पहलगाम आतंकी हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा: मोदी। भारत का अंदरूनी मसला: पाकिस्तान
मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को भारतीय कश्मीर में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जो पिछले कई सालों में नागरिकों पर सबसे घातक हमला है। भारतीय कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर की गई गोलीबारी में कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है।
दक्षिणी कश्मीर के रिसॉर्ट शहर पहलगाम में हुए हमले के बाद कई अन्य लोगों को गोली लगने के कारण अस्पताल ले जाया गया।
पर्यटक पास की बैसरन घाटी घूमने गए थे, जहाँ केवल पैदल या घोड़े पर बैठकर ही पहुँचा जा सकता है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो वर्तमान में सऊदी अरब की यात्रा पर हैं, ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रतिक्रिया में सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
पुलिस आतंकवादियों को इस हमले के लिए दोषी ठहरा रही है, जिसे हाल के वर्षों में क्षेत्र में नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत की राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था सख़्त कर दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि यह क़दम एहतियात के तौर पर उठाया गया है।
दिल्ली पुलिस ने हमले के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है।
ख़ासतौर पर पर्यटक स्थलों और शहर की सीमाओं पर कड़ी जांच और निगरानी की जा रही है ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि तुरंत पकड़ी जा सके।
उधर कश्मीर घाटी में सुरक्षाकर्मी जगह-जगह वाहनों की तलाशी ले रहे हैं और सड़कों व्यापक बैरिकेडिंग की गई है।
जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों से हमले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आ रहे हैं। पहलगाम में भी कुछ लोगों ने कैंडल मार्च हमले का ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की। राहुल गांधी ने इसकी जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर दी।
उन्होंने लिखा, "मैंने गृहमंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह और जम्मू-कश्मीर पीसीसी अध्यक्ष तारिक़ हमीद कर्रा से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में बात की। इस हमले की पूरी जानकारी ली।''
"पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए और हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे।''
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने सऊदी अरब के दौरे को बीच में रोक कर भारत लौट आए हैं।
नरेंद्र मोदी मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हुए थे।
उन्होंने पहलगाम हमले को 'आतंकवादी हमला' बताया है और कहा कि 'हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।'
दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने हालात की जानकारी के लिए एक इमर्जेंसी ब्रीफ़िंग मीटिंग की।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हालात पर चर्चा हुई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही कश्मीर पहुंच चुके हैं।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने कश्मीर बंद का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान का जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने समर्थन किया है।
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने कश्मीर बंद के समर्थन की जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर साझा की है।
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने अपने पोस्ट में लिखा, "पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कश्मीर बंद की सामूहिक अपील में शामिल हो गया है। हम जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील करते हैं कि धार्मिक और सामाजिक नेताओं की ओर से बुलाई गई हड़ताल को पूरी तरह से सफल बनाएं।''
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने लिखा, "चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए भयावह आतंकी हमले के विरोध में पूरी तरह से बंद का आह्वान किया है। मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए क्रूर हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करने के लिए एकजुट हों।''
"यह हमला कुछ ख़ास लोगों पर नहीं, बल्कि हम सभी पर हुआ है। हम ग़म और आक्रोश में एकजुट हैं और निर्दोषों की हत्या की कड़ी निंदा करने के लिए इस बंद का पूरी तरह समर्थन करते हैं।''
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद पाकिस्तान की सरकार ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा, "भारत के अवैध तौर से अधिकृत जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में हुए हमले में पर्यटकों की मौत से हमें बहुत दुख है। हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।''
इसके अलावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने पहलगाम हमले पर पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बात की थी।
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान का इस हमले से कोई ताल्लुक नहीं है। उन्होंने इसे भारत का अंदरूनी मसला बताया था।
भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में पहुंचे मृतकों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की।
साथ ही, बुधवार, 23 अप्रैल 2025 को अमित शाह बैसरन इलाके भी पहुंचे, जो पहलगाम से करीब पांच किलोमीटर दूर है और जहां आतंकी हमला हुआ था।
वहीं कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल भी मृतकों को श्रद्धांजलि देने श्रीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने पहलगाम हमले पर पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने कहा, "हम यहां मृतकों को श्रंद्धाजलि देने आए हैं। यह घटना बहुत दुखद और निंदनीय है। पूरे देश के लोग पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हम सभी अपने देशवासियों के साथ मजबूती से खड़े हैं।''