राहुल ने कहा, बीजेपी हर जगह क्रोध फैलाती है; बीएसपी तो मैदान में ही नहीं है
उत्तर प्रदेश के आगरा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने 12 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। इस दौरान दोनों विजय बस की छत पर सवार हुए। उनके साथ एसपीजी के जवान भी थे। रोड शो के दौरान राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए विरोधी पार्टियों पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि बीजेपी हर जगह क्रोध फैलाती है। वहीं, बीएसपी तो मैदान में ही नहीं है। ऐसे में उसके बारे में बात करने की जरूरत नहीं है।
नोटबंदी पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जो लोग हिंदुस्तान में लाइन में लगे हुए थे, क्या वो सभी चोर थे? गरीब, ईमानदारों को लाइन में लगा दिया और फायदा 50 परिवारों को दिया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि क्या यहां किसी की जेब में 15 लाख रुपये आए हैं क्या? कोई कह सकता है कि नरेंद्र मोदी जी ने मुझे 15 लाख दिए? विकास की बात नहीं होती है, झूठ की राजनीति करते हैं।
वहीं अखिलेश यादव पर राहुल गांधी ने कहा कि अखिलेश जी ने पिछले सालों में अच्छा काम किया है। उन्होंने दिल से काम किया है। हम दोनों मिलकर अब यूपी को बदलेंगे। उन्होंने कहा, ''यूपी में सरकार गरीबों और मजदूरों की होगी, पांच साल बाद आप कहोगे कि प्रदेश को पहचान नहीं पा रहे।''
इसके बाद पांच फरवरी को कानपुर में संयुक्त रैली की तैयारी है। अखिलेश व राहुल गांधी कानपुर में दोनों दलों के कार्यक्रमों से तैयार न्यूनतम साझा कार्यक्रम भी जारी कर सकते हैं। गठबंधन की सरकार बनने पर इसी आधार पर योजनाएं लागू की जाएंगी।
आगरा में यह रोड शो दोपहर में दयालबाग इंजीनियरिंग कॉलेज से शुरू हुआ। भगवान टाकीज, दीवानी चौराहा, सुर सदन, सेंट पीटर्स कॉलेज, हरी पर्वत चौराहा, आगरा कॉलेज व छिपीटोला मोड़ होते हुए छिपीटोला चौराहे पर जाकर समाप्त होगा।
आगरा के बाद पांच फरवरी को कानपुर में रोड शो होगा। वैसे कानपुर में रोड शो पर सुरक्षा कारणों से एसपीजी की तरफ से आपत्ति किए जाने की बात सामने आ रही है। ऐसे में संभव है कि कानपुर में रोड शो की जगह सपा व कांग्रेस की साझा सभा हो जिसे अखिलेश यादव व राहुल गांधी संबोधित करेंगे। कानपुर में ही दोनों दलों का साझा न्यूनतम कार्यक्रम भी जारी किया जाएगा। इसमें दोनों दलों की घोषणाओं को शामिल किया जाएगा।
माना जा रहा है कि कांग्रेस अपने उपाध्यक्ष राहुल गांधी की किसान यात्रा के दौरान उठाए गए मुद्दों को इसमें शामिल करा सकती है। इसमें किसानों का कर्ज माफ करने और बिजली बिल का बकाया आधा माफ करने का वायदा शामिल हो सकता है।