मुलायम सिंह से अखिलेश का सत्ता संघर्ष पूरी तरह ड्रामा था: अमर सिंह

समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और मुलायम सिंह के करीबी अमर सिंह अब बगावत पर उतर आए हैं। अमर सिंह ने मुलायम सिंह और अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि पिता-पुत्र ने मिलकर झगड़े की पटकथा लिखी थी।

न्यूज-18 चैनल को दिए इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा है कि मुलायम सिंह और अखिलेश यादव एक हैं और हमेशा एक ही रहेंगे। राज्य सभा सांसद ने कहा कि पिता मुलायम सिंह यादव से अखिलेश का सत्ता संघर्ष पूरी तरह ड्रामा था और इसकी स्क्रिप्ट खुद नेता जी (मुलायम सिंह) ने ही तैयार की थी।

अमर सिंह ने चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुलायम अपने बेटे के हाथों हार के खुश हैं। साइकिल, बेटा और एसपी (समाजवादी पार्टी) उनकी कमजोरी है। पूरे घटनाक्रम को ड्रामा बताते हुए अमर सिंह ने कहा, ''यह एक रचा हुआ ड्रामा था जिसमें हम सभी को रोल दिया गया था। मुझे बाद में अहसास हुआ कि मेरा इस्तेमाल किया जा रहा है।''

यह पूरा फैमिली ड्रामा मुलायम सिंह यादव ने रचा। वह इसके स्क्रिप्ट राइटर है। ऐसा अखिलेश की छवि सुधारने के लिए किया गया। यह सारा नाटक सत्ता विरोधी लहर, कानून-व्यवस्था की स्थिति से लोगों का ध्यान हटाने की एक चाल थी ताकि विधानसभा चुनाव में उनको इसका लाभ मिल सके। अमर सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने अखिलेश यादव के नेतृत्व पर प्रश्न चिंह लगाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव करते हुए अमर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता। अमर सिंह ने पीएम मोदी को बाहरी बताने वाले बयान पर अखिलेश और राहुल गांधी दोनों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अखिलेश मुझे बाहरी कहते हैं तो मैं तो हमेशा से बाहरी था, वहां पर अंदर के लोग तो सिर्फ मुलायम सिंह, अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव हैं, सारे निर्णय ये चार लोग करते हैं।

कुछ दिन पहले मुलायम और अखिलेश के बीच पार्टी पर वर्चस्व बनाने को लेकर लोगों ने घमासान देखा और ये लड़ाई चुनाव आयोग में जाकर समाप्त हुई जब बेटे का पक्ष लेते हुए चुनाव आयोग ने पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल पुत्र को दे दिया।

हालांकि इस सारे मनमुटाव के लिए जिम्मेदार अमर सिंह को ठहराया गया।