चीन में छह महीने बाद खुले सिनेमाघर, अरबों के नुक़सान का अनुमान
चीन में कोरोना वायरस महामारी के कारण क़रीब छह महीने तक बंद रहे सिनेमाघर अब खुलना शुरू हुए हैं।
सोमवार को शंघाई से लेकर चांगडू शहर के कई सिनेमाघर फिर से खोले गए।
चीन संसार का दूसरा सबसे बड़ा सिनेमा मार्केट है और कोविड-19 महामारी की वजह से इसका काफ़ी नुकसान हुआ है।
चीन प्रशासन ने पिछले सप्ताह ही कहा था कि जिन इलाक़ों में संक्रमण का ख़तरा अब कम है, वहाँ सिनेमाघर खोलने के बारे में जल्द ही कोई निर्णय लिया जायेगा।
मार्च के बाद से, चीन में कोविड-19 के नए मामले सामने आने की दर लगातार गिरती गई है और अब जाकर चीन के अधिकांश इलाक़ों को 'कम-रिस्क वाला' घोषित किया गया है।
इसके बावजूद कुछ शहरों ने सिनेमाघर फ़िलहाल बंद रखने का निर्णय लिया है क्योंकि चीन सरकार ने प्रांतों के स्थानीय प्रशासन पर यह निर्णय छोड़ा है कि वे सिनेमाघर खोलना चाहते हैं या नहीं।
बीजिंग शहर में भी सिनेमाघर अभी नहीं खोले गये हैं। वजह है कि जून महीने के अंत में बीजिंग में कुछ नये मामले सामने आये थे जिसकी वजह से स्थानीय प्रशासन बहुत सतर्क है।
चीन में सबसे ज़्यादा सिनेमाघर चलाने वाली कंपनी वांडा फ़िल्म ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया है कि उन्होंने अपने 600 सिनेमाघरों में से फ़िलहाल 43 सिनेमाघर ही खोले हैं। इनमें से 10 सिनेमाघर शंघाई में हैं।
साल 2019 में चीन को सिनेमाघरों पर हुई टिकट बिक्री से 64 बिलियन चीनी युआन (क़रीब 684 अरब रुपये) की आमदनी हुई थी।
चीन के नेशनल फ़िल्म एडमिनिस्ट्रेशन ने अनुमान लगाया है कि वर्ष 2019 की तुलना में चीन को फ़िल्मी टिकटों की बिक्री से होने वाली आमदनी में क़रीब 30 बिलियन चीनी युआन का नुक़सान होगा। यानी बॉक्स ऑफ़िस से होने वाली आमदनी आधी रह जायेगी।