ईरान ने अमेरिका सहित पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी: ईरान के विदेश मंत्री
ईरान के इसराइल पर हमले के बाद भारत ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर की
रविवार, 14 अप्रैल 2024
पश्चिमी एशिया की स्थिति पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से प्रतिक्रिया जारी की गई है।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता ज़ाहिर की है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा गया, ''इसराइल और ईरान के बीच तनाव की वजह से इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा है और हम इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं।''
''हम हिंसा से पीछे हटने और कूटनीति के ज़रिए समाधान निकालने की वकालत करते हैं।''
भारत के विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है, ''ताज़ा हालात पर नज़र बना कर रखी जा रही है और उस क्षेत्र में भारतीय समुदाय से संपर्क बना हुआ है। यहां शांति बने रहना बेहद ज़रूरी है।''
ईरान की ओर से रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह इसराइल पर ड्रोन और मिसाइल दागे गए हैं।
ईरान ने इसे एक अप्रैल 2024 को सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है।
इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
इसराइल पर ईरान का हमला: अमेरिका और ब्रिटेन कैसे इसराइल का साथ दे रहे हैं?
रविवार, 14 अप्रैल 2024
अमेरिका ने ईरान की ओर से रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह इसराइल पर दागे गए कई ड्रोन मार गिराए हैं।
इस बीच ब्रिटेन ने कहा कि उसकी रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) ज़रूरत के मुताबिक ड्रोनों को रोकेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इंग्लैंड के पीएम ऋषि सुनक ने ईरान के हमले की आलोचना की है।
जो बाइडन और ऋषि सुनक ने इसराइल का साथ देने की बात कही है।
ईरान ने एक अप्रैल 2024 को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है। इसी का बदला लेने के लिए ईरान की ओर से इसराइल पर हमला किया गया है।
हालांकि इसराइल ने सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है।
दो अमेरिकी अधिकारियों ने सीबीएस न्यूज़ को बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान के कई ड्रोन मार गिराए हैं। ये ड्रोन किस तरह के थे इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है।
ब्रिटेन के सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ईरान की ओर से हो रहे हमलों को रोकने के लिए अतिरिक्त लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी कहा है कि उनका देश इसराइल के लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इसराइल ने अमेरिका की मदद से ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन मार गिराए: जो बाइडन
रविवार, 14 अप्रैल 2024
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दावा किया है कि इसराइल ने अमेरिका की मदद से ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन मार गिराए हैं।
बाइडन ने कहा, ''हमारी फोर्स के सैनिकों का शुक्रिया। हमने ईरान की ओर से दागे गए सभी मिसाइल और ड्रोन को मार गिराने में इसराइल की मदद की है।''
जो बाइडन ने कड़े शब्दों में ईरान के हमले की आलोचना की है और इसराइल को पूरा समर्थन देने का ऐलान किया है।
जो बाइडन ने कहा, ''इसराइल के नेताओं के साथ मेरी टीम लगातार संपर्क में बनी हुई है। हम अपने लोगों को बचाने के लिए हर एक ज़रूरी कदम उठाएंगे।''
रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह ईरान ने इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दागे थे।
अमेरिका और बाकी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इसराइल के क्षेत्र को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं: इसराइल के रक्षा मंत्री
रविवार, 14 अप्रैल 2024
इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा है कि इसराइल के सुरक्षा क्षेत्र के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति का आकलन कर लिया गया है।
योआव गैलांट ने कहा, "अमेरिका और बाकी सहयोगियों के साथ मिलकर हम इसराइल के क्षेत्र को सुरक्षित रखने में कामयाब रहे हैं। बेहद ही मामूली नुकसान हुआ है।''
योआव गैलांट ने कहा, "लेकिन मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। हम अलर्ट पर बने हुए हैं। आईडीएफ (इसराइली सेना) की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। हमने हमले को असफल कर दिया है और हम ऐसा करने में कामयाब रहे हैं।''
रविवार, 14 अप्रैल 2024 की सुबह ईरान की ओर से इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दागे गए।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दावा किया है कि अमेरिका की मदद से इसराइल 'लगभग सभी ड्रोन' और मिसाइल मार गिराने में कामयाब रहा है।
इसराइल पर ईरान का हमला: अब तक क्या-क्या हुआ?
रविवार, 14 अप्रैल 2024
ईरान के इसराइल पर ड्रोन और मिसाइल से हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की प्रतिक्रिया आई है।
सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, "मैं बार-बार इस बात पर ज़ोर दे रहा हूं कि न तो ये क्षेत्र और न ही दुनिया एक और युद्ध झेल सकता है।''
इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि ईरान के साथ संघर्ष 'अभी ख़त्म नहीं हुआ है'।
ईरान ने इसराइल पर पहली बार सीधा हमला किया है, जिसमें 300 से ज़्यादा ड्रोन और मिसाइल शामिल हैं।
ईरान ने कहा कि इस हमले ने 'उसके सभी उद्देश्यों' को पूरा किया है और ये हमला एक अप्रैल 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमले की प्रतिक्रिया है। इसराइल ने न तो इस हमले की पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया था।
इसराइल ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि वो विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हालांकि इसराइल ने सीरिया पर हाल के वर्षों में टार्गेटेड हमले करने की बात स्वीकार की थी।
ईरान के इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमले के बाद इसराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलांट ने कहा कि ईरानी हमले में बड़ा नुक़सान नहीं हुआ है।
योआव गैलांट ने कहा कि देश 'हाई अलर्ट' पर है और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
ईरान ने कहा है कि अगर इसराइल कार्रवाई करता है तो वो फिर हमला करेगा। इसराइली डिफ़ेंस फ़ोर्सेज के पूर्व प्रवक्ता जोनाथन कोनरिक्स ने कहा कि ये नए मिड्ल ईस्ट का पहला दिन है।
ईरान ने अमेरिका सहित पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी: ईरान के विदेश मंत्री
रविवार, 14 अप्रैल 2024
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने बताया है कि ईरान ने अपने पड़ोसियों और सहयोगियों को इसराइल पर हमले के बारे में पहले ही जानकारी दे दी थी।
हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने कहा, "हमारे ऑपरेशन से क़रीब 72 घंटे पहले हमने अपने दोस्तों और इस क्षेत्र के पड़ोसियों को जानकारी दी थी कि ईरान की इसराइल के ख़िलाफ़ कार्रवाई निश्चित, अटल और वैध है।''
हुसैन अमीर-अब्दुल्लाह्यान ने कहा कि विदेशी राजनयिकों के साथ मुलाक़ात के दौरान ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।
इसराइल अमेरिका की मदद से ईरान के हमले के बारे में तैयारी कर चुका था। उसे पहले से इसकी जानकारी मिली थी और इसराइल और अमेरिका के उन्नत रक्षा सिस्टम पहले से ही इसके लिए तैनात थे।
ईरान के हमले से इसराइल अपनी सुरक्षा करने में इसलिए कामयाब हुआ क्योंकि ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।
इसराइल पर ईरान का हमला एक व्यापक युद्ध की शक्ल नहीं लेगा: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
रविवार, 14 अप्रैल 2024
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि इसराइल पर ईरान का हमला एक व्यापक युद्ध की शक्ल नहीं लेगा।
एक कार्यक्रम में अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी से इसराइल पर ईरान के हमले के युद्ध में बदल जाने के बारे में सवाल किया गया था।
इस पर जॉन किर्बी ने कहा, "राष्ट्रपति (अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन) को ये विश्वास है कि ये उस दिशा में नहीं बढ़ेगा।''
जॉन किर्बी ने बताया कि बाइडन जी7 की बैठक बुलाकर 'कूटनीतिक पक्ष' की तरफ़ देख रहे हैं। जॉन किर्बी ने कहा, "कल (रविवार, 14 अप्रैल 2024) रात इसराइल ने आत्मरक्षा के लिए जो किया, वो अद्भुत है। उनकी सैन्य क्षमता ग़जब है। इसकी वजह से बहुत कम नुक़सान हुआ।''
किर्बी ने कहा कि राष्ट्रपति (अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन) बेहद स्पष्ट हैं। ये मामला आगे नहीं बढ़ेगा। आने वाले घंटे और दिन हमें इस बारे में बताएंगे।
ईरान के हमले से इसराइल अपनी सुरक्षा करने में इसलिए कामयाब हुआ क्योंकि ईरान ने अमेरिका को भी इसराइल के ख़िलाफ़ हमले के बारे में सूचना दी थी और बताया था कि ये 'सीमित' हमला होगा और इसका उद्देश्य आत्मरक्षा है।
ईरान से अपने हिसाब से उपयुक्त समय पर इस हमले की क़ीमत वसूलेंगे: इसराइल
रविवार, 14 अप्रैल 2024
इसराइल ने ईरान के हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वो सही समय पर ईरान से 'इसकी क़ीमत' वसूलेगा।
इसराइल के वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गांट्ज़ ने कैबिनेट की बैठक शुरू होने से पहले कहा कि हम क्षेत्रीय स्तर पर एक गठजोड़ बनाएंगे और ईरान से अपने हिसाब से उपयुक्त समय पर इस हमले की क़ीमत वसूलेंगे।
बेनी गांट्ज़ ने ये भी बताया कि उनकी जर्मनी के विदेश मंत्री ऐनालिना बारबॉक से बातचीत हुई है और उन्होंने वैश्विक स्तर पर एकजुटता की बात कही है।
इसराइली सेना ने रविवार, 14 अप्रैल 2024 को बताया कि ईरान ने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें इसराइल पर दाग़ीं हैं।
एक अप्रैल 2024 को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कई अधिकारी मारे गए थे। ईरान ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था और जवाबी कार्रवाई की बात कही थी।