अखिलेश से कोई विवाद नहीं, एक आदमी ने मेरे बेटे को बहका दिया है: मुलायम
समाजवादी पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के तेवर सख्त होते जा रहे हैं। मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बहकाने का आरोप लगाया।
रामगोपाल यादव का नाम लिए बगैर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि एक आदमी ने मेरे बेटे को बहका दिया है। वहीं अखिलेश यादव के प्रति मुलायम सिंह का रुख नरम रहा।
मुलायम सिंह ने दावा किया कि उनके और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच कोई विवाद नहीं है।
इससे पहले मुलायम सिंह यादव, शिवपाल और अमर सिंह के साथ चुनाव आयोग पहुंचे। चुनाव आयुक्त से मुलाकात के दौरान उन्होंने सपा और चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा किया। यह भी दलील दी कि रामगोपाल यादव को अधिवेशन बुलाने का हक नहीं है क्योंकि उन्हें 30 दिसंबर को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुट की तरफ से दाखिल किए गए हलफनामों को भी चुनौती दी। आरोप लगाया कि वह फर्जी हैं। चुनाव आयोग जांच कराए। पार्टी संविधान के मुताबिक, वह पार्टी अध्यक्ष हैं और चुनाव चिन्ह पर उनका हक बनता है।
चुनाव आयुक्त से करीब 45 मिनट की मुलाकात के बाद घर पर मीडिया से बात करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह के फार्म पर दस्ताखत वह करेंगे। फार्म ए और फार्म बी वह देंगे।
जब उनसे चुनाव चिन्ह पर विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्वीकार किया कि पार्टी में कुछ विवाद है। उन्होंने कहा कि साइकिल के बारे में फैसला चुनाव आयोग करेगा।
लखनऊ जाने के लिए एयरपोर्ट रवाना होने से पहले मुलायम सिंह यादव ने अपने घर के पास खड़े कार्यकर्ताओं से भी बात की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को आपसी सहमति से उम्मीदवार तय करने की हिदायत दी। सहमति नहीं बनती है और दो या तीन लोग चुनाव लडना चाहते हैं, तो पार्टी उम्मीदवार कौन होगा? यह वह तय करेंगे।
मुलायम सिंह और शिवपाल यादव के चुनाव आयुक्त से मिलने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरफ से रामगोपाल यादव, किरणमय नंदा और नरेश अग्रवाल के साथ चुनाव आयोग पहुंचे। मुलाकात के बाद रामगोपाल यादव ने कहा कि हमने आयोग से चुनाव चिन्ह साइकिल को लेकर जल्द फैसला लेने की अपील की है क्योंकि पहले चरण के चुनाव के लिए 17 जनवरी से नामांकन शुरु हो रहे हैं।