दिल्ली समेत उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए
दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सोमवार रात को 10.33 बजे रिक्टर पैमाने पर 5. 8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में था।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान ब्यूरो के ऑपरेशन प्रमुख जेएल गौतम ने बताया कि भूकंप का केंद्र रुद्र प्रयाग जिले में 33 किलोमीटर की गहराई में था।
पिथौरागढ़ के एसपी अजय जोशी ने कहा कि हमें कुछ झटकों की खबरें मिली हैं, लेकिन जानमाल के नुकसान का अभी कोई पता नहीं चला है।
उन्होंने कहा कि हम सूचनाएं एकत्र कर रहे हैं और जरूरत पड़ी तो केंद्र से मदद मांगी जाएगी। देहरादून के अलावा चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, श्रीनगर, टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, नैनीताल समेत पूरे कुमाऊं मंडल में भी भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप के झटके पंजाब और हिमाचल में भी महसूस किए गए। चंड़ीगढ़, चंबा, कांगड़ा, पंचकुला, शिमला के लोगों ने करीब 33 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए।
गृह मंत्रालय ने भूकंप को लेकर उत्तराखंड सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को अलर्ट रहने को कहा गया है। भूकंप के बाद पहाड़ी इलाके में भूस्खलन की आशंका जताई जा रही है।
भूकंप का केंद्र रुद्रप्रयाग में 33 किलोमीटर की गहराई में होने से जानमाल का ज्यादा नुकसान होने की आशंका नहीं है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर एहतियात बरतने को कहा है। डीएफओ और संबंधित अधिकारियों को भी स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है।
भूकंप की तीव्रता को लेकर भ्रम की स्थिति रही। भारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार, रिक्टर स्केल पर 5.8 की तीव्रता का भूकंप था, जबकि यूएस जियोलॉजिकल सर्वे का कहना है कि भूकंप की तीव्रता 5.6 थी।
भूकंप के बाद राहत एवं बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ की टीमें गाजियाबाद से उत्तराखंड भेजी गई हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक आर के पचनंदा ने बताया कि करीब 90 सदस्यों वाली एनडीआरएफ की दो टीमें रुद्र प्रयाग भेजी गई हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर भारत में भूकंप के बाद के हालात का जायजा लेने के लिए अधिकारियों से बात की। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में रात में आए भूकंप पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
भूगर्भ विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से जोन 5 में आता है, जहां रिक्टर स्केल पर आठ की तीव्रता से बड़े भूकंप आने की आशंका रहती है। इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से भूकंप आते हैं। यहां यूरेशियन और भारतीय प्लेटों के बीच टकराहट देखने को मिलती है जिस कारण भूकंप आते हैं। यूरेशियन प्लेट में चीन, कश्मीर का हिस्सा आता है। बद्रीनाथ, केदारनाथ समेत इस इलाके में बड़ा भूकंप आने की आशंका भूगर्भ विज्ञानी काफी समय से जता रहे हैं। लेकिन इस बारे में कोई निश्चित भविष्यवाणी नहीं की जा सकती और इसको लेकर सावधान रहने की जरूरत है।