गुरुवार (8 जून) को यहां कनाडा की अपनी जोड़ीदार गैब्रियला डाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल ट्राफी जीतकर अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब हासिल किया।

वह ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय बन गये हैं।

बोपन्ना और डाब्रोवस्की की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ने फाइनल में शानदार वापसी की। उन्होंने दो मैच प्वाइंट बचाकर जर्मनी की अन्ना लेना गोरेनफील्ड और कोलंबिया के राबर्ट फराह को 2-6, 6-2, 12-10 से हराया।

भारत और कनाडा की जोड़ी एक समय दो अंक से पीछे थी, लेकिन गोरेनफील्ड और फराह ने मौका गंवा दिया। बोपन्ना और डाब्रोवस्की ने इसका पूरा फायदा उठाया और फिर दो मैच प्वाइंट हासिल किये तथा जर्मनी की खिलाड़ी के डबल फाल्ट खिताब अपने नाम किया। यह केवल दूसरा अवसर है जबकि बोपन्ना अपने करियर में ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे थे। उन्होंने 2010 में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ मिलकर यूएस ओपन के फाइनल में जगह बनायी थी जहां उन्हें ब्रायन बंधुओं बाब और माइक से हार का सामना करना पड़ा था।

बोपन्ना से पहले केवल लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा ही भारत के लिये ग्रैंडस्लैम खिताब जीत पाये हैं। डाब्रोवस्की निर्णायक अंक पर अपनी सर्विस गंवा बैठी। फराह ने लंबी रैलियां चलने के बाद बोपन्ना के सिर के ऊपर से वॉली जमायी। रविवार को अपना 22वां जन्मदिन मनाने वाली अन्ना लेना गोरेनफील्ड ने आसानी से सर्विस बचाकर स्कोर 3-1 कर दिया।

पहले सेट में तब बोपन्ना पर दबाव था और उनका फोरहैंड बाहर चला गया और पांचवें गेम में उनके खिलाफ दो ब्रेक प्वाइंट थे लेकिन कनाडाई खिलाड़ी ने नेट पर अच्छा खेल दिखाया और उन्होंने इन्हें बचा दिया। फराह की सर्विस अच्छी रही और जब 2-4 पर डाब्रोवस्की सर्विस कर रही थी तो उन पर दबाव स्पष्ट देखा जा सकता था। उनका बैकहैंड बाहर चला गया और शून्य पर उनकी सर्विस टूट गयी। बोपन्ना ने दूसरे सेट की शुरूआत डबल फाल्ट से की, लेकिन वह अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे। इस बीच उन्होंने लाइन काल के लिये चेयर अंपायर से बहस भी की। किसी भी तरह वापसी की चाहत सातवीं वरीय जोड़ी पर भारी पड़ी और डाब्रोवस्की दूसरे सेट के शुरू में अपनी सर्विस बचाये रखने में असफल रही।

बोपन्ना और उनकी कनाडाई जोड़ीदार ने हालांकि तब राहत की सांस ली जब गोरेनफील्ड शून्य पर अपनी सर्विस गंवा बैठी। इसके बाद फराह भी छठे गेम में अपनी सर्विस नहीं बचा पाये जिससे बोपन्ना और डाब्रोवस्की 4-2 से आगे हो गये। इसके बाद कनाडाई खिलाड़ी ने मैच में पहली बार अपनी सर्विस बचायी और इसके बाद आसानी से दूसरा सेट अपने नाम करके मैच बराबरी पर ला दिया।

मैच टाईब्रेकर में बोपन्ना और डाब्रोवस्की ने 3-0 से बढ़त बनायी, लेकिन इसके बाद उन्होंने लगातार पांच अंक गंवाये और 3-5 से पीछे हो गये। इसके बाद स्कोर 5-5 से बराबरी पर पहुंचा। आगे भी उतार चढ़ाव चलता रहा और आखिर में बोपन्ना और डाब्रोवस्की चैंपियन बनने में सफल रहे।