शेख़ हसीना के इस्तीफा और देश से भागने के बाद बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बड़े पैमाने पर लूटपाट
शेख़ हसीना के इस्तीफा और देश से भागने के बाद बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बड़े पैमाने पर लूटपाट
सोमवार, 5 अगस्त 2024
ढाका में बीबीसी बांग्ला संवाददाता के मुताबिक़ प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के गृह मंत्री के आवास में भी तोड़ फोड़ की है और शहर में बड़े पैमाने पर लूटपाट हो रही है।
इससे पहले देश के सेना प्रमुख ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी।
बांग्लादेश से शेख़ हसीना प्रधानमंत्री का पद छोड़कर देश से भाग गई हैं। उनके भारत की तरफ रवाना होने की ख़बर है।
बांग्लादेश में छात्र जुलाई 2024 से ही देश में बड़ी सरकारी नौकरियों में ख़ास लोगों को आरक्षण के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे। इस प्रदर्शन में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई जिसमें लगभग 300 लोगों की मौत हुई है।
ढाका में मौजूदा माहौल में प्रदर्शनकारियों ने धनमंडी इलाक़े में गृह मंत्री के आवास में भी घुसकर तोड़ फोड़ की है।
बीबीसी बांग्ला सेवा के मुताबिक़ गृह मंत्री के आवास से धुआं निकलता हुआ देखा जा रहा है।
शेख़ हसीना के इस्तीफ़ा देने के बाद प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री कार्यालय में घुस गए।
इससे पहले कई फुटेज सामने आए जिसमें दिख रहा था कि ढाका में शेख़ हसीना के दफ़्तर से प्रदर्शनकारी फर्नीचर उठा कर ले जा रहे हैं।
एक प्रदर्नकारी ने बीबीसी को बताया है कि शेख़ हसीना के पिता मुजीबुर्रहमान की मूर्ति को भी प्रदर्शनकारियों ने नुक़सान पहुँचाया है।
बांग्लादेश की आज़ादी में बड़ी भूमिका निभाने वाले मुजीबुर्रहमान साल 1975 तक देश के राष्ट्रपति थे। उसी दौरान सेना ने उनकी हत्या कर दी थी।
प्रदर्शनकारियों ने मुजीबुर्रहमान की याद में बनाए गए एक म्युजियम को भी आग के हवाले कर दिया है।
इसके अलावा बांग्लादेश के पूर्वी शहर सिलहट में उपायुक्त और एसपी के कार्यालय में भी आगजनी की ख़बरें हैं। वहां कुछ काउंसिलर के मकान में भी आग लगाए जाने की ख़बर है।
बांग्लादेश के हालात पर ब्रिटेन ने कहा, लोकतंत्र बचाने के लिए कदम उठाना ज़रूरी
सोमवार, 5 अगस्त 2024
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर के एक प्रवक्ता ने कहा है कि बांग्लादेश में लोकतंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द कदम उठाने की ज़रूरत है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक प्रवक्ता ने लंदन में पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि ''हमने हाल के दिनों में बांग्लादेश में जो हिंसा देखी है उससे प्रधानमंत्री काफ़ी दुखी है।''
उन्होंने कहा, ''मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश में लोकतंत्र को सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कदम उठाया गया है, ताकि बांग्लादेश के लोगों की सुरक्षा और देश में शांति बहाल हो सके।''
बांग्लादेश में उग्र हुए छात्र आंदोलन के बाद शेख़ हसीना को पीएम का पद छोड़ना पड़ा है। वे बांग्लादेश भी छोड़ चुकी हैं।
बांग्लादेश की सेना के चीफ़ ने कहा है कि देश में अंतरिम सरकार का गठन किया जाएगा।