एनआईए चार्जशीट: पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने भारत में कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की चार्जशीट दाख़िल कर दी है।

चार्जशीट के अनुसार इस हमले के पीछे पाकिस्तान की धरती पर सक्रिय आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ है।

हालांकि पाकिस्तानी सरकार या उसके किसी संस्थान का चार्जशीट में नाम नहीं है।

14 फ़रवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ़ के क़ाफ़िले को आतंकवादियों ने विस्फोटक से भरी एक गाड़ी से भिड़ा दिया था जिसमें 40 से अधिक जवान मारे गए थे।

श्रीनगर स्थित बीबीसी संवाददाता रियाज़ मसरूर के अनुसार एनआईए ने 13,800 पन्नों की चार्जशीट दाख़िल की है।

एजेंसी ने इसमें जैश के प्रमुख मसूद अज़हर, उनके भाई मुफ़्ती अब्दुल रऊफ़ असग़र और उनके एक डिप्टी मारूफ़ असग़र को मुख्य साज़िशकर्ता क़रार दिया है।

मसूद अज़हर उन तीन आतंकवादियों में से एक हैं जिन्हें पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादियों के ज़रिए अग़वा किए भारतीय विमान आईसी-814 के यात्रियों को रिहा करने के बदले में उस समय की वाजपेयी सरकार ने छोड़ा था।

चार्जशीट में 20 लोगों के नाम लिए गए हैं जिन्होंने साज़िश रची, या साज़िश रचने में मदद की या फिर उस साज़िश को ज़मीन पर अमल किया।

चार्जशीट में उमर फ़ारूक़, शेख़ बशीर अहमद, तारिक़ शाह, मोहम्मद अब्बास नासिर, मोहम्मद इक़बाल, वैज उल-इस्लाम, इशान जान, और बिलाल अहमद के नाम शामिल हैं।

चार्जशीट के मुताबिक़ मसूद अज़हर के भांजे मोहम्मद उमर फ़ारूक़ बम बनाने के विशेषज्ञ थे जो 2018 में एलओसी पार कर भारत के कश्मीर में दाख़िल हुए थे। उमर फ़ारूक़ को इक़बाल राथेर ने स्थानीय मदद दी थी।

चार्जशीट में आदिल डार का नाम भी शामिल है। चार्जशीट में कहा गया है कि उमर फ़ारूक़ ने स्थानीय लोगों की मदद से इतने बड़े पैमाने पर विस्फोटक तैयार किया जिसे आदिल डार ने गाड़ी में भरकर सीआरपीएफ़ के क़ाफ़िले से टकरा दिया था।

आदिल डार की तो मौक़े पर ही मौत हो गई थी, लेकिन चार्जशीट में जिन 20 लोगों का नाम लिया गया है उनमें से सात को बाद में सुरक्षाबलों ने अलग-अलग मुठभेड़ में मारने का दावा किया है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सात लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है और चार लोग अभी भी फ़रार हैं।