पनीरसेल्वम खेमा हुआ मजबूत, शशिकला की धमकी

तमिलनाडु में एआईएडीएमके की महासचिव शशिकला और प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के बीच बढ़े टकराव से सियासी उथल-पुथल मचा हुआ है, लेकिन दोनों नेताओं के टकराव में अब पनीरसेल्वम खेमा तेजी से मजबूती की ओर बढ़ रहा है।

पांच सांसदों के समर्थन के बाद अब तीन और सांसदों ने भी पनीरसेल्वम का समर्थन किया है। उधर राज्यपाल की ओर से बहुमत साबित करने का वक्त नहीं मिलने से नाराज शशिकला ने आज (रविवार को) अपने समर्थकों संग प्रदर्शन करने की धमकी दी है। आज पूरे प्रदेश की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

एआईएडीएमके में टकराव के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम की ताकत लगातार बढ़ती जा रही है। अब उनके खेमें में तीन और सांसद आ गए हैं जिनका नाम तूतीकोरिन से एआईएडीएमके सांसद जयसिंह त्यागराज नटर्जी और वेल्लोर के सांसद सेंगुत्तुवन हैं। इसके अलावा पेरंबलूर से सांसद आऱ पी़ मरतराजा ने भी पनीरसेल्वम खेमे को अपना समर्थन दिया है।

अब पनीरसेल्वम के पास आठ सांसदों का समर्थन हो गया है। वहीं एक मंत्री समेत 6 विधायकों का समर्थन भी उनके पास है। इसके अलावा ऐसी संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार तक 25 फीसदी विधायक भी इनके साथ आ सकते हैं।

सांसद वी. सथ्यबामा, के. अशोक कुमार, पीआर सुंदरम वनरोजा, ई. पुन्नूस्वामी, राज्यसभा मेंबर वी. मैत्रेयन और विधायक ई. मदुसुधानन व राज्य के शिक्षा मंत्री के. पांडिराजन पन्नीरसेल्वम के समर्थन में पहले ही आ चुके हैं। एआईएडीएमके के कुल 50 सांसद हैं।

आठ सांसदों के समर्थन के बाद अब एक और पूर्व सांसद का भी समर्थन भी कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम को मिल गया है। रविवार की सुबह एआईएडीएमके के पूर्व सांसद रामाराजन पनीरसेल्वम से मिले और उन्हें अपना समर्थन दिया।

रामाराजन ने कहा कि पनीरसेल्वम ही हमारे नेता हैं। उन्होंने कहा कि ये एमजी रामचंद्रन के बताए मार्ग पर चलते हैं।

राज्य के शिक्षा मंत्री के. पांडिराजन ने दावा किया कि 20 और विधायक उनके खेमे में आ सकते हैं और उनकी संख्या 135 तक पहुंचेगी।

उन्होंने ये भी भरोसा दिलाया है कि प्रदेश में चल रहा ड्रामा जल्द ही खत्म हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि मैंने वोटर्स की बात सुनकर अपना पाला बदला है। पार्टी में एकजुटता बनाए रखने के लिए ही मैंने पन्नीरसेल्वम का समर्थन किया है।

वहीं मीडिया से बातचीत में सांसद अशोक कुमार ने कहा कि जल्द ही और भी सांसद इस खेमे में आएंगे। तमिलनाडु से एआईएडीएमके के 37 लोकसभा सांसद हैं।

पनीरसेल्वम खेमे को मिल रहे समर्थन से घबरायी शशिकला ने परोक्ष चेतावनी दी कि मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण नहीं होने पर अब धैर्य जवाब दे रहा है। निष्पक्षता एवं लोकतंत्र में अपने विश्वास के चलते हमने सब्र किया है। हमारे अंदर एक सीमा तक ही सब्र हो सकता है, उसके बाद तो हम तय करेंगे कि हम क्या करेंगे?

उन्होंने रविवार को प्रदर्शन करने की भी धमकी दी है। इस बीच, पुलिस ने राजधानी चेन्नई में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

इससे पहले, शशिकला ने राज्यपाल सी विद्यासागर राव को पत्र लिख कर उन्हें यथाशीघ्र मुख्यमंत्री की शपथ दिलाने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की थी।

उन्होंने कहा था कि वह उनके सामने अपने समर्थक विधायकों की परेड कराने को भी तैयार हैं।

उन्होंने अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुने जाने के प्रस्ताव की प्रति भी उन्हें सौंपी।

शनिवार शाम को वे गोल्डन-बे रिजॉर्ट में विधायकों से मिलने पहुंचीं। बताया जा रहा है कि इस रिजॉर्ट में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। शशिकला का दावा है कि सभी विधायक उनके साथ हैं। विधायकों से बैठक के बाद शशिकला ने कहा, ''सभी विधायक ठीक और खुश हैं। सभी को राज्यपाल के जवाब का इंतजार हैं।''

235 सीटों वाली तमिलनाडु विधानसभा में बहुमत के लिए 118 विधायकों का समर्थन चाहिए। फिलहाल एआईएडीएमके के पास 135 और डीएमके के पास 89 सीटें हैं। पनीरसेल्वम खेमे का दावा है कि उनके पास 50 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, जबकि शशिकला ने करीब 94 विधायकों को एक रिजॉर्ट में बंद करके रखा है।

शशिकला को एआईएडीएमके विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पनीरसेल्वम ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।

हालांकि बाद में पनीरसेल्वम ने कहा था कि उनसे जबर्दस्ती इस्तीफा लिया गया है।

गवर्नर से मिलकर दोनों ही खेमों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।