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गुरुवार, 1 मई, 2025
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खान यूनिस ड्रोन अटैक में मारे गए लोग किसान थे जो भोजन उगाने की कोशिश कर रहे थे: एजेई संवाददाता

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चीन के डीपसीक ने चैटजीपीटी को कैसे मात दी?

चीन के डीपसीक ने चैटजीपीटी को कैसे मात दी?

शुक्रवार, 31 जनवरी, 2025
चीन का एक नया एआई प्रतिद्वंद्वी सिलिकॉन वैली को हिला रहा है। डीपसीक चैटजीपीटी की शक्ति से मेल खाता है, लेकिन कहता है कि इसे तेज़ी से और लागत के एक अंश पर बनाया गया था। उन्होंने यह कैसे किया, और आगे क्या हुआ?

इस एपिसोड में:

कैवेई चेन, रिपोर्टर, एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू

एपिसोड क्रेडिट:

इस एपिसोड का निर्माण सारी एल-खलीली, सोनिया भगत और एमी वाल्टर्स ने फिलिप लानोस, स्पेंसर क्लाइन, मेलानी मारीच, हागीर सालेह, हनाह शोकीर और हमारे अतिथि होस्ट केविन हिरटेन के साथ किया था। इसे नूर वाज़वाज़ ने संपादित किया था।

हमारे साउंड डिज़ाइनर एलेक्स रोल्डन हैं। हमारे वीडियो एडिटर हिशाम अबू सलाह और मोहनद अल-मेलहेम हैं। एलेक्जेंड्रा लॉक द टेक की कार्यकारी निर्माता हैं। नेय अल्वारेज़ अल जज़ीरा के ऑडियो प्रमुख हैं।

डीपसीक पर अमेरिकी टेक फर्म की क्या प्रतिक्रिया होगी?
डब्ल्यूएचओ विशेषज्ञ ने एमपॉक्स की कोविड से तुलना पर क्या कहा?
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स और नासा के बीच 84.3 करोड़ डॉलर का सौदा
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पहलगाम हमला: भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सर्विस रोकी, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाए थे?

पहलगाम हमला: भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सर्विस रोकी, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाए थे?

गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

भारत ने गुरुवार, 24 अप्रैल 2025 को पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की घोषणा की।

इसकी जानकारी भारतीय विदेश मंत्रालय ने देते हुए कहा, "निर्णय पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए लिया गया है।''

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की ओर से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी मौजूदा वैध वीज़ा 27 अप्रैल 2025 से रद्द माने जाएंगे। पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए चिकित्सा वीज़ा केवल 29 अप्रैल 2025 तक ही वैध होंगे। भारतीय नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा पर नहीं जाने की सलाह दी जाती है। जो भी भारतीय नागरिक इस समय पाकिस्तान में हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द से भारत लौटने को सलाह दी जाती है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादियों ने हमला कर 26 लोगों को मार डाला था। कइयों को घायल कर दिया था। मारे जाने वाले लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे।

पहलगाम कश्मीर में सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक हैं।  

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कदम उठाए थे?

बुधवार, 23 अप्रैल 2025  को ही नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) की बैठक में कई फ़ैसले लिए गए थे।

भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा था कि इस आतंकवादी हमले के क्रॉस बॉर्डर लिंकेज मिले हैं। इसके बाद भारत की ओर से सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी गई।

इस बैठक में पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को निलंबित करने और अटारी बॉर्डर को बंद करने सहित कई फ़ैसले लिए गए थे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सीसीएस की बैठक में लिए गए फ़ैसलों की जानकारी दी।

भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल समझौते को तुरंत प्रभाव से निलंबित रखने का फ़ैसला किया है। ये फ़ैसला तब तक लागू रहेगा जब तक पाकिस्तान विश्वसनीय ढंग से सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता।

भारत ने अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को भी तुरंत प्रभाव से बंद करने का फ़ैसला किया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि जो लोग मान्य दस्तावेजों के आधार पर इधर आए हैं वो इस रूट से 1 मई 2025 से पहले वापस जा सकते हैं।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि अब पाकिस्तानी नागरिक सार्क वीजा छूट स्कीम (एसवीईएस) के तहत जारी वीजा के आधार पर भारत की यात्रा नहीं कर पाएंगे। एसवीईएस के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को पूर्व में जारी किए वीजा रद्द माने जाएंगे। एसवीईएस के तहत जो भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में हैं उन्हें 48 घंटों में भारत छोड़ना होगा।

नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को अवांछित (पर्सोना नॉ ग्रेटा) व्यक्ति करार दिया गया है।  उन्हें भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। भारत इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग के रक्षा/सैन्य, नौसेना और वायु सेना सलाहकारों को भी वापस बुला रहा है। दोनों उच्चायोग में ये पद खत्म माने जाएंगे।

दोनों उच्चायोगों से इन सैन्य सलाहकारों के पांच सपोर्ट स्टाफ को भी वापस ले लिया जाएगा।

उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या 55 से धीरे-धीरे घटाकर 30 कर दी जाएगी। ये फ़ैसला 1 मई 2025 से लागू हो जाएगा।

सीसीएस ने भारत में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सुरक्षा बलों को बेहद चौकस रहने को कहा है।

बैठक में कहा गया कि पहलगाम हमले की साजिश रचने वालों के ख़िलाफ़ पूरी कार्रवाई की जाएगी।


पहलगाम हमला: भारत की कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने उठाए सख्त क़दम

पहलगाम हमला: भारत की कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने उठाए सख्त क़दम

गुरुवार, 24 अप्रैल 2025
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत की कार्रवाई के जवाब में अब पाकिस्तान ने भी कई क़दम उठाने की घोषणा की है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की अध्यक्षता में गुरुवार, 24 अप्रैल 2025 को इस्लामाबाद में हुई नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की बैठक में कई फ़ैसले लिए गए।

इनमें भारत के साथ द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने, हवाई क्षेत्र और सीमाओं को बंद करने तथा व्यापार को निलंबित करने की घोषणा की गई है।

भारत की तरह पाकिस्तान ने भी रक्षा सलाहकारों और उनके सहायकों को देश छोड़ने को कहा है। साथ ही अपने राजनयिक स्टाफ को सीमित कर दिया है।

इस बैठक के वक्तव्य में सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के निर्णय को नामंज़ूर करते हुए कहा गया कि इस संधि के तहत पाकिस्तान के हिस्से के पानी के प्रवाह को रोकने या मोड़ने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और इसका पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा।

बयान में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और अंतरराष्ट्रीय दायित्वों की जानबूझकर अवहेलना करने के भारत के लापरवाह और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को देखते हुए, पाकिस्तान शिमला समझौते सहित भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने के अधिकार का प्रयोग करेगा, जब तक कि भारत पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद को बढ़ावा देने, विदेशों में हत्याएं करने और कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का पालन न करने के अपने व्यवहार से बाज नहीं आता।

पाकिस्तान ने भारत के स्वामित्व वाली या उसके द्वारा संचालित सभी एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को तत्काल बंद करने की घोषणा की है, साथ ही वाघा सीमा को भी तत्काल बंद करने की घोषणा की है।

हालांकि, घोषणा के अनुसार, जो लोग वैध दस्तावेजों के साथ सीमा पार कर भारत में आए हैं, वे 30 अप्रैल 2025 तक इस मार्ग से वापस आ सकते हैं।

पाकिस्तान ने सिख तीर्थयात्रियों को छोड़कर, सार्क वीज़ा छूट कार्यक्रम के तहत सभी भारतीय नागरिकों को दिए गए सभी वीज़ा निलंबित कर दिए हैं और कहा है कि इन्हें रद्द माना जाना चाहिए। ऐसे वीजा पर पाकिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।

इसके अलावा, घोषणा में कहा गया है कि भारत के साथ सभी प्रकार का व्यापार भी निलंबित किया जा रहा है और यह किसी तीसरे देश के माध्यम से होने वाले व्यापार पर भी लागू होगा।

पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय रक्षा/सैन्य सलाहकारों को भी अवांछित व्यक्ति घोषित कर दिया है और उन्हें तुरंत देश छोड़ने को कहा है, जबकि इन सलाहकारों के सहायक कर्मचारियों को भी वापस लौटने का निर्देश दिया गया है।

घोषणा के अनुसार, इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 30 अप्रैल, 2025 से 30 तक सीमित कर दी जाएगी।

पाकिस्तान की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल ने कहा है कि किसी भी विश्वसनीय जांच और प्रमाणित साक्ष्य के अभाव में पहलगाम हमले को पाकिस्तान से जोड़ने का प्रयास निरर्थक, तर्कहीन और तार्किक हार का संकेत है।

बयान में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान बिना किसी भेदभाव के सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करता है और आतंकवाद के ख़िलाफ़ दुनिया में अग्रणी देश होने के नाते उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

काउंसिल का कहना है कि भारत का पीड़ित होने का घिसा-पिटा राग पाकिस्तानी धरती पर आतंकवाद को बढ़ावा देने में उसके दोषी होने को नहीं छिपा सकता न ही यह भारत के जम्मू और कश्मीर में हो रहे व्यवस्थित और मानवाधिकार उल्लंघनों से ध्यान हटा सकता है।

पाकिस्तान ने कहा है कि भारतीय दावों के विपरीत, उसके पास पाकिस्तान में भारत प्रायोजित आतंकवाद के अकाट्य सबूत हैं, जिसमें भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कमांडर कुलभूषण जाधव का कबूलनामा भी शामिल है।

मनोज कुमार: भारतीय सिनेमा के देशभक्त

मनोज कुमार: भारतीय सिनेमा के देशभक्त

मनोज कुमार, जिन्हें अक्सर "भारतीय सिनेमा के देशभक्त" के रूप में जाना जाता है, एक महान अभिनेता, निर्देशक और निर्माता हैं जिन्होंने भारतीय फिल्मों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 24 जुलाई, 1937 को हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी के रूप में जन्मे कुमार को फिल्मों में उनकी प्रतिष्ठित भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, जो अक्सर देशभक्ति, राष्ट्रवाद और सामाजिक मुद्दों के विषयों को उजागर करती हैं।

देशभक्ति फिल्में

कुमार की फिल्मोग्राफी में कई देशभक्ति फिल्में शामिल हैं, जिन्होंने दर्शकों को प्रभावित किया और भारतीय सिनेमा पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनके कुछ उल्लेखनीय कार्यों में शामिल हैं:

- उपकार (1967): कुमार द्वारा अपने देश की सेवा करने के लिए घर लौटने वाले सैनिक भरत का चित्रण उनके बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक माना जाता है।

- पूरब और पश्चिम (1970): इस फिल्म ने पूर्वी और पश्चिमी संस्कृतियों के बीच टकराव को दर्शाया, जिसमें भारतीय मूल्यों के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

- रोटी कपड़ा और मकान (1974): कुमार के निर्देशन में बनी इस फिल्म में गरीबी, भ्रष्टाचार और सामाजिक असमानता के मुद्दों को उठाया गया।

भारतीय सिनेमा पर प्रभाव

कुमार का भारतीय सिनेमा में योगदान उनकी फिल्मों से कहीं आगे तक फैला हुआ है। उन्हें इसके लिए जाना जाता है:

- देशभक्ति विषय: कुमार की फिल्मों में अक्सर देशभक्ति, राष्ट्रवाद और सामाजिक जिम्मेदारी के महत्व पर जोर दिया जाता था, जिससे दर्शकों को राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया जाता था।

- सामाजिक रूप से प्रासंगिक मुद्दे: उनकी फिल्मों में गरीबी, भ्रष्टाचार और असमानता जैसे सामाजिक मुद्दों को उठाया जाता था, जिससे बातचीत और जागरूकता बढ़ती थी।

- एक पीढ़ी को प्रेरित करना: कुमार की फिल्मों और व्यक्तित्व ने कई अभिनेताओं, फिल्म निर्माताओं और दर्शकों को प्रेरित किया है, जिससे भारतीय सिनेमा के एक सच्चे देशभक्त के रूप में उनकी विरासत मजबूत हुई है।

पुरस्कार और सम्मान

कुमार को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं, जिनमें शामिल हैं:

- पद्म श्री (1992): भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार।

- फिल्मफेयर पुरस्कार: कुमार ने अपने अभिनय और निर्देशन के लिए कई फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं।

- राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।

विरासत

एक देशभक्त और फिल्म निर्माता के रूप में मनोज कुमार की विरासत दर्शकों और फिल्म निर्माताओं को समान रूप से प्रेरित करती है। उनकी फिल्में देशभक्ति, सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय गौरव के महत्व को उजागर करते हुए प्रतिष्ठित और प्रासंगिक बनी हुई हैं। भारतीय सिनेमा के एक सच्चे दिग्गज के रूप में, कुमार के योगदान को आने वाली पीढ़ियों के लिए याद किया जाएगा। 4 अप्रैल 2025 को उनके निधन के बाद भी, उनकी फिल्मों को भारतीय सिनेमा की उत्कृष्ट कृतियों के रूप में मनाया जाता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उनकी विरासत जीवित रहे।

पहलगाम आतंकी हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा: मोदी। भारत का अंदरूनी मसला: पाकिस्तान

पहलगाम आतंकी हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा: मोदी। भारत का अंदरूनी मसला: पाकिस्तान

मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को भारतीय कश्मीर में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर हमला किया, जो पिछले कई सालों में नागरिकों पर सबसे घातक हमला है। भारतीय कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों पर की गई गोलीबारी में कम से कम 28 लोगों के मारे जाने की खबर है।

दक्षिणी कश्मीर के रिसॉर्ट शहर पहलगाम में हुए हमले के बाद कई अन्य लोगों को गोली लगने के कारण अस्पताल ले जाया गया।

पर्यटक पास की बैसरन घाटी घूमने गए थे, जहाँ केवल पैदल या घोड़े पर बैठकर ही पहुँचा जा सकता है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो वर्तमान में सऊदी अरब की यात्रा पर हैं, ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को प्रतिक्रिया में सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।

पुलिस आतंकवादियों को इस हमले के लिए दोषी ठहरा रही है, जिसे हाल के वर्षों में क्षेत्र में नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत की राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था सख़्त कर दी गई है।

अधिकारियों ने बताया कि यह क़दम एहतियात के तौर पर उठाया गया है।

दिल्ली पुलिस ने हमले के बाद पूरे शहर में सुरक्षा बढ़ा दी है।

ख़ासतौर पर पर्यटक स्थलों और शहर की सीमाओं पर कड़ी जांच और निगरानी की जा रही है ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि तुरंत पकड़ी जा सके।

उधर कश्मीर घाटी में सुरक्षाकर्मी जगह-जगह वाहनों की तलाशी ले रहे हैं और सड़कों व्यापक बैरिकेडिंग की गई है।

जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों से हमले के ख़िलाफ़ प्रदर्शन की तस्वीरें और वीडियो भी सामने आ रहे हैं। पहलगाम में भी कुछ लोगों ने कैंडल मार्च हमले का ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह से बात की। राहुल गांधी ने इसकी जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर दी।

उन्होंने लिखा, "मैंने गृहमंत्री अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह और जम्मू-कश्मीर पीसीसी अध्यक्ष तारिक़ हमीद कर्रा से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में बात की। इस हमले की पूरी जानकारी ली।''

"पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए और हम उन्हें पूरा समर्थन देंगे।''

 जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी अपने सऊदी अरब के दौरे को बीच में रोक कर भारत लौट आए हैं।

नरेंद्र मोदी मंगलवार 22 अप्रैल, 2025 को सऊदी अरब के दो दिवसीय दौरे के लिए रवाना हुए थे।

उन्होंने पहलगाम हमले को 'आतंकवादी हमला' बताया है और कहा कि 'हमले के ज़िम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।'

दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने हालात की जानकारी के लिए एक इमर्जेंसी ब्रीफ़िंग मीटिंग की।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से हालात पर चर्चा हुई है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही कश्मीर पहुंच चुके हैं।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने कश्मीर बंद का ऐलान किया है। उनके इस ऐलान का जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने समर्थन किया है।

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने कश्मीर बंद के समर्थन की जानकारी अपने एक्स अकाउंट पर साझा की है।

जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस ने अपने पोस्ट में लिखा, "पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कश्मीर बंद की सामूहिक अपील में शामिल हो गया है। हम जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील करते हैं कि धार्मिक और सामाजिक नेताओं की ओर से बुलाई गई हड़ताल को पूरी तरह से सफल बनाएं।''

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने लिखा, "चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए भयावह आतंकी हमले के विरोध में पूरी तरह से बंद का आह्वान किया है। मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए क्रूर हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करने के लिए एकजुट हों।''

"यह हमला कुछ ख़ास लोगों पर नहीं, बल्कि हम सभी पर हुआ है। हम ग़म और आक्रोश में एकजुट हैं और निर्दोषों की हत्या की कड़ी निंदा करने के लिए इस बंद का पूरी तरह समर्थन करते हैं।''

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद पाकिस्तान की सरकार ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।

पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा, "भारत के अवैध तौर से अधिकृत जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले में हुए हमले में पर्यटकों की मौत से हमें बहुत दुख है। हम मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।''

इसके अलावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ ने पहलगाम हमले पर पाकिस्तान के एक न्यूज़ चैनल से बात की थी।

उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान का इस हमले से कोई ताल्लुक नहीं है।  उन्होंने इसे भारत का अंदरूनी मसला बताया था।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में पहुंचे मृतकों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों से भी मुलाकात की।

साथ ही, बुधवार, 23 अप्रैल 2025 को अमित शाह बैसरन इलाके भी पहुंचे, जो पहलगाम से करीब पांच किलोमीटर दूर है और जहां आतंकी हमला हुआ था।

वहीं कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल भी मृतकों को श्रद्धांजलि देने श्रीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने पहलगाम हमले पर पत्रकारों से बातचीत की।

उन्होंने कहा, "हम यहां मृतकों को श्रंद्धाजलि देने आए हैं। यह घटना बहुत दुखद और निंदनीय है। पूरे देश के लोग पीड़ित परिवारों के साथ हैं। हम सभी अपने देशवासियों के साथ मजबूती से खड़े हैं।''

रूस के पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष में ईस्टर पर एकतरफा युद्ध विराम की घोषणा की

रूस के पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष में ईस्टर पर एकतरफा युद्ध विराम की घोषणा की

रविवार, अप्रैल 20, 2025
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में ईस्टर पर एकतरफा युद्ध विराम की घोषणा की है, जबकि राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कुछ ही देर बाद कहा कि यूक्रेनी वायु रक्षा इकाइयाँ रूसी ड्रोन के हमले से लड़ रही हैं, उन्होंने कहा कि यह "मानव जीवन के साथ खेलने का पुतिन का एक और प्रयास" है। ज़ेलेंस्की ने एक्स पर कहा कि, "हवाई हमले की चेतावनी पूरे यूक्रेन में फैल रही है" और "हमारे आसमान में शहीद ड्रोन ईस्टर और मानव जीवन के प्रति पुतिन के असली रवैये को उजागर करते हैं"।

अल जज़ीरा के ज़ीन बसरावी कीव से रिपोर्ट करते हैं, जबकि यूलिया शापोवालोवा मॉस्को से लाइव जुड़ती हैं। इस बीच, यूक्रेनी प्रिज्म में सुरक्षा अध्ययन कार्यक्रम की निदेशक हना शेलेस्ट - एक विदेश नीति और सुरक्षा थिंक टैंक - यूक्रेन के ओडेसा से अल जज़ीरा के लाइव में शामिल होती हैं।

ट्रम्प ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के प्रयासों को छोड़ने की धमकी दी

ट्रम्प ने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के प्रयासों को छोड़ने की धमकी दी

शनिवार, अप्रैल 19, 2025
अपने राष्ट्रपति पद के लगभग 100 दिन बाद, डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के अपने प्रयासों में बहुत कम प्रगति की है। मास्को ने उनके 30-दिवसीय युद्ध विराम प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। और ट्रम्प ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडोमिर ज़ेलेंस्की के साथ सिर टकराया है। मास्को के प्रति उनका नरम रुख यूरोपीय सहयोगियों को चिंतित कर रहा है। इस बीच, लड़ाई बेरोकटोक जारी है। ट्रम्प अब शांति स्थापित करने के प्रयासों को छोड़ने की धमकी दे रहे हैं। क्या यह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ज़ेलेंस्की पर दबाव डालने की धमकी है?

प्रस्तुतकर्ता: डेरेन अबुघैदा
अतिथि:
व्लादिमीर सोतनिकोव, हायर स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के एसोसिएट प्रोफेसर
डोनाल्ड जेन्सेन, मास्को में पूर्व अमेरिकी राजनयिक
मैटिया नेल्स, मुख्य कार्यकारी, जर्मन-यूक्रेनी ब्यूरो थिंक-टैंक

ट्रम्प की बीजिंग के साथ लड़ाई में मीम युद्ध

ट्रम्प की बीजिंग के साथ लड़ाई में मीम युद्ध

शनिवार, 19 अप्रैल, 2025
एक व्यापार युद्ध जो दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करता है, अब चल रहा है। टैरिफ युद्ध के साथ-साथ दोनों देशों के बीच कथाओं और संदेशों की एक तीखी लड़ाई चल रही है।

योगदानकर्ता:
एंडी मोक - वरिष्ठ अनुसंधान फेलो, सेंटर फॉर चाइना एंड ग्लोबलाइजेशन
जूड रूसो - प्रबंध संपादक, द अमेरिकन कंजर्वेटिव
आइजैक स्टोन फिश - सीईओ, स्ट्रैटेजी रिस्क
यूं सन - चीन कार्यक्रम के निदेशक, स्टिमसन सेंटर

हमारे रडार पर

15 अप्रैल को, सूडान में गृह युद्ध ने दो साल पूरे कर लिए। सूडानी मीडिया परिदृश्य तबाह हो गया है। रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से, लगभग 450 पत्रकार देश छोड़कर भाग गए हैं। मीनाक्षी रवि के पास और भी बहुत कुछ है।

ट्रम्प की '51वें राज्य' की बात ने कनाडाई मतदाताओं को कैसे उत्साहित किया

डोनाल्ड ट्रम्प के सार्वजनिक विचार कि कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका का 51वां राज्य कैसे बनना चाहिए, ने कनाडाई लोगों को अपने झंडे के इर्द-गिर्द लामबंद कर दिया है। द लिसनिंग पोस्ट के रयान कोहल्स ट्रम्प प्रभाव और कनाडाई राष्ट्रवाद और राजनीति पर इसके अभूतपूर्व प्रभाव पर चर्चा करते हैं।

विशेषता:
रेचल गिलमोर - होस्ट, बबल पॉप
जोनाथन के - संपादक, क्विलेट
डेविड मोस्क्रॉप - लेखक और पत्रकार