यूक्रेन के कई शहरों पर रूस के हवाई हमले: 18 लोगों की मौत, 130 से अधिक लोग घायल
शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023
शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 को सुबह से ही यूक्रेन पर रूस की ओर से किए कई हवाई हमलों में 18 लोगों के मारे जाने और 130 लोगों के घायल होने की ख़बर है।
कीएव में यूक्रेन संवाददाता जेम्स वाटरहाउस ने कहा कि एक साथ किए गए मिसाइल हमलों में इतने बड़े पैमाने पर तबाही पहले नहीं देखी गई है।
यूक्रेन की सेना ने कहा कि रूस ने उस पर 158 मिसाइलों और ड्रोन से हमला बोला है।
रूस ने ईरान निर्मित शाहीद ड्रोन से पहले हमला किया, इसके बाद 55 क्रूज़ मिसाइलें, 14 बैलिस्टिक मिसाइलें और पांच एयरोबैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इसके अलावा कुछ एंटी रडार मिसाइलें भी दागीं।
यूक्रेनी सेना के कमांडर इन चीफ़ वैलेरी ज़ालुंझनी ने कहा कि यूक्रेन ने 36 में से 27 ड्रोन और 87 मिसाइलों को मार गिराया।
यूक्रेनी पुलिस ने अपने टेलीग्राम पोस्ट में कहा है कि डेनिपर में पांच लोगों की मौत और 26 घायल, खारकीएव में तीन की मौत और 13 नागरिक घायल, ज़ापोरिझिया में चार लोगों की मौत और 12 घायल, ओडेसा में दो की मौत और 27 घायल, कुछ लोगों के मलबे में दबे रहने की आशंका, ल्वीव में एक की मौत और 27 घायल और कीएव में तीन लोगों की मौत और 22 लोग घायल हुए हैं।
इसी हफ़्ते की शुरुआत में क्राइमिया में रूस के एक लैंडिंग पोत को यूक्रेन ने हमला कर डुबा दिया था, माना जा रहा है कि रूस ने उसी के जवाब में ये कार्रवाई की है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने इस हमले में लगभग हर किस्म के हथियारों का इस्तेमाल किया।
यूक्रेन में अमेरिकी राजदूत ने कहा है कि 2024 में ऐसे भयानकता से लड़ने के लिए यूक्रेन को और अधिक मदद की ज़रूरत है।
इसराइल-ग़ज़ा युद्धः यूनएन की रिपोर्ट में इसराइल पर मानवाधिकार उल्लंघन के गंभीर आरोप
गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023
संयुक्त राष्ट्र ने वेस्ट बैंक में बड़े पैमाने पर छापे की कार्रवाई, गिरफ़्तारियां, हत्याओं और मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है।
साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल से वेस्ट बैंक में फ़लस्तीनी नागरिकों की 'ग़ैरक़ानूनी हत्याओं' को रोकने का आग्रह किया है।
यूएन के मानवाधिकार मामलों के प्रमुख वोल्कर टर्क ने कहा कि इसराइल द्वारा सैन्य रणनीति, बेहिसाब ताक़त के इस्तेमाल और लोगों के आवागमन पर पाबंदी लगाए जाने से वो काफ़ी दुखी हैं।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023 को जारी की गई रिपोर्ट में इसराइल पर कई आरोप लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि बड़ी संख्या में लोगों की मनमाना गिरफ़्तारियां, हिरासत और टॉर्चर और इसराइली सेना द्वारा बुरा बर्ताव, सामूहिक सज़ा की चिंता को बढ़ाता है। इसराइली बस्तियों के हथियारबंद बाशिंदों की ओर से हो रहे हमलों में उछाल के कारण फ़लस्तीन के चरवाहा समुदाय का बड़े पैमाने पर विस्थापन हो रहा है। आवागमन को लेकर जारी भेदभावपूर्ण प्रतिबंध से लोगों की रोज़ाना की ज़िंदगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
रिपोर्ट जारी करते हुए वोल्कर टर्क ने कहा कि इसके नतीजे बहुत विचलित करने वाले हैं और संघर्षों में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले नए नहीं हैं लेकिन 'जिस स्तर की हिंसा और दमन का सहारा लिया जा रहा है, वो बीते कुछ सालों में देखने को नहीं मिली है'।
इसराइली सेना ने ग़लती मानी
गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023
क्रिसमस की पूर्व संध्या पर 24 दिसम्बर 2023 को मग़ाज़ी शरणार्थी कैंप को निशाना बनाकर की गई बमबारी को लेकर इसराइली सेना के अधिकारी ने माना है कि ग़लत हथियार के चुनाव के कारण नागरिकों को अत्यधिक नुकसान हुआ।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, रविवार, 24 दिसम्बर 2023 को हुई इस इसराइली बमबारी में कम से कम 86 लोग मारे गए हैं और हताहतों की संख्या और बढ़ सकती है।
सरकारी प्रसारक कान न्यूज़ से एक इसराइली सैन्य अधिकारी ने कहा कि जो हमला किया गया था उसके लिए ग़लत हथियार का चुनाव किया गया था जिससे नागरिक नुकसान ज़्यादा हुआ, जिससे बचा जा सकता था।
इस घटना को लेकर बीबीसी से इसराइली सेना ने 'अफ़सोस' जताया।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि रविवार, 24 दिसम्बर 2023 को इसराइली सेना ने मग़ाज़ी कैंप समेत सेंट्रल ग़ज़ा में 50 जगहों पर बमबारी की थी।
मग़ाज़ी कैंप में दो रिहाईशी इमारतों पर बम गिरे थे, जिनमें सर्वाधिक लोग मारे गए।
ग़ज़ा में इसराइली बमबारी में 50 लोगों की मौत, 24 घंटे में 210 लोगों की मौत हुई
गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023
हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बीते 24 घंटों में ग़ज़ा में 210 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023 की सुबह ग़ज़ा के उत्तर में बेत लाहिया, दक्षिण में ख़ान यूनिस और मध्य में मग़ाज़ी शरणार्थी कैंपों में हुई इसराइली बमबारी से कम से कम 50 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है।
हमास से मान्यता प्राप्त सफ़ा न्यूज़ एजेंसी ने बताया है कि मग़ाज़ी में एक घर बमबारी की चपेट में आया, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। वहीं बेत लाहिया में चार घर पूरी तरह बर्बाद हो गए।
ख़ान यूनिस के अल-अमाल अस्पताल के आसपास हो रही बमबारी से भी कई लोगों की जान गई है।
हमास प्रशासित ग़ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ग़ज़ा पट्टी में युद्ध शुरू होने के बाद से अबतक 21,320 फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं, जबकि 55,603 लोग घायल हुए हैं।
सेना में भर्ती होने से इनकार करने पर इसराइली युवा को जेल की सज़ा मिली
गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023
सेना में जाने से मना करने वाले 18 साल के एक इसराइली युवा पर मुकदमा चलाया गया है और उन्हें मिलिट्री जेल में 30 दिन क़ैद की सज़ा दी गई है।
इसराइली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टाल मिटनिक तेल अवीव में रहते हैं। वो एक सैन्य भर्ती केंद्र में गए और उन्होंने सेना में शामिल न होने के अपने फैसले की घोषणा की।
उन्होंने अपने अंतरात्मा की आवाज़ पर विरोध के लिए इसराइल-हमास युद्ध और कब्ज़े का ज़िक्र किया।
अंतरात्मा की आवाज़ पर विरोध करने का अर्थ ये है कि एक व्यक्ति अपने मान्यताओं के आधार पर किसी चीज़ से इनकार करता है।
ग़ज़ा युद्ध शुरू होने के बाद वो पहले व्यक्ति हैं जिन्हें ‘अपने अंतरात्मा की आवाज़ के कारण सेना में भर्ती न होने के फैसले’ के कारण सज़ा दी गई है।
अगर सैन्य सेवा के लिए वो अपने विरोध को जारी रखते हैं तो उनकी हिरासत को बढ़ाया जा सकता है।
इसराइली मंत्री ने हिज़बुल्लाह को चेतावनी दी?
गुरुवार, 28 दिसंबर, 2023
बीबीसी न्यूज़ के जेम्स ग्रैगरी के मुताबिक, इसराइल के एक मंत्री ने चेतावनी दी है कि अगर हिज़बुल्लाह के हमले जारी रहे तो इसराइल की सेना लेबनान की सीमा से हिज़बुल्लाह को हटाने के लिए कार्रवाई करेगी।
बेनी गैंट्ज़ ने कहा कि यदि दुनिया और लेबनान की सरकार ने उत्तरी इसराइल पर चरमपंथियों की गोलीबारी को नहीं रोका तो इसराइल की सेना हस्तक्षेप करेगी।
उन्होंने कहा कि कूटनीतिक हल निकालने के लिए समय अब निकलता जा रहा है।
हमास और इसराइल के बीच सात अक्टूबर 2023 से जारी युद्ध के बाद से ही इसराइल और लेबनान की सीमा पर गोलीबारी तेज़ हुई है।
इससे ये चिंताएं भी बढ़ती जा रही हैं कि ग़ज़ा का युद्ध पूरे क्षेत्र में फैल सकता है।
गैंट्ज़ ने बुधवार, 27 दिसंबर, 2023 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "इसराइल की उत्तरी सीमा पर हालात बदलने ज़रूरी हैं।''
“राजनयिक समाधान के लिए समय खत्म हो रहा है, अगर दुनिया और लेबनान की सरकार इसराइल के उत्तरी हिस्से पर गोलीबारी को रोकने और हिज़बुल्लाह को सीमा से दूर करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो आईडीएफ़ (इसराइली सेना) ये काम करेगा।''
इस सप्ताह हिज़बुल्लाह की ओर से रॉकेट हमले और हथियारबंद ड्रोन हमले में बढ़ोतरी हुई है, इसराइल भी इन हमलों का जवाब दे रहा है।
लेबनान के सरकारी मीडिया ने बुधवार, 27 दिसंबर, 2023 को बताया कि इसराइली हवाई हमले में हिज़बुल्लाह के एक लड़ाके और उनके दो रिश्तेदार मारे गए।
हिज़बुल्लाह ने अपने एक बयान में कहा है कि पीड़ितों में से एक, इब्राहिम बाज़ी ऑस्ट्रेलियाई नागरिक थे जो अपने परिवार से मिलने आये थे।
इस संघर्ष में लेबनान में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। उनमें से ज़्यादातर हिज़बुल्लाह के लड़ाके हैं। लेकिन मरने वालों में तीन पत्रकारों सहित आम नागरिक भी शामिल हैं।
इसराइली हमलों से उत्तरी ग़ज़ा के सारे अस्पताल ठप: डब्ल्यूएचओ
शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023
इसराइल पर सात अक्टूबर 2023 को हुए हमास के हमले के बाद जवाबी कार्रवाई से ग़ज़ा में हालात बहुत ख़राब हो गए हैं।
ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक़, इन हमलों में अब तक बीस हज़ार फ़लस्तीनियों की मौत हो चुकी है।
इसके साथ ही उत्तरी ग़ज़ा में स्वास्थ्य तंत्र बिलकुल ठप हो चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उत्तरी ग़ज़ा में अब कोई अस्पताल नहीं बचा है, जो काम करने की स्थिति में हो।
ग़ज़ा के दक्षिण की तरफ़ भी भीषण जंग जारी है, वहां इसराइल ने फ़लस्तीनियों से कहा है कि वो ख़ान यूनिस शहर के आसपास की जगह खाली कर दें।
फ़लस्तीनी इलाक़े में मौजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉक्टर रिचर्ड पीपरकॉन ने ग़ज़ा के हालात के बारे में विस्तार से बताया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क्या कहा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि पूरे ग़ज़ा में करीब 36 अस्पताल हैं, जिसमें से केवल नौ काम कर रहे हैं। ये सभी ग़ज़ा के दक्षिणी हिस्से में हैं। उत्तर में कोई अस्पताल नहीं है जो काम कर रहा हो।
अल-अहली एकमात्र अस्पताल बचा था, जो किसी तरह से काम कर रहा था, लेकिन अब वहां भी नए मरीज़ भर्ती नहीं किए जा रहे हैं।
अल-शिफ़ा, अल-अवदा और अल-शहाबा अस्पताल में भी यही हाल है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है, ''अल अहली अस्पताल का अब केवल ढांचा ही बचा है। दो दिन पहले उत्तरी ग़ज़ा में ये एकमात्र अस्पताल था, जहां घायलों की सर्ज़री हो रही थी और यहां के इमरजेंसी वार्ड में बड़ी संख्या में लोग आ रहे थे।
लेकिन अब यहां का ऑपरेशन थिएटर काम नहीं कर रहा है, क्योंकि न तो ईंधन हैं, न बिजली, न मेडिकल सप्लाई और न स्वास्थ्यकर्मी या डॉक्टर और सर्ज़न।
अब यह अस्पताल काम करना पूरी तरह बंद कर चुका है। अब यहां बस कुछ लोग हैं, जो इसकी छत के नीचे सिर छिपाए हुए हैं।''
क्वाड के ज़रिए भारत के साथ अमेरिका के संबंध 2023 में और बेहतर हुए: अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि क्वाड के ज़रिए भारत के साथ अमेरिका के संबंध 2023 में और बेहतर हुए।
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि न केवल भारत बल्कि जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी अमेरिका के संबंध गहरे हुए हैं।
एंटनी ब्लिंकन बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को वाशिंगटन के विदेश विभाग में आयोजित वर्षांत संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ''हमने भारत के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत किया है। हमने क्वाड के ज़रिए भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ सहयोग को और बेहतर बनाया है।
अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडन ने जून 2023 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेजबानी की थी। उसके बाद नई दिल्ली में आयोजित जी20 की बैठक में भाग लेने बाइडन आए थे।
चीन के आक्रामक व्यवहार से निपटने के लिए अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने नवंबर 2017 में क्वाड की स्थापना की थी। यह 2007 में स्थापित 'क्वार्डिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग (QSD) से ही विकसित हुई थी।
ग़ज़ा पर इसराइल के हमले में मरने वालों की तादाद 20 हज़ार तक पहुंची
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमलों के बाद इसराइल ने ग़ज़ा पर हमले शुरू कर दिए थे। उस समय से अब तक ग़ज़ा में कम से कम 20 हज़ार फ़लस्तीनी लोगों के मारे जाने की ख़बर है।
ग़ज़ा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि संघर्ष शुरू होने के बाद (एक हफ़्ते के युद्धविराम को छोड़कर) वहां हर दिन औसतन लगभग 300 लोग मारे गए।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के क्षेत्रीय आपातकालीन निदेशक रिचर्ड ब्रेनन का कहना है कि वे हताहतों की इस संख्या को भरोसेमंद मानते हैं।
बीबीसी वेरिफाई ने भी आंकड़ों पर अच्छे से गौर किया है।
किसी भी रणक्षेत्र में मृतकों की गिनती करना एक चुनौती का काम होता है।
हालांकि ग़ज़ा में डॉक्टरों का कहना है कि मरने वालों की संख्या और अधिक हो सकती है। वो इसलिए कि इस आंकड़े में बमबारी से तबाह हुई इमारतों के मलबे में दबे हुए या अस्पताल नहीं ले जाए गए शव शामिल नहीं हैं।
मरने वालों की संख्या बहुत अधिक
दुनिया भर में होने वाले युद्धों में मारे जाने वाले लोगों की संख्या जांचने के एक्सपर्ट प्रोफ़ेसर माइकल स्पेगाट ने इस बारे में बात की।
प्रोफ़ेसर माइकल स्पेगाट ने 2003 के इराक़ युद्ध, कोलंबिया के नागरिक संघर्ष, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में हुए युद्ध और इसराइल और ग़ज़ा के बीच की पिछली लड़ाई में भी हताहतों के आंकड़ों पर काम किया था।
माइकल स्पेगाट के अनुसार, इस युद्ध में मौतों की दर 'असाधारण रूप से उच्च' रही है।
माइकल स्पेगाट ने कहा, "2008 से हो रहे ग़ज़ा के कई युद्धों की तुलना में इस युद्ध के हताहतों की संख्या कहीं अभूतपूर्व है।''
लेबनान सीमा पर गोलीबारी के बाद हिज़बुल्लाह ने इसराइली शहरों पर रॉकेट हमले किए
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
इसराइल ने कहा है कि लेबनान के ईरान समर्थित हिज़बुल्लाह ने रात के वक़्त उसके शहरों पर रॉकेट हमले किए हैं। ये हमले किरयत श्मोना और उत्तरी इसराइल के अन्य शहरों पर किए गए हैं।
बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को इसराइल और लेबनान की सीमा पर दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई थी।
दूसरी तरफ़, हिज़बुल्लाह का कहना है कि इसराइल लेबनान के गांवों को लगातार निशाना बना रहा है और उसने इसी की जवाबी कार्रवाई में रॉकेट हमले किए हैं।
लेबनान के सरकारी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसराइल के लड़ाकू विमानों ने उसके इलाके में सीमा के भीतर 20 किलोमीटर अंदर हवाई हमले किए हैं।
इसराइल ने इस पर जवाब दिया है कि उसने हिज़बुल्लाह कमांड सेंटर को निशाना बनाया था।
इस बीच, गोलान हाइट्स के इसराइली कब्जे वाले इलाके पर सीरिया की तरफ़ से चार रॉकेट दागे गए हैं जिसके बाद इसराइली फौज ने सीरियाई फौज की एक चौकी पर भी बमबारी की है। गोलान हाइट्स सीरिया का इलाका है जिसपर इसराइल ने कब्ज़ा कर रखा है।
लाल सागर में जहाजों पर हूती के हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
लाल सागर में कई कारोबारी जहाजों पर यमन के हूती विद्रोहियों के हमलों पर भारत के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया आई है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत इस पर क़रीबी नजर बनाए हुए हैं।
विदेश मंत्रालय के साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में इससे संबंधित एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "भारत हमेशा से कारोबारी जहाजों के निर्वाध आवागमन का समर्थक रहा है। हम वहां के घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। हम मुक्त समुद्री यातायत के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का हिस्सा हैं।''
इसराइल-ग़ज़ा युद्ध: हमास ने इसराइल पर कई रॉकेट दागे, निशाने पर तेलअवीव
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
हमास ने ग़ज़ा पट्टी से इसराइल के तेलअवीव पर कई रॉकेट दागे हैं।
रॉयटर्स न्यूज़ एजेंसी की ख़बर के अनुसार तेलअवीव में सायरन सुने जाने के बाद लोगों को बम शेल्टर में शरण लेनी पड़ी।
इसराइल के आयरन डोम सिस्टम ने रॉकेटों को हवा में ही मार गिराया और इससे किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है।
वहीं, इसराइली सेना ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में उन्होंने ग़ज़ा में 300 से अधिक ठिकानों पर हमले किए हैं।
गज़ा में इसराइल-हमास जंग शुरू हुए दो महीने से ज़्यादा हो चुके हैं। इस संघर्ष में अब तक ग़ज़ा में 19 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, ब्रिटेन और फ़्रांस समेत कई देश सीज़फ़ायर के लिए इसराइल पर दबाव बना रहे हैं।
जब तक युद्ध ख़त्म नहीं होगा, बंधकों को छोड़ने पर कोई बातचीत नहीं होगी: हमास
गुरुवार, 21 सितम्बर 2023
हमास ने कहा है कि फ़लस्तीनी समूहों ने आगे बंधकों को छोड़े जाने के विचार को ख़ारिज कर दिया है। हमास ने कहा कि जब तक इसराइल युद्ध ख़त्म करने पर सहमति नहीं जताएगा, वो बंधकों को नहीं छोड़ेंगे।
टेलीग्राम पर अरबी भाषा में जारी बयान में हमास ने कहा, "फ़लस्तीन के लोगों का निर्णय है कि बंधकों या कैदियों की अदला बदली को लेकर आगे कोई बातचीत तब तक शुरू नहीं होगी जब तक आक्रामकता ख़त्म नहीं होती।
हालांकि, अब तक ये स्पष्ट नहीं है कि हमास किन समूहों का हवाला दे रहा है। ग़ज़ा पट्टी में इस्लामिक जिहाद एक छोटा समूह है और उन्होंने भी इसराइली बंधकों को रखा हुआ है।
युद्ध विराम को लेकर मिस्र के काहिरा में बातचीत चल रही है। बुधवार, 20 सितम्बर 2023 को हुई बातचीत का कोई परिणाम निकल नहीं पाया। ऐसा कहा जा रहा है कि हमास का कहना है कि वह कुछ दिनों के युद्ध विराम पर तैयार नहीं होगा।
नवंबर 2023 के अंत में छह दिनों के संघर्ष विराम के दौरान हमास ने 105 बंधकों को फ़लस्तीनी कैदियों के साथ अदला-बदली में छोड़ा था।
ऐसा माना जा रहा है कि ग़ज़ा में इसराइल के 120 बंधक अब भी हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उत्तरी ग़ज़ा में अब कोई अस्पताल काम नहीं कर रहा है क्योंकि ईंधन ख़त्म हो चुके हैं।
ग़ज़ा में हमास के ख़िलाफ़ अभियान चला रही इसराइली सेना का कहना है कि उन्हें ग़ज़ा सिटी में एक और सुरंग नेटवर्क का पता चला है जो कि हमास के नेताओं से जुड़ा है।
सात अक्टूबर 2023 को हमास ने इसराइल पर हमला किया था और वे 240 लोगों को बंधक बनाकर ले गए थे। इस हमले में इसराइल के 1,200 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी।
वहीं इसराइल के हमले में ग़ज़ा में अब तक 20,000 लोगों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में युद्धविराम को लेकर एक बार फिर वोट डाले जाने की तैयारी हो रही है।
ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा में सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की साज़िश की निष्पक्ष जांच की मांग की
शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023
मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट्स वॉच ने अमेरिका और कनाडा के सिख अलगाववादी नेताओं की हत्या की कथित साज़िश में भारतीय अधिकारियों के शामिल होने के आरोपों की विस्तार से और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
ह्यूमन राइट्स वॉच की ओर से शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023 को जारी एक प्रेस रिलीज़ में आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार विदेशों में रह रहे बुद्धिजीवियों और एक्टिविस्टों के ख़िलाफ़ पहले से ही दुष्प्रचार फैलाने में जुटी हुई है।
ह्यूमन राइट्स वॉच ने ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने और अधिकारों के उल्लंघन में शामिल सुरक्षा बलों को सज़ा दिलाने में नाकाम रहने का आरोप भारत सरकार पर लगाया है।
ह्यूमन राइट्स वॉच की एशिया डायरेक्टर ऐलेन पियर्सन ने कहा है कि अमेरिका और कनाडा में हत्या की साज़िश रचने में भारत की कथित संलिप्तता, ग़ैर क़ानूनी तरीक़े से लोगों को मारने की प्रवृत्ति का ही विस्तार है।
सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कनाडा के नागरिक और अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने का आरोप लगाया था।
उसके बाद 29 नवंबर 2023 को अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास में एक भारतीय अधिकारी ने भारत के ही नागरिक निखिल गुप्ता को ज़िम्मेदारी सौंपी थी।
इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सात दिसंबर 2023 को कहा था कि भारत ने अमेरिकी ज़मीन पर एक ख़ालिस्तानी नेता को मारने की कथित साजिश के मामले में जांच शुरू कर दी है। इस मामले में अमेरिका ने इनपुट उपलब्ध कराए थे और यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है।
साथ ही भारत के विदेश मंत्री ने ये साफ़ किया कि कनाडा के आरोपों पर 'इसी तरह की कार्रवाई' की संभावना नहीं है क्योंकि कनाडा ने कोई पुख्ता सबूत या इनपुट भारत को नहीं दिया है।
भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा में एस जयशंकर ने कहा कि अमेरिका और कनाडा की ओर से लगाए गए आरोपों को सामान तरीके से देखने का सवाल ही नहीं उठता है क्योंकि एक देश (अमेरिका) ने भारत सरकार को इनपुट उपलब्ध कराए हैं, जबकि दूसरे (कनाडा) ने ऐसा नहीं किया था।
उन्होंने कहा, "जहां तक अमेरिका का सवाल है, अमेरिका के साथ हमारे सुरक्षा सहयोग के तहत हमें कुछ इनपुट दिए गए थे। वे इनपुट हमारे लिए चिंता का विषय थे क्योंकि वे संगठित अपराध, तस्करी से संबंधित थे। इनका हमारी अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ता है, इसलिए मामले की जांच करने का निर्णय लिया गया और एक जांच समिति का गठन किया गया है।''
"जहां तक कनाडा का सवाल है, हमें कोई विशिष्ट सबूत या इनपुट उपलब्ध नहीं कराया गया। इसलिए दो देशों, जिनमें से एक ने इनपुट दिए है और एक ने नहीं, उनके साथ एक जैसा न्यायसंगत व्यवहार करने का सवाल ही नहीं उठता है।''
अमेरिका ने जब ख़ालिस्तानी नेता की हत्या की कोशिश में भारत सरकार के अधिकारी के शामिल होने का आरोप लगाया तो भारत ने उसे चिंताजनक बताते हुए उस पर जांच समिति गठित कर दी, लेकिन जब सितंबर 2023 में कनाडा ने ख़ालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल होने का आरोप लगाया था तो भारत ने इस आरोप को पूरी तरह ख़ारिज कर दिया था।
यूक्रेन को यूरोपीय संघ का सदस्य बनाने के लिए बातचीत शुरू करने का फ़ैसला, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने क्या कहा?
शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023
यूरोपीय संघ (ईयू) के नेताओं ने अपने समूह की सदस्यता देने के लिए यूक्रेन और मोल्दोवा के साथ बातचीत शुरू करने का फ़ैसला किया है। ईयू ने इसके अलावा जॉर्जिया को 'कैंडिडेट' का दर्जा देने का भी निर्णय किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने ब्रसेल्स में आयोजित शिखर सम्मेलन में हुए इस फ़ैसले को यूक्रेन और यूरोप दोनों के लिए 'जीत' करार दिया है।
वहीं यूरोपीय परिषद (ईसी) के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के प्रवक्ता ने बताया है कि यह एक सर्वसम्मत समझौता था।
हालांकि हंगरी लंबे समय से यूक्रेन के साथ शुरू होने वाली बातचीत का विरोध करता रहा है, लेकिन उसने इस निर्णय पर वीटो नहीं लगाया।
मतदान के दौरान हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन कुछ समय के लिए कमरे से चले गए, जबकि यूरोपीय संघ के बाक़ी 26 देशों के नेताओं ने वोट डाला।
इसके बाद फेसबुक पर डाले एक वीडियो संदेश में हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने कहा, "यूक्रेन को यूरोपीय संघ की सदस्यता एक बुरा फ़ैसला है। हंगरी इस बुरे फ़ैसले में भाग नहीं लेना चाहता, इसलिए आज इस निर्णय से वह दूर रहा।''
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय संघ की घोषणा से खुश होकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा, "यह यूक्रेन और पूरे यूरोप की एक जीत है। यह जीत जो प्रेरणा देती है और मजबूत बनाती है।''
इससे पहले, फरवरी 2022 में रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले होने के बाद यूक्रेन, मोल्दोवा और जॉर्जिया ने यूरोपीय संघ में शामिल होने के आवेदन दिए थे।
उसके बाद जून 2022 में यूक्रेन और मोल्दोवा को कैंडिडेट उम्मीदवार का दर्जा दिया गया था।
यूक्रेन को यूरोपीय संघ का सदस्य बनाने की कोशिश से हंगरी नाराज़, 55 अरब डॉलर की फंडिंग पर वीटो लगाया
शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023
यूक्रेन को यूरोपीय संघ (ईयू) का सदस्य बनाने के लिए बातचीत शुरू करने के फ़ैसले से हंगरी ने असहमति जतायी है और ईयू से यूक्रेन को मिलने वाले 55 अरब डॉलर की फंडिंग रोकने का ऐलान कर दिया है।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर यूक्रेन को मिलने वाली यूरोपीय संघ की फंडिंग पर वीटो लगाने का ऐलान किया।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने लिखा, ''हमने यूक्रेन को मिलने वाले अतिरिक्त फंड के लिए वीटो और एमएफएफ रिव्यू के लिए वीटो लगा दिया।''
विक्टर ओर्बन ने कहा, ''हम उचित तैयारी के बाद यूरोपीय काउंसिल में इस मुद्दे पर अगले साल 2024 में फिर बातचीत करेंगे।''
हंगरी का यह ऐलान ईयू के उस फ़ैसले के कुछ घंटे बाद आया है, जिसके तहत ईयू की सदस्यता देने के लिए यूक्रेन और मोल्दोवा के साथ बातचीत शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
यूरोपीय काउंसिल (ईसी) ने बताया था कि यह फ़ैसला सर्वसम्मति से लिया गया।
हालांकि मतदान के दौरान हंगरी ने वॉकआउट कर दिया था। हंगरी लंबे समय से यूक्रेन के साथ शुरू होने वाली बातचीत का विरोध करता रहा है।
यूक्रेन के साथ शांति तभी मुमकिन है जब हम अपने मक़सद को पूरा कर लेंगे: राष्ट्रपति पुतिन
गुरुवार, 14 दिसंबर 2023
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी लोगों से कहा है कि यूक्रेन के साथ शांति तभी मुमकिन है "जब हम अपने मक़सद को पूरा कर लेंगे।'' उन्होंने ये भी कहा कि ये मक़सद नहीं बदलेंगे।
फरवरी, 2022 में यूक्रेन के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने के बाद राष्ट्रपति पुतिन पहली बार किसी बड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति पुतिन ने पत्रकारों के अलावा डायरेक्ट फोन लाइन पर रूसी लोगों के सवालों का सीधे जवाब दिया। साल 2022 में राष्ट्रपति पुतिन के प्रशासन ने इस सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं किया था।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने ज़्यादा वक़्त यूक्रेन में 'विशेष सैनिक अभियान' पर जोर दिया। सरकारी टीवी चैनल पर पुतिन ने रूस की संप्रभुता पर जोर देते हुए कहा कि हमारे देश का अस्तित्व इसके बिना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि युद्ध के समय के लिए रूस की अर्थव्यवस्था मजबूत है।
इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के मुद्दे पर आए। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में तभी अमन होगा जब हम अपने मक़सद को पा लेंगे और ये मक़सद नहीं बदलेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि यूक्रेन में इस समय रूस के 617,000 सैनिक लड़ रहे हैं।
पुतिन ने ये भी दावा किया कि साल 2022 में तीन लाख लोगों को सैन्य सेवा के लिए बुलाया गया था जबकि 486,000 लोगों ने स्वैच्छिक रूप से सैन्य सेवा में योगदान के लिए आगे आए थे।
आर्टिकल 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर ओआईसी के बयान पर भारत ने क्या कहा?
गुरुवार, 14 दिसंबर 2023
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर से जुड़े अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फ़ैसले पर मुहर लगा दी है।
इस फ़ैसले पर इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने चिंता जतायी और कहा था कि भारत को 5 अगस्त 2019 को किया गया फ़ैसला वापस लेना चाहिए क्योंकि कश्मीर मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र है।
ओआईसी के इस बयान पर भारत ने अब कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
भारत ने ओआईसी के बयान को पूरी तरह से ख़ारिज करते हुए कहा कि ये बयान गलत सूचना और गलत मंशा पर आधारित हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "मानवाधिकारों का बार-बार उल्लंघन करने वाले और बिना किसी पछतावे के सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश की शह पर ओआईसी की ओर से की गई टिप्पणी उसके एक्शन को और संदिग्ध बनाती है।''
अरिंदम बागची ने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन ये इशारा पाकिस्तान की ओर था।
अरिंदम बागची ने कहा, "भारत सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर इस्लामिक सहयोग संगठन की ओर से जारी बयान को खारिज करता है।''
ओआईसी महासचिवालय ने मंगलवार, 12 दिसंबर 2023 को एक बयान में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखायी थी। ओआईसी महासचिवालय ने 5 अगस्त 2019 को भारत सरकार के फ़ैसले को "एकतरफा कार्रवाई" बताया।
ओआईसी के सचिवालय ने कहा था कि कश्मीर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विवादित जगह है और इसलिए भारत को अपना फ़ैसला वापस लेना चाहिए।