जयसूर्या के घुटनों का ऑपरेशन जल्द ही होगा
कभी अपनी बल्लेबाजी से गेंदबाजों में खौफ भर देने वाले, उनकी लाइन और लेंथ बिगाड़ देने वाले पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर सनथ जयसूर्या आज खुद के पैरों पर चलने को मोहताज हैं। वह बिना सहारे के एक कदम भी नहीं रख पाते हैं। जयसूर्या बैसाखियों के सहारे चलते हैं। कभी विस्फोटक बल्लेबाजी करने वाला यह बाएं हाथ बल्लेबाज आज घुटनों की समस्या से जूझ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयसूर्या के घुटनों का ऑपरेशन जल्द ही होगा। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जयसूर्या दो बार श्रीलंका क्रिकेट की चयन समिति के चेयरमैन रहे। हालांकि उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा। उन पर उम्मीदों पर खरा न उतर पाने का आरोप है। यह भी कहा गया कि उनके कार्यकाल में समिति ने बहुत सारे बदलाव किए जिससे खिलाड़ियों के बीच टीम में अपनी जगह को लेकर असुरक्षा की भावना पनपी, इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ा। 2017 में जयसूर्या और उनकी टीम ने दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारत के हाथों हुई दुर्गति के बाद पद से स्तीफा दे दिया था।
सीलोन टु़डे की खबर के मुताबिक, सनथ जयसूर्या बिना बैसाखी के चल नहीं पाते हैं और उनके घुटनों का ऑपरेशन होना है। जयसूर्या जनवरी के पहले हफ्ते में ऑस्ट्रेलिया जा सकते हैं, जहां मेलबर्न में उनकी सर्जरी होगी। पूरी प्रक्रिया में महीने भर का वक्त लग सकता है, जैसा कि सर्जरी के बाद उन्हें इसकी जटिलताओं से बचाने के लिए देखरेख में रखा जाएगा। यह भी परखा जाएगा कि वह सर्जरी के बाद फिर से पैरों पर खड़े होकर चल पाते हैं या नहीं।
48 वर्षीय जयसूर्या 2011 में रिटायर होने से पहले श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के मजबूत स्तंभ माने जाते थे। शायद ही कोई गेंदबाज रहा हो जो उनसे खौफ न खाता हो। वह क्रीज पर रहते थे तो विपक्षी टीम को रणनीति बनाने में मुश्किल आती थी। जयसूर्या ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के हुनर से श्रीलंका ही नहीं, दुनिया भर में अपने फैन्स बनाए। उन्होंने 40 की औसत से 110 टेस्ट मैचों में 6973 रन बनाए और 50 ओवर के फॉर्मेट में 433 मैचों में 13000 रन जड़े। उन्होंने श्रीलंका के लिए 20 ओवरों के टी20 मैचों में भी अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाया। उन्होंने 31 टी20 मैच खेले।