भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

भारत का उल्फ़ा के साथ त्रिपक्षीय समझौता, असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा हटाने का ऐलान

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 को भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा (यूनाइटेड लिबरेशन फ़्रट ऑफ़ असम) के बीच त्रिपक्षीय समझौता हुआ है।

इस मौके पर उल्फ़ा के प्रतिनिधि, भारत के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी मौजूद थे।

भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस समझौते को ऐतिहासिक क़रार दिया है और कहा कि यह असम और पूर्वोत्तर राज्यों में शांति के लिए बहुत अहम है।

अमित शाह ने यह भी बताया कि असम के 85 फीसदी हिस्से से अफ़स्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार क़ानून) को हटाया जा रहा है।

अमित शाह ने कहा, "लंबे समय तक असम और पूरे पूर्वोत्तर ने हिंसा झेली है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ही उग्रवाद, हिंसा और विवाद मुक्त पूर्वोत्तर भारत की कल्पना लेकर गृह मंत्रालय चलता रहा है। भारत सरकार, असम सरकार और उल्फ़ा के बीच जो समझौता हुआ है, इससे असम के सभी हथियारबंद गुटों की बात को यहीं समाप्त करने में हमें सफलता मिल गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''उल्फ़ा के इतने लंबे समय तक के संघर्ष में कम से कम 10,000 लोग मारे गए और 1979 से लेकर अब तक दोनों तरफ़ से जो लोग मारे गए वो इस देश के लिए ही मारे गए। आज इस समस्या का पूर्ण समाधान हो रहा है, इसकी मुझे खुशी है।''

''उल्फ़ा प्रतिनिधियों से बात कर भारत सरकार द्वारा एक बड़े पैकेज के साथ असम के विकास के लिए ढेर सारे प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है।''

अमित शाह ने कहा, ''हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि समझौते की एक-एक बात को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा और आपके विश्वास पर नरेंद्र मोदी सरकार खरी उतरेगी।''

अमित शाह ने बताया कि पिछले पांच सालों में पूर्वोत्तर के अलग-अलग राज्यों में 9 शांति और सीमा संबंधित समझौते हुए हैं। ऑन रिकॉर्ड 9 हज़ार कॉडर ने सरेंडर किया है।