ग़ज़ा पट्टी में युद्ध शुरू होने के बाद से अबतक 21,320 फ़लस्तीनी मारे गए, 55,603 लोग घायल

ग़ज़ा में इसराइली बमबारी में 50 लोगों की मौत, 24 घंटे में 210 लोगों की मौत हुई

गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023

हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बीते 24 घंटों में ग़ज़ा में 210 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023 की सुबह ग़ज़ा के उत्तर में बेत लाहिया, दक्षिण में ख़ान यूनिस और मध्य में मग़ाज़ी शरणार्थी कैंपों में हुई इसराइली बमबारी से कम से कम 50 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है।

हमास से मान्यता प्राप्त सफ़ा न्यूज़ एजेंसी ने बताया है कि मग़ाज़ी में एक घर बमबारी की चपेट में आया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। वहीं बेत लाहिया में चार घर पूरी तरह बर्बाद हो गए।

ख़ान यूनिस के अल-अमाल अस्पताल के आसपास हो रही बमबारी से भी कई लोगों की जान गई है।

हमास प्रशासित ग़ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ग़ज़ा पट्टी में युद्ध शुरू होने के बाद से अबतक 21,320 फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि 55,603 लोग घायल हुए हैं।

सेना में भर्ती होने से इनकार करने पर इसराइली युवा को जेल की सज़ा मिली

गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023

सेना में जाने से मना करने वाले 18 साल के एक इसराइली युवा पर मुकदमा चलाया गया है और उन्हें मिलिट्री जेल में 30 दिन क़ैद की सज़ा दी गई है।

इसराइली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टाल मिटनिक तेल अवीव में रहते हैं। वो एक सैन्य भर्ती केंद्र में गए और उन्होंने सेना में शामिल न होने के अपने फैसले की घोषणा की।

उन्होंने अपने अंतरात्मा की आवाज़ पर विरोध के लिए इसराइल-हमास युद्ध और कब्ज़े का ज़िक्र किया।

अंतरात्मा की आवाज़ पर विरोध करने का अर्थ ये है कि एक व्यक्ति अपने मान्यताओं के आधार पर किसी चीज़ से इनकार करता है।

ग़ज़ा युद्ध शुरू होने के बाद वो पहले व्यक्ति हैं जिन्हें ‘अपने अंतरात्मा की आवाज़ के कारण सेना में भर्ती न होने के फैसले’ के कारण सज़ा दी गई है।

अगर सैन्य सेवा के लिए वो अपने विरोध को जारी रखते हैं तो उनकी हिरासत को बढ़ाया जा सकता है।

इसराइली मंत्री ने हिज़बुल्लाह को चेतावनी दी?

गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023

बीबीसी न्यूज़ के जेम्स ग्रैगरी के मुताबिक, इसराइल के एक मंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर हिज़बुल्लाह के हमले जारी रहे तो इसराइल की सेना लेबनान की सीमा से हिज़बुल्लाह को हटाने के लिए कार्रवाई करेगी।

बेनी गैंट्ज़ ने कहा कि यदि दुनिया और लेबनान की सरकार ने उत्तरी इसराइल पर चरमपंथियों की गोलीबारी को नहीं रोका तो इसराइल की सेना हस्तक्षेप करेगी।

उन्होंने कहा कि कूटनीतिक हल निकालने के लिए समय अब निकलता जा रहा है।

हमास और इसराइल के बीच सात अक्टूबर 2023 से जारी युद्ध के बाद से ही इसराइल और लेबनान की सीमा पर गोलीबारी तेज़ हुई है।

इससे ये चिंताएं भी बढ़ती जा रही हैं कि ग़ज़ा का युद्ध पूरे क्षेत्र में फैल सकता है।

गैंट्ज़ ने बुधवार, 27 दिसंबर, 2023 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "इसराइल की उत्तरी सीमा पर हालात बदलने ज़रूरी हैं।''

“राजनयिक समाधान के लिए समय खत्म हो रहा है, अगर दुनिया और लेबनान की सरकार इसराइल के उत्तरी हिस्से पर गोलीबारी को रोकने और हिज़बुल्लाह को सीमा से दूर करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो आईडीएफ़ (इसराइली सेना) ये काम करेगा।''

इस सप्ताह हिज़बुल्लाह की ओर से रॉकेट हमले और हथियारबंद ड्रोन हमले में बढ़ोतरी हुई है, इसराइल भी इन हमलों का जवाब दे रहा है।

लेबनान के सरकारी मीडिया ने बुधवार, 27 दिसंबर, 2023 को बताया कि इसराइली हवाई हमले में हिज़बुल्लाह के एक लड़ाके और उनके दो रिश्तेदार मारे गए।

हिज़बुल्लाह ने अपने एक बयान में कहा है कि पीड़ितों में से एक, इब्राहिम बाज़ी ऑस्ट्रेलियाई नागरिक थे जो अपने परिवार से मिलने आये थे।

इस संघर्ष में लेबनान में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। उनमें से ज़्यादातर हिज़बुल्लाह के लड़ाके हैं। लेकिन मरने वालों में तीन पत्रकारों सहित आम नागरिक भी शामिल हैं।